हिमाचल प्रदेश के मंडी में चिट्टा तस्कर को पकड़ने गई पुलिस पर आरोपी महिला ने कुत्ते छोड़ दिए। पहले से सतर्क पुलिस ने कुत्तों को मांस के टुकड़े देकर उन्हें शांत किया। इसके बाद पुलिस ने महिला के घर पर दबिश देकर उसे 34 ग्राम चिट्टा के साथ गिरफ्तार किया। उमा उर्फ मोमबत्ती नाम की महिला समेत उसका बेटा अरुण और भतीजे अभिषेक को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, उमा नाम की महिला नशा तस्कर पहले भी पुलिस पर कुत्ते छोड़ चुकी है, क्योंकि पुलिस आरोपी महिला को पहले भी 6 बार गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज चुकी है। मगर वह हर बार चिट्टे की कम मात्रा की वजह से छूट जाती थी। चिट्टा तस्कर उमा मंडी के जेल रोड पर रहती है। इस पर सतर्क थी पुलिस: SP SP मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि उमा ने पहले भी पुलिस पर कुत्तों से हमला करवाया था। मगर इस बार पुलिस सतर्क थी। पुलिस पहले ही कुत्तों को शांत करवाने के लिए अपने साथ मांस लेकर गई थी। उन्होंने बताया कि चिट्टा रखने के जुर्म में पुलिस ने उमा के अलावा उसके बेटे और पंजाब के रहने वाले भतीजे को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों को कोर्ट ने 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। 2006 में 28 ग्राम स्मैक के साथ पकड़ी गई SP ने बताया कि उमा पर पहले भी 6 और उसके बेटे पर 4 मामले चिट्टा तस्करी के मामले दर्ज हैं। अब आरोपियों की संपत्ति को भी अटैच किया जा रहा है। उमा के पास पहले 2006 में 28 ग्राम स्मैक, 2011 में 5 ग्राम, 2019 में 2 ग्राम, 2021 में 144 ग्राम चिट्टा और 2023 में 13 ग्राम चिट्टा मिला था। तल्याहड़ में एक परिवार के 4 आरोपी गिरफ्तार इसके अलावा पुलिस ने मंडी के तल्याहड़ क्षेत्र में भी एक छापेमारी की, जिसमें एक परिवार के 4 सदस्यों को 20 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया गया। औट थाना की टीम ने चरस की सप्लाई के मामले में दो आरोपियों को 467 ग्राम चरस के साथ पकड़ा, जो कुल्लू से पंजाब की ओर जा रहे थे। हिमाचल प्रदेश के मंडी में चिट्टा तस्कर को पकड़ने गई पुलिस पर आरोपी महिला ने कुत्ते छोड़ दिए। पहले से सतर्क पुलिस ने कुत्तों को मांस के टुकड़े देकर उन्हें शांत किया। इसके बाद पुलिस ने महिला के घर पर दबिश देकर उसे 34 ग्राम चिट्टा के साथ गिरफ्तार किया। उमा उर्फ मोमबत्ती नाम की महिला समेत उसका बेटा अरुण और भतीजे अभिषेक को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, उमा नाम की महिला नशा तस्कर पहले भी पुलिस पर कुत्ते छोड़ चुकी है, क्योंकि पुलिस आरोपी महिला को पहले भी 6 बार गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज चुकी है। मगर वह हर बार चिट्टे की कम मात्रा की वजह से छूट जाती थी। चिट्टा तस्कर उमा मंडी के जेल रोड पर रहती है। इस पर सतर्क थी पुलिस: SP SP मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि उमा ने पहले भी पुलिस पर कुत्तों से हमला करवाया था। मगर इस बार पुलिस सतर्क थी। पुलिस पहले ही कुत्तों को शांत करवाने के लिए अपने साथ मांस लेकर गई थी। उन्होंने बताया कि चिट्टा रखने के जुर्म में पुलिस ने उमा के अलावा उसके बेटे और पंजाब के रहने वाले भतीजे को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों को कोर्ट ने 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। 