महाकुंभ 2025 को लेकर NDRF की भी जोरदार तैयारी, संगम पर हर दिन हो रहा है मॉक ड्रिल

महाकुंभ 2025 को लेकर NDRF की भी जोरदार तैयारी, संगम पर हर दिन हो रहा है मॉक ड्रिल

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025 News:</strong> संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ में संत महात्माओ और श्रद्धालुओ की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. पुलिस – पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ ही एनडीआरएफ की बीस टीमों को भी लगाया गया है. एनडीआरएफ की टीम लगातार महाकुंभ क्षेत्र में मॉक ड्रिल करते हुए अपनी तैयारियों को परख रही है और क्विक रिस्पांस टाइम को मिनिमम करने में जुटी हुई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एनडीआरएफ ने इसी कड़ी में महाकुंभ क्षेत्र में गंगा और यमुना नदियों में भी मॉक ड्रिल किया है. मेले के दौरान अगर गंगा और यमुना नदियों में कोई घटना – दुर्घटना होती है. श्रद्धालुओं से भरी हुई कोई नाव पलटती है या फिर डुबकी लगाते वक्त पांव फिसलने से कोई श्रद्धालु गहरे पानी में समाने लगता है तो मुस्तैदी दिखाते हुए कैसे लोगों की जिंदगी को बचाना है, इसका मॉक ड्रिल किया जा रहा है. अलग-अलग तरह के हादसे होने पर कौन सी परिस्थितियां सामने आ सकती हैं, उनकी लिस्ट बनाकर तैयारिया की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>हादसे कैसे होते हैं. किस तरह चौकन्ने रहकर निगहबानी करनी है. हादसा होते ही किस तरह से एक पल भी गवाए बिना रेस्क्यू शुरू करना है. टीम में किस सदस्य की क्या जिम्मेदारी रहेगी, इसे लेकर तैयारियों को परखा और पुख्ता किया जा रहा है. बिल्कुल उसी तरह से रिहर्सल किया जा रहा है, जैसा क्विक रिस्पांस मेला शुरू होने पर किया जाना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नदियों में हादसा होने की आशंका ज्यादा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट नवीन कुमार शर्मा ने जानकारी दी है कि नदियों में मॉक ड्रिल को इसलिए ज्यादा फोकस किया जा रहा है, क्योंकि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु यहां नदियों में आस्था की डुबकी लगाने के लिए ही आएंगे. बड़ी संख्या में श्रद्धालु नावों पर सवार होकर संगम की बीच धारा तक जाते हैं. ऐसे में नदियों में हादसा होने की आशंका ज्यादा होती है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एनडीआरएफ के लिए यह महाकुंभ एक चुनौती की तरह&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डिप्टी कमांडेंट नवीन शर्मा के मुताबिक जल के अलावा आग लगने – भगदड़ मचने या कोई हमला होने और किसी पंडाल के गिरने जैसी आपदाएं आने पर किस तरह से तेजी से काम करना है, ग्राउंड जीरो पर उनका भी मॉक ड्रिल कर तैयारियों को परखा जा रहा है. उनका कहना है कि एनडीआरएफ के लिए यह महाकुंभ एक चुनौती की तरह है. हमारी टीम हमेशा की तरह मुस्तैदी दिखाते हुए श्रद्धालुओं का जीवन सुरक्षित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/yogi-adityanath-government-minister-om-prakash-rajbhar-described-lord-hanuman-as-rajbhar-caste-2851885″>योगी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भगवान हनुमान को राजभर जाति का बताया, जानें क्या कहा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025 News:</strong> संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ में संत महात्माओ और श्रद्धालुओ की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. पुलिस – पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ ही एनडीआरएफ की बीस टीमों को भी लगाया गया है. एनडीआरएफ की टीम लगातार महाकुंभ क्षेत्र में मॉक ड्रिल करते हुए अपनी तैयारियों को परख रही है और क्विक रिस्पांस टाइम को मिनिमम करने में जुटी हुई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एनडीआरएफ ने इसी कड़ी में महाकुंभ क्षेत्र में गंगा और यमुना नदियों में भी मॉक ड्रिल किया है. मेले के दौरान अगर गंगा और यमुना नदियों में कोई घटना – दुर्घटना होती है. श्रद्धालुओं से भरी हुई कोई नाव पलटती है या फिर डुबकी लगाते वक्त पांव फिसलने से कोई श्रद्धालु गहरे पानी में समाने लगता है तो मुस्तैदी दिखाते हुए कैसे लोगों की जिंदगी को बचाना है, इसका मॉक ड्रिल किया जा रहा है. अलग-अलग तरह के हादसे होने पर कौन सी परिस्थितियां सामने आ सकती हैं, उनकी लिस्ट बनाकर तैयारिया की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>हादसे कैसे होते हैं. किस तरह चौकन्ने रहकर निगहबानी करनी है. हादसा होते ही किस तरह से एक पल भी गवाए बिना रेस्क्यू शुरू करना है. टीम में किस सदस्य की क्या जिम्मेदारी रहेगी, इसे लेकर तैयारियों को परखा और पुख्ता किया जा रहा है. बिल्कुल उसी तरह से रिहर्सल किया जा रहा है, जैसा क्विक रिस्पांस मेला शुरू होने पर किया जाना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नदियों में हादसा होने की आशंका ज्यादा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट नवीन कुमार शर्मा ने जानकारी दी है कि नदियों में मॉक ड्रिल को इसलिए ज्यादा फोकस किया जा रहा है, क्योंकि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु यहां नदियों में आस्था की डुबकी लगाने के लिए ही आएंगे. बड़ी संख्या में श्रद्धालु नावों पर सवार होकर संगम की बीच धारा तक जाते हैं. ऐसे में नदियों में हादसा होने की आशंका ज्यादा होती है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एनडीआरएफ के लिए यह महाकुंभ एक चुनौती की तरह&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डिप्टी कमांडेंट नवीन शर्मा के मुताबिक जल के अलावा आग लगने – भगदड़ मचने या कोई हमला होने और किसी पंडाल के गिरने जैसी आपदाएं आने पर किस तरह से तेजी से काम करना है, ग्राउंड जीरो पर उनका भी मॉक ड्रिल कर तैयारियों को परखा जा रहा है. उनका कहना है कि एनडीआरएफ के लिए यह महाकुंभ एक चुनौती की तरह है. हमारी टीम हमेशा की तरह मुस्तैदी दिखाते हुए श्रद्धालुओं का जीवन सुरक्षित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी.</p>
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