महाकुंभ पर आतंकी हमले की साजिश थी। पहले अमृत स्नान (14 फरवरी) से एक दिन पहले बब्बर खालसा का आतंकी लाजर मसीह महाकुंभ एंट्री पॉइंट से सिर्फ 1 KM दूर था। वह एक मिट्टी के टीले में गुफा बनाकर रह रहा था। यहीं से उसने महाकुंभ में ब्लास्ट करने का प्लान बनाया था। ढाबे पर जाकर खाना खाते समय मोबाइल चार्ज करता था। रोज अपने साथ हैंडग्रेनेड लेकर निकलता था, लेकिन महाकुंभ एंट्री पॉइंट पर हाई सिक्योरिटी होने की वजह से सफल नहीं हो सका। यह बात खुद बब्बर खालसा के आतंकी लाजर मसीह ने मानी है। उसे पुलिस ने 6 मार्च को कौशांबी के कोखराज से पकड़ा था। उससे पूछताछ में कई अहम बातें सामने आई हैं। पहले 3 तस्वीरें… अब जानिए पूरा मामला…
6 मार्च की सुबह साढ़े 3 बजे पुलिस ने कोखराज से बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) और ISI मॉड्यूल के सक्रिय आतंकवादी लाजर मसीह को गिरफ्तार किया था। लाजर मसीह अमृतसर के कुरलियान गांव का रहने वाला है। वह BKI के जर्मन-आधारित मॉड्यूल के प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी का राइट हैंड है। लाजर मसीह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में भी था। अमृत स्नान से पहले आया था कौशांबी
पुलिस जांच में सामने आया कि आतंकी लाजर मसीह पहले अमृत स्नान से पहले यहां आया था। इसके बाद नेशनल हाईवे-2 (दिल्ली-कानपुर-प्रयागराज-बनारस-हावड़ा सड़क मार्ग) से महज 1 KM दूर कोखराज गांव के वीराने में एक मिट्टी की मांद खोद कर उसी के अंदर रह रहा था। यह मांद किसी जंगली जानवर के रहने जितनी तैयार की गई थी। मांद टीलेनुमा जमीन के नीचे के हिस्से में आर-पार जाने के लिए तैयार की गई थी। पुलिस को मांद के अंदर से बिस्तर, 3 ग्रेनेड, 2 डेटोनेटर और पिस्टल मिली है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, लाजर मसीह को पेड़ की ऊंची टहनी पर चढ़कर बैठे भी देखा गया था। ढाबे पर रोज खाना खाने जाता था
लाजर मसीह से पूछताछ में सामने आया कि वह रोज दोपहर और रात में ढाबे पर खाना खाने जाता था। पानी भरने के लिए एक ईदगाह के सामने जाता था, जहां नल लगा था। बाहर निकलते वक्त लाजर मसीह हर वक्त मुंह पर पकड़ा बांधे रहता था। कई दुकानों के CCTV में वह दिखा है। टाइम पास करने के लिए मोबाइल में फिल्म भी देखता था। मोबाइल चार्ज करने के लिए वह ढाबे पर जाता था। चक्रव्यूह सुरक्षा घेरे से आगे कुछ नहीं कर सका आतंकी
आतंकी लाजर मसीह यूपी पुलिस अफसरों की व्यूह रचना के चलते अपने मूवमेंट को आगे नहीं बढ़ा सका। दरअसल, जहां उसने अपना ठिकाना बनाया था, उससे 1 किलोमीटर दूर पुलिस की बंकरनुमा चेकपोस्ट थी। इसके अलावा महाकुंभ एंट्री पॉइंट्स पर वाहनों का होल्डिंग एरिया बनाया गया था। इसके अलावा लगातार पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसर रात-दिन सड़क पर डटे रहे। हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद है लाजर मसीह
आतंकी लाजर मसीह को कौशांबी जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। जेल के सुरक्षाकर्मी उस पर पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं और उसके पास जाए बिना कड़ी नजर रख रहे हैं। जेल अफसर के मुताबिक, उसे सामान्य कैदियों की तरह भोजन-पानी दिया जा रहा है। उसने जेल में आने के बाद से अब तक किसी से कोई बात नहीं की है। ज्यादातर टाइम खामोश ही रहता है। जांच एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं। जेल अधीक्षक अजितेश मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से जेल के बड़े अधिकारी लगातार CCTV के जरिए उसकी हर गतिविधि कर नजर बनाए हुए हैं। ———————– ये खबर भी पढ़ें… योगी बोले- संभल CO ने ठीक कहा, जुमा 52-होली एक, पुलिस अफसर पहलवान है, अपने लहजे में बोलेगा तो कुछ को बुरा लग सकता है सीएम योगी ने संभल CO अनुज चौधरी का खुलकर समर्थन किया है। योगी ने कहा- जो हमारा पुलिस अधिकारी है, वह पहलवान रहा है। अर्जुन अवार्डी है। पूर्व ओलंपियन रहा है। अब पहलवानी के लहजे में बोलेगा तो कुछ लोगों को बुरा लग सकता है। लेकिन जो बात सच है, उस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए। पढ़ें पूरी खबर… महाकुंभ पर आतंकी हमले की साजिश थी। पहले अमृत स्नान (14 फरवरी) से एक दिन पहले बब्बर खालसा का आतंकी लाजर मसीह महाकुंभ एंट्री पॉइंट से सिर्फ 1 KM दूर था। वह एक मिट्टी के टीले में गुफा बनाकर रह रहा था। यहीं से उसने महाकुंभ में ब्लास्ट करने का प्लान बनाया था। ढाबे पर जाकर खाना खाते समय मोबाइल चार्ज करता था। रोज अपने साथ हैंडग्रेनेड लेकर निकलता था, लेकिन महाकुंभ एंट्री पॉइंट पर हाई सिक्योरिटी होने की वजह से सफल नहीं हो सका। यह बात खुद बब्बर खालसा के आतंकी लाजर मसीह ने मानी है। उसे पुलिस ने 6 मार्च को कौशांबी के कोखराज से पकड़ा था। उससे पूछताछ में कई अहम बातें सामने आई हैं। पहले 3 तस्वीरें… अब जानिए पूरा मामला…
6 मार्च की सुबह साढ़े 3 बजे पुलिस ने कोखराज से बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) और ISI मॉड्यूल के सक्रिय आतंकवादी लाजर मसीह को गिरफ्तार किया था। लाजर मसीह अमृतसर के कुरलियान गांव का रहने वाला है। वह BKI के जर्मन-आधारित मॉड्यूल के प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी का राइट हैंड है। लाजर मसीह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में भी था। अमृत स्नान से पहले आया था कौशांबी
पुलिस जांच में सामने आया कि आतंकी लाजर मसीह पहले अमृत स्नान से पहले यहां आया था। इसके बाद नेशनल हाईवे-2 (दिल्ली-कानपुर-प्रयागराज-बनारस-हावड़ा सड़क मार्ग) से महज 1 KM दूर कोखराज गांव के वीराने में एक मिट्टी की मांद खोद कर उसी के अंदर रह रहा था। यह मांद किसी जंगली जानवर के रहने जितनी तैयार की गई थी। मांद टीलेनुमा जमीन के नीचे के हिस्से में आर-पार जाने के लिए तैयार की गई थी। पुलिस को मांद के अंदर से बिस्तर, 3 ग्रेनेड, 2 डेटोनेटर और पिस्टल मिली है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, लाजर मसीह को पेड़ की ऊंची टहनी पर चढ़कर बैठे भी देखा गया था। ढाबे पर रोज खाना खाने जाता था
लाजर मसीह से पूछताछ में सामने आया कि वह रोज दोपहर और रात में ढाबे पर खाना खाने जाता था। पानी भरने के लिए एक ईदगाह के सामने जाता था, जहां नल लगा था। बाहर निकलते वक्त लाजर मसीह हर वक्त मुंह पर पकड़ा बांधे रहता था। कई दुकानों के CCTV में वह दिखा है। टाइम पास करने के लिए मोबाइल में फिल्म भी देखता था। मोबाइल चार्ज करने के लिए वह ढाबे पर जाता था। चक्रव्यूह सुरक्षा घेरे से आगे कुछ नहीं कर सका आतंकी
आतंकी लाजर मसीह यूपी पुलिस अफसरों की व्यूह रचना के चलते अपने मूवमेंट को आगे नहीं बढ़ा सका। दरअसल, जहां उसने अपना ठिकाना बनाया था, उससे 1 किलोमीटर दूर पुलिस की बंकरनुमा चेकपोस्ट थी। इसके अलावा महाकुंभ एंट्री पॉइंट्स पर वाहनों का होल्डिंग एरिया बनाया गया था। इसके अलावा लगातार पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसर रात-दिन सड़क पर डटे रहे। हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद है लाजर मसीह
आतंकी लाजर मसीह को कौशांबी जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। जेल के सुरक्षाकर्मी उस पर पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं और उसके पास जाए बिना कड़ी नजर रख रहे हैं। जेल अफसर के मुताबिक, उसे सामान्य कैदियों की तरह भोजन-पानी दिया जा रहा है। उसने जेल में आने के बाद से अब तक किसी से कोई बात नहीं की है। ज्यादातर टाइम खामोश ही रहता है। जांच एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं। जेल अधीक्षक अजितेश मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से जेल के बड़े अधिकारी लगातार CCTV के जरिए उसकी हर गतिविधि कर नजर बनाए हुए हैं। ———————– ये खबर भी पढ़ें… योगी बोले- संभल CO ने ठीक कहा, जुमा 52-होली एक, पुलिस अफसर पहलवान है, अपने लहजे में बोलेगा तो कुछ को बुरा लग सकता है सीएम योगी ने संभल CO अनुज चौधरी का खुलकर समर्थन किया है। योगी ने कहा- जो हमारा पुलिस अधिकारी है, वह पहलवान रहा है। अर्जुन अवार्डी है। पूर्व ओलंपियन रहा है। अब पहलवानी के लहजे में बोलेगा तो कुछ लोगों को बुरा लग सकता है। लेकिन जो बात सच है, उस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
महाकुंभ के एंट्री-पॉइंट पर गुफा बनाकर रह रहा था आतंकी:हर दिन हैंडग्रेनेड लेकर निकलता था; हाई सिक्योरिटी की वजह से ब्लास्ट नहीं कर सका
