मायके वालों ने पति के दोस्त की हत्या की:अमृतसर में बेटी को नहीं भेजा ससुराल; पति लेने आया तो हमला कर दिया

मायके वालों ने पति के दोस्त की हत्या की:अमृतसर में बेटी को नहीं भेजा ससुराल; पति लेने आया तो हमला कर दिया

अमृतसर के देहाती इलाके में एक लकड़ी को उसके ससुराल वापस भेजने की बजाए मायके वालों ने ससुरालियों पर हमला कर दिया। जिससे लड़के के दोस्त की मौत हो गई। पुलिस ने दो दर्जन लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है। भिंडीसैदा निवासी सुखदेव सिंह ने बताया कि तीन साल पहले वजीर सिंह की बेटी जश्नप्रीत कौर के साथ उसका प्रेम विवाह हुआ था। आरोपी वजीर सिंह और उसके मायके वाले इस शादी से खुश नहीं थे। उसकी पत्नी ने बेटी को जन्म दिया था। बेटी होने के बाद परिवार ने जश्नप्रीत कौर के साथ मेल मिलाप शुरू कर दिया। कुछ दिन पहले जश्नप्रीत कौर को उसके पिता वजीर सिंह ने घर बुलाया था। जैसे ही जश्नप्रीत कौर बेटी के साथ पिता के घर पहुंची तो आरोपियों ने उसे बंधक बना लिया और वापस नहीं आने दिया। यहां तक कि पत्नी को उसके साथ बातचीत नहीं करने देते थे। 25 अगस्त को पत्नी ने किसी तरह फोन पर बात कर उसे सूचना दी और बताया कि उसके परिवार वाले उसे वापस नहीं भेज रहे। इसके बाद वह अपनी तीन बहनों राजविंदर कौर, सुमनप्रीत कौर और शिंदर कौर, दोस्त राजबीर सिंह उर्फ राजू सहित सात आठ लोग जश्नप्रीत कौर को लेने गए थे। जब वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ ससुराल पहुंचा तो वहां आरोपी पहले से हथियारों के साथ लैस थे। आरोपियों ने उनकी कोई बात न सुनी और सीधा हमला कर दिया। इतना ही नहीं, आरोपी वजीर सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर राजबीर सिंह पर दातर और किरचों से मारकर लहूलुहान कर दिया। घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जहां राजबीर की मौत हो गई। सब इंस्पेक्टर सतनाम सिंह ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीमें पड़ताल कर रही हैं। अमृतसर के देहाती इलाके में एक लकड़ी को उसके ससुराल वापस भेजने की बजाए मायके वालों ने ससुरालियों पर हमला कर दिया। जिससे लड़के के दोस्त की मौत हो गई। पुलिस ने दो दर्जन लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है। भिंडीसैदा निवासी सुखदेव सिंह ने बताया कि तीन साल पहले वजीर सिंह की बेटी जश्नप्रीत कौर के साथ उसका प्रेम विवाह हुआ था। आरोपी वजीर सिंह और उसके मायके वाले इस शादी से खुश नहीं थे। उसकी पत्नी ने बेटी को जन्म दिया था। बेटी होने के बाद परिवार ने जश्नप्रीत कौर के साथ मेल मिलाप शुरू कर दिया। कुछ दिन पहले जश्नप्रीत कौर को उसके पिता वजीर सिंह ने घर बुलाया था। जैसे ही जश्नप्रीत कौर बेटी के साथ पिता के घर पहुंची तो आरोपियों ने उसे बंधक बना लिया और वापस नहीं आने दिया। यहां तक कि पत्नी को उसके साथ बातचीत नहीं करने देते थे। 25 अगस्त को पत्नी ने किसी तरह फोन पर बात कर उसे सूचना दी और बताया कि उसके परिवार वाले उसे वापस नहीं भेज रहे। इसके बाद वह अपनी तीन बहनों राजविंदर कौर, सुमनप्रीत कौर और शिंदर कौर, दोस्त राजबीर सिंह उर्फ राजू सहित सात आठ लोग जश्नप्रीत कौर को लेने गए थे। जब वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ ससुराल पहुंचा तो वहां आरोपी पहले से हथियारों के साथ लैस थे। आरोपियों ने उनकी कोई बात न सुनी और सीधा हमला कर दिया। इतना ही नहीं, आरोपी वजीर सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर राजबीर सिंह पर दातर और किरचों से मारकर लहूलुहान कर दिया। घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जहां राजबीर की मौत हो गई। सब इंस्पेक्टर सतनाम सिंह ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीमें पड़ताल कर रही हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर