<p style=”text-align: justify;”><strong>Vegetable Prices IN Delhi:</strong> राजधानी दिल्ली में भले ही चुनावी माहौल आसमान पर है लेकिन सब्जियों के भाव जमीन पर आते नजर आ रहे हैं, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिल रही है और रसोई के साथ-साथ लोगों की थालियां भी विभिन्न प्रकार की मौसमी सब्जियों से गुलजार नजर आ रही है, जबकि कुछ समय पहले तक इन्हीं सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही थी, जिसका खासा असर लोगों के रसोई की बजट पर पड़ रहा था. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित मध्यमवर्गीय परिवार हो रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, नई फसलों की आवक से सब्जियों की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगनी शुरू हो गई और आज हरी सब्जियों, टमाटर समेत मौसमी सब्जियां भी काफी सस्ती कीमत पर बाजारों में बिक रही हैं, जो आम लोगों को काफी राहत देने वाली बात है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोगों के पॉकेट और बजट में मिली राहत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस सीजन में कई तरह की सब्जियों से सब्जी मंडी गुलजार रहती है, और लोग इस समय जम कर मटर, टमाटर, हरे साग और अन्य सब्जियों, गाजर आदि को खरीदते हैं और जब ये सब काफी कम कीमत पर लोगों को मिलती है, तो लोगों की थाली में तरह-तरफ की सब्जियों के साथ चेहरे पर मुस्कुराहट भी नजर आती है. आमलोगों की जेबों पर बढ़ रहे बोझ को कम करते हुए काफी कम कीमत पर हरी और ताज़ी सब्जियां बाजारों में मिल रही है. जिससे लोगों के रसोई के बजट और पॉकेट दोनों में ही राहत मिल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सब्जियों की सस्ती कीमतों से लौटी थाली की रौनक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बात करें सब्जियों की कीमतों की तो पश्चिमी दिल्ली के सबसे बड़े थौक मंडी केशोपुर में हर तरफ मौसमी सब्जियों की भरमार है और पहले की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत तक सस्ती सब्जियां बिक रही हैं. हालांकि कुछ सब्जियां अभी भी अपनी कीमत पर बनी हुई है. जिनमें कुंदरू जो लंबे समय से 50-60, कच्चा केला 30-40 और कच्चा पपीता 30-40 शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये हैं केशोपुर मंडी में सब्जियों की कीमतें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पश्चिमी दिल्ली के सबसे बड़े थौक मंडी केशोपुर में हर तरफ मौसमी सब्जियों की भरमार है. मंडी के सब्जी विक्रेता उमेश पासवान और छविलाल ने बताया कि मंडी में कुछ दिनों पहले तक, फूल गोभी 20-25 रुपये किलो तक बिका करती थी, जो अब महज 6-10 रुपये किलो मिल रही है. ऐसे ही टमाटर पहले 25-30 अब 10-15 रुपये प्रतिकिलो, मेथी भाजी 30-40 की जगह 15-20, सरसो साग पहले 30-40 अब 15-20, मूली पहले पहले 30-50 अब 15 -20, मटर पहले 120-150 अब 30-40, धनिया पत्ता 50-60 अब 10-15, सेम पहले 70-80 अब 30-40, बींस पहले 100-120 अब 40-50, अदरक पहले 150-180 अब 40-50, सकरकंदी पहले 70-80 अब 40-50, चुकुंदर पहले 50-60 अब 30-40, नींबू पहले 110-150 अब 60-70, भिंडी पहले 110-130 अब 50-60, हरि मिर्च पहले 40-50 अब 50-60, गाजर पहले 30-50 अब 10-20, अरबी पहले 70-80 अब 100-120, ब्रोकली पहले 70-80 अब 25-30, आलू पहले 30-40 अब 15-25 और घीया पहले 35-40 अब 10-20 रुपये किलो बिक रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले तक इन्हीं सब्जियों की कीमतों की वजह से लोगों को सब्जियों को खरीदने में जेबे ढीली करनी पड़ती थी. लेकिन सब्जियों की नई फसलों ने न केवल लोगों को सब्जियों की बढ़ती कीमतों से राहत दिलाई, बल्कि लोगों के खाने की थाली की रौनक भी लौट आयी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/cm-atishi-letter-to-election-commission-demanding-fir-against-ramesh-bidhuri-and-his-nephews-ann-2868931″>CM आतिशी ने EC को लिखी चिट्ठी, रमेश बिधूड़ी और उनके भतीजों के खिलाफ की FIR की मांग</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Vegetable Prices IN Delhi:</strong> राजधानी दिल्ली में भले ही चुनावी माहौल आसमान पर है लेकिन सब्जियों के भाव जमीन पर आते नजर आ रहे हैं, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिल रही है और रसोई के साथ-साथ लोगों की थालियां भी विभिन्न प्रकार की मौसमी सब्जियों से गुलजार नजर आ रही है, जबकि कुछ समय पहले तक इन्हीं सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही थी, जिसका खासा असर लोगों के रसोई की बजट पर पड़ रहा था. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित मध्यमवर्गीय परिवार हो रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, नई फसलों की आवक से सब्जियों की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगनी शुरू हो गई और आज हरी सब्जियों, टमाटर समेत मौसमी सब्जियां भी काफी सस्ती कीमत पर बाजारों में बिक रही हैं, जो आम लोगों को काफी राहत देने वाली बात है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोगों के पॉकेट और बजट में मिली राहत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस सीजन में कई तरह की सब्जियों से सब्जी मंडी गुलजार रहती है, और लोग इस समय जम कर मटर, टमाटर, हरे साग और अन्य सब्जियों, गाजर आदि को खरीदते हैं और जब ये सब काफी कम कीमत पर लोगों को मिलती है, तो लोगों की थाली में तरह-तरफ की सब्जियों के साथ चेहरे पर मुस्कुराहट भी नजर आती है. आमलोगों की जेबों पर बढ़ रहे बोझ को कम करते हुए काफी कम कीमत पर हरी और ताज़ी सब्जियां बाजारों में मिल रही है. जिससे लोगों के रसोई के बजट और पॉकेट दोनों में ही राहत मिल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सब्जियों की सस्ती कीमतों से लौटी थाली की रौनक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बात करें सब्जियों की कीमतों की तो पश्चिमी दिल्ली के सबसे बड़े थौक मंडी केशोपुर में हर तरफ मौसमी सब्जियों की भरमार है और पहले की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत तक सस्ती सब्जियां बिक रही हैं. हालांकि कुछ सब्जियां अभी भी अपनी कीमत पर बनी हुई है. जिनमें कुंदरू जो लंबे समय से 50-60, कच्चा केला 30-40 और कच्चा पपीता 30-40 शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये हैं केशोपुर मंडी में सब्जियों की कीमतें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पश्चिमी दिल्ली के सबसे बड़े थौक मंडी केशोपुर में हर तरफ मौसमी सब्जियों की भरमार है. मंडी के सब्जी विक्रेता उमेश पासवान और छविलाल ने बताया कि मंडी में कुछ दिनों पहले तक, फूल गोभी 20-25 रुपये किलो तक बिका करती थी, जो अब महज 6-10 रुपये किलो मिल रही है. ऐसे ही टमाटर पहले 25-30 अब 10-15 रुपये प्रतिकिलो, मेथी भाजी 30-40 की जगह 15-20, सरसो साग पहले 30-40 अब 15-20, मूली पहले पहले 30-50 अब 15 -20, मटर पहले 120-150 अब 30-40, धनिया पत्ता 50-60 अब 10-15, सेम पहले 70-80 अब 30-40, बींस पहले 100-120 अब 40-50, अदरक पहले 150-180 अब 40-50, सकरकंदी पहले 70-80 अब 40-50, चुकुंदर पहले 50-60 अब 30-40, नींबू पहले 110-150 अब 60-70, भिंडी पहले 110-130 अब 50-60, हरि मिर्च पहले 40-50 अब 50-60, गाजर पहले 30-50 अब 10-20, अरबी पहले 70-80 अब 100-120, ब्रोकली पहले 70-80 अब 25-30, आलू पहले 30-40 अब 15-25 और घीया पहले 35-40 अब 10-20 रुपये किलो बिक रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले तक इन्हीं सब्जियों की कीमतों की वजह से लोगों को सब्जियों को खरीदने में जेबे ढीली करनी पड़ती थी. लेकिन सब्जियों की नई फसलों ने न केवल लोगों को सब्जियों की बढ़ती कीमतों से राहत दिलाई, बल्कि लोगों के खाने की थाली की रौनक भी लौट आयी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/cm-atishi-letter-to-election-commission-demanding-fir-against-ramesh-bidhuri-and-his-nephews-ann-2868931″>CM आतिशी ने EC को लिखी चिट्ठी, रमेश बिधूड़ी और उनके भतीजों के खिलाफ की FIR की मांग</a></strong></p>
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