कांग्रेस नेता एवं तोशाम से विधायक किरण चौधरी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी के भाजपा में शामिल होने पर भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रहे राव दान सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। महेंद्रगढ़ में मीडिया से बातचीत में राव दान सिंह ने कहा कि इस तरह की लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थी। क्योंकि बीते राज्यसभा चुनाव में जिस तरह से हिस्सा लिया था और उसके बाद से ही चर्चाएं शुरू थी। हम एक वोट से हार गए थे। इसके बाद उन्होंने खुद माना था कि उन्होंने निशान लगाया और वो आ गई। यह बात निश्चित थी कि इनका मन बीजेपी की तरफ था। इससे कांग्रेसी कार्यकर्ता भी उत्साहित हैं। राव दान सिंह ने कहा कि ये भाजपा के साथ मिलीभगत की राजनीति करती आ रही है और आज से नहीं पिछले तीन चुनाव से। 2014, 2019 व 2024 के तीनों चुनाव में ऐसी घटना घटी है कि जिसमें कांग्रेस के उम्मीदवार की खिलाफत की है। ये सिर्फ अपनी सीट को बचाने का काम कर रही थी। राव दान सिंह ने कहा कि, भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के 9 विधानसभा क्षेत्र में से कांग्रेस के पास केवल दो विधानसभा सीट थी। जिनमें से एक किरण चौधरी की और दूसरी उनकी (राव दान सिंह की)। किरण चौधरी ने हमेशा भाजपा से मिलकर काम किया। इस लोकसभा चुनाव में भी वह जो भीतरघात कर सकती थी, उन्होंने किया। विपक्ष वाले से तो आदमी लड़ सकता है, लेकिन भीतरघात करने वाले के लिए बहुत सी बातें होती हैं। अब वह चेहरे बेनकाब हो चुके हैं और जनता भी उन्हें पहचान चुकी है। अब भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र की राजनीति नए सिरे से उभरकर आएगी। कांग्रेस छोड़कर पार्टी की मजबूती का रास्ता किया साफ
राव दान सिंह ने कहा कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जो फैसले लिए हैं। वह बहुत मजबूत फैसले लिए हैं और कांग्रेस को मजबूत करने के लिए दिए गए हैं। पहली बार ऐसा हुआ है कि उम्मीदवारों का चयन ठीक किया गया है। उनकी वोटिंग प्रतिशत देखिए, अपने आप समझ जाएंगे कि कांग्रेस को कौन आगे ले जाना चाहता है और कौन पीछे ले जाना चाहता था। उनके इस फैसले से आमजन उत्साहित है। क्योंकि जो लोग पार्टी को डैमेज करते थे, आज उन्होंने स्वयं पार्टी छोड़कर कांग्रेस की मजबूती के लिए रास्ता साफ कर दिया है। कांग्रेस नेता एवं तोशाम से विधायक किरण चौधरी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी के भाजपा में शामिल होने पर भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रहे राव दान सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। महेंद्रगढ़ में मीडिया से बातचीत में राव दान सिंह ने कहा कि इस तरह की लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थी। क्योंकि बीते राज्यसभा चुनाव में जिस तरह से हिस्सा लिया था और उसके बाद से ही चर्चाएं शुरू थी। हम एक वोट से हार गए थे। इसके बाद उन्होंने खुद माना था कि उन्होंने निशान लगाया और वो आ गई। यह बात निश्चित थी कि इनका मन बीजेपी की तरफ था। इससे कांग्रेसी कार्यकर्ता भी उत्साहित हैं। राव दान सिंह ने कहा कि ये भाजपा के साथ मिलीभगत की राजनीति करती आ रही है और आज से नहीं पिछले तीन चुनाव से। 2014, 2019 व 2024 के तीनों चुनाव में ऐसी घटना घटी है कि जिसमें कांग्रेस के उम्मीदवार की खिलाफत की है। ये सिर्फ अपनी सीट को बचाने का काम कर रही थी। राव दान सिंह ने कहा कि, भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के 9 विधानसभा क्षेत्र में से कांग्रेस के पास केवल दो विधानसभा सीट थी। जिनमें से एक किरण चौधरी की और दूसरी उनकी (राव दान सिंह की)। किरण चौधरी ने हमेशा भाजपा से मिलकर काम किया। इस लोकसभा चुनाव में भी वह जो भीतरघात कर सकती थी, उन्होंने किया। विपक्ष वाले से तो आदमी लड़ सकता है, लेकिन भीतरघात करने वाले के लिए बहुत सी बातें होती हैं। अब वह चेहरे बेनकाब हो चुके हैं और जनता भी उन्हें पहचान चुकी है। अब भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र की राजनीति नए सिरे से उभरकर आएगी। कांग्रेस छोड़कर पार्टी की मजबूती का रास्ता किया साफ
राव दान सिंह ने कहा कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जो फैसले लिए हैं। वह बहुत मजबूत फैसले लिए हैं और कांग्रेस को मजबूत करने के लिए दिए गए हैं। पहली बार ऐसा हुआ है कि उम्मीदवारों का चयन ठीक किया गया है। उनकी वोटिंग प्रतिशत देखिए, अपने आप समझ जाएंगे कि कांग्रेस को कौन आगे ले जाना चाहता है और कौन पीछे ले जाना चाहता था। उनके इस फैसले से आमजन उत्साहित है। क्योंकि जो लोग पार्टी को डैमेज करते थे, आज उन्होंने स्वयं पार्टी छोड़कर कांग्रेस की मजबूती के लिए रास्ता साफ कर दिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर