कैबिनेट मंत्री नंदी की फ्लीट की कार ट्रैक्टर से टकरा गई। संत कबीर नगर के पास हादसा हुआ। दरअसल, गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण के 35वें स्थापना दिवस समारोह में CM योगी का कार्यक्रम था। मंत्री वहां गए थे। वहां से लौट रहे थे। कांटी चौकी के पास मंत्री की सुरक्षा में चल रही बोलेरो गाड़ी, जिसमें CRPF के जवान सवार थे। वो एक ट्रैक्टर से टकरा गई। हादसे में तीन जवान घायल हो गए।बोलेरो चालक नीरज को भी चोट आई। 3 तस्वीरें देखिए बस्ती में कराया प्राथमिक उपचार मंत्री नंद गोपाल नंदी घायल जवानों को अपनी गाड़ी में बैठाकर बस्ती के श्री कृष्ण मिशन हॉस्पिटल पहुंचे। यहां घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया। दो जवान के सिर और एक जवान के हाथ में चोट लगी है। सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी बस्ती और सीओ सिटी अस्पताल पहुंचे। यहां से घायलों को लेकर मेदांता लखनऊ के लिए रवाना हो गए।श् खबर अपडेट की जा रही है… कैबिनेट मंत्री नंदी की फ्लीट की कार ट्रैक्टर से टकरा गई। संत कबीर नगर के पास हादसा हुआ। दरअसल, गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण के 35वें स्थापना दिवस समारोह में CM योगी का कार्यक्रम था। मंत्री वहां गए थे। वहां से लौट रहे थे। कांटी चौकी के पास मंत्री की सुरक्षा में चल रही बोलेरो गाड़ी, जिसमें CRPF के जवान सवार थे। वो एक ट्रैक्टर से टकरा गई। हादसे में तीन जवान घायल हो गए।बोलेरो चालक नीरज को भी चोट आई। 3 तस्वीरें देखिए बस्ती में कराया प्राथमिक उपचार मंत्री नंद गोपाल नंदी घायल जवानों को अपनी गाड़ी में बैठाकर बस्ती के श्री कृष्ण मिशन हॉस्पिटल पहुंचे। यहां घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया। दो जवान के सिर और एक जवान के हाथ में चोट लगी है। सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी बस्ती और सीओ सिटी अस्पताल पहुंचे। यहां से घायलों को लेकर मेदांता लखनऊ के लिए रवाना हो गए।श् खबर अपडेट की जा रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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सोनीपत में व्यक्ति की दर्दनाक मौत:वाहन की टक्कर से जीटी रोड पर गिरा; कुचलते हुए निकल गई अनेक गाड़ियां, क्षत-विक्षत शव मिला हरियाणा के सोनीपत में दिवाली की रात नेशनल हाइवे 44 पर एक व्यक्ति की रोड एक्सीडेंट में दर्दनाक मौत हो गई। व्यक्ति को अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी। इसके बाद वहां से गुजर रहे अनेक वाहन उसे कुचलते हुए निकल गए। जब तक आसपास के लोग उसे संभाल पाते उसका शव क्षत विक्षत हो चुका था। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने शव के टुकड़े एकत्रित कर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजे। पुलिस हादसे को लेकर छानबीन में लगी है। लड़सौली गांव के रहने वाले प्रमानंद ने बताया कि 31 अक्टूबर की रात को दिवाली का त्योहार था। वह घर पर था। उसे नींद नहीं आई तो वह रात को करीब एक बजे नेशनल हाइवे पर टोल प्लाजा की तरफ की तरफ घूमने के लिए गया था। दिल्ली-पानीपत रोड पर कनक गार्डन के सामने पहुंचा तो वहां कई वाहन खड़े थे। पास ही एक एम्बुलेंस भी खड़ी थी। वह मौके पर गया तो उसने देखा कि वहां एक व्यक्ति की क्षत विक्षत हालत में लाश पड़ी हुई थी। पूरा शरीर बिखरी हालत में था। हालात देख कर ऐसा लग रहा था कि किसी अज्ञात वाहन ने व्यक्ति को टक्कर मार कर एक्सीडेंट किया है। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद रोड पर पड़ी व्यक्ति की लाश के ऊपर से वाहन निकलते रहे। काफी वाहनों ने उसे बुरी तरह से कुचला है। इस कारण उसका पूरा शरीर ही क्षत विक्षत हो गया। शरीर मांस के लोथड़े में बदल गया और शव के टुकड़े दूर दूर तक बिखर गए। व्यक्ति का चेहरा भी पहचान के लायक नहीं बचा था। इस कारण शव की पहचान नहीं हो पाई। थाना बड़ी के ASI सुशील के अनुसार पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि जीटी रोड पर कनक गार्डन के सामने एक्सीडेंट में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। वह मौके पर पहुंचा तो लाश के पास काफी व्यक्ति खड़े हुए मिले। लाश बुरी तरह से कुचली हालत में थी। शव की शिनाख्त के प्रयास किए, लेकिन कोई व्यक्ति उसे पहचान नहीं सका। पुलिस ने धारा 281/106 BNS के तहत केस दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है।
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कैथल में आदित्य सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर बोला हमला:किसान विरोधी होने का लगाया आरोप, बोले- पराली जलाने पर FIR करना तानाशाही फरमान कैथल से कांग्रेस विधायक आदित्य सुरजेवाला ने भाजपा व नायब सैनी सरकार पर किसान-मजदूर विरोधी होने का आरोप लगाया है। कैथल से बयान जारी करते हुए आदित्य सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान द्वारा पराली जलाए जाने पर दो साल तक उसकी फसल MSP पर न खरीदना व किसान पर मुकदमा दर्ज करना भाजपा सरकार का किसान विरोधी होने का सबूत है। कृषि कानूनों का किया जिक्र
आदित्य सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार हमारे सारे किसान साथियों का जीवन को नष्ट करना चाहती है। भाजपा सरकार तीन काले कानून लेकर आई जिसके खिलाफ हमारा पूरा भारत खड़ा हुआ लेकिन अब छोटे-छोटे नियमों के साथ वे फिर काले कानूनों को वापस लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा पर छोटे किसानों को खत्म करने का आरोप
आदित्य ने कहा कि भाजपा सरकार छोटे किसानों व खेती को खत्म करना चाहती है, वो छोटे किसानों की मदद नहीं करना चाहती है। इसलिए ये तानाशाही आदेश छोटे किसानों के खिलाफ है। सुपर सीडर खरीदने के लिए हमारे साथियों के पास पैसे ही नहीं हैं। (सुपर सीडर पर) सब्सिडी 80% तक मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं, पराली नहीं जलनी चाहिए लेकिन सरकार को छोटे किसानों की मदद करनी चाहिए। मदद करने के बजाय ये भाजपा सरकार हम पर FIR करेगी। क्योंकि यह किसान विरोधी सरकार है। बोले- फैसला वापस लें, नहीं तो करेंगे आंदोलन
उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि क्या BJP सरकार नहीं जानती कि हरियाणा-पंजाब का किसान बार बार कहता आया है कि सुपर सीडर मशीन से खेती की उत्पादकता पर असर पड़ता है। क्या सरकार ने इस पर कोई जाँच या शोध करवाया? क्या ये सही है कि पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने यह शुरू में स्वीकार किया था? उन्होंने कहा कि नायब सैनी सरकार किसानों के विरोधी में दिए तुगलकी आदेश वापस लें वरना आंदोलन होगा।
संभल में मंदिर, कुआं, प्रतिमाएं मिलने के बाद 46 साल पुराना इतिहास आया सामने, आखिर 1978 में ऐसा क्या हुआ था?
संभल में मंदिर, कुआं, प्रतिमाएं मिलने के बाद 46 साल पुराना इतिहास आया सामने, आखिर 1978 में ऐसा क्या हुआ था? <p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal News:</strong> उत्तर प्रदेश स्थित संभल में हरिहर मंदिर का सच सर्वे रिपोर्ट में कैद है लेकिन उससे पहले ही 13 दिसंबर को संभल में शिव मंदिर मिला और आज मां पार्वती की खंडित प्रतिमा कुंए से बरामद हुई. हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियों ने संभल के इतिहास के पन्नों को दोबारा खोल दिया है. संभल से हिंदुओं के पलायन से लेकर, दंगों की कई दर्दनाक कहानियां फिर से जिंदा हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंदिर में बीते दो दिनों से यहां भगवान शिव और हनुमान की पूजा हो रही है. महिलाएं कीर्तन कर रही हैं.भक्तों की लंबी लंबी कतार लगी है.दूर दूर से कोई जल तो कोई दूध चढ़ाने यहां पहुंच रहा है.46 साल से नजरबंद इस मंदिर के ताले सनातनियों के लिए खुले हैं.<br /> <br />सोमवार , 16 दिसंबर को मां पार्वती की ये मूर्ति संभल के उस कुएं से निकली है जिसकी खुदाई की गई. मंदिर के पास ही कुआं है. जिसमें से मां पार्वती पार्वती और गणेश जी के साथ कई और मूर्तियां मिली हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sambhal-news-who-was-responsible-for-sambhal-riots-in-which-184-hindus-killed-2843730″><strong>संभल के जिस दंगे का सीएम ने विधानसभा में किया जिक्र, उस वक्त किसकी थी सरकार? मारे गए थे 184 हिन्दू</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस संदर्भ में एडिशनल SP शिरीष चंद ने कहा कि मूर्ति गणेश जी है जिसे संरक्षित कर लिया गया है. मूर्ति की जांच कराई जाएगी. कुएं की खुदाई वाले एरिया का घेराव किया जाएगा..</p>
<p style=”text-align: justify;”><em><strong>अब समझिए कि आखिर संभल में ये कुंआ ये मंदिर का रहस्य कैसे खुला.</strong></em></p>
<p style=”text-align: justify;”>शनिवार को बिजली चोरी का पता लगाने प्रशासन की टीम संभल शहर के खग्गू सराय मोहल्ले में पहुंची थी. मोहल्ला मुस्लिम बहुल है. पुलिस और प्रशासन ने सावधानी के साथ बिजली चोरी की जांच शुरू की तो जर्जर अवस्था में मौजूद मंदिर पर नजर पड़ी. फिर गोटे खोले गए तो मंदिर में साक्षात हनुमान जी की प्रतिमा मिली और शिवलिंग स्थापित था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये तस्वीरें जब वायरल हुई तो यहां से पलायन कर चुके हिंदू अपने पुराने मंदिर के दर्शन के लिए लौटे. तब बातों बातों में कुएं का जिक्र सामने आया. जिसकी खुदाई शुरू की गई. डीएम राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि कार्तिक महादेव मंदिर के पास कूप भी मिला है. जितने भी मंदिर होते थे उसके साथ में जल का केंद्र होता था तो उसी के अंतर्गत ये दोनों मिले.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>46 साल बाद मंदिर के पट खुले</strong><br />बताया जाता है कि कुछ दशकों पहले तक खग्गू सराय मोहल्ले में हिंदू परिवारों की तादाद काफी थी. लगातार दंगे और सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं के बाद हिंदू आबादी ने यहां पलायन कर लिया. दावा है कि यहां सनातनी परंपरा के कई और साक्ष्य मौजूद है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रशासन का कहना है कि संभल के इतिहास में कुल 19 कुओं का जिक्र होता है इसलिए अलग अलग इलाकों जो संदिग्ध लगेगा उस पर कार्यवाई की जाएगी. संभल प्रशासन 19 कुओं को खोजने में जुटा हुआ है और उसी तहत इस कार्यवाई को देखा जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 1978 में संभल में हुए दंगों के बाद कार्तिक महादेव का मंदिर बंद पड़ा था. 46 साल बाद मंदिर के पट खुले हैं, जिसने इतिहास के उन पन्नों को पलट दिया है जहां हिंदुओं के पलायन, उत्पीड़न और दर्द के न जाने कितने किस्से दबे हुए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आखिरी 1978 में ऐसा क्या हुआ था?</strong><br />संभल में मंदिर और कुआं मिलने के बाद 46 साल पुराना इतिहास लोगों की आंखों के सामने है. अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिरी 1978 में ऐसा क्या हुआ था?</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें साल 1978 में संभल में सबसे बड़ा दंगा हुआ था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 16-25 लोगों की मौत हुई थी. स्थानीय हिंदू समुदाय के लोगों को खग्गू सराय से विस्थापित होना पड़ा. 1978 से पहले इलाके में 25-30 हिंदू परिवार रहते थे. कार्तिक शिव मंदिर भी साल 1978 से बंद पड़ा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>संभल के इसी इतिहास को सीएम योगी ने विधानसभा पटल पर रखा और विपक्ष पर एक के बाद एक जुबानी तीर छोड़े. सीएम ने सदन में जो आंकड़ा पेश किया उसको लेकर अब विवाद हो रहा है. लेकिन सीएम योगी के इन आंकड़ों से समाजवादी पार्टी इत्तेफाक नहीं रखती. समाजवादी पार्टी के स्थानीय विधायक इकबाल महमूद कह रहे हैं सीएम जो आंकड़ा पेश कर रहे हैं वो गलत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम ने कहा था कि 1947 से ही संभल में दंगों का इतिहास है. हिंदुओं को जलाया गया था मारा गया था 1978 में 184 हिंदुओं के साथ हत्या हुई थी.संभल में 1947 से लेकर अब तक 209 हिंदुओं की हत्या हुई है .</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम के इस दावे पर संभल से सपा विधायक इकबाल महमूद ने कहा कि CM योगी जो आंकड़े पेश कर रहे हैं वो सही नहीं बोल रहे है मैंने सदन में भी बोला कि CM के आंकड़े अगर सही होंगे तो मैं इस्तीफ़ा दे दूंगा</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कब चर्चा में आया संभल?</strong><br />संभल में सर्वे के बाद हुई हिंसा पर सियासत पहले से तेज है और अब शिव मंदिर मिलने के बाद इस मुद्दे को नई धार मिल गई है.. सीएम योगी ने विधानसभा में आज संभल पर विस्तार से बात की. सपा चीफ अखिलेश यादव लखनऊ में नहीं थे लेकिन बावजूद इसके वो संभल पर सियासी पलटवार से नहीं चूके. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कोई अभियान चलाया जाएगा तो कहीं भी मंदिर मिल सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>संभल चर्चा में आया पिछले महीने की 19 तारीख को. जब स्थानीय अदालत ने संभल की जामा मस्जिद में सर्वे के आदेश दिये. आरोप ये था कि जामा मस्जिद हरिहर मंदिर को तोड़कर बनी है.</p>