मंडी में PMVY के तहत कार्यक्रम:सांसद कंगना रनौत ने लाभार्थियों को दिया प्रमाण पत्र; बोली- रसोइया को योजना में शामिल करने का देंगे सुझाव

मंडी में PMVY के तहत कार्यक्रम:सांसद कंगना रनौत ने लाभार्थियों को दिया प्रमाण पत्र; बोली- रसोइया को योजना में शामिल करने का देंगे सुझाव

मंडी जिले में ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सांसद कंगना रनौत व राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी ने शिरकत की। कार्यक्रम के दौरान सांसद कंगना ने योजना के तहत लाभान्वित लोगों को प्रमाण पत्र और ऋण जारी किया। इस दौरान कंगना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2023 को 13 हजार करोड़ रुपए के बजट के साथ ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ की शुरुआत की थी। योजना का उद्देश्य देश के शिल्पकारों को आर्थिक मदद मुहैया कर उनकी स्थिति में व्यापक सुधार करना है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत लाभार्थियों को लाखों रुपए का लाभ मिलता है। सांसद कंगना ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बहुत सी कलाएं हैं। जिनमें से चंबा रुमाल ,कांगड़ा पेंटिंग इत्यादि शामिल है। उन्होंने कहा कि यहां के बोटी भी अच्छा खाना बनाते हैं। उनको भी इस योजना में शामिल करने का सुझाव दिया जाएगा। इस सुझाव को संसद तक ले जाया जाएगा। कंगना रनौत ने कहा कि भारत में कुछ ऐसी भी प्राचीन धरोहरें है, जिसको पूरा विश्व मानता है। उन्होंने कहा कि शिल्पकारों ने कई त्रासदियों को सहा है। उन्होंने कहा कि मुगलों और अंग्रेजों के समय में शिल्पकारों के हाथ काट दिए जाते थे, उंगलियां काट दी जाती थी। मंडी जिले में ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सांसद कंगना रनौत व राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी ने शिरकत की। कार्यक्रम के दौरान सांसद कंगना ने योजना के तहत लाभान्वित लोगों को प्रमाण पत्र और ऋण जारी किया। इस दौरान कंगना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2023 को 13 हजार करोड़ रुपए के बजट के साथ ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ की शुरुआत की थी। योजना का उद्देश्य देश के शिल्पकारों को आर्थिक मदद मुहैया कर उनकी स्थिति में व्यापक सुधार करना है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत लाभार्थियों को लाखों रुपए का लाभ मिलता है। सांसद कंगना ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बहुत सी कलाएं हैं। जिनमें से चंबा रुमाल ,कांगड़ा पेंटिंग इत्यादि शामिल है। उन्होंने कहा कि यहां के बोटी भी अच्छा खाना बनाते हैं। उनको भी इस योजना में शामिल करने का सुझाव दिया जाएगा। इस सुझाव को संसद तक ले जाया जाएगा। कंगना रनौत ने कहा कि भारत में कुछ ऐसी भी प्राचीन धरोहरें है, जिसको पूरा विश्व मानता है। उन्होंने कहा कि शिल्पकारों ने कई त्रासदियों को सहा है। उन्होंने कहा कि मुगलों और अंग्रेजों के समय में शिल्पकारों के हाथ काट दिए जाते थे, उंगलियां काट दी जाती थी।   हिमाचल | दैनिक भास्कर