‘मंत्री आशीष पटेल के विभाग ने 25-25 लाख वसूले’:राज्यपाल से बोलीं सपा विधायक पल्लवी पटेल, कहा- SIT से जांच कराई जाए

‘मंत्री आशीष पटेल के विभाग ने 25-25 लाख वसूले’:राज्यपाल से बोलीं सपा विधायक पल्लवी पटेल, कहा- SIT से जांच कराई जाए

योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल के खिलाफ उनकी ही साली पल्लवी पटेल ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से शिकायत की है। बुधवार को सिराथू से सपा विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने इसी सिलसिले में राज्यपाल से मुलाकात की। मंत्री आशीष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT जांच की भी मांग की है। पल्लवी पटेल ने कहा, प्राविधिक शिक्षा विभाग में लेक्चरर्स (प्रवक्ता) को नियम के खिलाफ प्रमोट कर विभागाध्यक्ष बनाया गया। एक-एक प्रवक्ता से 25-25 लाख रुपए की रिश्वत ली गई है। उन्होंने राज्यपाल से 9 दिसंबर, 2024 को जारी प्रमोशन का आदेश भी निरस्त करने की मांग की। दो दिन पहले पूर्व DIG अमिताभ ठाकुर ने लोकायुक्त के समक्ष आशीष पटेल की शिकायत कर जांच की मांग की थी। आशीष पटेल अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं। अब आगे क्या होगा? मंत्री आशीष पटेल ने कहा- मुझे कुछ हुआ तो STF जिम्मेदार आशीष पटेल बीते एक महीने से अपनी ही सरकार पर हमलावर हैं। पटेल ने मंगलवार को X पर पोस्ट कर लिखा- यदि सामाजिक न्याय की लड़ाई में मुझे कुछ हुआ तो इसके लिए UP STF जिम्मेदार होगी। पटेल ने सूचना विभाग पर भी गंभीर आरोप लगाए। साथ ही 4 दस्तावेज भी पोस्ट किए। आशीष ने कहा, सरदार पटेल का वंशज हूं, डरने वाला नहीं, लड़ने वाला हूं। हूबहू आशीष पटेल की पूरी पोस्ट पढ़िए… उत्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारी और तत्कालीन प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा एम देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की संस्तुति और शीर्ष स्तर पर सहमति के आधार पर हुई पदोन्नति के बावजूद राजनीतिक चरित्र हनन के लिए लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है। उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग को झूठ, फरेब एवं मीडिया ट्रायल का यह खेल आगे बढ़कर बन्द कराना चाहिए। यदि यह विभागीय पदोन्नति गलत है तो सूचना विभाग की तरफ से स्पष्टीकरण देना चाहिए। मैंने पहले भी कहा है और एक बार फिर कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री यदि उचित समझें तो बार-बार के मीडिया ट्रायल, झूठ और फरेब के जरिए किए जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर स्थायी विराम के लिए बतौर मंत्री मेरे द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं। इतना ही नहीं मैं तो यहां तक कहता हूं कि लगे हाथ अगर उचित समझा जाए तो स्वयं मेरी तथा मेरी पत्नी और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री माननीय अनुप्रिया पटेल के सांसद-विधान परिषद सदस्य बनने के बाद अर्जित की गई संपत्ति की भी जांच करा ली जाए। पर्दे के पीछे सामाजिक न्याय की आवाज को कुचलने का खेल जारी है। वास्तव में पदोन्नति के इस मामले में कुछ लोगों के कलेजे में कांटा लगने का कारण उन ओबीसी और वंचित वर्ग को लाभ मिलना है, जिनके अधिकारों की सालों से हकमारी की जा रही थी। पोस्ट के साथ पदोन्नति की वर्ग-वार सूची देंखेंगे तो इसका अंदाजा हो जाएगा। ऐसे लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि इनके कलेजे में भविष्य में भी कांटा चुभता रहेगा। वह इसलिए कि इन झूठे तथ्यों, अफवाहों और मीडिया ट्रायल से अपना दल (एस) की सामाजिक न्याय की लड़ाई बंद नहीं होने वाली। हम अब पहले से भी अधिक शक्ति के साथ सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करते रहेंगे। मैंने पहले भी कहा है कि लौह पुरुष सरदार पटेल का वंशज आशीष पटेल डरने वालों में नहीं, बल्कि लड़ने वालों में से है। अपने शुभचिंतकों के लिए एक विशेष बात कि यदि सामाजिक न्याय की इस जंग में मेरे साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र/ दुर्घटना हुई तो इसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स की होगी। आशीष पटेल ने 4 दस्तावेज जारी किए 16 दिसंबर को आशीष पटेल ने दी थी इस्तीफे की धमकी आशीष पटेल ने 16 दिसंबर को इस्तीफे की धमकी दी थी। कहा था- मेरी राजनीतिक हत्या कराने की साजिश हो रही है। सीएम आरोपों की CBI से जांच करा लें। पीएम मोदी जिस दिन आदेश करेंगे, मैं एक सेकेंड में इस्तीफा दे दूंगा। रात साढ़े 11 बजे X पर 3 पोस्ट किए- क्या है पूरा मामला- ——————————- ये खबर भी पढ़ें- राहुल-अखिलेश के रास्ते पर अनुप्रिया पटेल:लखनऊ में बोलीं- जाति जनगणना कराई जाए; एनडीए की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने जाति जनगणना की मांग की है। राहुल गांधी और अखिलेश यादव पहले ही जाति जनगणना की मांग करके भाजपा को घेर रहे हैं। इस तरह अब अनुप्रिया भी राहुल-अखिलेश की राह पर चल पड़ी हैं। इससे भाजपा की मुसीबत बढ़ सकती है। पढ़ें पूरी खबर योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल के खिलाफ उनकी ही साली पल्लवी पटेल ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से शिकायत की है। बुधवार को सिराथू से सपा विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने इसी सिलसिले में राज्यपाल से मुलाकात की। मंत्री आशीष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT जांच की भी मांग की है। पल्लवी पटेल ने कहा, प्राविधिक शिक्षा विभाग में लेक्चरर्स (प्रवक्ता) को नियम के खिलाफ प्रमोट कर विभागाध्यक्ष बनाया गया। एक-एक प्रवक्ता से 25-25 लाख रुपए की रिश्वत ली गई है। उन्होंने राज्यपाल से 9 दिसंबर, 2024 को जारी प्रमोशन का आदेश भी निरस्त करने की मांग की। दो दिन पहले पूर्व DIG अमिताभ ठाकुर ने लोकायुक्त के समक्ष आशीष पटेल की शिकायत कर जांच की मांग की थी। आशीष पटेल अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं। अब आगे क्या होगा? मंत्री आशीष पटेल ने कहा- मुझे कुछ हुआ तो STF जिम्मेदार आशीष पटेल बीते एक महीने से अपनी ही सरकार पर हमलावर हैं। पटेल ने मंगलवार को X पर पोस्ट कर लिखा- यदि सामाजिक न्याय की लड़ाई में मुझे कुछ हुआ तो इसके लिए UP STF जिम्मेदार होगी। पटेल ने सूचना विभाग पर भी गंभीर आरोप लगाए। साथ ही 4 दस्तावेज भी पोस्ट किए। आशीष ने कहा, सरदार पटेल का वंशज हूं, डरने वाला नहीं, लड़ने वाला हूं। हूबहू आशीष पटेल की पूरी पोस्ट पढ़िए… उत्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारी और तत्कालीन प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा एम देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की संस्तुति और शीर्ष स्तर पर सहमति के आधार पर हुई पदोन्नति के बावजूद राजनीतिक चरित्र हनन के लिए लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है। उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग को झूठ, फरेब एवं मीडिया ट्रायल का यह खेल आगे बढ़कर बन्द कराना चाहिए। यदि यह विभागीय पदोन्नति गलत है तो सूचना विभाग की तरफ से स्पष्टीकरण देना चाहिए। मैंने पहले भी कहा है और एक बार फिर कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री यदि उचित समझें तो बार-बार के मीडिया ट्रायल, झूठ और फरेब के जरिए किए जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर स्थायी विराम के लिए बतौर मंत्री मेरे द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं। इतना ही नहीं मैं तो यहां तक कहता हूं कि लगे हाथ अगर उचित समझा जाए तो स्वयं मेरी तथा मेरी पत्नी और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री माननीय अनुप्रिया पटेल के सांसद-विधान परिषद सदस्य बनने के बाद अर्जित की गई संपत्ति की भी जांच करा ली जाए। पर्दे के पीछे सामाजिक न्याय की आवाज को कुचलने का खेल जारी है। वास्तव में पदोन्नति के इस मामले में कुछ लोगों के कलेजे में कांटा लगने का कारण उन ओबीसी और वंचित वर्ग को लाभ मिलना है, जिनके अधिकारों की सालों से हकमारी की जा रही थी। पोस्ट के साथ पदोन्नति की वर्ग-वार सूची देंखेंगे तो इसका अंदाजा हो जाएगा। ऐसे लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि इनके कलेजे में भविष्य में भी कांटा चुभता रहेगा। वह इसलिए कि इन झूठे तथ्यों, अफवाहों और मीडिया ट्रायल से अपना दल (एस) की सामाजिक न्याय की लड़ाई बंद नहीं होने वाली। हम अब पहले से भी अधिक शक्ति के साथ सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करते रहेंगे। मैंने पहले भी कहा है कि लौह पुरुष सरदार पटेल का वंशज आशीष पटेल डरने वालों में नहीं, बल्कि लड़ने वालों में से है। अपने शुभचिंतकों के लिए एक विशेष बात कि यदि सामाजिक न्याय की इस जंग में मेरे साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र/ दुर्घटना हुई तो इसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स की होगी। आशीष पटेल ने 4 दस्तावेज जारी किए 16 दिसंबर को आशीष पटेल ने दी थी इस्तीफे की धमकी आशीष पटेल ने 16 दिसंबर को इस्तीफे की धमकी दी थी। कहा था- मेरी राजनीतिक हत्या कराने की साजिश हो रही है। सीएम आरोपों की CBI से जांच करा लें। पीएम मोदी जिस दिन आदेश करेंगे, मैं एक सेकेंड में इस्तीफा दे दूंगा। रात साढ़े 11 बजे X पर 3 पोस्ट किए- क्या है पूरा मामला- ——————————- ये खबर भी पढ़ें- राहुल-अखिलेश के रास्ते पर अनुप्रिया पटेल:लखनऊ में बोलीं- जाति जनगणना कराई जाए; एनडीए की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने जाति जनगणना की मांग की है। राहुल गांधी और अखिलेश यादव पहले ही जाति जनगणना की मांग करके भाजपा को घेर रहे हैं। इस तरह अब अनुप्रिया भी राहुल-अखिलेश की राह पर चल पड़ी हैं। इससे भाजपा की मुसीबत बढ़ सकती है। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर