योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल के खिलाफ उनकी ही साली पल्लवी पटेल ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से शिकायत की है। बुधवार को सिराथू से सपा विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने इसी सिलसिले में राज्यपाल से मुलाकात की। मंत्री आशीष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT जांच की भी मांग की है। पल्लवी पटेल ने कहा, प्राविधिक शिक्षा विभाग में लेक्चरर्स (प्रवक्ता) को नियम के खिलाफ प्रमोट कर विभागाध्यक्ष बनाया गया। एक-एक प्रवक्ता से 25-25 लाख रुपए की रिश्वत ली गई है। उन्होंने राज्यपाल से 9 दिसंबर, 2024 को जारी प्रमोशन का आदेश भी निरस्त करने की मांग की। दो दिन पहले पूर्व DIG अमिताभ ठाकुर ने लोकायुक्त के समक्ष आशीष पटेल की शिकायत कर जांच की मांग की थी। आशीष पटेल अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं। अब आगे क्या होगा? मंत्री आशीष पटेल ने कहा- मुझे कुछ हुआ तो STF जिम्मेदार आशीष पटेल बीते एक महीने से अपनी ही सरकार पर हमलावर हैं। पटेल ने मंगलवार को X पर पोस्ट कर लिखा- यदि सामाजिक न्याय की लड़ाई में मुझे कुछ हुआ तो इसके लिए UP STF जिम्मेदार होगी। पटेल ने सूचना विभाग पर भी गंभीर आरोप लगाए। साथ ही 4 दस्तावेज भी पोस्ट किए। आशीष ने कहा, सरदार पटेल का वंशज हूं, डरने वाला नहीं, लड़ने वाला हूं। हूबहू आशीष पटेल की पूरी पोस्ट पढ़िए… उत्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारी और तत्कालीन प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा एम देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की संस्तुति और शीर्ष स्तर पर सहमति के आधार पर हुई पदोन्नति के बावजूद राजनीतिक चरित्र हनन के लिए लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है। उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग को झूठ, फरेब एवं मीडिया ट्रायल का यह खेल आगे बढ़कर बन्द कराना चाहिए। यदि यह विभागीय पदोन्नति गलत है तो सूचना विभाग की तरफ से स्पष्टीकरण देना चाहिए। मैंने पहले भी कहा है और एक बार फिर कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री यदि उचित समझें तो बार-बार के मीडिया ट्रायल, झूठ और फरेब के जरिए किए जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर स्थायी विराम के लिए बतौर मंत्री मेरे द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं। इतना ही नहीं मैं तो यहां तक कहता हूं कि लगे हाथ अगर उचित समझा जाए तो स्वयं मेरी तथा मेरी पत्नी और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री माननीय अनुप्रिया पटेल के सांसद-विधान परिषद सदस्य बनने के बाद अर्जित की गई संपत्ति की भी जांच करा ली जाए। पर्दे के पीछे सामाजिक न्याय की आवाज को कुचलने का खेल जारी है। वास्तव में पदोन्नति के इस मामले में कुछ लोगों के कलेजे में कांटा लगने का कारण उन ओबीसी और वंचित वर्ग को लाभ मिलना है, जिनके अधिकारों की सालों से हकमारी की जा रही थी। पोस्ट के साथ पदोन्नति की वर्ग-वार सूची देंखेंगे तो इसका अंदाजा हो जाएगा। ऐसे लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि इनके कलेजे में भविष्य में भी कांटा चुभता रहेगा। वह इसलिए कि इन झूठे तथ्यों, अफवाहों और मीडिया ट्रायल से अपना दल (एस) की सामाजिक न्याय की लड़ाई बंद नहीं होने वाली। हम अब पहले से भी अधिक शक्ति के साथ सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करते रहेंगे। मैंने पहले भी कहा है कि लौह पुरुष सरदार पटेल का वंशज आशीष पटेल डरने वालों में नहीं, बल्कि लड़ने वालों में से है। अपने शुभचिंतकों के लिए एक विशेष बात कि यदि सामाजिक न्याय की इस जंग में मेरे साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र/ दुर्घटना हुई तो इसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स की होगी। आशीष पटेल ने 4 दस्तावेज जारी किए 16 दिसंबर को आशीष पटेल ने दी थी इस्तीफे की धमकी आशीष पटेल ने 16 दिसंबर को इस्तीफे की धमकी दी थी। कहा था- मेरी राजनीतिक हत्या कराने की साजिश हो रही है। सीएम आरोपों की CBI से जांच करा लें। पीएम मोदी जिस दिन आदेश करेंगे, मैं एक सेकेंड में इस्तीफा दे दूंगा। रात साढ़े 11 बजे X पर 3 पोस्ट किए- क्या है पूरा मामला- ——————————- ये खबर भी पढ़ें- राहुल-अखिलेश के रास्ते पर अनुप्रिया पटेल:लखनऊ में बोलीं- जाति जनगणना कराई जाए; एनडीए की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने जाति जनगणना की मांग की है। राहुल गांधी और अखिलेश यादव पहले ही जाति जनगणना की मांग करके भाजपा को घेर रहे हैं। इस तरह अब अनुप्रिया भी राहुल-अखिलेश की राह पर चल पड़ी हैं। इससे भाजपा की मुसीबत बढ़ सकती है। पढ़ें पूरी खबर योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल के खिलाफ उनकी ही साली पल्लवी पटेल ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से शिकायत की है। बुधवार को सिराथू से सपा विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने इसी सिलसिले में राज्यपाल से मुलाकात की। मंत्री आशीष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT जांच की भी मांग की है। पल्लवी पटेल ने कहा, प्राविधिक शिक्षा विभाग में लेक्चरर्स (प्रवक्ता) को नियम के खिलाफ प्रमोट कर विभागाध्यक्ष बनाया गया। एक-एक प्रवक्ता से 25-25 लाख रुपए की रिश्वत ली गई है। उन्होंने राज्यपाल से 9 दिसंबर, 2024 को जारी प्रमोशन का आदेश भी निरस्त करने की मांग की। दो दिन पहले पूर्व DIG अमिताभ ठाकुर ने लोकायुक्त के समक्ष आशीष पटेल की शिकायत कर जांच की मांग की थी। आशीष पटेल अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं। अब आगे क्या होगा? मंत्री आशीष पटेल ने कहा- मुझे कुछ हुआ तो STF जिम्मेदार आशीष पटेल बीते एक महीने से अपनी ही सरकार पर हमलावर हैं। पटेल ने मंगलवार को X पर पोस्ट कर लिखा- यदि सामाजिक न्याय की लड़ाई में मुझे कुछ हुआ तो इसके लिए UP STF जिम्मेदार होगी। पटेल ने सूचना विभाग पर भी गंभीर आरोप लगाए। साथ ही 4 दस्तावेज भी पोस्ट किए। आशीष ने कहा, सरदार पटेल का वंशज हूं, डरने वाला नहीं, लड़ने वाला हूं। हूबहू आशीष पटेल की पूरी पोस्ट पढ़िए… उत्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारी और तत्कालीन प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा एम देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की संस्तुति और शीर्ष स्तर पर सहमति के आधार पर हुई पदोन्नति के बावजूद राजनीतिक चरित्र हनन के लिए लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है। उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग को झूठ, फरेब एवं मीडिया ट्रायल का यह खेल आगे बढ़कर बन्द कराना चाहिए। यदि यह विभागीय पदोन्नति गलत है तो सूचना विभाग की तरफ से स्पष्टीकरण देना चाहिए। मैंने पहले भी कहा है और एक बार फिर कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री यदि उचित समझें तो बार-बार के मीडिया ट्रायल, झूठ और फरेब के जरिए किए जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर स्थायी विराम के लिए बतौर मंत्री मेरे द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं। इतना ही नहीं मैं तो यहां तक कहता हूं कि लगे हाथ अगर उचित समझा जाए तो स्वयं मेरी तथा मेरी पत्नी और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री माननीय अनुप्रिया पटेल के सांसद-विधान परिषद सदस्य बनने के बाद अर्जित की गई संपत्ति की भी जांच करा ली जाए। पर्दे के पीछे सामाजिक न्याय की आवाज को कुचलने का खेल जारी है। वास्तव में पदोन्नति के इस मामले में कुछ लोगों के कलेजे में कांटा लगने का कारण उन ओबीसी और वंचित वर्ग को लाभ मिलना है, जिनके अधिकारों की सालों से हकमारी की जा रही थी। पोस्ट के साथ पदोन्नति की वर्ग-वार सूची देंखेंगे तो इसका अंदाजा हो जाएगा। ऐसे लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि इनके कलेजे में भविष्य में भी कांटा चुभता रहेगा। वह इसलिए कि इन झूठे तथ्यों, अफवाहों और मीडिया ट्रायल से अपना दल (एस) की सामाजिक न्याय की लड़ाई बंद नहीं होने वाली। हम अब पहले से भी अधिक शक्ति के साथ सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करते रहेंगे। मैंने पहले भी कहा है कि लौह पुरुष सरदार पटेल का वंशज आशीष पटेल डरने वालों में नहीं, बल्कि लड़ने वालों में से है। अपने शुभचिंतकों के लिए एक विशेष बात कि यदि सामाजिक न्याय की इस जंग में मेरे साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र/ दुर्घटना हुई तो इसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स की होगी। आशीष पटेल ने 4 दस्तावेज जारी किए 16 दिसंबर को आशीष पटेल ने दी थी इस्तीफे की धमकी आशीष पटेल ने 16 दिसंबर को इस्तीफे की धमकी दी थी। कहा था- मेरी राजनीतिक हत्या कराने की साजिश हो रही है। सीएम आरोपों की CBI से जांच करा लें। पीएम मोदी जिस दिन आदेश करेंगे, मैं एक सेकेंड में इस्तीफा दे दूंगा। रात साढ़े 11 बजे X पर 3 पोस्ट किए- क्या है पूरा मामला- ——————————- ये खबर भी पढ़ें- राहुल-अखिलेश के रास्ते पर अनुप्रिया पटेल:लखनऊ में बोलीं- जाति जनगणना कराई जाए; एनडीए की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने जाति जनगणना की मांग की है। राहुल गांधी और अखिलेश यादव पहले ही जाति जनगणना की मांग करके भाजपा को घेर रहे हैं। इस तरह अब अनुप्रिया भी राहुल-अखिलेश की राह पर चल पड़ी हैं। इससे भाजपा की मुसीबत बढ़ सकती है। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में बदमाशों का खौफ, हिसार में मार्केट बंद:4 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, अनाजमंडी और ऑटो मार्केट बंद रहेगी
हरियाणा में बदमाशों का खौफ, हिसार में मार्केट बंद:4 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, अनाजमंडी और ऑटो मार्केट बंद रहेगी हरियाणा में बदमाशा बेखौफ हो गए हैं। खासकर हिसार में एक के बाद एक व्यापारियों को डराया और धमकाया जा रहा है। विदेशी नंबरों से धमकी भरे कॉल आ रहे हैं। जहां सरकार ने एक्शन लेते हुए हिसार एसपी मोहित हांडा का ट्रांसफर कर दिया वहीं घटना के 4 दिन बीत जाने के बाद भी हिसार पुलिस आरोपितों तक नहीं पहुंच पाई है। इसी के चलते ऑटो मार्केट के व्यापार आज दुकानें बंद कर विरोध जताएंगे। व्यापारी नेता बजरंग दास गर्ग के नेतृत्व में व्यापारी दुकान नंबर 28 के सामने प्रदर्शन करेंगे और हरियाणा सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करेंगे। वहीं घटना के बाद से ही पुलिस ऑटो मार्केट में मुस्तैद दिखाई दे रही है। पुलिस ने जिले भर में नाकों को एक्टिव कर दिया और 20 अतिरिक्त नाके लगाए गए हैं। इन नाकों पर दो-दो शिफ्ट में पुलिस 24 घंटे तैनात रहेगी। पुलिस की ओर से सिरसा चुंगी, सेक्टर 33, बरवाला चुंगी, नाका रायपुर रोड, मिर्जापुर चौक, एटीएम थाना चौक पर, शिव कालोनी फाटक, पटेल नगर, तोशाम रोड पर आधार अस्पताल के पास , बालसमंद चौक, राजगढ़ रोड, कैमरी रोड, भानू चौक, निरंकारी भवन चौक, जिंदल चौक, सुरेवाला चौक, पड़ाव चौक पर नाकाबंदी की गई है। महेंद्रा शोरूम पर सोमवार की थी फायरिंग
हिसार में पहली घटना सोमवार को हुई थी। नई ऑटो मार्केट में इनेलो नेता राम भगत गुप्ता के महेंद्रा शोरूम पर बदमाशों ने 30 राउंड फायर कर 5 करोड़ की फिरौती मांगी थी। बदमाश खुले आम पुलिस को चुनौती देते हुए हवाई फायर कर और शोरूम पर फायरिंग करके गए थे मगर आरोपितों की पहचान हो जाने के बाद भी पुलिस आरेपितों को नहीं पकड़ पाई है। इसके बाद मंगलवार रात को हिसार की ऑटो मार्केट के भीम ऑटो मोबाईल के मालिक से दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई है। दुकान मालिक ने बताया कि “उनके पास सोमवार रात 9 बजे एक वाइस कॉल आई। मैंने फोन पर बात की तो उसने कहा मैं बोल रहा हूं। अभी महेंद्रा एजेंसी पर गोली चली थी। भाई तू भी 2 करोड़ रुपये तैयार कर ले। एक हफ्ते का समय है। इसके बाद ऑटो मार्केट में ही गोयल तिरपाल हाउस संचालक से 2 करोड़ की रंगदारी मांगी गई। इन तीनों मामलों के बाद ऑटो मार्केट के व्यापारी खफा हैं। नंबर ब्लैक लिस्ट में डाला तो दूसरे नंबर पर आडिया मैसेज भेजा
तिरपाल व्यापारी मनीष गोयल उर्फ मोनी ने बताया कि वो मंगलवार को अमृतसर गए हुए थे। पहले विदेशी नंबर से उनके बेटे के पास काल की। कई बार काल आने के उनके बेटे ने नंबर को ब्लॉक कर दिया। इसके बाद उनके पास दो काल आई। बात नहीं हो पाई तो वाइस मैसेज भेज दिया। मैसेज सुनकर वो भी एक दम सहम गया। बुधवार को अपने भाइयों को घटना के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस को सूचित किया। वीरवार को डीएसपी सत्यपाल सिंह यादव आए थे। उन्होंने आश्वासन दिया है की धमकी देने वाले जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। सुरक्षा के लिए एक पुलिस कर्मी तैनात किया गया है। राजीव जैन और पूर्व मेयर ने की कारोबारियों से मुलाकात
मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार एवं उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजीव जैन ने पीड़ितों से मुलाकात की। उनके साथ पूर्व मेयर गौतम सरदाना भी मौजूद रहे। जैन ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर से फोन पर बातचीत करवाकर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही सारे मामले को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह से मिलेंगे। प्रदेश के व्यापारी को सुरक्षित वातावरण देने और अपनी सुरक्षा के लिए प्राथमिकता के आधार पर हथियार के लाइसेंस जारी करने का आग्रह करेंगे। राजीव जैन वीरवार को पूर्व मेयर गौतम सरदाना,आढ़ती एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष राम अवतार तायल और वैश्य महासम्मेलन हिसार के महासचिव वीरेंद्र गुप्ता के साथ सुप्रीम आटो मोबाइल के मालिक संजय गुप्ता से हुई गोलीबारी की घटना की जानकारी ली। आटो मार्केट के तीन फेज में 30 हजार लोग करते हैं काम
1970 के दशक से बनी आटो मार्केट में कारोबारियों की एक नई बल्कि कई पीढ़ियों अपना व्यापार चला रही है। इस मार्केट में 1300 से ज्यादा दुकानें हैं, जिनमें साइकिल से लेकर कार, बस, बाइक ट्रक समेत हर वाहन का काम किया जाता है। यहां पर करीब 15 हजार लोग काम करते हैं। मार्केट का करीब 5 करोड़ का रोजाना का कारोबार है। इतना ही नहीं इस मार्केट में हरियाणा ही नहीं दूसरे राज्यों से भी ट्रक समेत अन्य वाहन काम के लिए आते हैं। इनमें पंजाब,राजस्थान, हिमाचल, उत्तरप्रदेश और दिल्ली शामिल हैं। ऐसे में एक दिन मार्केट बंद होने से व्यापारी और आमजन दोनों को नुकसान होगा। आज बंद करेंगे ऑटो मार्केट व अनाज मंडी
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा आटो मार्केट व शहर में व्यापारियों के साथ अनेकों जगह मीटिंग लेने के बाद पैदल मार्च निकाला गया। 28 जून को पूरी तरह आटो मार्केट व नई अनाज मंडी बंद करने का आह्वान किया। बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा में लगातार फिरौती, लूटपाट की वारदातें होना बहुत बड़ा चिंता का विषय है। हरियाणा में लगातार अपराध बढ़ने के कारण प्रदेश का व्यापारी व आम जनता अपनी जान माल की सुरक्षा के लिए भारी चिंतित है। सरकार अपराध पर अंकुश लगाने व अपराधियों को पकड़ने में पूरी तरह से विफल सिद्ध हुई है इसलिए अपराधियों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं। जब तक सरकार अपराधियों का पक्का चीरा नहीं लगाएगी तब तक अपराध पर अंकुश लगाना बड़ा भारी मुश्किल है।
यूपी की इस सीट पर आज तक नहीं दौड़ी अखिलेश की साइकिल, जानें उपचुनाव में क्या है समीकरण
