हिमाचल प्रदेश के मंडी के बिंद्रावणी में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बीती रात को दो जगह फिर से बंद हो गया। रात में भारी बारिश के बाद 9 मील के पास पहाड़ी फिर से दरकी। वहीं पंडोह-ओट के बीच भी बड़ा ट्राला सड़क पर पलट गया। ट्राला दुर्घटनाग्रस्त होने से चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद हो गया। इससे हाईवे पर दोनों और वाहनों की लंबी लंबी कतारें लग गई। कई गाड़ियां बीती रात 10 बजे से ही जाम में फंसी हुई है। इनमें लोग भूखे-प्यासे है। हालांकि सुबह 9.30 बजे हाईवे को बिंद्रावणी में वाहनों के लिए वन-वे कर दिया गया है, लेकिन मौके पर पहाड़ी से बार बार मलबा गिर रहा है। रात 10 बजे हुआ लैंडस्लाइड बता दें कि बीती रात 10 बजे के करीब बिंद्रावणी में लैंडस्लाइड हुआ। इसके बाद बिंद्रावणी और आर्मी ट्रांजिट कैंप में अस्थायी चौकियों में तैनात पुलिस कर्मियों ने यातायात रोक दिया था। जिसे लगभग 11 घंटे बाद वन ने किया गया। पंडोह-औट के बीच 18 टायर ट्राला पलटा वहीं पंडोह से औट के बीच भी खोतीनाला के समीप एक 18 टायर वाला ट्राला बीती रात 9 बजे सड़क पर पलट गया। इस पर हैवी मशीनरी लदी थी। ट्रक के पलटने से हाईवे बड़े वाहनों के लिए बंद हो गया था। इससे यहां भी हाईवे पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया था। खोतीनाला में सड़क को 12 घंटे बाद सुबह 9 बजे बहाल किया जा सका। दो दिन में दूसरी बार बार लैंडस्लाइड बता दें कि बुधवार रात को भी 9 मील में हाईवे पर लैंडस्लाइड हो गया और 7 घंटे बाद इसे बहाल किया गया था। बीती रात में दोबारा लैंडस्लाइड हुआ। इससे स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हाईवे पर बस, ट्रक व पिकअप की लंबी लंबी लाईने लगी हुई है। हालांकि छोटे वाहन पंडोह-कटौला सड़क से भेजे जा रहे हैं। एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 2 जगह 9 मील व खोतीनाला के पास बंद हो गया है। 9 मील के पास हाईवे वन वे कर दिया गया है। हिमाचल प्रदेश के मंडी के बिंद्रावणी में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बीती रात को दो जगह फिर से बंद हो गया। रात में भारी बारिश के बाद 9 मील के पास पहाड़ी फिर से दरकी। वहीं पंडोह-ओट के बीच भी बड़ा ट्राला सड़क पर पलट गया। ट्राला दुर्घटनाग्रस्त होने से चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद हो गया। इससे हाईवे पर दोनों और वाहनों की लंबी लंबी कतारें लग गई। कई गाड़ियां बीती रात 10 बजे से ही जाम में फंसी हुई है। इनमें लोग भूखे-प्यासे है। हालांकि सुबह 9.30 बजे हाईवे को बिंद्रावणी में वाहनों के लिए वन-वे कर दिया गया है, लेकिन मौके पर पहाड़ी से बार बार मलबा गिर रहा है। रात 10 बजे हुआ लैंडस्लाइड बता दें कि बीती रात 10 बजे के करीब बिंद्रावणी में लैंडस्लाइड हुआ। इसके बाद बिंद्रावणी और आर्मी ट्रांजिट कैंप में अस्थायी चौकियों में तैनात पुलिस कर्मियों ने यातायात रोक दिया था। जिसे लगभग 11 घंटे बाद वन ने किया गया। पंडोह-औट के बीच 18 टायर ट्राला पलटा वहीं पंडोह से औट के बीच भी खोतीनाला के समीप एक 18 टायर वाला ट्राला बीती रात 9 बजे सड़क पर पलट गया। इस पर हैवी मशीनरी लदी थी। ट्रक के पलटने से हाईवे बड़े वाहनों के लिए बंद हो गया था। इससे यहां भी हाईवे पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया था। खोतीनाला में सड़क को 12 घंटे बाद सुबह 9 बजे बहाल किया जा सका। दो दिन में दूसरी बार बार लैंडस्लाइड बता दें कि बुधवार रात को भी 9 मील में हाईवे पर लैंडस्लाइड हो गया और 7 घंटे बाद इसे बहाल किया गया था। बीती रात में दोबारा लैंडस्लाइड हुआ। इससे स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हाईवे पर बस, ट्रक व पिकअप की लंबी लंबी लाईने लगी हुई है। हालांकि छोटे वाहन पंडोह-कटौला सड़क से भेजे जा रहे हैं। एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 2 जगह 9 मील व खोतीनाला के पास बंद हो गया है। 9 मील के पास हाईवे वन वे कर दिया गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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जेपी नड्डा के मंत्री बनने से हिमाचल में खुशी:CM सुक्खू सहित भाजपा नेताओं ने दी बधाई; दिल्ली गए 200 BJP पदाधिकारी हिमाचल से ताल्लुक रखने वाले जगत प्रकाश नड्डा के केंद्रीय मंत्री बनने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें बधाई दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, नड्डा प्रदेश की कठिन भौगोलिक स्थितियों से भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वह प्रदेश के लोगों की विकासात्मक मांगों को पूरा करने के लिए कार्य करेंगे। केंद्रीय मंत्री बने जेपी नड्डा को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी बधाई दी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, महामंत्री त्रिलोक कपूर, बिहारी लाल शर्मा, राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार, मुख्य प्रवक्ता राकेश जम्वाल, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, त्रिलोक जम्वाल, संदीपनी भारद्वाज, विनोद कुमार, जनक राज, हर्ष महाजन, इंदु गोस्वामी, विपिन सिंह परमार, बिक्रम ठाकुर, गोविंद ठाकुर, सुखराम चौधरी, रीना कश्यप, सूरत नेगी, वीरेंद्र कश्यप, लखविंदर राणा, राकेश शर्मा, संजय शर्मा, सुधीर शर्मा, लोकिंदर कुमार, दीपराज कपूर, दिलीप ठाकुर ने भी यहां जारी संयुक्त बयान में नड्डा के मंत्री बनने पर खुशी जाहिर की और उन्हें बधाई दी। यही नहीं हिमाचल भाजपा के 200 से ज्यादा पदाधिकारी प्रधानमंत्री मोदी कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली गए हैं। नड्डा ने ABVP से जुड़कर राजनीतिक करियर की शुरुआत नड्डा ने 1978 में एबीवीपी से जुड़कर छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत की और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के सरदार बने। अब वह दूसरी बार केंद्र में मंत्री बनने हैं। 3 बार विधायक, 3 बार राज्यसभा सांसद चुने गए जेपी नड्डा हिमाचल की बिलासपुर सदर सीट से तीन बार 1994, 1998 और 2007 में विधायक रह चुके हैं। तीन बार राज्यसभा सांसद, 1998 और 2007 में हिमाचल में दो बार कैबिनेट मंत्री, 1994 में हिमाचल में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं। अध्यक्ष के तौर पर 30 जून को कार्यकाल पूरा हो रहा बतौर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का कार्यकाल 30 जून को पूरा हो रहा है। इससे पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने नड्डा को कैबिनेट में जगह दी है। इससे प्रदेश भाजपा नेताओं में खुशी की लहर है।
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हिमाचल प्रदेश में विश्व का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र:एक बूथ पर हेलिकॉप्टर तो दूसरे पर नांव से पहुंची पोलिंग टीमें; खतरनाक नाला-पहाड़ भी पार किया हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी हैं, जहां मतदान करवाना चुनौती से कम नहीं। राज्य में एक पोलिंग बूथ ऐसा है, जहां हेलिकॉप्टर से पहुंचा जा सकता है। एक मतदान केंद्र में नाव से साढ़े 5 किलोमीटर का सफर कर पोलिंग पार्टी पहुंच पाई हैं। प्रदेश में दर्जनों ऐसे पोलिंग बूथ हैं, जहां पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को ऊंचे-ऊंचे पहाड़, खतरनाक नदी-नाले और बर्फ के पहाड़ पार कर पहुंचना पड़ा। यही नहीं, विश्व का सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थापित मतदान केंद्र भी हिमाचल के लाहौल-स्पीति जिले में है। कुछ रोचक पोलिंग स्टेशनों के बारे में भास्कर की रिपोर्ट.. बड़ा भंगाल में हेलिकॉप्टर से पहुंचा मतदान दल
हिमाचल के कांगड़ा जिला में अति दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल के लिए पोलिंग पार्टी हेलिकॉप्टर से भेजी गई है। गुरुवार शाम को मतदान दल EVM के साथ हेलिकॉप्टर में बड़ा भंगाल के लिए उड़ा। यह टीम आज शाम तक पोलिंग बूथ को वोटिंग के लिए तैयार करेगा। शनिवार को वोटिंग के बाद पोलिंग पार्टी बड़ा भंगाल में ही नाइट स्टे करेगी। 2 जून को पोलिंग पार्टी हेलिकॉप्टर से ही वापस बैजनाथ लौटेंगी। पैदल बड़ा भंगाल पहुंचने में लगते हैं 3 दिन
बड़ा भंगाल हिमाचल का इकलौता ऐसा मतदान केंद्र है, जहां पोलिंग पार्टी हेलिकॉप्टर से पहुंचाई जाती है। वापस भी हेलिकॉप्टर से ही लाई जाती है। सड़क कनेक्टिविटी न होने की वजह से यहां से लोगों का जीवन भी कठिनाइयों से भरा रहता है। बैजनाथ से बड़ा भंगाल पैदल पहुंचने में कम से कम 3 दिन लगते हैं। आधे रास्ते में एक नाइट का स्टे करना पड़ता है। यहां नेता भी वोट मांगने नहीं पहुंच पाते
बैजनाथ से बरोट-मुल्थान होते हुए गड़सापुल तक सड़क से पहुंचा जा सकता है, लेकिन यहां से आगे 3 दिन पैदल चलना पड़ता है। इस वजह से यहां चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार भी वोट मांगने नहीं पहुंच पाते हैं। बताया जाता है कि पूर्व CM प्रेम कुमार धूमल, वूल फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष व बीजेपी नेता त्रिलोक कपूर और बैजनाथ के पूर्व विधायक मुल्ख राज प्रेमी जरूर यहां एक बार वोट मांगने पहुंचे थे। मगर लोकसभा और विधानसभा चुनाव में ज्यादातर बार कोई कैंडिडेट यहां नहीं पहुंच पाता। कुठेड़ा पोलिंग बूथ को नाव से पहुंची टीम
कांगड़ा जिला के फतेहपुर विधानसभा में कुठेड़ा पोलिंग बूथ को पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टी को नाव का सहारा लेना पड़ा। इस टीम की वापसी भी नाव से ही हो पाएगी। यह पोलिंग बूथ पौंग डैम के टापू पर बनाया गया है। मतदान कर्मियों को लगभग साढ़े 5 किलोमीटर का सफर नाव में करना पड़ा। तब जाकर कर्मचारी पोलिंग बूथ तक पहुंच पाए। एहलमी पहुंचने को 15KM पैदल चलना पड़ता है
मंडी लोकसभा के अंतर्गत चंबा जिले की भरमौर विधानसभा के मैहला खंड में एहलमी मतदान केंद्र तक पोलिंग पार्टी 15 किलोमीटर पैदल चल कर पहुंची है। वहीं, शिमला जिले में डोडराक्वार में पंडार और कुल्लू जिले में शाकटी मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां पहुंचने के लिए मतदान दलों को 11 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। उधर, कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत भटियात विधानसभा क्षेत्र में चक्की मतदान केंद्र पर 13 किलोमीटर पैदल चल कर पहुंचना पड़ता है। इन जिलों में भी खतरनाक रास्तों से पहुंची पोलिंग पार्टियां
मंडी, शिमला, कुल्लू, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति, चंबा और किन्नौर जिले में दर्जन भर ऐसे पोलिंग बूथ हैं, जहां पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को खतरनाक नदियों को पार करना पड़ा। बर्फ के ऊंचे-ऊंचे पहाड़ चढ़ने पड़े। खतरनाक व जोखिम भरे रास्तों से सफर तय कर मंजिल पहुंचना पड़ा। सामान ढोने की स्पेन का भी सहारा लिया। हिमाचल में दुनिया का सबसे अधिक ऊंचाई वाला पोलिंग बूथ
विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर पोलिंग बूथ हिमाचल के लाहौल-स्पीति के ताशीगंग में है। इस मतदान केंद्र में कुल 62 मतदाता हैं। यहां 37 पुरुष और 25 महिला मतदाता हैं। यह मतदान केंद्र समुद्र तल से 15,256 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। इस केंद्र को सीनियर सिटीजन और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए मॉडल पोलिंग बूथ बनाया गया है। इस पोलिंग बूथ के लिए भी गुरुवार को ही मतदान दल रवाना कर दिया गया है।