शिमला के संजौली मस्जिद मामले की घटना से सबक लेते हुए मुस्लिम समुदाय ने मंडी जिले के जेल रोड पर बनी विवादित मस्जिद की सुरक्षा दीवार व कमरा खुद गिरा दिया है। जानकारी के मुताबिक गुरुवार दोपहर बाद करीब सवा तीन बजे लोक निर्माण विभाग व पुलिस की टीम जेल रोड पहुंची। वहां मुस्लिम पक्ष के लोगों से बात की। इसके बाद वह सुरक्षा दीवार गिराने पर सहमत हो गए। शुक्रवार को आयुक्त कोर्ट में सुनवाई मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने यहां लोक निर्माण विभाग की करीब 33 वर्गमीटर भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था। मस्जिद के ऊपर अवैध रूप से बनाई गई दो मंजिल आयुक्त कोर्ट शुक्रवार को अपना निर्णय सुनाएगा। आज 12 सितंबर को छह सदस्यीय कमेटी आयुक्त को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी नहीं कराई पाई थी निर्माण का कोई रिकॉर्ड पेश जेल रोड में मस्जिद के अवैध निर्माण मामले की सुनवाई मंगलवार को नगर निगम मंडी के आयुक्त के न्यायालय में हुई थी। मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी निर्माण कार्य से संबंधित कोई भी रिकॉर्ड न्यायालय के समक्ष पेश नहीं कर पाई थी। निगम ने सोसाइटी के प्रधान को नोटिस जारी कर सुनवाई के दौरान लोक निर्माण विभाग व निगम का एनओसी व ढांचे का स्वीकृत नक्शा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। शिमला के संजौली मस्जिद मामले की घटना से सबक लेते हुए मुस्लिम समुदाय ने मंडी जिले के जेल रोड पर बनी विवादित मस्जिद की सुरक्षा दीवार व कमरा खुद गिरा दिया है। जानकारी के मुताबिक गुरुवार दोपहर बाद करीब सवा तीन बजे लोक निर्माण विभाग व पुलिस की टीम जेल रोड पहुंची। वहां मुस्लिम पक्ष के लोगों से बात की। इसके बाद वह सुरक्षा दीवार गिराने पर सहमत हो गए। शुक्रवार को आयुक्त कोर्ट में सुनवाई मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने यहां लोक निर्माण विभाग की करीब 33 वर्गमीटर भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था। मस्जिद के ऊपर अवैध रूप से बनाई गई दो मंजिल आयुक्त कोर्ट शुक्रवार को अपना निर्णय सुनाएगा। आज 12 सितंबर को छह सदस्यीय कमेटी आयुक्त को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी नहीं कराई पाई थी निर्माण का कोई रिकॉर्ड पेश जेल रोड में मस्जिद के अवैध निर्माण मामले की सुनवाई मंगलवार को नगर निगम मंडी के आयुक्त के न्यायालय में हुई थी। मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी निर्माण कार्य से संबंधित कोई भी रिकॉर्ड न्यायालय के समक्ष पेश नहीं कर पाई थी। निगम ने सोसाइटी के प्रधान को नोटिस जारी कर सुनवाई के दौरान लोक निर्माण विभाग व निगम का एनओसी व ढांचे का स्वीकृत नक्शा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
शिमला में नशा तस्कर गिरोह भंडाफोड़:रंजन गैंग के 6 आरोपी गिरफ्तार, अब तक 9 सदस्य को पुलिस ने किया काबू
