मायावती ने भतीजे आकाश को फिर उत्तराधिकारी बनाया:नेशनल कोऑर्डिनेटर भी बने; 47 दिन पहले पद से हटाकर कहा था- मैच्योर नहीं हैं

मायावती ने भतीजे आकाश को फिर उत्तराधिकारी बनाया:नेशनल कोऑर्डिनेटर भी बने; 47 दिन पहले पद से हटाकर कहा था- मैच्योर नहीं हैं

बसपा प्रमुख मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को फिर से अपना उत्तराधिकारी बना दिया। साथ ही नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी भी सौंप दी। आकाश अब पूरे देश में पार्टी का काम देखेंगे। रविवार (23 जून) को बसपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मायावती ने इसका ऐलान किया। आकाश भी बैठक में शामिल हुए। उन्होंने मायावती के पैर छुए तो उन्होंने सिर पर हाथ रखा। फिर पीठ थपथपाकर आशीर्वाद दिया। मायावती ने लोकसभा चुनाव के बीच 7 मई यानी 47 दिन पहले आकाश को अपरिपक्व (इम्मैच्योर) बताते हुए पार्टी के सभी अहम पदों से हटा दिया था। बसपा प्रमुख ने कहा- आकाश मेरे एकमात्र उत्तराधिकारी रहेंगे। मुझे उम्मीद है कि अब वह परिपक्वव नेता के रूप में जरूर उभरेंगे। पार्टी के लोग भी इनका हौसला बढ़ाएंगे, ताकि आकाश आगे चलकर मेरी उम्मीदों पर खरा उतरें। लोकसभा चुनाव में हार के बाद मायावती ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पहली बैठक बुलाई। यह 3 घंटे तक चली। मायावती ने इसमें उप-चुनाव समेत आगामी सभी चुनाव लड़ने की बात भी कही। यानी अब यूपी विधानसभा की 10 सीटों पर होने वाले उप-चुनाव पर भी पार्टी अपने प्रत्याशी उतारेगी। बिहार के प्रभारी बोले- जहां भी बसपा मजबूत, वहां चुनाव लड़ेंगे
बिहार बसपा के प्रभारी और कोऑर्डिनेटर डॉ. लालजी मेधानकर भी बैठक में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि मायावती ने कहा है कि अब हम उप चुनाव भी लड़ेंगे। सिर्फ यूपी नहीं, देश में जहां भी हम मजबूत हैं, वहां चुनाव लड़ेंगे। बसपा नेता सरवर मलिक ने बताया- मायावती ने कहा कि क्या हुआ जो हम चुनाव हार गए। संघर्ष करेंगे, फिर चुनाव लड़ेंगे। आकाश आनंद की वापसी हो चुकी है। उन्हें उत्तराधिकारी बनाया है। इस बात पर भी मंथन हुआ कि चुनाव में क्या कमियां रह गईं। वहीं, मुस्लिम वोटर्स पर इस बैठक में कोई बातचीत नहीं हुई। सतीश मिश्रा और पिता के साथ बैठे आकाश
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आकाश आनंद, पिता आनंद कुमार और सतीश चंद्र मिश्रा के साथ बैठे। वह उन्हीं के साथ मीटिंग में आए थे। बैठक में 200 से ज्यादा राज्य और राष्ट्रीय स्तर के बसपा के पदाधिकारी शामिल हुए। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने मायावती को चुनाव में हार की रिपोर्ट सौंपी थी। इसको लेकर भी मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उत्तराखंड चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया
बसपा ने 21 जून को उत्तराखंड में दो सीटों पर होने वाले उप-चुनाव में स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की। इसमें आकाश का नाम दूसरे नंबर पर था। तभी अंदाजा लगाया जा रहा था कि मायावती की भतीजे से नाराजगी दूर हो गई है। आकाश को सभी पद वापस देकर मायावती ने साफ कर दिया कि अब भविष्य में आकाश ही पार्टी को संभालेंगे। बसपा प्रमुख मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को फिर से अपना उत्तराधिकारी बना दिया। साथ ही नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी भी सौंप दी। आकाश अब पूरे देश में पार्टी का काम देखेंगे। रविवार (23 जून) को बसपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मायावती ने इसका ऐलान किया। आकाश भी बैठक में शामिल हुए। उन्होंने मायावती के पैर छुए तो उन्होंने सिर पर हाथ रखा। फिर पीठ थपथपाकर आशीर्वाद दिया। मायावती ने लोकसभा चुनाव के बीच 7 मई यानी 47 दिन पहले आकाश को अपरिपक्व (इम्मैच्योर) बताते हुए पार्टी के सभी अहम पदों से हटा दिया था। बसपा प्रमुख ने कहा- आकाश मेरे एकमात्र उत्तराधिकारी रहेंगे। मुझे उम्मीद है कि अब वह परिपक्वव नेता के रूप में जरूर उभरेंगे। पार्टी के लोग भी इनका हौसला बढ़ाएंगे, ताकि आकाश आगे चलकर मेरी उम्मीदों पर खरा उतरें। लोकसभा चुनाव में हार के बाद मायावती ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पहली बैठक बुलाई। यह 3 घंटे तक चली। मायावती ने इसमें उप-चुनाव समेत आगामी सभी चुनाव लड़ने की बात भी कही। यानी अब यूपी विधानसभा की 10 सीटों पर होने वाले उप-चुनाव पर भी पार्टी अपने प्रत्याशी उतारेगी। बिहार के प्रभारी बोले- जहां भी बसपा मजबूत, वहां चुनाव लड़ेंगे
बिहार बसपा के प्रभारी और कोऑर्डिनेटर डॉ. लालजी मेधानकर भी बैठक में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि मायावती ने कहा है कि अब हम उप चुनाव भी लड़ेंगे। सिर्फ यूपी नहीं, देश में जहां भी हम मजबूत हैं, वहां चुनाव लड़ेंगे। बसपा नेता सरवर मलिक ने बताया- मायावती ने कहा कि क्या हुआ जो हम चुनाव हार गए। संघर्ष करेंगे, फिर चुनाव लड़ेंगे। आकाश आनंद की वापसी हो चुकी है। उन्हें उत्तराधिकारी बनाया है। इस बात पर भी मंथन हुआ कि चुनाव में क्या कमियां रह गईं। वहीं, मुस्लिम वोटर्स पर इस बैठक में कोई बातचीत नहीं हुई। सतीश मिश्रा और पिता के साथ बैठे आकाश
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आकाश आनंद, पिता आनंद कुमार और सतीश चंद्र मिश्रा के साथ बैठे। वह उन्हीं के साथ मीटिंग में आए थे। बैठक में 200 से ज्यादा राज्य और राष्ट्रीय स्तर के बसपा के पदाधिकारी शामिल हुए। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने मायावती को चुनाव में हार की रिपोर्ट सौंपी थी। इसको लेकर भी मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उत्तराखंड चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया
बसपा ने 21 जून को उत्तराखंड में दो सीटों पर होने वाले उप-चुनाव में स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की। इसमें आकाश का नाम दूसरे नंबर पर था। तभी अंदाजा लगाया जा रहा था कि मायावती की भतीजे से नाराजगी दूर हो गई है। आकाश को सभी पद वापस देकर मायावती ने साफ कर दिया कि अब भविष्य में आकाश ही पार्टी को संभालेंगे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर