महाकाल के दरबार पहुंचे सीएम भजनलाल शर्मा, श्रीकृष्ण पथ गमन को लेकर किया ये बड़ा ऐलान महाकाल के दरबार पहुंचे सीएम भजनलाल शर्मा, श्रीकृष्ण पथ गमन को लेकर किया ये बड़ा ऐलान मध्य प्रदेश Lakhisarai News: लखीसराय के DM ने सरकार को भेजा इस्तीफा, मचा हड़कंप, फैसले के पीछे क्या है वजह?
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चंडीगढ़ में आज भारी बारिश की चेतावनी:तापमान में गिरावट नहीं, कल ट्राईसिटी के कुछ इलाकों में हुई हल्की बारिश
चंडीगढ़ में आज भारी बारिश की चेतावनी:तापमान में गिरावट नहीं, कल ट्राईसिटी के कुछ इलाकों में हुई हल्की बारिश मौसम विभाग ने चंडीगढ़ में आज और 1 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार इन दोनों दिनों में शहर में भारी वर्षा होगी। इस दौरान आंधी-तूफान आने की भी संभावना है। यह बारिश बहुत तेज गड़गड़ाहट और बिजली चमकने के साथ होगी। इस मानसून सीजन में मौसम विभाग ने इन दो दिनों में सबसे ज्यादा बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने लोगों को बारिश के दौरान बाहर न निकलने, पेड़ों का सहारा न लेने और बिजली के तारों से दूर खड़े होने के सुझाव भी दिए हैं। तापमान में गिरावट नहीं कल ट्राई सिटी के कुछ हिस्सों में बारिश देखने को मिली। मौसम विभाग के अनुसार चंडीगढ़ में 30.4 मिमी बारिश हुई जबकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हल्की बारिश हुई, जिसका पता नहीं चल सका। लेकिन मोहाली में मौसम विभाग ने बारिश दर्ज नहीं की है। ऐसे में शहर का तापमान गिर नहीं रहा है। कल अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो अभी भी सामान्य से करीब 3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम विभाग को उम्मीद है कि दो दिन की बारिश के बाद तापमान में गिरावट आएगी। अभी शहर का तापमान करीब 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं हवा में नमी 91% दर्ज की गई है। 1 अगस्त से गिरेगा तापमान मौसम विभाग के अनुसार आज हुई बारिश के बाद 1 अगस्त से तापमान में गिरावट आएगी। 1 अगस्त को तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा। 2 अगस्त को तापमान में फिर 1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। मोहाली में कल अधिकतम तापमान 37.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वह भी 1 अगस्त के बाद गिरना शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार हवा में अधिकतम नमी 92% दर्ज की गई है जबकि न्यूनतम नमी 63% के आसपास है।
रामपुर में हो रहा अग्निवीर टीमों का गठन:आगजनी से निपटने के लिए वन विभाग का पहल, जंगलों में बनाए जा रहे फायर बैरियर
रामपुर में हो रहा अग्निवीर टीमों का गठन:आगजनी से निपटने के लिए वन विभाग का पहल, जंगलों में बनाए जा रहे फायर बैरियर जिला शिमला के रामपुर में आग की घटनाओं को रोकने के लिए गांव गांव में वन अग्निवीर टीमों का गठन किया जा रहा है। डीएफओ रामपुर गुरहर्ष सिंह ने कहा कि आगजनी से निपटने के लिए रामपुर उपमंडल के विभिन्न गांव में अग्निवीर टीमें गठित की जा रही है, जिसमें स्वेच्छा से स्थानीय लोग आ रहे हैं। कई वनों में ग्रामीणों और वन कर्मियों द्वारा मिलकर वनों में फायर बैरियर भी बनाए जा रहे हैं। साथ ही लोगों को घासनियों से वनों में आग न फैलने देने के भी निर्देश दिए गए हैं। रामपुर वन मंडल की ओर से 9 और 10 दिसंबर को पंचायतों में आयोजित ग्राम सभा के माध्यम से समस्त ग्रामवासियों, युवक मंडलों और महिला मंडलों को भी जागरूक किया गया। इस दौरान आगजनी की घटनाओं, वन संपदा और वन्य जीव जंतुओं को आग से बचाने बारे लोगों को जागरूक किया गया। अभी तक इन पंचायतों में चला अभियान
वहीं लोगों को आग से होने वाले नुकसान के बारे विस्तार से जानकारी दी गई। इस संदर्भ में विभिन्न पंचायतों में अभी तक अभियान चलाया जा चुका है। रामपुर की मुनीश, थैली चकटी, ननखड़ी, अड्डू, शोली, भड़ावली, दत्तनगर, बड़ोग, लबाना सदाना, काओबिल, किन्नू, भगावट, सराहन, शाहधार, जघोरी, काशापाट, कुहल, तकलेच, दरकाली, रचोली, कलेडा, मझेवली और शिंगला पंचायतों में अभियान पूरा हो चुका है।
पीएपी सर्विस लेन से 7 मीटर चौड़ा 250 मीटर लंबा नया रैंप बनेगा
पीएपी सर्विस लेन से 7 मीटर चौड़ा 250 मीटर लंबा नया रैंप बनेगा वारिस मलिक| जालंधर पीएपी की बंद पड़ी सर्विस लेन को खोलने के लिए नई ड्राइंग तैयार की गई है। 7 मीटर चौड़ा और 250 मीटर लंबा नया रैप तैयार करके डेंजर जोन बने फ्लाईओवर और सर्विस रोड का हल निकाला जा रहा है। इसके लिए डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने नेशनल हाईवे अथारिटी के अधिकारियों के साथ मीटिंग करने के बाद इसका स्थाई हल निकाला है। जिस पर अब एनएचएआई की तरफ से फाइनल प्रोजेक्ट को तैयार करने के बाद डीसी पीएपी के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर इसे फाइनल करेंगे। पीएपी में यहां पर मौजूदा जगह से क्रैश बैरियर लगाकर मर्ज हुई जगह को ब्लाक किया गया है। वहां से नई लैग को करीब 7 मीटर चौड़ा करते हुए पीएपी फ्लाईओवर के साथ उठाया जाएगा। यहां से आगे 250 मीटर तक फाइनल में 5.50 मीटर तक करते हुए उसे मुख्य फ्लाईओवर के साथ मर्ज किया जाएगा। इससे पीएपी की तरफ जाने वाली सर्विस रोड़ का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे रामामंडी चौक पर बढ़ा हुआ ट्रैफिक का बोझ कम किया जाएगा। लोगों को अमृतसर, करतारपुर जाने के लिए करीब 4 किलोमीटर अतिरिक्त नहीं जाना पड़ेगा। इस नई व्यवस्था के बाद पीएपी फ्लाईओवर के नीचे लाइटों पर लगने वाला जाम भी कम होगा। गौर है कि फ्लाईओवर को चौड़ा करने और सर्विस रोड को खोलने के लिए 6 से अधिक बार ड्राइंग बन चुकी है। लेकिन रेलवे की तरफ से फाइनल नहीं की गई। लेकिन अब इसका हल निकाला गया है। इससे जमीन भी एक्वायर नहीं करनी पड़ेगी और न मिनिस्ट्री आफ रोड़ ट्रांसपोर्ट से इसकी मंजूरी की जरूरत है। सिर्फ एनएचएआई की मंजूरी के बाद इसे शुरू किया जाएगा। हालांकि, शुरूआत में यह भी कहा जा रहा था कि पीएपी फ्लाईओवर के साथ एक नया रेलवे ओवर ब्रिज तैयार किया जाना था। जिसके लिए पीएपी की जमीन एक्वायर करने के साथ रेलवे, पीएसपीसीएल सहित रोड़ ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री से मंजूरी की जरूरत थी। इसके लिए करीब 16 करोड़ रुपए का प्रस्ताव था। लेकिन पीएपी फ्लाईओवर पार करने पर बीबीएमबी का 220 केवी की तारें गुजर रही है, जिन्हें शिफ्ट करने पर ही 18 करोड़ रुपए का खर्चा है। इसके अलावा पीएपी की ट्री लाइन जिसे वह नेचुरल डिफेंस लाइन मानते हैं। उसे भी एक्वायर किया जाना था। जिस पर काफी खर्च होना था। लेकिन नई व्यवस्था के बाद करीब 3 से 4 करोड़ की लागत से 250 मीटर की नई लैग तैयार कर ट्रैफिक को मर्ज किया जाएगा। 2018 में जब पीएपी फ्लाईओवर बनकर तैयार हुआ था और एक दिन बाद ही उसे बंद करना पड़ा था क्योंकि यहां से जालंधर का ट्रैफिक मर्ज किया हुआ था वहां पर लगातार एक्सीडेंट होने लगे थे। उसके बाद प्रशासन ने सर्विस रोड खोलने के लिए एनएचएआई से सुझाव मांगे थे। तब एनएचएआई ने जिस कंपनी को ठेका दिया था। तब उसने 7 मीटर चौड़ा और 250 मीटर लंबा रैंप तैयार करने की बात कही गई थी, जिस पर तब सहमति नहीं बनी थी और नया आरओबी बनाने के लिए कहा जा रहा था लेकिन अब दोबारा से शुरु पांच साल पहले वाली प्रपोजल को ही अपनाया जा रहा है। पीएपी के अधिकारियों का कहना है कि जिस ड्राइंग के हिसाब से इस सर्विस रोड को खोलने के की तैयारी की जा रही है। वह स्थाई हल नहीं है। इसके लिए अलग से लैग तैयार करनी है या फिर फोर लेन फ्लाईओवर को चौड़ा दोनों तरफ से करना होगा। इसके लिए पीएपी की जगह एक्वायर करते हुए नया प्रोजेक्ट तैयार किया जा सकता है। इसके अलावा फ्लाईओवर के उपर ग्रीन बेल्ट जो करीब 6 फुट चौड़ी है उसको छोटा करके भी मौजूदा फ्लाईओवर को चौड़ा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से लाभ मिलेगा।