<p style=”text-align: justify;”><strong>Vocational Teachers Protest in Shimla</strong>: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के अंबेडकर चौक पर वोकेशनल शिक्षकों का प्रदर्शन लगातार जारी है. बुधवार को इस प्रदर्शन के 10 दिन पूरे हो चुके हैं. शिक्षक यहां कंपनियों के शोषण के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनस्थल पर कई महिलाएं ऐसी हैं, जो अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ यहां प्रदर्शन धरने पर बैठी हुई हैं. लगातार 10 दिनों से यहां बच्चों के साथ बैठी हुई महिलाओं को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. रात के वक्त तापमान में गिरावट के साथ यह परेशानी और भी ज्यादा बढ़ जाती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मजबूरी में मजबूत मां</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अपने छोटे बच्चों के साथ प्रदर्शन कर रही महिला शिक्षक रीता ने बताया कि वह लगातार 10 दिनों से यहां धरना प्रदर्शन कर रही हैं. उनके साथ उनका नौ महीने का बच्चा भी है. दिनभर बच्चों के साथ बहुत परेशानी होती है, लेकिन वे अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए यहां आई हुई हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वोकेशनल शिक्षक रीता का कहना है कि अगर आज वह वापस हार मानकर घर चल गई, तो आने वाले कई सालों तक वह अपने अधिकार से महरूम रह जाएंगी. उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाकर वोकेशनल शिक्षकों के लिए एक स्थाई पॉलिसी बनाई जाए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कंपनियों पर शोषण के हैं आरोप</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि यह धरना हिमाचल प्रदेश वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले हो रहा है. हिमाचल प्रदेश के करीब 1 हजार 100 स्कूलों में बच्चों को स्किल एजुकेशन दे रहे ये शिक्षक बीते करीब 11 सालों से कंपनी के शोषण से परेशान होकर अब सड़कों पर बैठने के लिए मजबूर हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन की मांग है कि सरकार कंपनी को का काम पूरी तरह खत्म कर दे. मांग की जा रही है कि राज्य सरकार उन्हें प्रत्यक्ष तौर पर वेतन देने का काम करें. बीच में काम कर रही कंपनी को जड़ से हटाया जाए. हिमाचल प्रदेश वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन का यह धरना प्रदर्शन सोमवार को शुरू हुआ था. इसके बाद संगठन ने इसके अनिश्चितकाल तक चलने की घोषणा की. राज्य सरकार से लिखित आश्वासन की मांग की जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अब तक सिर्फ लोक निर्माण मंत्री ने की है मुलाकात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह सोमवार को वोकेशनल शिक्षकों से मुलाकात करने पहुंचे थे. यह प्रदर्शन कंपनियों के शोषण के खिलाफ किया जा रहा है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने वोकेशनल शिक्षकों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह इस मुद्दे को कैबिनेट की मीटिंग में उठाएंगे. उन्होंने कहा है कि सर्वत्र हिमाचल का संपूर्ण विकास उनका ध्येय है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें:<a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/baddi-sp-ilma-afroz-vacates-bungalow-doon-mla-ram-kumar-chaudhary-bjp-kausar-jahan-targets-congress-2822602″> बद्दी की SP इल्मा अफरोज का जिक्र कर कांग्रेस पर भड़कीं कौसर जहां, ‘सिर्फ मुसलमानों के…'</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Vocational Teachers Protest in Shimla</strong>: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के अंबेडकर चौक पर वोकेशनल शिक्षकों का प्रदर्शन लगातार जारी है. बुधवार को इस प्रदर्शन के 10 दिन पूरे हो चुके हैं. शिक्षक यहां कंपनियों के शोषण के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनस्थल पर कई महिलाएं ऐसी हैं, जो अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ यहां प्रदर्शन धरने पर बैठी हुई हैं. लगातार 10 दिनों से यहां बच्चों के साथ बैठी हुई महिलाओं को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. रात के वक्त तापमान में गिरावट के साथ यह परेशानी और भी ज्यादा बढ़ जाती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मजबूरी में मजबूत मां</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अपने छोटे बच्चों के साथ प्रदर्शन कर रही महिला शिक्षक रीता ने बताया कि वह लगातार 10 दिनों से यहां धरना प्रदर्शन कर रही हैं. उनके साथ उनका नौ महीने का बच्चा भी है. दिनभर बच्चों के साथ बहुत परेशानी होती है, लेकिन वे अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए यहां आई हुई हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वोकेशनल शिक्षक रीता का कहना है कि अगर आज वह वापस हार मानकर घर चल गई, तो आने वाले कई सालों तक वह अपने अधिकार से महरूम रह जाएंगी. उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाकर वोकेशनल शिक्षकों के लिए एक स्थाई पॉलिसी बनाई जाए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कंपनियों पर शोषण के हैं आरोप</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि यह धरना हिमाचल प्रदेश वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले हो रहा है. हिमाचल प्रदेश के करीब 1 हजार 100 स्कूलों में बच्चों को स्किल एजुकेशन दे रहे ये शिक्षक बीते करीब 11 सालों से कंपनी के शोषण से परेशान होकर अब सड़कों पर बैठने के लिए मजबूर हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन की मांग है कि सरकार कंपनी को का काम पूरी तरह खत्म कर दे. मांग की जा रही है कि राज्य सरकार उन्हें प्रत्यक्ष तौर पर वेतन देने का काम करें. बीच में काम कर रही कंपनी को जड़ से हटाया जाए. हिमाचल प्रदेश वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन का यह धरना प्रदर्शन सोमवार को शुरू हुआ था. इसके बाद संगठन ने इसके अनिश्चितकाल तक चलने की घोषणा की. राज्य सरकार से लिखित आश्वासन की मांग की जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अब तक सिर्फ लोक निर्माण मंत्री ने की है मुलाकात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह सोमवार को वोकेशनल शिक्षकों से मुलाकात करने पहुंचे थे. यह प्रदर्शन कंपनियों के शोषण के खिलाफ किया जा रहा है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने वोकेशनल शिक्षकों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह इस मुद्दे को कैबिनेट की मीटिंग में उठाएंगे. उन्होंने कहा है कि सर्वत्र हिमाचल का संपूर्ण विकास उनका ध्येय है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें:<a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/baddi-sp-ilma-afroz-vacates-bungalow-doon-mla-ram-kumar-chaudhary-bjp-kausar-jahan-targets-congress-2822602″> बद्दी की SP इल्मा अफरोज का जिक्र कर कांग्रेस पर भड़कीं कौसर जहां, ‘सिर्फ मुसलमानों के…'</a></strong></p> हिमाचल प्रदेश ‘अपराधियों के मन में कानून का भय…’ बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद योगी सरकार की पहली प्रतिक्रिया