यूपी की इस सीट पर आज तक नहीं दौड़ी अखिलेश की साइकिल, जानें उपचुनाव में क्या है समीकरण <p style=”text-align: justify;”><strong>Khair Bypoll Election 2024:</strong> उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर अगले माह 13 नवंबर को उपचुनाव है. इनमें अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट भी शामिल है. खैर सीट पर प्रशासन ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. दूसरी तरफ सियासी दल और प्रत्याशी मतदाताओं को साधने के लिए जोरशोर से सियासी दाव पेंच आजमाते नजर आ रहे हैं. इस सीट पर समाजवादी पार्टी को अभी तक जीत नहीं मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>खैर सीट पर नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. यहां पर सबसे पहले आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी नितिन कुमार चोटेल ने नामांकन दाखिल किया था. सपा, बीएसपी, बीजेपी और आजाद समाज पार्टी ने जातीय समीकरणों को साधने के लिए मजबूत प्रत्याशी चुनावी रण में उतारे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खैर से कौन-कौन है प्रत्याशी?</strong><br />बीएसपी ने खैर उपचुनाव में इस बार डॉक्टर पहल सिंह को प्रत्याशी बनाया है. दूसरी तरफ उसकी प्रतिद्वंद्वी आजाद समाज पार्टी ने नितिन कुमार चोटेल को प्रत्याशी बनाया है. इंडिया गठबंधन से समाजवादी पार्टी के टिकट पर डॉ चारु केन अपनी किस्मत आजमा रही हैं, जबकि सत्तारुढ़ बीजेपी से सुरेंद्र दिलेर चुनावी रण में उतरे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जातीय समीकरण साधने में जुटे दल</strong><br />ASP की रणनीति में दलित वोटरों को साधने की रणनीति दिखती है, इसकी वजह है खैर में दलित वोटरों का खासा प्रभाव. ASP के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद अगर यहां अपनी पकड़ मजबूत करते हैं, तो यह चुनावी मुकाबला किसी भी ओर मुड़ सकता है. नितिन कुमार चोटेल ने इस दिशा में अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं बहुजन समाज पार्टी की ओर से डॉक्टर पहल ने 2022 विधानसभा चुनाव में मिली सफलता को दोहराने के लिए अपने चुनाव प्रचार को और भी मजबूती से साधना शुरू कर दिया है. बीएसपी पिछले विधानसभा चुनाव में खैर सीट पर दूसरे नंबर पर रही थी और यह उपचुनाव में उसे एक मजबूत आधार देता है. मायावती के समर्थन के साथ, डॉक्टर पहल ‘सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय’ के नारे पर जोर देते हुए वोटरों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>खैर सीट से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार चारु केन कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. चारु के फैमिली का लंबा सियासी इतिहास रहा है. वह यहां के जाट और दलित वोट बैंक को साधने में लगी है. चारु केन एससी समाज से आती हैं, जबकि उनके पति जाट समाज से आते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चारु केन की एससी और जाट मतदाताओं के बीच अच्छी पैठ है, इस बार भी दोनों समाज से उन्हें बड़ी उम्मीद है. समाजवादी पार्टी को बीते लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र से अच्छा खासा वोट मिला था, जो चारु केन और उनके दल के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी किला बचाने में जुटी</strong><br />खैर सीट पर बीजेपी के दबदबे को कम करके नहीं आंका जा सकता है. इस सीट पर बीजेपी के अनूप वाल्मिकी साल 2012 से लगातार जीत रहे हैं. बीते <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में अनूप वाल्मिकी के हाथरस से सांसद निर्वाचित होने पर खैर सीट खाली हो गई थी.