योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा- 7 दरोगा के हाथ-पैर तुड़वाकर गड्ढे में डलवाया। तब जाकर यहां पहुंचा हूं। किसी के PA से नहीं, बल्कि सीधे डीएम-एसपी को कॉल करता हूं। 5 मिनट में रिप्लाई नहीं आया तो मुख्यमंत्री के पास शिकायत करता हूं। संजय निषाद मंगलवार को संवैधानिक अधिकार रथ यात्रा को लेकर सुल्तानपुर के लंभुआ पहुंचे थे। मंच से जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तभी समोखपुर गांव की राघनी प्रधान ने 3-4 महिलाओं के साथ मंत्री से मुलाकात की। राघनी ने मंत्री से कहा- मेरे पति मारपीट के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार को उनका LLB लॉस्ट ईयर का पेपर है। मैंने परीक्षा के लिए पति को जेल से छोड़ने की मांग की, लेकिन पुलिस उन्हें नहीं छोड़ रही है। इसके बाद मंत्री ने यह बयान दिया। मंत्री का हूबहू बयान पढ़िए- मुझे सब मालूम है कि कौन फर्जी फंसा रहा है। उसे मैं खत्म करा दूंगा। मैं महिलाओं के लिए और गरीबों के लिए पैदा हुआ हूं। मैं सड़क पर आप लोगों के लिए आया हूं। यहां तक ऐसे ही नहीं पहुंचा। 7 दरोगा के हाथ-पैर तुड़वाकर गड्ढे में फेंकवा दिया। तब जाकर डॉक्टर संजय यहां पहुंचा। कोई भी घटना होने पर आप लोग तुरंत नहीं बताते हैं, बल्कि जेल जाने के बाद हमें सूचना मिलती है। आप लोगों की कमी है। मेरा मोबाइल नंबर सबके पास है। नहीं है तो नेट से निकाल लीजिए। खाली यह लिखकर भेज दो कि मेरे साथ अन्याय हो रहा है। मैं किसी के PA से नहीं, बल्कि सीधे डीएम-एसपी को कॉल करता हूं। पांच मिनट में रिप्लाई नहीं आया तो मुख्यमंत्री के पास शिकायत करता हूं। पहले निषादों की आवाज कोई नहीं उठाता था। लेकिन अब आप बोलने लायक हो गए हैं। बोलना आपका अधिकार है। संविधान से देश चलता है। आपके पुरखों ने देश आजाद कराया है। महिला का क्या है पूरा विवाद, पढ़िए होली की रात सराय समोखपुर गांव के कृष्ण कुमार ने शराब पीकर अपने भाइयों के साथ मिलकर गांव के ही सिकंदर के घर पर हमला बोल दिया। आरोप है कि उन्हें लाठियों से पीटा। इसमें सिकंदर पक्ष से सोनारा देवी, उजागिर, सिकंदर समेत 10 लोग घायल हो गए। सूचना पर पुलिस पहुंची। घायलों को CHC भेजा गया। यहां डॉक्टरों ने प्राइमरी इलाज के बाद सोनारा देवी को अम्बेडकरनगर के टांडा अस्पताल रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद सीओ कादीपुर विनय गौतम के आदेश पर आरोपियों पर हत्या और SC/ST एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने कृष्ण कुमार और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। कृष्ण कुमार की पत्नी राघनी ने पति को परीक्षा के लिए जेल से छोड़ने की अनुमति को लेकर सोमवार को एससी-एसटी कोर्ट में याचिका दायर की, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। ————————– ये खबर भी पढ़ें… कानपुर में जर्मन शेफर्ड ने मालकिन को मार डाला:2 घंटे तक घूम-घूमकर नोचता रहा, बहू-पोते चिल्लाते रहे कानपुर में जर्मन शेफर्ड ने 91 साल की मालकिन को नोच-नोचकर मार डाला। बहू और पोते चाहकर भी कुछ नहीं कर सके, क्योंकि दोनों के पैर में फ्रैक्चर था। सिर्फ बेबस होकर चीखते-चिल्लाते रहे। पड़ोसी भी पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। 2 घंटे बाद पुलिस और नगर निगम की टीम पहुंची, तब कुत्ते को काबू में किया। हालांकि, तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। पढ़ें पूरी खबर… योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा- 7 दरोगा के हाथ-पैर तुड़वाकर गड्ढे में डलवाया। तब जाकर यहां पहुंचा हूं। किसी के PA से नहीं, बल्कि सीधे डीएम-एसपी को कॉल करता हूं। 5 मिनट में रिप्लाई नहीं आया तो मुख्यमंत्री के पास शिकायत करता हूं। संजय निषाद मंगलवार को संवैधानिक अधिकार रथ यात्रा को लेकर सुल्तानपुर के लंभुआ पहुंचे थे। मंच से जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तभी समोखपुर गांव की राघनी प्रधान ने 3-4 महिलाओं के साथ मंत्री से मुलाकात की। राघनी ने मंत्री से कहा- मेरे पति मारपीट के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार को उनका LLB लॉस्ट ईयर का पेपर है। मैंने परीक्षा के लिए पति को जेल से छोड़ने की मांग की, लेकिन पुलिस उन्हें नहीं छोड़ रही है। इसके बाद मंत्री ने यह बयान दिया। मंत्री का हूबहू बयान पढ़िए- मुझे सब मालूम है कि कौन फर्जी फंसा रहा है। उसे मैं खत्म करा दूंगा। मैं महिलाओं के लिए और गरीबों के लिए पैदा हुआ हूं। मैं सड़क पर आप लोगों के लिए आया हूं। यहां तक ऐसे ही नहीं पहुंचा। 7 दरोगा के हाथ-पैर तुड़वाकर गड्ढे में फेंकवा दिया। तब जाकर डॉक्टर संजय यहां पहुंचा। कोई भी घटना होने पर आप लोग तुरंत नहीं बताते हैं, बल्कि जेल जाने के बाद हमें सूचना मिलती है। आप लोगों की कमी है। मेरा मोबाइल नंबर सबके पास है। नहीं है तो नेट से निकाल लीजिए। खाली यह लिखकर भेज दो कि मेरे साथ अन्याय हो रहा है। मैं किसी के PA से नहीं, बल्कि सीधे डीएम-एसपी को कॉल करता हूं। पांच मिनट में रिप्लाई नहीं आया तो मुख्यमंत्री के पास शिकायत करता हूं। पहले निषादों की आवाज कोई नहीं उठाता था। लेकिन अब आप बोलने लायक हो गए हैं। बोलना आपका अधिकार है। संविधान से देश चलता है। आपके पुरखों ने देश आजाद कराया है। महिला का क्या है पूरा विवाद, पढ़िए होली की रात सराय समोखपुर गांव के कृष्ण कुमार ने शराब पीकर अपने भाइयों के साथ मिलकर गांव के ही सिकंदर के घर पर हमला बोल दिया। आरोप है कि उन्हें लाठियों से पीटा। इसमें सिकंदर पक्ष से सोनारा देवी, उजागिर, सिकंदर समेत 10 लोग घायल हो गए। सूचना पर पुलिस पहुंची। घायलों को CHC भेजा गया। यहां डॉक्टरों ने प्राइमरी इलाज के बाद सोनारा देवी को अम्बेडकरनगर के टांडा अस्पताल रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद सीओ कादीपुर विनय गौतम के आदेश पर आरोपियों पर हत्या और SC/ST एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने कृष्ण कुमार और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। कृष्ण कुमार की पत्नी राघनी ने पति को परीक्षा के लिए जेल से छोड़ने की अनुमति को लेकर सोमवार को एससी-एसटी कोर्ट में याचिका दायर की, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। ————————– ये खबर भी पढ़ें… कानपुर में जर्मन शेफर्ड ने मालकिन को मार डाला:2 घंटे तक घूम-घूमकर नोचता रहा, बहू-पोते चिल्लाते रहे कानपुर में जर्मन शेफर्ड ने 91 साल की मालकिन को नोच-नोचकर मार डाला। बहू और पोते चाहकर भी कुछ नहीं कर सके, क्योंकि दोनों के पैर में फ्रैक्चर था। सिर्फ बेबस होकर चीखते-चिल्लाते रहे। पड़ोसी भी पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। 2 घंटे बाद पुलिस और नगर निगम की टीम पहुंची, तब कुत्ते को काबू में किया। हालांकि, तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
मंत्री निषाद बोले-7 दरोगा के हाथ-पैर तुड़वाकर गड्ढे में डलवाया:तब जाकर यहां पहुंचा; DM-SP न सुने तो सीएम को कॉल कर देता हूं