शिमला में नशा तस्कर गिरोह भंडाफोड़:रंजन गैंग के 6 आरोपी गिरफ्तार, अब तक 9 सदस्य को पुलिस ने किया काबू शिमला पुलिस ने नशा सप्लाई करने वाले एक और बड़े गैंग का भंडाफोड़ किया है। शाही महात्मा और राधे गैंग के बाद पुलिस ने रंजन गैंग के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस गैंग के 3 सदस्य पहले पकड़े गए थे। इनसे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने रंजन गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। DSP ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि पुलिस ने NDPS एक्ट के तहत बीते 13 सितंबर को कोटखाई में एक किराए के कमरे से 3 लोगों को चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था, जिसमें 2 कोटखाई और 1 दिल्ली का तस्कर शामिल था। इनकी गिरफ्तारी के समय पुलिस को जानकारी मिली कि इनका अंतरराज्यीय गिरोह है। इसके बाद पुलिस ने जांच जारी रखी और इनका बैक ग्राउंड खंगाला। इसमें पुलिस को आज बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। मामले में अब तक 9 लोग गिरफ्तार DSP ठियोग ने बताया कि रंजन गैंग के अब तक 9 तस्कर पकड़े जा चुके हैं। गैंग में पकड़े तस्करों में गैंग का सरगना रंजन शर्मा कोटखाई का रहने वाला है। सुमन शाही कोटखाई, कमल आचार्य पश्चिमी दिल्ली का रहने वाला है। इनके अलावा 6 नए लोगों में विकास दत्ता उम्र 38 गांव गूंजदली पीओ व तहसील टिककर शिमला, लोकेंद्र कंवर उम्र 39 गांव कराली कोटखाई, सचिन चौहान उम्र 31 गांव कुपवी नाला कोटखाई, कपिल सावंत उम्र 38 गांव जलताड़ चलनैर कोटखाई, प्रमोद खिमटा उम्र 40 गांव आदर्श नगर देवरी खनेटी कोटखाई और अभिलाष उम्र 31 गांव सहडौली कोकुनाला शिमला के रहने वाले है। DSP शिमला बोले कार्रवाई अभी जारी DSP सिद्धार्थ शर्मा ने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है। रंजन गैंग के 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गैंग कोटखाई के पूरे क्षेत्र में फैला हुआ था और अवैध नशे की सप्लाई करता था। उन्हें अंदेशा है कि इस गैंग में अभी और भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा, गैंग को जड़ से उखाड़ फेंकने तक पुलिस की जांच जारी रहेगी। इससे पहले शाही महात्मा व राधे गैंग का भी भंडाफोड़ हो चुका है। इन दोनों गैंग में शाही महात्मा के करीब 30 तस्कर और राधे गैंग में आधा दर्जन से ज्यादा आरोपी गिरफ्तार किए गए। शिमला पुलिस ने एक महीने के भीतर तीसरी बड़ी गैंग का भंडाफोड़ किया है। इन तीनों गैंग का सीधा अंतरराज्यीय कनेक्शन था।
पांवटा साहिब के सैनिक विश्राम गृह में ताले लगे:पूर्व सैनिकों ने फैसले का विरोध किया; आंदोलन की चेतावनी दी
पांवटा साहिब के सैनिक विश्राम गृह में ताले लगे:पूर्व सैनिकों ने फैसले का विरोध किया; आंदोलन की चेतावनी दी सिरमौर के पांवटा साहिब में स्थित सैनिक विश्राम गृह को बंद करने पर पूर्व सैनिकों ने विरोध किया। इस मामले को लेकर भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा और शिलाई ने रविवार को बैठक की। सैनिक कल्याण बोर्ड नाहन ने सैनिक विश्राम गृह पांवटा में अचानक शनिवार को बिना कोई कारण बताए ताले लगाने का विरोध किया। भूतपूर्व सैनिक के संगठन के अध्यक्ष सूबेदार मेजर करनैल सिंह और पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने कहा कि हम सैनिक कल्याण बोर्ड के इस फैसले का विरोध करते हैं। सरकार के समक्ष अपनी मांग रखना चाहते हैं कि इस सैनिक विश्रामगृह को फिर से चलाया जाए। क्योंकि यह एक सैनिक के वेलफेयर के लिए हैं। आज भूतपूर्व सैनिक संगठन से और शहीदों से और सैनिकों से सैनिक विश्राम के नाम से उनके सर से छत भी उठा ली गई है। अगर प्रशासन और सरकार विश्राम गृह को नहीं खोला तो मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा। इस बैठक में एसपी खेड़ा भूतपूर्व सैनिक संगठन संरक्षक सूबेदार मेजर करनैल सिंह, अध्यक्ष उपाध्यक्ष नरेंद्र टुंडू, कोषाध्यक्ष तरुण, पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष स्वरंजित सिंह सैनिकों ने भाग लिया।
शिमला में 987 बच्चों के भविष्य पर मंडराया खतरा:राज्यपाल से मिले अभिभावक; प्रबन्धन की आपसी लड़ाई से स्कूल बंद होने की संभावना
शिमला में 987 बच्चों के भविष्य पर मंडराया खतरा:राज्यपाल से मिले अभिभावक; प्रबन्धन की आपसी लड़ाई से स्कूल बंद होने की संभावना हिमाचल की राजधानी शिमला के संजौली हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में स्थित सरस्वती पैराडाइज स्कूल पर बंद होने का खतरा मंडरा गया है। प्रबन्धन की आपसी लड़ाई के चलते स्कूल में पढ़ रहे लगभग 987 बच्चों का भविष्य बीच सत्र में खतरे में पड़ गया है। जिसको लेकर आज स्कूल के छात्र अपने अभिभावक को लेकर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मिलने राज भवन शिमला पहुंचे हैं और मामले में संज्ञान लेने के लिए ज्ञापन दिया। राजभवन पहुंचे अभिभावक स्कूल में एडमिनिस्ट्रेटर बैठने की मांग कर रहे हैं। ताकि स्कूल का सत्र सुचारु रूप से चल सके और छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो। उन्होंने बताया कि प्रबन्धन द्वारा स्कूल प्रिंसिपल सहित कुछ अध्यापकों को नौकरी से निकाला गया है। जिसके चलते स्कूल के सभी शिक्षक सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। इनका आरोप है कि स्कूल के स्वामित्व के दावेदार स्कूल को बन्द कर होटल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। स्कूल सोसाइटी में आर्थिक बदलाव किए जा रहे हैं। जिसका विरोध कर रहे प्रिंसिपल और अध्यापकों को नौकरी से बाहर किया गया है। बहरहाल बच्चों का भविष्य बीच सेशन में दाव पर लग रहा है। राजभवन पहुंचे बच्चे के अभिभावक विजय शर्मा ने बताया कि स्कूल में सब कुछ ठीक नहीं है। स्कूल के ओनर की 2020 में मृत्यु के बाद से उनके दो बच्चे हेमंत मितल और उनकी बहन ख़ुद को मालिक बता कर एक दूसरे से कोर्ट के माध्यम से लड़ाई लड़ रहे हैं। स्कूल में भी हस्तक्षेप कर रहे हैं। जिससे स्कूल का माहौल खराब हुआ है। स्कूल प्रधानाचार्य को कर दिया टर्मिनेट अभिभावकों को चिंता है कि स्कूल में पढ़ रहे बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। बिना कारण बताए स्कूल प्रधानाचार्य और कुछ अन्य अध्यापकों को भी टर्मिनेट कर दिया है। जिस पर मजबूरन स्कूल के पूरे स्टाफ ने सामूहिक इस्तीफे देने का निर्णय लिया है। अभिभावकों की मांग है कि सरकार मामले का संज्ञान लेकर बच्चों का भविष्य बचाने के लिए स्कूल में एडमिंस्ट्रेटर लगाए ताकि स्टाफ को भी इस तरह का कदम न उठाना पड़े। बच्चे भविष्य को लेकर चिंतित स्कूल में चल रही गतिविधियों के चलते छात्र भी परेशान है। उनकी पढ़ाई भी सुचारु रूप से नहीं चल पा रही है। इसलिए आज अभिभावकों के साथ राजभवन पहुंचे छात्रों ने बताया कि जिस प्रकार उनके अध्यापकों को स्कूल से निकाला गया है। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है और हर समय स्कूल में ऐसा माहौल बना हुआ है। जिससे वह अपने भविष्य को लेकर चिंतित हो गए हैं । छात्रों का कहना है कि बोर्ड एग्जाम्स के चलते सत्र के बीच में उन पर पढ़ाई का खासा दबाव रहता है। ऐसे में इस प्रकार के उथल-पुथल से हुए परेशान है। प्रबन्धन से नहीं हो पाया संपर्क दैनिक भास्कर की टीम ने स्कूल में चल रहे विवाद को लेकर कॉलेज प्रबंधन से कॉल के माध्यम से बातचीत कर उनका पक्ष जाने के लिए संपर्क किया। लेकिन उनसे संपर्क नही हो पाया।