कासगंज में ड्यूटी कर रहे दरोगा को किसान ने गिराकर पीटा। बुधवार को दिन में बाजार लगी थी, जहां पर दरोगा और पुलिस कर्मी जाम हटवा रहे थे, इसी दौरान जाम लग गया। जिसके बाद दरोगा में गुस्सा आ गया। फिर किसान को एक डंडा मार दिया, जिसके बाद गुस्साए किसान ने दरोगा से डंडा छीन के दरोगा पर हमला कर दिया। इसी बीच साथी पुलिस जब किसान को मारने दौड़े पर एक किसान दोनों को छुड़वाने की कोशिश की, तब तक साथी पुलिस ने सहयोगी किसान को भी हटा दिया और खुद भी हट गए। किसान के हमले से दरोगा का सिर फट गया। जिसके बाद दरोगा ललूहान होकर सड़क पर गिर पड़े। जिसके बाद पुलिस ने किसान को हिरासत में लेके थाने ले गए। वहीं घायल दरोगा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सड़क से बैलगाड़ी हटाने को लेकर मारपीट पूरा मामला मोहनपुरा मटर मंडी का है। जहां कासगंज कोतवाली के आवास विकास चौकी पर तैनात दरोगा संदीप तिवारी की बुधवार को ड्यूटी लगी थी, वहां पर जाम की खाली करा रहे थे। उसी समय मंडी में गाड़ियों का जाम लगने लगा, जिसके बाद वहां जाम की स्थिति देखकर उन्होंने कल्लू नाम के एक किसान को अपनी बैलगाड़ी सड़क से हटाने को कहने लगे, लेकिन किसान जाम की वजह से गाड़ी नहीं हटा पाया, तो दरोगा ने उसे डंडे से मार दिया। सड़क पर गिर कर बेहोश हुए दरोगा इसी बात को लेकर दोनों में विवाद शुरू हो गया। फिर किसान कल्लू ने दरोगा से डंडा छीन कर दरोगा के सिर पर डंडे से वार कर दिया। वहीं साथी जब किसान को छुड़ाने की कोशिश किया तो साथी पुलिस कर्मी ने किसान को रोका और खुद मोबाइल से वीडियो बनाते रहे। जिसके बाद किसान के साथी भी भिड़ गए। जिससे दरोगा लहूलुहान होकर सड़क पर गिर गए और वो बेहोश हो गए । आरोपी को हिरासत में लिया मारपीट की बाद दरोगा घायल को इलाज के लिए कासगंज के जिला अस्पताल लाया गया है। वहीं पुलिस ने मारपीट करने वाले आरोपी किसान कल्लू को कड़ी मशक्कत के बाद हिरासत में लिया। जिससे पुलिस थाने लाकर पूछताछ कर रही है। वहीं घायल दरोगा ने मारपीट करने वाले आधा दर्जन किसानों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कासगंज में ड्यूटी कर रहे दरोगा को किसान ने गिराकर पीटा। बुधवार को दिन में बाजार लगी थी, जहां पर दरोगा और पुलिस कर्मी जाम हटवा रहे थे, इसी दौरान जाम लग गया। जिसके बाद दरोगा में गुस्सा आ गया। फिर किसान को एक डंडा मार दिया, जिसके बाद गुस्साए किसान ने दरोगा से डंडा छीन के दरोगा पर हमला कर दिया। इसी बीच साथी पुलिस जब किसान को मारने दौड़े पर एक किसान दोनों को छुड़वाने की कोशिश की, तब तक साथी पुलिस ने सहयोगी किसान को भी हटा दिया और खुद भी हट गए। किसान के हमले से दरोगा का सिर फट गया। जिसके बाद दरोगा ललूहान होकर सड़क पर गिर पड़े। जिसके बाद पुलिस ने किसान को हिरासत में लेके थाने ले गए। वहीं घायल दरोगा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सड़क से बैलगाड़ी हटाने को लेकर मारपीट पूरा मामला मोहनपुरा मटर मंडी का है। जहां कासगंज कोतवाली के आवास विकास चौकी पर तैनात दरोगा संदीप तिवारी की बुधवार को ड्यूटी लगी थी, वहां पर जाम की खाली करा रहे थे। उसी समय मंडी में गाड़ियों का जाम लगने लगा, जिसके बाद वहां जाम की स्थिति देखकर उन्होंने कल्लू नाम के एक किसान को अपनी बैलगाड़ी सड़क से हटाने को कहने लगे, लेकिन किसान जाम की वजह से गाड़ी नहीं हटा पाया, तो दरोगा ने उसे डंडे से मार दिया। सड़क पर गिर कर बेहोश हुए दरोगा इसी बात को लेकर दोनों में विवाद शुरू हो गया। फिर किसान कल्लू ने दरोगा से डंडा छीन कर दरोगा के सिर पर डंडे से वार कर दिया। वहीं साथी जब किसान को छुड़ाने की कोशिश किया तो साथी पुलिस कर्मी ने किसान को रोका और खुद मोबाइल से वीडियो बनाते रहे। जिसके बाद किसान के साथी भी भिड़ गए। जिससे दरोगा लहूलुहान होकर सड़क पर गिर गए और वो बेहोश हो गए । आरोपी को हिरासत में लिया मारपीट की बाद दरोगा घायल को इलाज के लिए कासगंज के जिला अस्पताल लाया गया है। वहीं पुलिस ने मारपीट करने वाले आरोपी किसान कल्लू को कड़ी मशक्कत के बाद हिरासत में लिया। जिससे पुलिस थाने लाकर पूछताछ कर रही है। वहीं घायल दरोगा ने मारपीट करने वाले आधा दर्जन किसानों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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‘राजभवन किसी के चुनावी वादे पूरे करने के लिए नहीं’, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल की हिमाचल सरकार को दो टूक
‘राजभवन किसी के चुनावी वादे पूरे करने के लिए नहीं’, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल की हिमाचल सरकार को दो टूक <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Governor Shiv Pratap Shukla:</strong> अपनी दो टूक बातों के लिए पहचान रखने वाले राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि राजभवन किसी नेता के चुनावी वादे पूरे करने के लिए नहीं है. राज्यपाल ने यह बयान राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के उस बयान पर पलटवार करते हुए दिया, जिसमें उन्होंने राजभवन की ओर से नौतोड़ मामलों को मंजूरी न देने की बात कही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल की दो टूक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि नौतोड़ मामलों को लेकर राज भवन ने अपना जवाब दे दिया है. कुछ विषयों को लेकर आपत्ति थी. इसे लेकर जवाब मांगा गया है. अब तक राज्य सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है. राजभवन ने यह कभी नहीं कहा कि हम नौतोड़ से अलग हैं, लेकिन राजभवन नियमों की परिधि में रहकर ही काम करेगा. राजभवन की ओर से राज्य सरकार से पूछा गया है कि इसमें कितने लोग शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजभवन ने इसे लेकर इस संबंध में नामों की भी जानकारी मांगी है. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि अगर किन्हीं नाम को गलत तरीके से दिखाया जाएगा, तो राजभवन इसके लिए जिम्मेदार नहीं है. वे नियमों के बाहर जाकर काम नहीं करेंगे. राज्यपाल ने कहा कि राजभवन किसी के चुनावी वादे पूरे करने के लिए नहीं है. राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी भले ही राजभवन का सम्मान न करें, लेकिन राजभवन उनका सम्मान करता है. राजस्व मंत्री ने पद की शपथ यहीं ली है. राज्यपाल ने कहा कि वे सरकार के मंत्री हैं. ऐसे में जब भी वार्ता के लिए आना चाहें, तो आ सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जगत सिंह नेगी ने क्या था?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से सुक्खू सरकार में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी नाराज नजर आए थे. नौतोड़ संबंधी मंत्रिमंडल के प्रस्ताव को मंजूरी न मिलने से नेगी ने नाराजगी जाहिर की थी. राजस्व मंत्री के मुताबिक, राजभवन में डेढ़ साल से ज्यादा समय से यह प्रस्ताव लटका हुआ है. नेगी का कहना था कि एक बार फिर से राज्यपाल से मुलाकात कर प्रस्ताव को मंजूरी दिलवाने की कोशिश करेंगे. अगर फिर भी सकारात्मक परिणाम नहीं मिलते हैं, तो संविधान में दिए गए शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का इस्तेमाल करेंगे. राजस्व मंत्री ने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी, तो जनता के साथ मिलकर सड़कों पर भी उतरेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-viral-video-tourists-dancing-half-naked-caught-bjp-targets-sukhvinder-singh-sukhu-ann-2855429″>WATCH: हिमाचल में हुड़दंगियों को खुली छूट? अर्धनग्न अवस्था में झूमते सैलानी कैमरे में कैद, बीजेपी ने सरकार को घेरा</a></strong></p>
पंजाब में निकाय चुनाव की तैयारी शुरू:EC ने जारी किया वोटर सूची के संशोधन का प्रोग्राम, 25 नवंबर तक दाखिल होगी आपत्ति
पंजाब में निकाय चुनाव की तैयारी शुरू:EC ने जारी किया वोटर सूची के संशोधन का प्रोग्राम, 25 नवंबर तक दाखिल होगी आपत्ति सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने के बाद पंजाब निर्वाचन आयोग ने 5 नगर निगमों, 43 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए अब मतदाता सूचियों में संशोधन किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने आज (13 नवंबर को) इसका प्रोग्राम जारी कर दिया है। स्टेट इलेक्शन कमिश्नर राजकमल चौधरी ने बताया कि मतदाता पंजीकरण, मतदाता सूचियों का प्रकाशन 14 नवंबर 2024 को किया जाएगा। इसके बाद 18 नवंबर से 25 नवंबर 2024 तक लोगों के दावे और आपत्ति लिए जाएंगे। इन दावों और आपत्तियों का निपटारा 3 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा, जबकि मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 7 दिसंबर 2024 को किया जाएगा। कल सभी जगह मतदाता सूचियां होगी प्रकाशित सभी डिप्टी कमिश्नर-कम-जिला चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मौजूदा मतदाता सूचियों को 14.11.2024 को निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों के कार्यालय के साथ-साथ संबंधित नगर पालिका में भी प्रकाशित करें। संशोधन कार्यक्रम के अनुसार कोई भी पात्र व्यक्ति फॉर्म नंबर 10000/- में आवेदन कर सकता है। फार्म नंबर 7 (नाम शामिल करने के लिए लिए), फॉर्म 8 (नाम शामिल करने पर आपत्ति के लिए) और फॉर्म 9 (प्रविष्टि में विवरण पर आपत्ति के लिए) जैसा कि पंजाब नगर निगम चुनाव नियम, 1994 के नियम 14 में निर्धारित है। फॉर्म नंबर 7, 8 और 9 को आयोग की वेबसाइट (यानी https://sec.punjab.gov.in) से डाउनलोड किया जा सकता है। यह लोग बन पाएंगे वोटर मतदाता के रूप में पंजीकृत होने के लिए आवेदक को तय तिथि तक 18 वर्ष की आयु का होना चाहिए । वह उस इलाके का सामान्य निवासी होना चाहिए। जिसमें वह रहता है। उन्होंने बताया कि आम जनता की सुविधा के लिए संबंधित नगर पालिकाओं में अपने दावे और आपत्तियां (फॉर्म 7, 8 और 9 में) प्रस्तुत करने के लिए 20 और 21 नवंबर 2024 को एक विशेष अभियान की व्यवस्था करने के लिए उपायुक्तों को निर्देश जारी किए गए हैं। मतदाता प्रारूप रोल का अंतिम प्रकाशन 07.12.2024 को किया जाएगा।
मैनपुरी में कुल्हाड़ी से भाई को काट डाला:शव आंगन में दफनाया, दूसरे भाई को बोला- तुझे भी इसी तरह काटकर दबा दूंगा
मैनपुरी में कुल्हाड़ी से भाई को काट डाला:शव आंगन में दफनाया, दूसरे भाई को बोला- तुझे भी इसी तरह काटकर दबा दूंगा मैनपुरी में छोटे भाई ने बड़े भाई की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव घर के आंगन में सबमर्सिबल के गड्ढे में दफना दिया। घटना के चौथे दिन गुरुवार को शराब के नशे में यह बात घरवालों को बता दी। इसके बाद घरवालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने आंगन में खुदाई कराकर शव को बाहर निकलवाया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। साथ ही आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। घटना कुरावली थाना क्षेत्र की है। अब पढ़िए पूरा मामला.. शराब के नशे में हुआ झगड़ा, कुल्हाड़ी से किया हमला
