पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन की खबर मिलने पर परम पावन दलाई लामा ने उनकी पत्नी गुरशरण कौर को शोक संदेश भेजा। अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि मैं उन्हें अपनी प्रार्थनाओं में याद रखूंगा और इस दुखद समय में आपको और आपके परिवार को अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उन्होंने आगे लिखा कि वर्षों के दौरान जब भी हम मिले, मैंने उनकी चिंता और अच्छे परामर्श की गहराई से सराहना की। मुझे वे अपने बड़े भाई जैसे लगते थे। दलाई लामा ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की पत्नी को पत्र में लिखा कि आपके पति दूसरों की मदद करने की प्रबल इच्छा से प्रेरित थे। उन्होंने भारत के विकास और समृद्धि, विशेष रूप से आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे भारतीय लोगों की स्थिति में सुधार हुआ। वे तिब्बती लोगों के भी अच्छे मित्र थे। दलाई लामा ने अपने पत्र का समापन करते हुए लिखा है कि हम इस बात की खुशी मना सकते हैं कि उन्होंने 92 वर्षों तक एक सच्चे अर्थपूर्ण जीवन जिया, जो हम सभी के लिए प्रेरणा है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन की खबर मिलने पर परम पावन दलाई लामा ने उनकी पत्नी गुरशरण कौर को शोक संदेश भेजा। अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि मैं उन्हें अपनी प्रार्थनाओं में याद रखूंगा और इस दुखद समय में आपको और आपके परिवार को अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उन्होंने आगे लिखा कि वर्षों के दौरान जब भी हम मिले, मैंने उनकी चिंता और अच्छे परामर्श की गहराई से सराहना की। मुझे वे अपने बड़े भाई जैसे लगते थे। दलाई लामा ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की पत्नी को पत्र में लिखा कि आपके पति दूसरों की मदद करने की प्रबल इच्छा से प्रेरित थे। उन्होंने भारत के विकास और समृद्धि, विशेष रूप से आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे भारतीय लोगों की स्थिति में सुधार हुआ। वे तिब्बती लोगों के भी अच्छे मित्र थे। दलाई लामा ने अपने पत्र का समापन करते हुए लिखा है कि हम इस बात की खुशी मना सकते हैं कि उन्होंने 92 वर्षों तक एक सच्चे अर्थपूर्ण जीवन जिया, जो हम सभी के लिए प्रेरणा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में धुंध का येलो अलर्ट जारी:50 मीटर से भी नीचे गिरी विजिबिलिटी; सावधानी बरतने की सलाह; 11 नवंबर को बारिश-बर्फबारी हिमाचल प्रदेश में आज और कल दो दिन तक घनी धुंध छाने का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग (IMD) ने बिलासपुर और मंडी जिले को यह अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुसार, बिलासपुर में भाखड़ा बांध के जलाशय के आसपास और मंडी के बल्ह एरिया में सुबह के वक्त घनी धुंध लोगों को परेशान करेगी। इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर सकती है। इसे देखते हुए खासकर वाहन चालकों को संभलकर गाड़ी चलाने की सलाह दी गई है। पहाड़ों पर जब तक अच्छी बारिश-बर्फबारी नहीं होती, तब तक धुंध लोगों को परेशानी करती रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में आज और कल मौसम साफ बना रहेगा। 10 नवंबर की आधी रात वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव होगा। इससे अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में 11 नवंबर को हल्की बर्फबारी हो सकती है। वहीं मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है। मगर मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। इन जिलों में बारिश-बर्फबारी IMD के अनुसार, चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति और मंडी जिला में बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। शिमला, सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, हमीरपुर और ऊना में मौसम साफ रहेगा। पोस्ट मानसून सीजन में 98% कम बारिश प्रदेश में 1 अक्टूबर से 8 नवंबर के बीच 29 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार औसत 0.7 मिलीमीटर बादल बरसे है। जो सामान्य से 98 प्रतिशत कम है। मानसून सीजन में भी 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। ऐसे में अब वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने के बाद राज्य में ड्राट खत्म हो सकता है। 6 जिलों में पानी की बूंद नहीं बरसी प्रदेश में लगभग 40 दिनों बारिश नहीं हुई। 6 जिले हमीरपुर, चंबा, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी है। इससे सूखे जैसे हालात पनपने लगे हैं। कांगड़ा जिला में 36 दिनों में मात्र 1.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। किन्नौर में 0.4 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति जिला में 0.1 मिलीमीटर, मंडी 2.8 मिलीमीटर, शिमला 0.2 मिलीमीटर और ऊना में सबसे ज्यादा 8.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। बेशक ऊना में 8.6 मिलीमीटर बादल बरसे हैं, मगर यहां भी सामान्य से 56 प्रतिशत कम बारिश है।
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