2006 में 28 ग्राम स्मैक के साथ पकड़ी गई SP ने बताया कि उमा पर पहले भी 6 और उसके बेटे पर 4 मामले चिट्टा तस्करी के मामले दर्ज हैं। अब आरोपियों की संपत्ति को भी अटैच किया जा रहा है। उमा के पास पहले 2006 में 28 ग्राम स्मैक, 2011 में 5 ग्राम, 2019 में 2 ग्राम, 2021 में 144 ग्राम चिट्टा और 2023 में 13 ग्राम चिट्टा मिला था। तल्याहड़ में एक परिवार के 4 आरोपी गिरफ्तार इसके अलावा पुलिस ने मंडी के तल्याहड़ क्षेत्र में भी एक छापेमारी की, जिसमें एक परिवार के 4 सदस्यों को 20 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया गया। औट थाना की टीम ने चरस की सप्लाई के मामले में दो आरोपियों को 467 ग्राम चरस के साथ पकड़ा, जो कुल्लू से पंजाब की ओर जा रहे थे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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मंडी सीट से लोकसभा चुनाव जीतने वाली कंगना रनोट को 6 जून को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मार दिया। कंगना चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थीं। तभी एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चेक के दौरान महिला कॉन्स्टेबल के साथ बहस हुई और उसने थप्पड़ मार दिया। महिला कॉन्स्टेबल का उसी वक्त एक वीडियो सामने आया जिसमें वो कह रही है, ‘कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी।’ कंगना का आरोप- महिला जवान ने मुझे गालियां दीं
इसके बाद कंगना ने एक वीडियो शेयर किया था। उन्होंने कहा, ‘मैं सेफ हूं। आज चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर मेरे साथ हादसा हो गया। एयरपोर्ट पर एक महिला जवान ने मुझे गालियां देनी शुरू कर दीं। उसने बताया कि वो किसान आंदोलन की सपोर्टर है। उसने साइड से आकर मुझे चेहरे पर हिट कर दिया। मैं तो सुरक्षित हूं, लेकिन मेरी चिंता पंजाब में बढ़ रहे उग्रवाद और आतंकवाद को लेकर है। इसे कैसे भी करके हैंडल करना पड़ेगा।’ वह मामला, जिसकी वजह से कंगना को थप्पड़ मारा
दिल्ली में किसान आंदोलन के वक्त कंगना ने 27 नवंबर 2020 को एक सोशल मीडिया पोस्ट की। जिसमें कंगना रनोट ने रात 10 बजे एक महिला का फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई यह महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी, जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। कंगना ने जिस महिला की तस्वीर पोस्ट की, वह पंजाब में मानसा की किसान मोहिंदर कौर थीं। कंगना को बिलकिस बानो और मोहिंदर कौर को पहचानने में गलती हुई। हालांकि, कंगना ने बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन तब तक इसके स्क्रीनशॉट वायरल हो चुके थे। इसके बाद किसान मोहिंदर कौर ने कोर्ट में भी मानहानि का केस कर दिया। जिसकी सुनवाई चल रही है। कंगना रनोट की सोशल मीडिया पोस्ट… कंगना रनोट को थप्पड़ मारने वाली कुलविंदर कौर कौन हैं?
कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर पंजाब के कपूरथला की रहने वाली हैं। कुलविंदर कौर की शादी लगभग 6 साल पहले जम्मू में हुई थी। उनके पति भी CISF में हैं। कुलविंदर के 2 बच्चे हैं। 6 से 7 साल की बेटी और बेटा 5 से 6 साल का है। ढाई साल से वे चंडीगढ़ में तैनात थीं। कुलविंदर के बड़े भाई शेर सिंह ने कहा कि हमें पता चला कि सिक्योरिटी को लेकर यह घटना घटी है। कुलविंदर की स्कैनर पर ड्यूटी थी, जहां बैग, पर्स, मोबाइल चेक होते हैं। यहां कंगना ने बोला कि वे MP हैं। कुलविंदर का जवाब था, हम जानते हैं। इसे लेकर दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं हुई है। हमें पता है, कंगना बहुत उल्टे-सीधे जवाब देती रही हैं। हमारी मां-बहनों को टके और दिहाड़ी पर आने वाली बोलती रही हैं। जबकि, हम सारे देश की लड़ाई लड़ रहे हैं। जो घटना हुई, उसमें तल्खी होना स्वाभाविक है। जो बयान कंगना देती रही हैं, ऐसी तल्खी में जो उनकी बहन ने किया, परिवार उसके साथ है।