महाकुंभ मेला संपन्न होने के बाद निंरजनी अखाड़े के संत लौटे वापस, हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत

महाकुंभ मेला संपन्न होने के बाद निंरजनी अखाड़े के संत लौटे वापस, हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत

<p style=”text-align: justify;”><strong>Haridwar News:</strong> तपो निधि श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के रमता पंचों की जमात का प्रयागराज महाकुंभ से वापस लौटने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज तथा निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज के सानिध्य में रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत किया गया. महंत रविंद्र पुरी महाराज ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ मेला संपन्न होने के बाद अखाड़े के संत काशी में होली मनाने के बाद आज &nbsp;वापस हरिद्वार आ गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान निरंजनी अखाड़े के सचिव और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्रपुरी ने कहा कि, महाकुंभ के दौरान अखाड़े के सभी पदाधिकारी साधु संत कुंभ क्षेत्र में चले जाते हैं और होली के बाद वह वापस अपनी अखाड़े द्वारा दी गई जिम्मेदारियां को निभाने के लिए अपने-अपने स्थान पर पहुंचते हैं. आज इसी कड़ी में हरिद्वार के सभी साधु संत प्रयागराज कुंभ संपन्न कराकर हरिद्वार आए हैं. जिनका सभी ने स्वागत किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2027 के अर्धकुंभ का आयोजन महाकुंभ की तरह होगा- श्री महंत रविंद्र पुरी<br /></strong>इस दौरान निरंजनी अखाड़े के सचिव और अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि, प्रयागराज महाकुंभ संपन्न होने के बाद अब हमारा अन्य कुंभों को लेकर कार्य शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अब 2027 में अर्धकुंभ हरिद्वार में है. और उसके बाद नासिक और उज्जैन में भी महाकुंभ है. जिनकी तैयारी में अब निरंजनी अखाड़े के सभी पदाधिकारी लग जाएंगे.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/ZTyDCgPFKV0?si=j5xTUIPECJJseGe0″ width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी के साथ 2027 में हरिद्वार में होने वाले अर्ध कुंभ पर बोलते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि, उनकी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्तालाप हुई है और उन्होंने उनसे आग्रह किया है कि हरिद्वार में होने वाले अर्ध कुंभ को भी महाकुंभ का की तरह ही बनाया जाए. क्योंकि 2021 के दौरान कोरोना काल आ गया था, जिस कारण हरिद्वार में हुए <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> की रौनक कम रही थी. इसलिए 2027 में होने वाले अर्ध कुंभ को लेकर भी पहले सरकार से वार्तालाप की जाएगी, उसके बाद अखाड़ा परिषद सभी अखाड़ों की बैठक बुलाएगा और निर्णय लेगा की 2027 का कुंभ किस तरह संपन्न करना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/moradabad-stray-dogs-mauled-seven-year-old-innocent-children-to-death-ann-2908697″>मुरादाबाद में आवारा कुत्तों का आतंक, दुकान पर गए 7 साल के मासूम पर हमला, नोंच-नोंचकर मार डाला</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Haridwar News:</strong> तपो निधि श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के रमता पंचों की जमात का प्रयागराज महाकुंभ से वापस लौटने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज तथा निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज के सानिध्य में रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत किया गया. महंत रविंद्र पुरी महाराज ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ मेला संपन्न होने के बाद अखाड़े के संत काशी में होली मनाने के बाद आज &nbsp;वापस हरिद्वार आ गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान निरंजनी अखाड़े के सचिव और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्रपुरी ने कहा कि, महाकुंभ के दौरान अखाड़े के सभी पदाधिकारी साधु संत कुंभ क्षेत्र में चले जाते हैं और होली के बाद वह वापस अपनी अखाड़े द्वारा दी गई जिम्मेदारियां को निभाने के लिए अपने-अपने स्थान पर पहुंचते हैं. आज इसी कड़ी में हरिद्वार के सभी साधु संत प्रयागराज कुंभ संपन्न कराकर हरिद्वार आए हैं. जिनका सभी ने स्वागत किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2027 के अर्धकुंभ का आयोजन महाकुंभ की तरह होगा- श्री महंत रविंद्र पुरी<br /></strong>इस दौरान निरंजनी अखाड़े के सचिव और अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि, प्रयागराज महाकुंभ संपन्न होने के बाद अब हमारा अन्य कुंभों को लेकर कार्य शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अब 2027 में अर्धकुंभ हरिद्वार में है. और उसके बाद नासिक और उज्जैन में भी महाकुंभ है. जिनकी तैयारी में अब निरंजनी अखाड़े के सभी पदाधिकारी लग जाएंगे.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/ZTyDCgPFKV0?si=j5xTUIPECJJseGe0″ width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी के साथ 2027 में हरिद्वार में होने वाले अर्ध कुंभ पर बोलते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि, उनकी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्तालाप हुई है और उन्होंने उनसे आग्रह किया है कि हरिद्वार में होने वाले अर्ध कुंभ को भी महाकुंभ का की तरह ही बनाया जाए. क्योंकि 2021 के दौरान कोरोना काल आ गया था, जिस कारण हरिद्वार में हुए <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> की रौनक कम रही थी. इसलिए 2027 में होने वाले अर्ध कुंभ को लेकर भी पहले सरकार से वार्तालाप की जाएगी, उसके बाद अखाड़ा परिषद सभी अखाड़ों की बैठक बुलाएगा और निर्णय लेगा की 2027 का कुंभ किस तरह संपन्न करना है.</p>
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