अब भारतीय जनता पार्टी ने सुरेंद्र दिलेर को चुनावी मैदान में उतार कर यहां के उपचुनाव को दिलचस्प बना दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सुरेंद्र दिलेर के दादा और पिता ने खैर क्षेत्र में एक खास पहचान बनाई थी, जिससे उन्हें सहानुभूति वोट भी मिल सकता है. इस सीट पर बीजेपी के दबदबे को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> और अन्य वरिष्ठ नेताओं के प्रचार से पार्टी का पक्ष मजबूत होता दिखाई दे रहा है. दूसरी तरफ अनूप वाल्मिकी का अपना वोट बैंक भी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सभी दलों ने झोंकी पूरी ताकत</strong><br />पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और आकाश आनंद के प्रचार के बिना बहुजन समाज पार्टी की चुनौती खैर में थोड़ी मांद पड़ती नजर आ रही है, लेकिन दलित और अन्य पिछड़े वर्गों में उसकी पुरानी पकड़ को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता. ASP, बीएसपी, सपा और बीजेपी इस चुनाव में पूरी ताकत झोंक रहे हैं, जिससे यह मुकाबला रोचक हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘मदरसों’ के बाद अब ‘मकतब’ भी ATS की रडार पर, सहारनपुर के 118 मकतब की इनकम पर है नजर” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-ats-start-investigating-income-sources-of-118-maktab-of-saharanpur-ann-2811582″ target=”_blank” rel=”noopener”>’मदरसों’ के बाद अब ‘मकतब’ भी ATS की रडार पर, सहारनपुर के 118 मकतब की इनकम पर है नजर</a></strong></p>
अमरवाड़ा में CMO की चप्पल से पिटाई, 9 लोगों पर FIR दर्ज, जानें पूरा मामला
अमरवाड़ा में CMO की चप्पल से पिटाई, 9 लोगों पर FIR दर्ज, जानें पूरा मामला <p style=”text-align: justify;”><strong> Chhindwara News:</strong> छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में नगर पालिका परिषद के सीएमओ पर नाराज पार्षदों ने चप्पल उठाई व सीएमओ से मारपीट भी की है. सीएमओ की शिकायत के बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अमरवाड़ा में लाडली बहना सम्मेलन और पट्टा वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम को लेकर वार्ड क्रमांक 6 की पार्षद दीपा सूर्यवंशी और वार्ड 4 की पार्षद संतोषी वंशकार ने उन्हें आमंत्रण न देने और कार्यक्रम में न बुलाने से आहत होकर हंगामा किया. इस दौरान महिला पार्षद और उनके पतियों ने जमकर प्रदर्शन भी किया. प्रदर्शनकारियों ने नगर पालिका सीएमओ रोशन सिंह बाथम के साथ गाली गलौज और अभद्रता भी की. इसके बाद सीएमओ बाथम ने थाने में प्रकरण दर्ज कराया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नौ के खिलाफ मामला दर्ज</strong><br />पुलिस के अनुसार सीएमओ की शिकायत के बाद नौ लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है. पुलिस के अनुसार दुर्गा वंशकार, मुकेश सूर्यवंशी, संतोषी वंशकार, दीपा सूर्यवंशी, सागर वंशकार, अमन वंशकार, रामजी वर्मा, दीपक चौधरी और लगी चौरसिया नेसीएमओ पर चप्पल उठाई और मारपीट कर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई. शिकायत पर इन सभी के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा डालने और मारपीट करने संबंधी धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पार्षदों ने कराई एफआईआर</strong><br />इधर वार्ड क्रमांक 4 की पार्षद संतोषी वंशकार और वार्ड क्रमांक 6 की पार्षद दीपा सूर्यवंशी ने भी थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि नगर पालिका अध्यक्ष, सीएमओ और उनके साथियों ने जाति सूचक शब्दों का उपयोग करके उनके साथ विवाद किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”क्या नाराज हैं MP के दो मंत्री? मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से दूरी बनाने पर कांग्रेस ने कसा तंज” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/bjp-cabinet-ministers-did-not-attend-cm-mohan-yadav-function-congress-targets-ann-2758859″ target=”_self”>क्या नाराज हैं MP के दो मंत्री? मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से दूरी बनाने पर कांग्रेस ने कसा तंज</a></strong></p>