पंजाब के लुधियाना में संदिग्ध परिस्थतियों में व्यक्ति का शव उसके कमरे के बाहर पड़ा मिला। व्यक्ति की मौत किन कारणों से हुई है इस बारे अभी कुछ पता नहीं चल सका। मरने वाले का नाम रामप्रताप (30) है। फिलहाल मृतक के शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमॉर्टम के लिए रखवा दिया गया है। राम प्रताप पिछले 4 साल से लुधियाना में काम करता है। गांव में उसके दो बच्चे है। कमरे के बाहर पड़ा था शव जानकारी मुताबिक कूमकलां के इलाके मानगढ़ में बुधवार की रात करीब 9 बजे एक वेहड़े में रहने वाले रामप्रताप का शव उसके कमरे के बाहर पड़ा मिला। मकान मालिक ने तुरंत उसके भाई अनुराग को सूचित किया। रामप्रताप को वह सिविल अस्पताल में लेकर गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर थाना कूमकलां की पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। फैक्ट्री में मशीन चलाने का करता था राम प्रताप काम मृतक के छोटे भाई अनुराग सिंह ने बताया कि वह मूलरूप से बिहार के जिला रायबरेली के रहने वाले हैं। उसने बताया कि राम प्रताप माछीवाड़ा के इलाके में एक फैक्ट्री में मशीन चलाने का काम करता था। बुधवार की रात अनुराग को वेहड़े के मालिक ने फोन कर बताया कि राम प्रताप बेसुध हालत में अपने कमरे के पास गिरा पड़ा है। जिसे उसने कमरे में पहुंच सिविल अस्पताल में पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। वहीं मृतक के छोटे भाई ने बताया कि उसके वेहड़े में रहने वाले एक युवक ने बताया कि शाम करीब 8 बजे राम प्रताप को कुछ युवक बेसुध हालत में कमरे में छोड़कर भागे गये है। उन्होंने शक जताया कि उनके बड़े भाई की हत्या कर हत्यारे उसे कमरे में छोड़कर भागे है। पंजाब के लुधियाना में संदिग्ध परिस्थतियों में व्यक्ति का शव उसके कमरे के बाहर पड़ा मिला। व्यक्ति की मौत किन कारणों से हुई है इस बारे अभी कुछ पता नहीं चल सका। मरने वाले का नाम रामप्रताप (30) है। फिलहाल मृतक के शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमॉर्टम के लिए रखवा दिया गया है। राम प्रताप पिछले 4 साल से लुधियाना में काम करता है। गांव में उसके दो बच्चे है। कमरे के बाहर पड़ा था शव जानकारी मुताबिक कूमकलां के इलाके मानगढ़ में बुधवार की रात करीब 9 बजे एक वेहड़े में रहने वाले रामप्रताप का शव उसके कमरे के बाहर पड़ा मिला। मकान मालिक ने तुरंत उसके भाई अनुराग को सूचित किया। रामप्रताप को वह सिविल अस्पताल में लेकर गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर थाना कूमकलां की पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। फैक्ट्री में मशीन चलाने का करता था राम प्रताप काम मृतक के छोटे भाई अनुराग सिंह ने बताया कि वह मूलरूप से बिहार के जिला रायबरेली के रहने वाले हैं। उसने बताया कि राम प्रताप माछीवाड़ा के इलाके में एक फैक्ट्री में मशीन चलाने का काम करता था। बुधवार की रात अनुराग को वेहड़े के मालिक ने फोन कर बताया कि राम प्रताप बेसुध हालत में अपने कमरे के पास गिरा पड़ा है। जिसे उसने कमरे में पहुंच सिविल अस्पताल में पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। वहीं मृतक के छोटे भाई ने बताया कि उसके वेहड़े में रहने वाले एक युवक ने बताया कि शाम करीब 8 बजे राम प्रताप को कुछ युवक बेसुध हालत में कमरे में छोड़कर भागे गये है। उन्होंने शक जताया कि उनके बड़े भाई की हत्या कर हत्यारे उसे कमरे में छोड़कर भागे है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
होशियारपुर में सड़क हादसे में मां-बेटी की मौत:4 अन्य घायल, अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी, मेला देखकर लौट रहे थे घर
होशियारपुर में सड़क हादसे में मां-बेटी की मौत:4 अन्य घायल, अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी, मेला देखकर लौट रहे थे घर होशियारपुर जिले में मुकेरिया के पास हाजीपुर- मानसर रोड पर देर शाम अज्ञात वाहन की चपेट में आने से माँ-बेटी की मौत हो गई। जबकि चाल लोग घायल हैं। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक महिला के भाई टिम्मी ने बताया कि उसकी बहन रेखा रानी (35) पत्नी पूरन चंद निवासी धमोता तहसील इंदोरा जिला काँगड़ा (हिमाचल) अपनी बेटी गरिमा मेहरा (7) और बेटा रिधम (13) के साथ तलवाड़ा के चिंगड़मां का मेला देखकर देर शाम ट्राली में सवार होकर घर वापस आ रहे थे। जब वह मानसर रेलवे फाटक के करीब पहुंचे, तो वहां फाटक लगा हुआ था और उनका गाँव नजदीक होने के चलते वे वहां से पैदल जाने लगे। जब वह फाटक के दूसरी ओर पहुंचे तो वहां एक कार सवार अपनी कार को मोड़कर वापस जाने लगा। इसी दौरान कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी और 6 लोग घायल हो गए। कार चालक मौके से फरार हो गया। हादसे में रेखा और उसकी बेटी गरिमा गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि बेटे समेत 4 लोग घायल हुए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें मुकेरियां के सिविल अस्पताल ले जाया गया ,जहां डॉक्टरों ने रेखा और गरिमा को मृत घोषित कर दिया । सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं माँ और बेटी के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
जालंधर में शिअद क्राइसिस पर CM का तंज:मान बोले- तराजू किसी के पास, बादल किसी और के हक में, लोगों को भेड़-बकरियां न समझें
जालंधर में शिअद क्राइसिस पर CM का तंज:मान बोले- तराजू किसी के पास, बादल किसी और के हक में, लोगों को भेड़-बकरियां न समझें पंजाब के जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए 10 जुलाई (बुधवार) को मतदान होना है। एक तरफ सभी पार्टियां अपना पूरा जोर लगा रही हैं। वहीं दूसरी तरफ शिरोमणि अकाली दल की अंदरूनी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। उपचुनाव से पहले अकाली दल दो हिस्सों में बंट गया है और अब विपक्षी पार्टियां उस पर निशाना साध रही हैं। गुरुवार देर रात राज्य के सीएम भगवंत सिंह मान ने अकाली दल में चल रही कलह को लेकर अपने एक्स अकाउंट से एक पोस्ट शेयर किया और सुखबीर सिंह बादल पर निशाना साधा और उनकी रणनीति पर सवाल उठाए। जिसमें सीएम मान ने लिखा- “शिरोमणि अकाली दल (बादल) का हाल देखिए, तकड़ी (अकाली दल चुनाव चिन्ह तराजू है) किसी और उम्मीदवार के पास है, प्रधान सुखबीर बादल किसी और के हक में हैं। अकाली दल ने लोगों को भेड़ और बकरियां समझ कर रखा है। साथ ही सीएम मान ने सवाल खड़ा किया कि सुखबीर सिंह बादल अब क्या जालंधर में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के लिए वोट मांगेंगे। बिल्कुल नहीं, भगवान बहुत शक्तिशाली है”। क्यों चल रही अकाली दल में कलह, पढ़ें पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने आधिकारिक तौर पर अपनी उम्मीदवार सुरजीत कौर का समर्थन ना देने का ऐलान किया है। ऐसा इसलिए क्योंकि अकाली दल एक दूसरे पक्ष ने सुखबीर सिंह बादल की प्रधानगी पर सवाल खड़े किए हैं। दूसरे पक्ष में अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जगीर कौर, पूर्व विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला और अन्य कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। चंडीगढ़ में अकाली दल की बड़ी मीटिंग के दौरान ये नेता नदारद थे और वह जालंधर में अलग से मीटिंग कर रहे थे। जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी को बदलाव की जरूरत है। चंदूमाजरा ने बदलाव शब्द का इस्तेमाल करते हुए सुखबीर सिंह बादल की प्रधानगी पर सवाल खड़े किए थे। जिसके बाद सुखबीर सिंह बादल पक्ष के वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने एक बयान जारी कर कहा- जालंधर उप चुनाव में जो उम्मीदवार उतारा गया है, उसका हम स्पोर्ट नहीं करेंगे, क्योंकि उक्त उम्मीदवार बीबी जागीर कौर द्वारा बनाया गया है। उन्हें इस बारे में नहीं पूछा गया। सुरजीत कौर को जानबूझ कर उतारा चीमा ने आरोप लगाया था कि बीबी जगीर कौर और वडाला ने सुरजीत कौर को जानबूझ कर चुनावी मैदान में उतारा। वे गरीब परिवार के हैं। उन्होंने ये भी नहीं सोचा कि बीबी सुरजीत कौर ये चुनाव कैसे लड़ेंगी। उनकी आर्थिक मदद तक नहीं की गई। जबकि सुरजीत कौर भी जानती थी कि उनका नॉमिनेशन कभी भी वापस लिया जा सकता है। अकाली दल बुधवार शाम नॉमिनेशन वापस लेने और बहुजन समाज पार्टी को समर्थन देने के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के पास पहुंचा भी था, लेकिन समय निकल जाने के कारण ऐसा नहीं हो पाया।
लुधियाना में अज्ञात वाहन ने युवक को मारी टक्कर:गुरुद्वारे से मत्था टेककर घर लौट रहे थे, सिर डिवाइडर से टकराया, हड्डी टूटी
लुधियाना में अज्ञात वाहन ने युवक को मारी टक्कर:गुरुद्वारे से मत्था टेककर घर लौट रहे थे, सिर डिवाइडर से टकराया, हड्डी टूटी लुधियाना में देर रात एक अज्ञात वाहन ने एलिवेटेड पुल पर 19 वर्षीय युवक को टक्कर मार दी। युवक का सिर डिवाइडर से टकराने के कारण उसकी खोपड़ी की हड्डी टूट गई है। देर रात सीएमसी अस्पताल में कई टेस्ट करवाए गए और रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि युवक के सिर पर कितनी चोट आई है। फिलहाल उसकी हालत काफी गंभीर है। राहगीरों की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया गया। घायल युवक का नाम कर्णवीर सिंह है। जतिंदर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उसका भतीजा कर्णवीर गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब में माथा टेकने गया था। घर लौटते समय एलिवेटेड पुल पर किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। लोगों का कहना है कि हादसे के वक्त कर्णवीर की बाइक उछलकर 2 से 3 बार पुल पर गिरी। कर्णवीर सरकारी कॉलेज का छात्र है। राहगीरों ने फोन कर परिजनों को दी सूचना कुछ लोगों ने कर्णवीर के पिता को फोन कर घटना की जानकारी दी। खून से लथपथ हालत में उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे सीएमसी रेफर कर दिया। सिर में गंभीर चोट लगने से परिजन परेशान हैं। कर्णवीर की हालत गंभीर बनी हुई है। सुबह वे कोतवाली थाने की पुलिस को तहरीर देंगे। राहगीरों ने कहा… घटनास्थल पर मौजूद राहगीर राहुल ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ कार में सवार होकर जा रहा था। उनकी कार से कुछ दूरी पर एक युवक तेज गति से बाइक चला रहा था। अचानक संतुलन बिगड़ने से उसकी बाइक डिवाइडर से टकरा गई। युवक करीब 8 से 10 फीट ऊंचे डिवाइडर पर जा गिरा। पुल के दूसरी तरफ जा रहे विष्णु नामक व्यक्ति ने बताया कि युवक बुरी तरह घायल हो गया था। वे करीब 25 मिनट तक एंबुलेंस का इंतजार करते रहे। एंबुलेंस नहीं आने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्होंने एक राहगीर की कार रुकवाकर उसे अस्पताल भिजवाया।