हरियाणा के भिवानी में कूरियर कंपनी के नाम पर साइबर ठगों ने 2 लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित ने घटना की शिकायत साइबर पुलिस थाने में दर्ज करवाई है। पुलिस को साइबर ठगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। गांव धनाना निवासी सुरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने थायराइड की दवाई खरीदने के लिए एक कंपनी से ऑनलाइन ऑर्डर किया था। कूरियर समय पर न आने के कारण उसने 19 जुलाई को गूगल पर सर्च कर डीटीडीसी कूरियर का कस्टमर केयर का नंबर तलाश किया। गूगल पर मिले नंबर पर उसने कॉल किया। वहां उसे बताया गया कि कूरियर डिलीवरी की कोशिश की गई थी, लेकिन किसी ने कॉल नहीं उठाया। अब एड्रेस चेंज करना पड़ेगा। इसके बाद उसे वॉट्सऐप नंबर से कॉल आई। एड्रेस एप्लीकेशन के लिए डिलीवरी एटेंप के जरिए ऑनलाइन डाउनलोड करने के लिए कहा। उसे 2 रुपए की पेमेंट करने को कहा। उसने पेमेंट कर दी। इसके बाद 21 जुलाई व 22 जुलाई को पंजाब नेशनल बैंक खाते से एक लाख और 99 हजार रुपए निकल गए। इसके बाद साइबर पुलिस को मामले की शिकायत दी गई। हरियाणा के भिवानी में कूरियर कंपनी के नाम पर साइबर ठगों ने 2 लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित ने घटना की शिकायत साइबर पुलिस थाने में दर्ज करवाई है। पुलिस को साइबर ठगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। गांव धनाना निवासी सुरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने थायराइड की दवाई खरीदने के लिए एक कंपनी से ऑनलाइन ऑर्डर किया था। कूरियर समय पर न आने के कारण उसने 19 जुलाई को गूगल पर सर्च कर डीटीडीसी कूरियर का कस्टमर केयर का नंबर तलाश किया। गूगल पर मिले नंबर पर उसने कॉल किया। वहां उसे बताया गया कि कूरियर डिलीवरी की कोशिश की गई थी, लेकिन किसी ने कॉल नहीं उठाया। अब एड्रेस चेंज करना पड़ेगा। इसके बाद उसे वॉट्सऐप नंबर से कॉल आई। एड्रेस एप्लीकेशन के लिए डिलीवरी एटेंप के जरिए ऑनलाइन डाउनलोड करने के लिए कहा। उसे 2 रुपए की पेमेंट करने को कहा। उसने पेमेंट कर दी। इसके बाद 21 जुलाई व 22 जुलाई को पंजाब नेशनल बैंक खाते से एक लाख और 99 हजार रुपए निकल गए। इसके बाद साइबर पुलिस को मामले की शिकायत दी गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चरखी दादरी में ग्रामीणों ने किया स्कूल का गेट बंद:प्राचार्य को हटाने की मांग; सरपंच पर लगाया था रिश्वत का आरोप
चरखी दादरी में ग्रामीणों ने किया स्कूल का गेट बंद:प्राचार्य को हटाने की मांग; सरपंच पर लगाया था रिश्वत का आरोप चरखी दादरी जिले में सरपंच की अगुवाई में ग्रामीणों ने स्कूल की व्यवस्थाओं को लेकर जमकर बवाल काटा। ग्रामीणों ने स्कूल का गेट बंद कर हंगामा किया। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर डटे रहे। ग्रामीणों का आरोप है कि मोड़ी गांव के शहीद राजबीर सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है। ग्रामीण स्कूल प्राचार्य के तबादले की मांग कर रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी ने मौके पर जाकर प्राचार्य व ग्रामीणों से बात की। शिक्षा मंत्री व सीएम से बात करेगा ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल प्राचार्य को दूसरी जगह भेजकर विभागीय जांच करने के आश्वासन पर ग्रामीण सहमत हुए। हालांकि ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री व सीएम से मिलकर मामले के बारे अवगत करवाएगा। प्राचार्य के तबादले की मांग मोड़ी गांव के ग्रामीण सरपंच अनिल कुमार की अगुवाई में घसोला, संतोखपुरा, मोड़ी, गोठड़ा सहित आधा दर्जन गांव के सरपंचों के साथ ग्रामीण सरकारी स्कूल में पहुंचे थे। स्कूल की अव्यवस्थाओं को लेकर काफी हंगामा किया। ग्रामीणों ने स्कूल प्राचार्य पर गंभीर आरोप लगाये और तबादले की मांग उठाई। सरपंच पर लगाया था रिश्वत का आरोप सरपंच अनिल कुमार ने बताया कि प्राचार्य द्वारा उन पर रिश्वत के आरोप लगाए हैं, जबकि उनका रवैया खराब होने से बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। ग्रामीणों के रुख को देखते हुए खंड शिक्षा अधिकारी राजबाला फोगाट मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से बात की। साथ ही आश्वस्त किया कि प्राचार्य को दूसरी जगह भेजा जाएगा। प्राचार्य के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा दी गई लिखित शिकायत के आधार पर विभागीय जांच की जाएगी।
हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में
हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर को मोदी 3.0 सरकार में मंत्री बनाया गया है। गुर्जर मोदी सरकार के पिछले दोनों कार्यकाल में भी राज्यमंत्री रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार उन पर भरोसा जताकर साफ कर दिया कि गुर्जर उनके भरोसेमंद हैं। फरीदाबाद के सरकारी कॉलेज में छात्र राजनीति से शुरुआत करने वाले कृष्णपाल गुर्जर का केंद्रीय मंत्री की कुर्सी तक पहुंचने का सफर काफी संघर्ष भरा रहा। किसान परिवार में जन्मे 67 साल के गुर्जर की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं रही। गुर्जर ने अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत लोकदल से की थी। वर्ष 1994 में उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली और फरीदाबाद में पार्षद का चुनाव जीता। मोदी-खट्टर की जोड़ी के साथ मिलकर कर चुके काम
वर्ष 1994 में पार्टी जॉइन करने के महज 2 साल बाद, BJP ने गुर्जर को 1996 के विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से टिकट दे दिया। यही वो समय था जब तेजतर्रार कृष्णपाल गुर्जर को भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काम करने का मौका मिला। उस समय नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल खट्टर की जोड़ी हरियाणा में पार्टी संगठन का कामकाज देख रही थी। भाजपा ने 1996 में हरियाणा विधानसभा का चुनाव पूर्व सीएम बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) के साथ मिलकर लड़ा था। पहले ही चुनाव में जीत दर्ज करने वाले कृष्णपाल गुर्जर चुनाव रिजल्ट आने के बाद बंसीलाल की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में परिवहन मंत्री बनाए गए। प्रदेशाध्यक्ष बनकर पार्टी का ग्राफ बढ़ाया
गुर्जर के 3 बार विधायक बनने के बाद पार्टी ने उन्हें संगठन की जिम्मेदारी देते हुए वर्ष 2010 में हरियाणा इकाई का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया। उस समय हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार थी और BJP ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की छाया से निकलकर अपना अलग वजूद बनाने की कोशिश कर रही थी। संगठन से जुड़ा होने के कारण गुर्जर ने प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए तेजी से पार्टी का ग्राफ बढ़ाने का काम किया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले BJP ने नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री चेहरा घोषित कर दिया। इसके बाद टिकट बंटवारे में कृष्णपाल गुर्जर को फरीदाबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया। गुर्जर ने अपने इस पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अवतार भड़ाना को हरा दिया। इसके बाद मोदी ने अपनी सरकार में गुर्जर को सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री बनाया। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुर्जर दूसरी बार फरीदाबाद सीट से जीते। उस समय विनिंग मार्जिन के लिहाज से देशभर में वह तीसरे स्थान पर रहे। गुर्जर 6 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर दूसरी बार संसद पहुंचे तो मोदी ने फिर से उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करते हुए उद्योग राज्यमंत्री बना दिया। किसान परिवार से आकर बनाई राजनीति में पहचान
कृष्णपाल गुर्जर पेशे से एडवोकेट हैं। कृष्णपाल के पिता हंसराज जैलदार का अपने एरिया में अच्छा नाम था लेकिन वह कभी राजनीति में नहीं उतरे। दूसरी ओर कृष्णपाल की शुरू से राजनीति में रुचि रही। पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं होते हुए भी उन्होंने राजनीति के तौर-तरीके पढ़ाई के दौरान ही सीख लिए। फरीदाबाद के कॉलेज में पढ़ते हुए वह छात्र संगठन के अध्यक्ष चुने गए और वहीं से उनके पॉलिटिकल करियर की शुरुआत हुई। ग्रेजुएशन के बाद गुर्जर कानून की डिग्री लेने मेरठ चले गए। वहां से लौटकर अपनी राजनीतिक पारी दोबारा शुरू की। उनकी पत्नी का नाम निर्मला देवी है और वह सियासत से दूर रहती हैं। गुर्जर के बेटे देवेंद्र चौधरी राजनीति में एक्टिव हैं और इस समय फरीदाबाद नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर हैं। गुर्जर नेता के तौर पर बनाई पहचान
कृष्णपाल की गिनती गुर्जर बिरादरी के बड़े नेताओं में होती है। उन्होंने अपने पहले विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से जिस चौधरी महेंद्र प्रताप और फरीदाबाद लोकसभा सीट से अवतार भड़ाना को हराया, वह दोनों भी गुर्जर समाज के बड़े नेताओं में आते हैं। राजनीति में एक बाद एक मिली जीत ने कृष्णपाल गुर्जर का कद गुर्जर बिरादी के नेताओं में बढ़ा दिया। BJP के अंदर भी उनकी गिनती गुर्जर समाज के प्रमुख नेताओं के रूप में होती है। संगठन में मजबूत पकड़ और तेज-तर्रार नेता की छवि के चलते वह BJP शीर्ष नेतृत्व की पसंद बन गए। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी
हरियाणा के 2 जिलों में बारिश का अलर्ट:24 घंटे में 5 शहरों में बारिश, जींद में सबसे ज्यादा; 7 दिन खराब रहेगा मौसम
हरियाणा के 2 जिलों में बारिश का अलर्ट:24 घंटे में 5 शहरों में बारिश, जींद में सबसे ज्यादा; 7 दिन खराब रहेगा मौसम हरियाणा में मानसून ने रफ्तार पकड़ी हुई है। पिछले 3 दिनों में हुई बारिश ने प्रदेश के अधिकांश जिलों को कवर किया है। मौसम विभाग के अनुसार 7 दिन बारिश जारी रह सकती है। मौसम विभाग ने आज पंचकूला और यमुनानगर में हैवी रेन का अलर्ट जारी किया है। 24 घंटे में 5 जिलों में झमाझम बारिश हुई। सबसे ज्यादा जींद में हुई। यहां 10 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। प्रदेश में 1 अगस्त से अब तक 177.9 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है, जबकि सामान्य बारिश 140.8 एमएम होती है, यानी सामान्य से 26% ज्यादा बारिश हुई है। मानसून सीजन में 1 जून से 29 अगस्त तक 295.1 एमएम बारिश हुई है, सामान्य बारिश 344.6 से 14 फीसदी कम है । कहां हुई कितनी बारिश हरियाणा में 5 जिले ऐसे रहे, जहां 24 घंटे में झमाझम बारिश हुई। बारिश से कई जगह जलभराव हो गया। कई इलाकों में घंटों बिजली गुल हो गई। सबसे ज्यादा बारिश जींद में हुई। यहां 10.0 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा कुरुक्षेत्र में 3.0 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। यमुनानगर में 1.0, पंचकूला और सोनीपत में 0.5 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। 16 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई हरियाणा के 16 जिलों में मानसून की बारिश सामान्य से कम हुई है। कैथल, करनाल और पंचकूला जिले ताे ऐसे हैं, जहां सामान्य से आधी बारिश भी नहीं हाे पाई। हिसार, जींद, यमुनानगर, पलवल और रोहतक जिलाें में सामान्य से 30 प्रतिशत से भी कम बारिश हाे पाई है। महेंद्रगढ़ और नूंह जिलाें में जमकर बादल बरसे हैं। नूंह में सामान्य से 63 प्रतिशत और महेंद्रगढ़ जिले में सामान्य से 51 प्रतिशत तक अधिक बारिश दर्ज की गई है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।