सलेमपुर में रहने वाले रामस्वरूप का बड़ा बेटा पूरन गांव के बाहर सरकारी कॉलोनी में रहता है। उसके दो भाई राज मिस्त्री नेकसू उर्फ हरस्वरूप और सत्यभान गांव में ही पुराने मकान में रहते थे। 4 दिन पहले रविवार को नेकसू की पत्नी मुनक्का देवी रात में अपने बच्चों को साथ लेकर जेठ पूरन के मकान पर पहुंची। वह बच्चों के साथ वहीं पर सो गई। देर रात शराब के नशे में नेकसू और सत्यभान के बीच झगड़ा हो गया। दोनों आपस में गाली-गलौज करने लगे। इसी बीच सत्यभान ने घर पर रखी कुल्हाड़ी से नेकसू पर हमला कर दिया। नेकसू की मौके पर मौत हो गई। रात में नशा उतरने पर सत्यभान भाई का खून से लथपथ शव देखकर घबरा गया। रात में ही उसने आंगन में सबमर्सिबल के गड्ढे पर रखी पटिया को हटाकर नेकसू का शव उसमें डाल दिया। उसके ऊपर मिट्टी डालकर पटिया रख दी। सोमवार सुबह नेकसू की पत्नी मुनक्का देवी बच्चों के साथ घर पहुंची। पति को नहीं देखकर उसने देवर सत्यभान से उसके बारे में पूछा। इस पर सत्यभान ने बताया, नेकसू कहीं बाहर गया है। काफी समय तक पति के नहीं लौटने पर पत्नी मुनक्का ने देवर पूरन के साथ मिलकर पति को खोजना शुरू किया, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। दोनों ने लगातार रिश्तेदारी समेत अन्य जगहों पर नेकसू की खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चला। बड़े भाई को मारने की धमकी दी
थक-हारकर बुधवार मुनक्का और पूरन कोतवाली पहुंचे। वहां नेकसू के गायब होने की शिकायत की। इसका बाद दोनों घर लौट आए। गुरुवार सुबह नशे में सत्यभान अपने बड़े भाई पूरन से झगड़ा करने लगा। उसने कहा- जैसे मैंने नेकसू को काट दिया, वैसे ही तुझे भी काटकर मिट्टी में दबा दूंगा। यह सुनकर घरवाले चौंक गए और चीखने लगे। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग भी पहुंच गए। इसके बाद पूरन ने मोहल्ले वालों की मदद से नेकसू को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। इस पर इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। आरोपी सत्यभान से पूछताछ की, तो उसने अपराध कबूल कर लिया। सबमर्सिबल के गड्ढे में मिली नेकसू की सड़ी-गली मिली लाश
इसके बाद पुलिस ने फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को भी मौके पर बुलाया। घर के आंगन में लगे सबमर्सिबल के गड्ढे को खुदवाया, तो उसमें नेकसू की सड़ी-गली मिली। पुलिस ने लाश बाहर निकलवा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। कुरावली थाना प्रभारी धर्मेंद्र ने बताया- सलेमपुर में 24 अगस्त की रात दोनों में झगड़ा हुआ था। जिसमें छोटे भाई ने बड़े भाई को कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी थी। उसके शव को घर के आंगन में सबमर्सिबल के गड्ढे में मिट्टी डालकर दफना दिया था। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस और फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। शव को गड्ढे से निकलवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। आरोपी भाई ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। जेल भेजा जाएगा। एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया- मुनक्का देवी ने पुलिस को सूचना दी कि उनके पति नेकसू लाल की सत्यभान ने कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। उसके शव को घर में लगे नल की बोरिंग में दबा दिया। 25 अगस्त की रात को दोनों भाइयों में झगड़ा हुआ था। पुलिस ने केस दर्ज कर शव को निकालने की कार्रवाई की। आरोपी सत्यभान को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। यह खबर भी पढ़ें.. योगी बोले-इरफान सोलंकी कर्मों की सजा भुगत रहा:राष्ट्रपति कानपुर आए थे, तब दंगे की साजिश रची; बंद लाल इमली को फिर शुरू करेंगे कानपुर में सीएम योगी ने कहा- पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी अपने कर्मों की सजा भुगत रहा है। जब पूर्व राष्ट्रपति कानपुर आए थे, उस दिन सपा विधायक दंगे की साजिश रच रहा था। वह अपने कर्मों की वजह से आज जेल में है। इसलिए उसकी विधायकी गई। यही वजह है कि यहां उपचुनाव हो रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर…