मुंबई पुलिस ने 8762 बंदूकों को काटकर कबाड़ में बेचा, सरकार के 100 दिनों के पूरे होने पर की पहल

मुंबई पुलिस ने 8762 बंदूकों को काटकर कबाड़ में बेचा, सरकार के 100 दिनों के पूरे होने पर की पहल

<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की सरकार के 100 दिन पूरे होने के बाद मुंबई पुलिस के इस कदम की हर तरफ चर्चा है. दरअसल,&nbsp;मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र में महायुति सरकार के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में 8,761 बंदूकों का निस्तारण किया. पुलिस सूत्रों के अनुसार, इनमें देशी पिस्टल, रिवॉल्वर, विदेशी पिस्टल के साथ-साथ तलवार, चाकू, कोयता, छुरी, खंजर, चॉपर, कुकरी और खाली हैंड ग्रेनेड शेल शामिल थे. इन सभी हथियारों को नष्ट कर स्क्रैप के रूप में बेच दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कोर्ट से आदेश मिलने के बाद स्क्रैप में बदला गया</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों ने बताया कि पुलिस विभाग के पास लंबे समय से ऐसे कई हथियार जमा थे जो विभिन्न मामलों में जब्त किए गए थे. इनकी संख्या लगातार बढ़ रही थी, जिससे इन्हें हटाना आवश्यक हो गया था. कोर्ट से आदेश मिलने के बाद इन सभी लोहे के हथियारों को काटकर स्क्रैप में बदल दिया गया और फिर उन्हें भंगार के भाव में बेच दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सभी हथियार किसी न किसी अपराध से संबंधित थे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस विभाग से हथियारों का स्क्रैप खरीदने वाले मोहम्मद हनीफ अब्बास मंसूरी ने बताया कि ये सभी हथियार किसी न किसी आपराधिक मामले से संबंधित थे. इनका कानूनी उपयोग अब समाप्त हो चुका था, जिसके बाद पुलिस ने निस्तारण का टेंडर हमें दिया. हमने इन हथियारों को काटकर इनसे निकले लोहे को स्क्रैप के रूप में खरीदा. हथियारों को काट कर उसका लोहा निकाला गया जिसे हमने पुलिस से भंगार के भाव मे खरीदा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2002 से 2014 तक 6619 बंदूकें काटी गईं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के अनुसार, वर्ष 2002 से 2024 के बीच विभिन्न मामलों में जब्त किए गए इन हथियारों का यह निस्तारण किया गया है. आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2002 से 2014 के बीच कुल 6,619 बंदूकें काटी गईं, जिनसे 1,600 किलोग्राम लोहा प्राप्त हुआ. वहीं, वर्ष 2015 से 2024 तक 2,143 बंदूकें और अन्य हथियार काटे गए, जिनसे 1,930 किलोग्राम लोहा निकला, जिसे भंगार के भाव में बेचा गया.</p> <p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की सरकार के 100 दिन पूरे होने के बाद मुंबई पुलिस के इस कदम की हर तरफ चर्चा है. दरअसल,&nbsp;मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र में महायुति सरकार के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में 8,761 बंदूकों का निस्तारण किया. पुलिस सूत्रों के अनुसार, इनमें देशी पिस्टल, रिवॉल्वर, विदेशी पिस्टल के साथ-साथ तलवार, चाकू, कोयता, छुरी, खंजर, चॉपर, कुकरी और खाली हैंड ग्रेनेड शेल शामिल थे. इन सभी हथियारों को नष्ट कर स्क्रैप के रूप में बेच दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कोर्ट से आदेश मिलने के बाद स्क्रैप में बदला गया</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों ने बताया कि पुलिस विभाग के पास लंबे समय से ऐसे कई हथियार जमा थे जो विभिन्न मामलों में जब्त किए गए थे. इनकी संख्या लगातार बढ़ रही थी, जिससे इन्हें हटाना आवश्यक हो गया था. कोर्ट से आदेश मिलने के बाद इन सभी लोहे के हथियारों को काटकर स्क्रैप में बदल दिया गया और फिर उन्हें भंगार के भाव में बेच दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सभी हथियार किसी न किसी अपराध से संबंधित थे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस विभाग से हथियारों का स्क्रैप खरीदने वाले मोहम्मद हनीफ अब्बास मंसूरी ने बताया कि ये सभी हथियार किसी न किसी आपराधिक मामले से संबंधित थे. इनका कानूनी उपयोग अब समाप्त हो चुका था, जिसके बाद पुलिस ने निस्तारण का टेंडर हमें दिया. हमने इन हथियारों को काटकर इनसे निकले लोहे को स्क्रैप के रूप में खरीदा. हथियारों को काट कर उसका लोहा निकाला गया जिसे हमने पुलिस से भंगार के भाव मे खरीदा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2002 से 2014 तक 6619 बंदूकें काटी गईं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के अनुसार, वर्ष 2002 से 2024 के बीच विभिन्न मामलों में जब्त किए गए इन हथियारों का यह निस्तारण किया गया है. आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2002 से 2014 के बीच कुल 6,619 बंदूकें काटी गईं, जिनसे 1,600 किलोग्राम लोहा प्राप्त हुआ. वहीं, वर्ष 2015 से 2024 तक 2,143 बंदूकें और अन्य हथियार काटे गए, जिनसे 1,930 किलोग्राम लोहा निकला, जिसे भंगार के भाव में बेचा गया.</p>  महाराष्ट्र MP News: मध्य प्रदेश में बढ़ेगी किसानों की आय, कृषि आधारित मॉडल स्थापित करेगा पतंजलि, मिलेंगे ये फायदे