मकर संक्रांति: गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धा और आस्था का सैलाब, भक्तों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा मकर संक्रांति: गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धा और आस्था का सैलाब, भक्तों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड लुधियाना में पतंगबाजी को लेकर दो गुटों में खूनी संघर्ष, हमले में बुजुर्ग की मौत
Related Posts
Udham Singh Nagar News: जमानत मिलने पर आरोपियों का ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत, Video वायरल, FIR दर्ज
Udham Singh Nagar News: जमानत मिलने पर आरोपियों का ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत, Video वायरल, FIR दर्ज <p style=”text-align: justify;”><strong>Udham Singh Nagar News:</strong> देवभूमि उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जनपद में इसी साल फरवरी में बहन के साथ ट्यूशन पढ़ने जा रही एक युवती पर धारदार हथियार से हमला करने वालों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था. जहां से न्यायालय ने आरोपियों को जेल भेज दिया था. हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा हुए आरोपियों के परिजनों और मित्रों ने आतिशबाजी और ढोल बजाकर जुलूस निकला था. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस एक्शन मोड में नजर आईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर उपद्रव मचा कर माहौल खराब करने वाले 12 युवकों को चिन्हित कर 12 आरोपियों को हिरासत में लिया था. हिरासत में लिए गए आरोपियों में से चार नाबालिग थें, पुलिस ने उन्हें परिजनों को सुपुर्द कर दिया. जबकि आठ आरोपी युवकों को भविष्य के लिए सख्त हिदायत देकर 41 सीआरपीसी के नोटिस पर जमानत दे दीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>[tw]https://x.com/VedPrak24293523/status/1795515483472695691?t=2DP_9RZvoH9r8Ys-t3wFrA&s=09[/tw]</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दो आरोपी को हाईकोर्ट से मिली थी जमानत</strong><br />उधम सिंह नगर जिले काशीपुर कोतवाली क्षेत्र खालसा मोहल्ले में रहने वाली युवती इसी साल फरवरी में अपनी बहन के साथ शाम 4 बजे ट्यूशन पढ़ने जा रही थीं. इसी दौरान दूसरे समुदाय के एक युवक ने अपने साथियों के साथ धारदार हथियार से हमला कर हत्या करने का प्रयास किया था. जिसके बाद काशीपुर कोतवाली पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था. जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था. घटना के दो आरोपियों को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद हीरो की तरह ढोल बजाकर, आतिशबाजी करते हुए धार्मिक नारेबाजी करते ही स्वागत किया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आरोपियों के स्वागत की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर पुलिस ने काशीपुर निवासी रउफ पुत्र शहाबुद्दीन, अरबाज खान पुत्र रियासत, अनस पुत्र राहत अली, साहिल पुत्र इंतखाब हुसैन, सुभान पुत्र युसूफ, फैसल आलम पुत्र परवेज आलम, अयान अली पुत्र मो0 अकरम, वसीम पुत्र इश्तियाक हुसैन एवं चार नाबालिग आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिए था. नाबालिग लड़कों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया.जबकि पुलिस ने अन्य आठ आरोपी युवकों सख्त हिदायत देकर 41 सीआरपीएफ के नोटिस पर जमानत देकर रिहा कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें:<strong><a href=”https://abplive.com/states/up-uk/meerut-220-kva-transmission-massive-fire-broke-under-control-lot-effort-major-accident-averted-ann-2701593″> Meerut News: मेरठ में 220 KVA ट्रांसमिशन में लगी भीषण आग, काफी मशक्कत के बाद पाया गया काबू, बड़ा हादसा टला</a></strong></p>
मनमोहन के निधन पर हिमाचल में राजकीय शोक:2 दिन की छुट्टी; स्कूल-कालेज और दफ्तर सब बंद रहेंगे, CM बोले-दुनियाभर में बढ़ाया भारत का मान
मनमोहन के निधन पर हिमाचल में राजकीय शोक:2 दिन की छुट्टी; स्कूल-कालेज और दफ्तर सब बंद रहेंगे, CM बोले-दुनियाभर में बढ़ाया भारत का मान हिमाचल सरकार ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर राजकीय शोक घोषित करते हुए दो दिन के सरकारी अवकाश का ऐलान किया है। इसके बाद अब सभी सरकारी स्कूल, कालेज और दफ्तर 2 दिन तक बंद रहेंगे। प्रदेश में सरकारी समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी नहीं होंगे। डॉ. मनमोहन का हिमाचल से विशेष लगाव रहा है। उन्होंने मात्र 4 लोकसभा सीटों वाले छोटे से राज्य हिमाचल से UPA-2 सरकार में 2 मंत्री बनाए थे। तब उन्होंने पहले से केंद्रीय राजनीति में रहे आनंद शर्मा और वीरभद्र सिंह को केंद्रीय मंत्री बनाया था। उन्होंने दोनों टर्म प्रधानमंत्री रहते हुए सीएम ने जताया शोक वहीं हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शोक व्यक्त किया है। प्रदेश के दोनों नेताओं ने मनमोहन सिंह के निधन की खबर को कांग्रेस के लिए अपूर्णीय क्षति बताया। सीएम सुक्खू ने लिखा कि भारतीय राजनीति में उनके योगदान को युगो-युगो तक याद किया जाएगा। मुकेश अग्निहोत्री ने लिखा, डॉ. मनमोहन के नेतृत्व में भारत ने आर्थिक सुधारों का एक नया अध्याय लिखा।
ट्रेन लेट होने से एम्स नहीं पहुंच पाई बच्ची, मौत:लखनऊ में ऐशबाग स्टेशन पर तोड़ा दम; साढ़े 13 घंटे लेट थी हमसफर एक्सप्रेस
ट्रेन लेट होने से एम्स नहीं पहुंच पाई बच्ची, मौत:लखनऊ में ऐशबाग स्टेशन पर तोड़ा दम; साढ़े 13 घंटे लेट थी हमसफर एक्सप्रेस हम सफर एक्सप्रेस में सफर कर रही बच्ची की मौत हो गई। ट्रेन 13 घंटे लेट थी। लखनऊ में जब रेलवे डॉक्टर ने चेक किया तब मौत का पता चला। ट्रेन ऐशबाग स्टेशन पर सुबह पौने 10 बजे पहुंची थी। यहां 15 मिनट खड़ी रही। इसके बाद रवाना हो गई। यात्री ने RPF, GRP, रेलवे मंत्री अश्वनी वैष्णव और DRM लखनऊ से शिकायत की है। यात्री हर्ष भारद्वाज बरौनी-नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस 02563 के B-1 क्लास सीट नंबर 40 पर थे। उन्होंने कहा- जब X पर पोस्ट किया तब पूर्वोत्तर रेलवे के DRM ने लखनऊ के ऐशबाग में एम्बुलेंस सहायता मिलने का आश्वासन दिया। स्टेशन मास्टर और टिकट निरीक्षक को भी सूचित किया था। यात्री ने ‘X’ पर दी रेलवे को जानकारी ट्रेन नं. 02563 10 घंटे की देरी से छपरा पहुंची। मेरी गुजारिश है कि ट्रेन को आगे बिना किसी कारण के क्रॉसिंग या स्टेशन पर न रोका जाए। क्योंकि इसमें बैठे पैसेजर काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं। ट्रेन के कोट B1- सीट नं. 40 पर एक बच्ची की मौत हो गई है। ट्रेन अभी-अभी ऐशबाग स्टेशन पहुंची है। बच्ची की मौत को लेकर यूजर ने रेल मंत्री, रेलवे सेवा और DRM को टैग किया है।लखनऊ से छपरा की दूरी लगभग 480 किलोमीटर है। सामान्य तौर पर इस ट्रेन को छपरा से लखनऊ पहुंचने में 8 घंटे लगते हैं। लेकिन ट्रेन 13 घंटे देरी से लखनऊ पहुंची। रेलवे सेवा ने दिया जवाब जानकारी पर संबंधित अधिकारी को एक्शन लेने के निर्देश दिए गए हैं। यात्री से मोबाइल और पीएनआर नंबर मांगा। ताकि तुरंत एक्शन लिया जा सके। साथ ही रेल मदद के लिए मेल आई डी और टोल फ्री नंबर भी दिया गया। रेलवे ने RPF नॉदर्न रेलवे को तत्काल मैटर देखने के लिए कहा। लखनऊ से छपरा की दूरी लगभग 480 किलोमीटर
लखनऊ से छपरा की दूरी लगभग 480 किलोमीटर है। सामान्य तौर पर इस ट्रेन को छपरा से लखनऊ पहुंचने में 8 घंटे लगते हैं। लेकिन ट्रेन 13 घंटे देरी से लखनऊ पहुंची थी। बाद में भास्कर रिपोर्टर वैभव तिवारी ने यात्री से बातचीत की…। दिल्ली जा रहे थे परिजन
बच्ची के परिजन देवरिया के रहने वाले हैं। पिता सद्दाम का कहना है- हम बच्ची को दिल्ली एम्स में दिखाने ले जा रहे थे। रास्ते में उसकी तबीयत बिगड़ गई। अचानक उसकी सांस रुक गई। सूचना पर डॉक्टरों की टीम पहुंची, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। पहले से खराब थी बच्ची की तबीयत
मामले में रेलवे अधिकारियों ने भी दलील दी है। इनका कहना है- बाराबंकी और जहांगीराबाद से जैसे ही ट्रेन निकली बच्ची की तबीयत खराब होने की सूचना मिली। ऐशबाग स्टेशन पर रेलवे डॉक्टर ने उसे चेक किया। तब बच्ची की मौत हो गई थी। डॉक्टर ने बच्ची का डेथ सर्टिफिकेट बना दिया है। परिवार के लोग शव वापस लेकर चले गए हैं।