प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे ने चार विशेष ट्रेनों का शेड्यूल जारी कर दिया है। ये ट्रेनें 9 जनवरी से 23 फरवरी तक संचालित होंगी, जिससे महाकुंभ की यात्रा सुगम होगी। ये विशेष ट्रेनें अंब अंदौरा, फिरोजपुर, अमृतसर और बठिंडा से चलेंगी और रुड़की, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ होते हुए फाफामऊ (प्रयागराज) तक पहुंचेंगी। बठिंडा-फाफामऊ विशेष ट्रेन (04526/04524):ट्रेन नंबर 04526 बठिंडा से 19, 22, 25 जनवरी और 8, 18, 22 फरवरी को चलेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 04524 फाफामऊ से 20, 23, 26 जनवरी और 9, 19, 23 फरवरी को रवाना होगी। बठिंडा से प्रस्थान सुबह 4:30 बजे करेगी। सहारनपुर में सुबह 10:05 बजे पहुंचेगी। फाफामऊ से प्रस्थान सुबह 6:30 बजे बजे चलकर सहारनपुर में रात 8 बजे पहुंचेगी। यह ट्रेन रुड़की, लक्सर, नजीबाबाद, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, हरदोई, लखनऊ और रायबरेली स्टेशनों पर रुकेगी। अंब अंदौरा-फाफामऊ विशेष ट्रेन (04528/04527): ट्रेन नंबर 04528 अंब अंदौरा से 17, 20, 25 जनवरी और 9, 15, 23 फरवरी को चलेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 04527 फाफामऊ से 18, 21, 26 जनवरी और 10, 16, 24 फरवरी को चलेगी। अंब अंदौरा से रात 10:05 बजे प्रस्थान करेगी और सहारनपुर सुबह 3:15 बजे पहुंचेगी। वापसी में फाफामऊ से ट्रेन रात 10:30 बजे चलेगी और अगले दिन सुबह 11:35 बजे अंब अंदौरा पहुंचेगी। यह ट्रेन भी रुड़की, नजीबाबाद, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, लखनऊ और रायबरेली स्टेशनों पर रुकेगी। अमृतसर-फाफामऊ विशेष ट्रेन (04662/04661):ट्रेन नंबर 04662 अमृतसर से 9, 19 जनवरी और 6 फरवरी को चलेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 04661 फाफामऊ से 11, 21 जनवरी और 8 फरवरी को चलेगी। अमृतसर से रात 8:10 बजे चलेगी और सहारनपुर में रात 2:30 बजे पहुंचेगी। वापसी में फाफामऊ से सुबह 6:30 बजे से चलेगी और रात 10:10 बजे सहारनपुर पहुंचेगी। इस ट्रेन का रूट देवबंद, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर, गजरौला, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, लखनऊ और रायबरेली रहेगा। फिरोजपुर-फाफामऊ विशेष ट्रेन (04664/04665): ट्रेन नंबर 04664 फिरोजपुर से 25 जनवरी को चलेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 04665 फाफामऊ से 26 जनवरी को चलेगी। फिरोजपुर से दोपहर 1:25 बजे चलेगी और रात 9:10 बजे सहारनपुर पहुंचेगी। वापसी में फाफामऊ से शाम 7:30 बजे चलेगी और अगले दिन सुबह 9:05 बजे सहारनपुर पहुंचेगी। इस ट्रेन का रूट मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, लखनऊ और रायबरेली रहेगा। प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे ने चार विशेष ट्रेनों का शेड्यूल जारी कर दिया है। ये ट्रेनें 9 जनवरी से 23 फरवरी तक संचालित होंगी, जिससे महाकुंभ की यात्रा सुगम होगी। ये विशेष ट्रेनें अंब अंदौरा, फिरोजपुर, अमृतसर और बठिंडा से चलेंगी और रुड़की, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ होते हुए फाफामऊ (प्रयागराज) तक पहुंचेंगी। बठिंडा-फाफामऊ विशेष ट्रेन (04526/04524):ट्रेन नंबर 04526 बठिंडा से 19, 22, 25 जनवरी और 8, 18, 22 फरवरी को चलेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 04524 फाफामऊ से 20, 23, 26 जनवरी और 9, 19, 23 फरवरी को रवाना होगी। बठिंडा से प्रस्थान सुबह 4:30 बजे करेगी। सहारनपुर में सुबह 10:05 बजे पहुंचेगी। फाफामऊ से प्रस्थान सुबह 6:30 बजे बजे चलकर सहारनपुर में रात 8 बजे पहुंचेगी। यह ट्रेन रुड़की, लक्सर, नजीबाबाद, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, हरदोई, लखनऊ और रायबरेली स्टेशनों पर रुकेगी। अंब अंदौरा-फाफामऊ विशेष ट्रेन (04528/04527): ट्रेन नंबर 04528 अंब अंदौरा से 17, 20, 25 जनवरी और 9, 15, 23 फरवरी को चलेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 04527 फाफामऊ से 18, 21, 26 जनवरी और 10, 16, 24 फरवरी को चलेगी। अंब अंदौरा से रात 10:05 बजे प्रस्थान करेगी और सहारनपुर सुबह 3:15 बजे पहुंचेगी। वापसी में फाफामऊ से ट्रेन रात 10:30 बजे चलेगी और अगले दिन सुबह 11:35 बजे अंब अंदौरा पहुंचेगी। यह ट्रेन भी रुड़की, नजीबाबाद, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, लखनऊ और रायबरेली स्टेशनों पर रुकेगी। अमृतसर-फाफामऊ विशेष ट्रेन (04662/04661):ट्रेन नंबर 04662 अमृतसर से 9, 19 जनवरी और 6 फरवरी को चलेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 04661 फाफामऊ से 11, 21 जनवरी और 8 फरवरी को चलेगी। अमृतसर से रात 8:10 बजे चलेगी और सहारनपुर में रात 2:30 बजे पहुंचेगी। वापसी में फाफामऊ से सुबह 6:30 बजे से चलेगी और रात 10:10 बजे सहारनपुर पहुंचेगी। इस ट्रेन का रूट देवबंद, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर, गजरौला, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, लखनऊ और रायबरेली रहेगा। फिरोजपुर-फाफामऊ विशेष ट्रेन (04664/04665): ट्रेन नंबर 04664 फिरोजपुर से 25 जनवरी को चलेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 04665 फाफामऊ से 26 जनवरी को चलेगी। फिरोजपुर से दोपहर 1:25 बजे चलेगी और रात 9:10 बजे सहारनपुर पहुंचेगी। वापसी में फाफामऊ से शाम 7:30 बजे चलेगी और अगले दिन सुबह 9:05 बजे सहारनपुर पहुंचेगी। इस ट्रेन का रूट मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, लखनऊ और रायबरेली रहेगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
मनमोहन सिंह ने टीचर्स के कहने पर इकोनॉमिक्स चुनी:अमृतसर हिंदू कॉलेज लेता था आधी फीस, क्लासमेट बोले-कम शब्दों में अपनी बात बोल जाते थे
मनमोहन सिंह ने टीचर्स के कहने पर इकोनॉमिक्स चुनी:अमृतसर हिंदू कॉलेज लेता था आधी फीस, क्लासमेट बोले-कम शब्दों में अपनी बात बोल जाते थे देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह नहीं रहे। गुरुवार रात को उन्होंने दिल्ली AIIMS में अंतिम सांस ली। वे अविभाजित भारत में पंजाब के गाह गांव में पैदा हुए थे। उनका परिवार बंटवारे के समय पंजाब के अमृतसर में बस गया था। डॉ. मनमोहन सिंह ने 10वीं के बाद प्री कॉलेज करने के लिए हिंदू कॉलेज को चुना था। सितंबर 1948 में उन्होंने कॉलेज में दाखिला लिया और पहला स्थान पाया। तत्कालीन प्रिंसिपल संत राम ने उन्हें रोल कॉल ऑफ ऑनर के साथ सम्मानित किया। वह पहले स्टूडेंट थे, जिन्हें इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। यह किस्सा खुद डॉ. मनमोहन सिंह ने हिंदू कॉलेज में 2018 में आयोजित एलुमनी मीट और कनवोकेशन के दौरान सुनाया था। डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था कि शिक्षक ही विद्यार्थी की विलक्षण शक्ति को पहचान सकते हैं। उन्होंने बताया था कि टीचर्स के कहने के बाद उन्होंने बीए ऑनर्स इन इकोनॉमिक्स में दाखिला लिया था। 1952 में एक बार फिर टॉपर बने। डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने पूर्व प्रिंसिपल संत राम, प्रो. मस्त राम, प्रो. एसआर कालिया, डॉ. जुगल किशोर त्रिखा और डॉ. सुदर्शन कपूर को अपना हीरो बताया था। दोस्तों ने साझा की थीं डॉ. मनमोहन सिंह से जुड़ी बातें… कॉलेज पूरा होने के 65 साल के बाद साल 2018 में डॉ. मनमोहन सिंह हिंदू कॉलेज में पहुंचे थे। इस कॉलेज में उन्होंने तकरीबन 4 साल 1948 से 1952 तक शिक्षकों के लेक्चर सुन ज्ञान हासिल किया था। इस दौरान उनके कई क्लासमेट भी कॉलेज पहुंचे थे, जिन्होंने 2018 में प्रिंसिपल रहे डॉ. पीके शर्मा को कई किस्से सुनाए। कम शब्दों में अपनी बात बोल जाते थे मनमोहन
डॉ. मनमोहन सिंह के बैचमेट रहे डीएवी लोकल मैनेजिंग कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट सुदर्शन कपूर ने बताया था कि वह 3 साल तक कॉलेज की डिबेट टीम का हिस्सा रहे थे। डॉ. मनमोहन के पास बोलने व दूसरों को प्रभावित करने की शैली शुरू से ही थी। डिबेट में वह बहुत ही कम शब्दों में व शांति के साथ अपनी बात बोल जाते थे। वह बात इतनी प्रभावशाली होती थी कि कोई उन्हें पहला इनाम देने से खुद को रोक नहीं पाता था। डॉ. मनमोहन का अधिक समय लाइब्रेरी में ही बीतता थे। जब भी वह इकट्ठे बैठते तो फिल्मों व एक्ट्रेस की बातें भी चल पड़ती थीं, लेकिन यह बातें सुन वह शरमा जाते। कपूर बोले- उन्हें मनमोहन कहना आसान नहीं था
डॉ. सुदर्शन कपूर ने बताया कि डॉ. मनमोहन ने उन्हें दिल्ली अपने निवास पर बुलाया था। वह उन्हें डॉक्टर साहिब कह कर बुलाते थे, जिस पर उनकी पत्नी गुरशरण कौर ने उन्हें टोका था। उनका कहना था कि आप दोस्त हैं। इन्हें मनमोहन कह क्यों नहीं बुलाते? हर बार इन्हें डॉक्टर साहिब कहते हैं। इस पर उन्होंने कहा था कि जिस शख्सियत के सामने अब वह बैठे हैं, उनके आगे बैठ अब मनमोहन बोलना आसान नहीं। मुंह से खुद ही डॉक्टर साहिब निकलता है। इस बैठक में उन्होंने सभी दोस्तों और प्रो. जैन, प्रो. त्रिखा और प्रो. जय गोपाल को भी याद किया था। पढ़ाई में शुरू से तेज, आधी फीस लेता था कॉलेज
कॉलेज रिकॉर्ड के अनुसार डॉ. मनमोहन का रोल नंबर 19 और सीरियल नंबर 1420 था। वह पढ़ाई में इतने तेज थे कि उनकी आधी फीस माफ थी। ग्रेजुएशन में उनके सब्जेक्ट इकोनॉमिक्स, पॉलिटिकल साइंस और पंजाबी थे। वह बाद में विश्व विख्यात इकोनॉमिस्ट और देश के प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचे। सिग्नेचर में 3 ट्रायंगल डालते थे
उनके क्लासमेट रहे राम प्रकाश सरोज ने तत्कालीन प्रिंसिपल को बताया था कि डॉ. मनमोहन सिंह के सिग्नेचर यूनीक थे। वह 3 जगह ट्रायंगल बनाते थे। पहला मनमोहन का M डालते हुए, दूसरा S लिखते हुए और तीसरा सिंह का G लिखते हुए। प्रो. कालिया दिल्ली पहुंचे, पता चला तो खुद भागते हुए आए
क्लासमेट और यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन से सीनियर लेक्चरर पद से रिटायर्ड सुदर्शन भास्कर ने प्रिंसिपल डॉ. पीके शर्मा से एक किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि डॉ. मनमोहन फाइनेंस डिपार्टमेंट में इकोनॉमिक सेक्रेटरी थे। कॉलेज के प्रो. कालिया उनसे मिलने दिल्ली पहुंच गए। जैसे ही डॉ. सिंह को उनके आने का पता चला, वह सारा काम छोड़ रिसेप्शन की तरफ भागे और खुद डॉ. कालिया का स्वागत किया। अपने दो सहपाठियों को याद कर भावुक हुए थे
डॉ. मनमोहन सिंह ने अपनी स्पीच में कहा था कि जिस समय वह हिंदू कॉलेज में पढ़ रहे थे, उस समय डी. बचिंद्रा गोस्वामी और राज कुमार पठारिया भी यहां थे। इन्होंने भी भारत का नाम विश्व में ऊंचा किया। इसके अलावा हिंदू कॉलेज के अन्य एलुमनी सतिंदर लूंबा का नाम लिया। उन्होंने कहा कि जिस समय वह प्रधानमंत्री थे, सतिंदर लूंबा उनके सलाहकार थे। उन्हें यह जानकार खुशी हुई थी कि सतिंदर लूंबा भी हिंदू कॉलेज का ही हिस्सा रहे। अमृतसर दौरे से जुड़े डॉ. मनमोहन सिंह के PHOTOS… ——————- मनमोहन सिंह से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…. बंटवारे में पाकिस्तान छोड़ पंजाब आए मनमोहन सिंह, पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी; PU में प्रोफेसर रहे डॉ. मनमोहन सिंह का पंजाब और चंडीगढ़ से गहरा नाता रहा। मनमोहन सिंह ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अमृतसर में ही। बाद में उन्होंने चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दीं। पंजाब ने जब चंडीगढ़ के पास मुल्लांपुर में न्यू चंडीगढ़ बसाना शुरू किया तो मनमोहन सिंह ने ही वहां की मेडिसिटी में होमी भाभा कैंसर अस्पताल का नींव पत्थर रखा था। पूरी खबर पढ़ें…
‘प्रधानमंत्री को सबसे पहले…’, AAP नेता संजय सिंह की पीएम मोदी को नसीहत?
‘प्रधानमंत्री को सबसे पहले…’, AAP नेता संजय सिंह की पीएम मोदी को नसीहत? <p style=”text-align: justify;”><strong> Sanjay Advice To PM Modi:</strong> आम आमदी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> की स्पीच को लेकर एक बार फिर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी ने धर्मनिरपेक्षता की बात लाल किले से की है. सवाल यह है कि उन्हें सबसे पहले खुद इस बात पर अमल करने की जरूरत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी ने एक्स पोस्ट पर सांसद संजय सिंह के हवाले से कहा है कि संविधान की आत्मा में ही धर्मनिरपेक्षता (Secularism) लिखा है. प्रधानमंत्री खुद देश के धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने में लगे हैं. चुनावों में प्रधानमंत्री महंगाई की बात नहीं करते हैं. वह बेरोजगारी की बात नहीं करते, लेकिन वो मदरसा, मटन, मछली की बात करते हैं. इस मसले पर प्रधानमंत्री को तो खुद सबसे पहले धर्मनिरपेक्षता को फॉलो करना चाहिए. </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>संविधान की आत्मा में ही Secularism लिखा है। प्रधानमंत्री ख़ुद देश के धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने में लगे हैं।<br /><br />चुनावों में प्रधानमंत्री महंगाई की बात नहीं करते, बेरोज़गारी की बात नहीं करते लेकिन वो मदरसा, मटन, मछली की बात करते हैं।<br /><br />प्रधानमंत्री को तो ख़ुद सबसे पहले… <a href=”https://t.co/oAsrwD426D”>pic.twitter.com/oAsrwD426D</a></p>
— AAP (@AamAadmiParty) <a href=”https://twitter.com/AamAadmiParty/status/1824037467416084771?ref_src=twsrc%5Etfw”>August 15, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये है PM को एक सूत्रीय एजेंडा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय सिंह ने अपने एक अन्य एक्स पोस्ट में कहा था कि सदन से लेकर लालकिले तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक सूत्रीय कार्यक्रम नफरत फैलाना है. आज भी उन्होंने कुछ नया नहीं किया. प्रधानमंत्री मणिपुर और महंगाई पर खामोश रहे. वह विपक्ष को गाली देने में चैंपियन रहे. टीडीपी और जेडीयू को सोचना होगा की वो मोदी के नफरती एजेंडे के साथ हैं या खिलाफ हैं?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’लोकतंत्र जेल में है'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>गुरुवार को उन्होंने कहा था कि सीएम अरविंद केजरीवाल आधुनिक स्वतंत्रता सेनानी हैं. उन्होंने देश को गरीबी, बीमारी और बेरोजगारी से मुक्ति दिलाने की पहल की. जनता के लिए काम करने की वजह से अरविंद केजरीवाल जी को केंद्र सरकार ने जेल भेजा. आज हम आजादी दिवस मना रहे हैं, लेकिन लोकतंत्र जेल में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”Delhi Weather: बारिश से कूल हुआ दिल्ली एनसीआर, जानें- गर्मी से राहत कब तक?” href=”https://www.abplive.com/photo-gallery/states/delhi-ncr-delhi-weather-update-today-delhi-ncr-became-cools-imd-alert-rain-2762067″ target=”_blank” rel=”noopener”>Delhi Weather: बारिश से कूल हुआ दिल्ली एनसीआर, जानें- गर्मी से राहत कब तक?</a></p>
रणदीप सुरजेवाला बोले- मैं भी CM बनना चाहता हूं:राहुल गांधी जो निर्णय करेंगे, वह सब को मान्य होगा; मनोहर की बातें बचकाना
रणदीप सुरजेवाला बोले- मैं भी CM बनना चाहता हूं:राहुल गांधी जो निर्णय करेंगे, वह सब को मान्य होगा; मनोहर की बातें बचकाना हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सीएम की कुर्सी पर दावा ठोका है। इससे पहले उनके बेटे एवं कैथल में कांग्रेस प्रत्याशी आदित्य सुरजेवाला ने कहा था कि उनकी इच्छा है कि उनके पिता कांग्रेस सरकार बनने पर सीएम बनें। इसके जवाब में रणदीप ने कहा कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा यह हर व्यक्ति की आंकाक्षा है। कैथल में पत्रकारों से बातचीत में मंगलवार को सुरजेवाला ने कहा कि मैं, कुमारी सैलजा, जो मेरी बड़ी बहन है, चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा सीएम बनना चाहते हैं। हम तीन लोगों के अलावा किसी और साथी का भी यह अधिकार है, यहां प्रजातंत्र है। आखिर में यह निर्णय राहुल गांधी और मल्लिका अर्जुन खड़गे करते हैं, जो निर्णय वह करेंगे, वह हम सबको स्वीकार होगा। कुमारी सैलजा को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा ट्विटर पर बधाई देने पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इन बातों में कोई वजन नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री का मैं आदर करता हूं, वह पिता समान हैं, उनकी उम्र की वजह से, पर वे बचकाना बातें कर रहे हैं। कुमारी सैलजा कांग्रेसी थी, हैं और रहेंगी। सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें मालूम है मनोहर लाल को प्रधानमंत्री कुरुक्षेत्र की रैली तक में लेकर नहीं गए। कहीं इनको देखकर वोट टूट न जाए। वह अपनी चिंता करें कि कहीं उन्हें मंत्री पद से ना हटा दें, जिस तरह से मुख्यमंत्री कुर्सी से उठाया था।