<p style=”text-align: justify;”><strong>Ajit Pawar on Maharashtra Day:</strong> महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर उप मुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने एक ऐसा बयान दिया, जिससे राजनीति गरमा गई है. दरअसल, गुरुवार (1 मई) को महाराष्ट्र की स्थापना के 65 वर्ष पूरे हुए, जिसके जश्न में एनसीपी ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. यहां पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा कि उन्हें केवल एक बात का अफसोस है कि महाराष्ट्र-कर्नाटक बॉर्डर पर बेलगाम और कारवार जैसे क्षेत्रों का पश्चिमी मराठी भाषी राज्य में विलय नहीं हो सका. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इतना ही नहीं, अजित पवार ने दावा किया कि उनकी पार्टी महान समाज सुधारकों शाहू महाराज, महात्मा ज्योतिराव फुले और डॉ. बीआर अंबेडकर की विचारधाराओं को कभी नहीं छोड़ेगी, उन्हें आगे बढ़ाएगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अजित पवार ने यशवंतराव चव्हाण का किया जिक्र</strong><br />न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र की सरकार में रहे सभी मुख्यमंत्रियों को याद करते हुए अजित पवार ने कहा कि साल 1960 में जब महाराष्ट्र की स्थापना हुई थी, तबसे लेकर अबतक, यशवंतराव चव्हाण से लेकर देवेंद्र फडणवीस तक, सभी ने राज्य के विकास के लिए अपना योगदान दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’तभी पूरा हो सकेगा पूर्ण महाराष्ट्र का सपना’- अजित पवार</strong><br />अजित पवार ने आगे कहा कि महाराष्ट्र का निर्माण संघर्ष से हुआ है. भले ही महाराष्ट्र ने अपने अस्तित्व के 65 साल पूरे कर लिए हों, लेकिन हमारे दिल में एक अफसोस है. बेलगाम और कारवार के मराठी मानुस, अब तक हमारे साथ नहीं आ सके हैं. यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. जिस दिन ये दोनों क्षेत्र महाराष्ट्र का हिस्सा बन जाएंगे, उस दिन हम कह सकते हैं कि महाराष्ट्र अब पूरा हो गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दक्षिण राज्य कर रहा विरोध</strong><br />जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र की मांग है कि कर्नाटक के मराठी भाषी क्षेत्र- बेलगाम, कारवार और निपानी को राज्य में मिला दिया जाए. दक्षिणी राज्य इसका कड़ा विरोध कर रहा है. अजित पवार ने कहा कि साल 1947 में भारत की आबादी 35 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 140 करोड़ हो गई है. इसी हिसाब से महाराष्ट्र की आबादी भी बढ़ी है. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Ajit Pawar on Maharashtra Day:</strong> महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर उप मुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने एक ऐसा बयान दिया, जिससे राजनीति गरमा गई है. दरअसल, गुरुवार (1 मई) को महाराष्ट्र की स्थापना के 65 वर्ष पूरे हुए, जिसके जश्न में एनसीपी ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. यहां पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा कि उन्हें केवल एक बात का अफसोस है कि महाराष्ट्र-कर्नाटक बॉर्डर पर बेलगाम और कारवार जैसे क्षेत्रों का पश्चिमी मराठी भाषी राज्य में विलय नहीं हो सका. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इतना ही नहीं, अजित पवार ने दावा किया कि उनकी पार्टी महान समाज सुधारकों शाहू महाराज, महात्मा ज्योतिराव फुले और डॉ. बीआर अंबेडकर की विचारधाराओं को कभी नहीं छोड़ेगी, उन्हें आगे बढ़ाएगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अजित पवार ने यशवंतराव चव्हाण का किया जिक्र</strong><br />न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र की सरकार में रहे सभी मुख्यमंत्रियों को याद करते हुए अजित पवार ने कहा कि साल 1960 में जब महाराष्ट्र की स्थापना हुई थी, तबसे लेकर अबतक, यशवंतराव चव्हाण से लेकर देवेंद्र फडणवीस तक, सभी ने राज्य के विकास के लिए अपना योगदान दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’तभी पूरा हो सकेगा पूर्ण महाराष्ट्र का सपना’- अजित पवार</strong><br />अजित पवार ने आगे कहा कि महाराष्ट्र का निर्माण संघर्ष से हुआ है. भले ही महाराष्ट्र ने अपने अस्तित्व के 65 साल पूरे कर लिए हों, लेकिन हमारे दिल में एक अफसोस है. बेलगाम और कारवार के मराठी मानुस, अब तक हमारे साथ नहीं आ सके हैं. यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. जिस दिन ये दोनों क्षेत्र महाराष्ट्र का हिस्सा बन जाएंगे, उस दिन हम कह सकते हैं कि महाराष्ट्र अब पूरा हो गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दक्षिण राज्य कर रहा विरोध</strong><br />जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र की मांग है कि कर्नाटक के मराठी भाषी क्षेत्र- बेलगाम, कारवार और निपानी को राज्य में मिला दिया जाए. दक्षिणी राज्य इसका कड़ा विरोध कर रहा है. अजित पवार ने कहा कि साल 1947 में भारत की आबादी 35 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 140 करोड़ हो गई है. इसी हिसाब से महाराष्ट्र की आबादी भी बढ़ी है. </p> महाराष्ट्र LOC से सटे गांव के लोगों ने की अतिरिक्त बंकर बनाने की मांग, डिप्टी सीएम ने दिए जरूरी निर्देश
महाराष्ट्र के 65 साल पूरे होने पर डिप्टी सीएम अजित पवार का बड़ा बयान- ‘बस एक बात का अफसोस रह गया कि…’
