हरियाणा भिवानी के मुंढाल ओवरब्रिज के नजदीक एक बस ने लोडिंग टैम्पू में टक्कर मार दी। इससे टैंपू में सवार राजस्थान के परिवार के 4 सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों में एक युवती व तीन पुरुष शामिल हैं। इसके साथ ही 16 अन्य व्यक्ति घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए हिसार, हांसी और भिवानी में दाखिल करवाया गया है। मुंढाल कलां चौकी पुलिस हादसे की जांच में जुटी है। जानकारी के अनुसार राजस्थान के धौलपुर जिला के गांव बसई निवासी रामसेवक उर्फ रामसिंह, बेटी 16 वर्षीय काजल, उनका रिश्तेदार कासगंज राजस्थान निवासी 38 वर्षीय राजेन्द्र, उनकी रिश्तेदार आगरा निवासी 50 वर्षीय गुड्डी सहित 20-25 सदस्य लोडिंग टैंपू में सवार होकर गोगामेड़ी पर धोक लगाने जा रहे थे। शनिवार देर रात करीब एक बजे भिवानी के कस्बा मुंढाल ओवरब्रिज पर पीछे से आयी तेज रफ्तार बस उनके टैंपू में टक्कर दे मारी। इस हादसे में घायलों को भिवानी, हांसी, हिसार के अलग-अलग अस्पतालों व रोहतक पीजीआई ले जाया गया। धौलपुर जिला के गांव बसई निवासी रामसेवक उर्फ रामसिंह,16 वर्षीय काजल, रिश्तेदार कासगंज राजस्थान निवासी 38 वर्षीय राजेन्द्र, रिश्तेदार आगरा निवासी 50 वर्षीय गुड्डी देवी सहित 4 की मौत हो गई है, जबकि 16 लोग घायल हो गए। घायल अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती होने के कारण उनके पूरे नाम पतों का पुलिस को भी पता नहीं चल पाया है। जांच अधिकारी एएसआई मुंढाल चौकी इंचार्ज राजेश ने बताया कि काजल, रामसेवक का पोस्टमार्टम हांसी, राजेन्द्र का हिसार में करवाया जा रहा है तो गुड्डी का शव भिवानी जीएच में रखवाया गया है। पुलिस कार्रवाई में जुटी है। घायलों के पूरे नाम पते मालूम किए जा रहे हैं। हरियाणा भिवानी के मुंढाल ओवरब्रिज के नजदीक एक बस ने लोडिंग टैम्पू में टक्कर मार दी। इससे टैंपू में सवार राजस्थान के परिवार के 4 सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों में एक युवती व तीन पुरुष शामिल हैं। इसके साथ ही 16 अन्य व्यक्ति घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए हिसार, हांसी और भिवानी में दाखिल करवाया गया है। मुंढाल कलां चौकी पुलिस हादसे की जांच में जुटी है। जानकारी के अनुसार राजस्थान के धौलपुर जिला के गांव बसई निवासी रामसेवक उर्फ रामसिंह, बेटी 16 वर्षीय काजल, उनका रिश्तेदार कासगंज राजस्थान निवासी 38 वर्षीय राजेन्द्र, उनकी रिश्तेदार आगरा निवासी 50 वर्षीय गुड्डी सहित 20-25 सदस्य लोडिंग टैंपू में सवार होकर गोगामेड़ी पर धोक लगाने जा रहे थे। शनिवार देर रात करीब एक बजे भिवानी के कस्बा मुंढाल ओवरब्रिज पर पीछे से आयी तेज रफ्तार बस उनके टैंपू में टक्कर दे मारी। इस हादसे में घायलों को भिवानी, हांसी, हिसार के अलग-अलग अस्पतालों व रोहतक पीजीआई ले जाया गया। धौलपुर जिला के गांव बसई निवासी रामसेवक उर्फ रामसिंह,16 वर्षीय काजल, रिश्तेदार कासगंज राजस्थान निवासी 38 वर्षीय राजेन्द्र, रिश्तेदार आगरा निवासी 50 वर्षीय गुड्डी देवी सहित 4 की मौत हो गई है, जबकि 16 लोग घायल हो गए। घायल अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती होने के कारण उनके पूरे नाम पतों का पुलिस को भी पता नहीं चल पाया है। जांच अधिकारी एएसआई मुंढाल चौकी इंचार्ज राजेश ने बताया कि काजल, रामसेवक का पोस्टमार्टम हांसी, राजेन्द्र का हिसार में करवाया जा रहा है तो गुड्डी का शव भिवानी जीएच में रखवाया गया है। पुलिस कार्रवाई में जुटी है। घायलों के पूरे नाम पते मालूम किए जा रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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आरती राव 66 करोड़ की मालकिन:77 लाख से ज्यादा की ज्वेलरी; दिल्ली में फ्लैट, खुद के पास कोई वाहन नहीं
आरती राव 66 करोड़ की मालकिन:77 लाख से ज्यादा की ज्वेलरी; दिल्ली में फ्लैट, खुद के पास कोई वाहन नहीं हरियाणा की अटेली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव 66 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति की मालकिन हैं। उनके पास दिल्ली में 5 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत के दो फ्लैट हैं। साथ ही 77 लाख रुपए से ज्यादा की सोने-चांदी और डायमंड की ज्वेलरी भी हैं। हालांकि आरती राव के नाम पर कोई वाहन रजिस्टर्ड नहीं है। अटेली विधानसभा के लिए बुधवार को आरती राव ने अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान जमा कराए एफिडेविट के मुताबिक, आरती राव ने वर्ष 2023-24 में 22 लाख 23 हजार 600 रुपए बतौर टैक्स अदा किया है। जबकि 19-20 में टैक्स की ये राशि सिर्फ 14 लाख 83 हजार 380 रुपए थी। आरती राव के पास कुल 1 लाख 1 हजार 200 रुपए कैश हैं। उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। बैंक में 1.21 करोड़ से ज्यादा जमा आरती राव के पास नई दिल्ली की बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच में 23 लाख 8 हजार 63 रुपए, नई दिल्ली की ही पंजाब नेशनल बैंक शाखा में 87 लाख 6 हजार 458 रुपए, ICICI बैंक की ब्रांच में 9 लाख 4 हजार 518 रुपए हैं। रेवाड़ी के झज्जर रोड स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में 2 लाख रुपए जमा हैं। उनके पास बैंक में कुल डिपॉजिट 1 करोड़ 21 लाख 20 हजार 39 रुपए है। 3 करोड़ के बॉन्ड, शेयर और म्यूचुअल फंड आरती राव के पास 3 करोड़ रुपए के म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, शेयर हैं। इतना ही नहीं 63 लाख 63 हजार 385 रुपए कीमत की 950 ग्राम सोने की ज्वेलरी, 7 लाख 41 हजार 270 रुपए कीमत की 10 किलो चांदी, के अलावा 6 लाख 40 हजार 500 रुपए के डायमंड के गहने हैं। इस ज्वेलरी की कीमत 77 लाख 45 हजार 155 रुपए है। पति के नाम पर करोड़ों की प्रॉपर्टी आरती राव के पति की चल-अचल संपत्ति भी करोड़ों रुपए हैं। उनके पति के पास 8 करोड़ 91 लाख 14 हजार 563 रुपए की संपत्ति हैं। आरती राव के खुद के पास कोई कृषि योग्य जमीन नहीं है, लेकिन पति के पास रेवाड़ी जिले में कृषि भूमि है, जिसकी कीमत 35 करोड़ 11 लाख 38 रुपए है। पति के पास पति के पास 13 करोड़ 94 लाख 50 हजार 92 रुपए की कॉमर्शियल प्रॉपर्टी भी हैं। जबकि आरती राव के पास कॉमर्शियल प्रॉपर्टी नहीं हैं। आरती के पास दिल्ली में फ्लैट आरती राव के पास रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की बात करें तो उनके नाम पर नई दिल्ली के द्वारका एरिया के अलावा दिल्ली में ही एक अन्य जगह पर फ्लैट हैं। जिनकी कीमत 5 करोड़ 30 लाख रुपए है। आरती राव और उनकी पति की इनकम सोर्स कंपनी में उनकी कई कंपनियों में हिस्सेदारी, किराया और बैंक से मिलने वाला ब्याज है। आरती राव के पति पर 2 करोड़ 55 लाख रुपए का लोन भी है, लेकिन आरती पर कोई लोन नहीं है। पहली बार लड़ रही चुनाव राव इंद्रजीत सिंह हरियाणा की राजनीति में बड़ा चेहरा हैं। उनके पिता हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनके परिवार का अहीरवाल बेल्ट में खासा दबदबा है। पिता की राजनीतिक विरासत को पहले राव इंद्रजीत सिंह ने संभाला और अब राव इंद्रजीत सिंह अपनी राजनीति विरासत का उत्तराधिकारी एक तरह से आरती राव को बना चुकी हैं। आरती राव इस बार अपना पहला चुनाव लड़ रही हैं। जबकि उनके पिता लगातार तीसरी बार मोदी सरकार में राज्यमंत्री हैं। राव इंद्रजीत सिंह 6 बार सांसद और 4 बार विधायक बन चुके हैं।
हरियाणा में 9 साल के 2 बच्चों की मौत:तालाब में नहाते वक्त डूबे; पशुओं को पानी पिलाने लाए ग्रामीणों ने लाशें निकालीं
हरियाणा में 9 साल के 2 बच्चों की मौत:तालाब में नहाते वक्त डूबे; पशुओं को पानी पिलाने लाए ग्रामीणों ने लाशें निकालीं हरियाणा के भिवानी में 2 बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। वे गर्मी से निजात पाने के लिए तालाब में नहाने के लिए गए थे। जब लोगों ने उन्हें तालाब में डूबते देखा तो फौरन बाहर निकाला और हिसार के अस्पताल में लाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह घटना भिवानी के बवानी खेड़ा के अंतर्गत गांव रतेरा में घटित हुई है। इसमें एक तीसरी लड़की के भी डूबने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन इसकी अब तक पुष्टि नहीं हो पाई है। तालाब में खुदाई का काम चल रहा था
ग्रामीणों के अनुसार, रतेरा गांव के 2 बच्चे विराट और लकी (दोनों की उम्र लगभग 9 साल) मंगलवार को घर से निकले थे। वे दोनों साथ में गांव के ही तालाब में नहाने के लिए चले गए। बताया जाता है गांव के तालाब में खुदाई का काम चल रहा था। इस वजह से तालाब में कहीं ऊंचा तो कहीं गड्ढ़े हो गए हैं। इनमें पानी भरा हुआ था तो अंदाजा लगाना मुश्किल था कि कहां गड्ढा है और कहां समतल। दोनों बच्चे दोपहर लगभग 3 बजे घर से निकले थे। जब काफी देर तक बच्चे घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने उन्हें तलाशना शुरू कर दिया। हालांकि, उनका कहीं अता-पता नहीं चला। पशुपालकों ने निकाले शव
इधर, तालाब पर कुछ पशुपालक अपने पशुओं को पानी पिलाने के लिए पहुंचे। उन्होंने देखा कि पानी में कुछ तैर रहा था। उन्होंने तालाब में घुसकर देखा तो सिर दिखाई दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने बड़ी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को बाहर निकाला और हिसार के निजी अस्पताल ले गए। लोग विराट को हिसार के आधार अस्पताल और लकी को जिंदल हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे। वहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। वहां से अब बच्चों के शवों को सरकारी अस्पताल ले जाया जाएगा, जहां उनका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। बताया जाता है कि विराट के पिता का कुछ साल पहले ही देहांत हो चुका है। ये 2 भाई और एक बहन थे, जिनमें विराट की मृत्यु हो गई। वहीं, लकी अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी एक एक बहन है। मृतक दोनों बच्चे तीसरी कक्षा में पढ़ते थे।
करनाल में CM के बाद किसे मिलेगा मौका:भाजपा किस पर खेलेगी दांव, 4 लोगों के नाम पर चल रही चर्चाएं
करनाल में CM के बाद किसे मिलेगा मौका:भाजपा किस पर खेलेगी दांव, 4 लोगों के नाम पर चल रही चर्चाएं हरियाणा में करनाल विधानसभा सीट पिछले 10 साल से भाजपा के लिए एक सुरक्षित गढ़ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस सीट पर साढ़े 9 साल तक काबिज रहकर भाजपा को मजबूती दी थी। उनके इस्तीफे के बाद नायब सिंह सैनी ने उप चुनाव में जीत हासिल की। लेकिन अब सैनी के करनाल से चुनाव न लड़ने की अटकलों के बीच अब शहर में चर्चाएं शुरू हो गई है, कि इस बार पार्टी इस विधानसभा सीट पर किसको मैदान में उतारेगी। इसे लेकर राजनीतिक विशेषज्ञों के बीच चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस दौड़ में कुछ प्रमुख नाम उभर कर सामने आ रहे हैं, जिनमें मेयर रेणु बाला गुप्ता, पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक सुखीजा, युवा नेता मुकेश अरोड़ा, और जगमोहन आनंद का नाम शामिल है। रेणु बाला गुप्ता: बनिया समाज का मजबूत चेहरा राजनीतिक विशेषज्ञ DAV कॉलेज के प्राचार्य RP सैनी के अनुसार, रेणु बाला गुप्ता भाजपा के संभावित उम्मीदवारों में सबसे आगे हैं। रेणु बाला गुप्ता, जो बनिया समाज से आती हैं। करनाल में इस समाज के 22,000 से अधिक वोटर हैं, इसके साथ ही रेणु बाला गुप्ता सभी सामाज के वोटरों पर अच्छी पकड़ रखती है। जो उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बनाते हैं। इसके अलावा, उन्होंने लगातार 2 बार मेयर का चुनाव जीतकर अपनी पकड़ को साबित किया है। इसके अलावा जब पहली बार पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर करनाल में चुनाव लड़ने के लिए आए थे। उस दौरान उनके कैंपेन में अहम भूमिका इन्होंने निभाई है। इसके अलावा एक मुख्य कारण यह भी है कि रेणु बाला गुप्ता पूर्व सीएम मनोहर लाल के सबसे करीबी नेताओं में आती है। मेयर के कार्यकाल के दौरान किए गए विकास कार्य और उनकी साफ छवि उन्हें भाजपा की पहली पसंद बना सकती है। साथ ही, पंजाबी वोट बैंक पर उनकी मजबूत पकड़ भी एक अहम कारण है, जिससे भाजपा उनके पक्ष में फैसला कर सकती है। अशोक सुखीजा: पार्टी के पुराने और वरिष्ठ नेता सीनियर एडवोकेट संजीव मंगलोरा का मानना है कि अशोक सुखीजा इस बार भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण उम्मीदवार हो सकते हैं। अशोक सुखीजा, जो पूर्व में भाजपा के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं। अशोक पार्टी के सबसे पुराने और वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। उन्होंने तब से पार्टी के लिए काम किया है, जब भाजपा हरियाणा में संघर्षरत थी। उनकी साफ छवि, संगठन को मजबूत बनाने में योगदान, और पंजाबी समुदाय में उनकी गहरी पैठ उन्हें इस दौड़ में एक मजबूत दावेदार बनाती है। भाजपा उनके अनुभव और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा को ध्यान में रखते हुए उन पर दांव खेल सकती है। मुकेश अरोड़ा युवा पंजाबी चेहरा राजनीतिक विशेषज्ञ अनुज सैनी का मानना है कि अगर नायब सिंह सैनी करनाल विधानसभा से चुनाव नहीं लड़ते, तो भाजपा युवा पंजाबी चेहरे मुकेश अरोड़ा पर दांव खेल सकती है। मुकेश अरोड़ा की युवा शक्ति और पंजाबी समाज में उनकी पकड़ उन्हें इस दौड़ में एक मजबूत दावेदार बनाती है। भाजपा अगर युवा मतदाताओं और पंजाबी वोटरों को ध्यान में रखते हुए टिकट देने का विचार करती है, तो मुकेश अरोड़ा इस सीट के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार साबित हो सकते हैं। जगमोहन आनंद अनुभवी नेता राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, भाजपा की इस सूची में चौथा नाम जगमोहन आनंद का है। जगमोहन आनंद पार्टी से लंबे समय से जुड़े हुए हैं और उन्हें जिला अध्यक्ष, सीएम के मीडिया कोऑर्डिनेटर, और कुरूक्षेत्र के प्रभारी जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। पार्टी संगठन में उनकी भूमिका भी उन्हें इस दौड़ में एक मजबूत उम्मीदवार बनाती है। भाजपा के लिए कौन होगा अगला चेहरा? करनाल विधानसभा सीट पर भाजपा के लिए यह चुनावी दौड़ आसान नहीं होगी। अगर नायब सिंह सैनी किसी अन्य सीट से चुनाव लड़ते हैं, तो भाजपा को करनाल में एक ऐसा उम्मीदवार चुनना होगा, जो सामाजिक समीकरणों और पार्टी की नीतियों के साथ तालमेल बैठा सके। मेयर रेणु बाला गुप्ता, अशोक सुखीजा, मुकेश अरोड़ा, और जगमोहन आनंद, ये सभी नाम अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत दावेदार हैं, और भाजपा के लिए सही निर्णय लेना एक चुनौती होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा किस पर दांव लगाती है और करनाल की इस महत्वपूर्ण सीट पर कौन उम्मीदवार बनकर उभरता है।