<p>महाराष्ट्र में शनिवार को एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस तरह एक हफ्ते में अजित पवार की पार्टी एनसीपी के दो बड़े नेताओं की हत्या हो चुकी है. इससे पहले मुंबई के भायखला इलाके में एनसीपी नेता सचिन कुर्मी के हत्या कर दी गई थी.</p> <p>महाराष्ट्र में शनिवार को एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस तरह एक हफ्ते में अजित पवार की पार्टी एनसीपी के दो बड़े नेताओं की हत्या हो चुकी है. इससे पहले मुंबई के भायखला इलाके में एनसीपी नेता सचिन कुर्मी के हत्या कर दी गई थी.</p> महाराष्ट्र बाबा सिद्दीकी की हत्या पर सीएम एकनाथ शिंदे की पहली प्रतिक्रिया, क्या कुछ कहा?
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AAP सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में अडानी मामले पर उठाई चर्चा की मांग, केंद्र पर निशाना साधा
AAP सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में अडानी मामले पर उठाई चर्चा की मांग, केंद्र पर निशाना साधा <p style=”text-align: justify;”><strong>Sanjay Singh News:</strong> आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने सोमवार को राज्यसभा में अमेरिकी अदालत में अडानी के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार की जांच पर विस्तृत चर्चा करने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि पूंजीपतियों और केंद्र सरकार के बीच अनैतिक व प्रत्यक्ष गठजोड़ के कारण देश में पूंजीवाद बढ़ रहा है और अमीर-गरीब के बीच की खाई बढ़ती जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भ्रष्टाचार सिर्फ एक उद्योगपति तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे देश की पूरी अर्थ व्यवस्था और संविधान पर गहरा संकट पैदा हो सकता है. संजय सिंह ने आरोप लगाते हुये कहा कि केंद्र सरकार इस मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है और इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. सरकार अडानी समूह को लाभ पहुंचाने के लिए राज्य सरकारों पर दबाव बनाती रही है. इसलिए अमेरिका की तरह भारत में भी अडानी समूह के भ्रष्टाचार की जांच की जानी चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में यह नोटिस नियम 267 नियमों के निलंबन के तहत दिया. जिसमें सदन के और सभी मुद्दों पर चर्चा रोककर उद्योगपति अडानी के भ्रष्टाचार के मामले पर चर्चा की मांग की है. देश के बड़े उद्योगपति गौतम अडानी, उनके उद्योगपति साथियों और सरकार की मिलीभगत से हुए भ्रष्टाचार के मामले को इंगित किया है. संजय सिंह ने इस मामले को अमेरिका की अदालत में उठाए गए एक बड़े भ्रष्टाचार मामले के रूप में बताया, जिसमें 2000 करोड़ से ज्यादा का घोटाला सामने आया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय सिंह ने आरोप लगाया कि इस मामले में सरकार और कारपोरेट क्षेत्र के कई लोग मिलकर देश की आर्थिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूंजीपतियों और सरकार के बीच अनैतिक और प्रत्यक्ष गठजोड़ के कारण पूंजीवाद का प्रभाव बढ़ रहा है और अमीर-गरीब के बीच की खाई और चौड़ी हो रही है. अगर पूंजीपति सरकार से मिलीभगत करके नीतियों को प्रभावित करेंगे और आम आदमी के हक को छीनेंगे, तो यह संविधान की मूल आत्मा की हत्या होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ऐसे मामलों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है और इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने सदन से अपील की कि नियम 267 के तहत इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल चर्चा हो, ताकि इस पर सरकार का रवैया स्पष्ट किया जा सके और उचित कार्रवाई की जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी सांसद ने कहा कि यह भ्रष्टाचार केवल एक उद्योगपति के निजी मामले तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे देश की पूरी आर्थिक व्यवस्था और संविधान की मर्यादाओं पर गहरा संकट उत्पन्न हो सकता है. संजय सिंह ने यह भी कहा कि इस मामले पर चर्चा करने से पहले सदन की सभी कार्यवाहियों को रोक दिया जाए, ताकि इस पर गहरी और समुचित बहस हो सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह सड़क से लेकर संसद तक हमेशा से अडानी विवाद पर हमलावर रहे हैं. इस बार जब उद्योगपति गौतम अडाणी का नाम अमेरिका के एक विवाद में सामने आया है, संजय सिंह दोबारा हमलावर हो गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वर्तमान विवाद सामने आने के बाद उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार अडानी समूह को लाभ पहुंचाने के लिए राज्य सरकारों पर दबाव बनाती रही है. उन्होंने अमेरिका की तरह भारत में भी इस विवाद की जांच की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें:<a href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-ncr-school-hybrid-mode-during-air-pollution-caqm-order-2830540″> प्रदूषण के बीच दिल्ली-NCR के स्कूलों के लिए नियमों में बदलाव, CAQM ने जारी किया आदेश</a></strong></p>
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हिमाचल: अयोग्य विधायकों की पेंशन बंद करने पर मंथन:गवर्नर ने आपत्तियां लगाकर लौटाया विधेयक; CM से चर्चा के बाद जवाब तैयार कर रही सरकार
हिमाचल: अयोग्य विधायकों की पेंशन बंद करने पर मंथन:गवर्नर ने आपत्तियां लगाकर लौटाया विधेयक; CM से चर्चा के बाद जवाब तैयार कर रही सरकार हिमाचल प्रदेश में एंटी डिफैक्शन लॉ के तहत अयोग्य घोषित पूर्व विधायकों की पेंशन बंद करने वाला विधेयक राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने सरकार को कुछ आपत्तियां लगाकर वापस भेजा है। राज्य सचिवालय में इस पर पांच दिन से मंथन चल रहा है। सूत्रों की माने तो बीती शाम को इस पर अफसरशाही ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से चर्चा कर दी है। अब राजभवन को विस्तृत जवाब भेजा जा रहा है। बता दें कि बीते 4 सितंबर को दल बदल कनून के तहत अयोग्य घोषित पूर्व विधायकों की पेंशन रोकने वाला संशोधन विधेयक विधानसभा में पारित किया गया था। इसमें 2 पूर्व विधायक गगरेट से चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो की पेंशन बंद करने का प्रावधान किया गया। इसी तरह चार अन्य पूर्व विधायकों धर्मशाला से सुधीर शर्मा, सुजानपुर से राजेंद्र राणा, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर की इस टर्म (14वीं विधानसभा) की पेंशन रोकने का प्रावधान किया। गवर्नर ने लगाई ये आपत्तियां राज्यपाल ने पूछा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा (सदस्यों के भत्ते और पेंशन) संशोधन विधेयक, 2024 को विधानसभा द्वारा पारित कर मेरी अनुमति के लिए भेजा गया है। इसे देखने पर पाया गया कि संशोधन विधेयक की धारा 6 (ख) में लागू होने की तिथि नहीं बताई गई। विधेयक में पेंशन की रिकवरी का भी प्रावधान किया गया। मगर यह स्पष्ट नहीं किया कि इस प्रावधान के अनुसार विधानसभा का फिर से सदस्य बनने के लिए व्यक्ति को दी जा रही अतिरिक्त पेंशन की भी वसूली की जानी है या नहीं? 6 कांग्रेस विधायकों ने किया था क्रॉस वोट बता दें कि मार्च 2024 में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोट किया था। स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इनके खिलाफ एंटी डिफैक्शन लॉ के तहत कार्रवाई की और अयोग्य घोषित किया। इनमें से सुधीर शर्मा और इंद्रदत्त लखनपाल दोबारा चुनाव जीत कर आए। बाकी चार पूर्व विधायक BJP के टिकट पर चुनाव हार गए। चैतन्य शर्मा और देवेंद्र भुट्टो पहली बार विधायक बने थे। इसलिए कांग्रेस सरकार ने अयोग्य घोषित इन दोनों विधायकों की पेंशन बंद करने के लिए विधायक को विधानसभा में पारित किया। राज्यपाल इसे मंजूरी दे देते हैं तो इनकी पेंशन बंद हो जाएगी, जबकि जबकि सुधीर शर्मा, सुजानपुर से राजेंद्र राणा, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल और रवि ठाकुर की एक टर्म (14वीं विधानसभा के कार्यकाल) की पेंशन रुक जाएगी। इन्होंने पार्टी व्हिप का किया था उलंघन बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों ने क्रॉस वोट किया था। इससे सत्तारूढ़ कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी राज्यसभा चुनाव हार गए और बीजेपी के हर्ष महाजन चुनाव जीते। क्रॉस वोट के बाद इन पर पार्टी व्हिप के उलंघन के आरोप लगे। इसकी सुनवाई के बाद स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें संविधान के शेड्यूल-10 के तहत अयोग्य घोषित किया। एक बार जीते MLA को 93 हजार पेंशन प्रदेश में जो नेता एक बार विधायक बन जाता है, उसे लगभग 93000 रुपए पेंशन मिलती है। इसी तरह जो नेता जितनी बार विधायक चुना जाता है, उसकी पेंशन में पांच-पांच हजार रुपए अतिरिक्त जुड़ता जाता है। यानी जो नेता 6 बार विधायक बन चुका है। उसकी पेंशन में 30 हजार अतिरिक्त यानी 1,23,240 रुपए हो जाती है।
इरफान सोलंकी के पार्टनर शौकत का आलीशान पेंटहाउस होगा सीज:कानपुर में अपार्टमेंट के टॉप फ्लोर पर बना; 1.36 करोड़ रुपए कीमत
इरफान सोलंकी के पार्टनर शौकत का आलीशान पेंटहाउस होगा सीज:कानपुर में अपार्टमेंट के टॉप फ्लोर पर बना; 1.36 करोड़ रुपए कीमत कानपुर में सपा विधायक इरफान के पार्टनर शौकत पहलवान का एक आलीशान पैंटहाउस भी पुलिस कुर्क करेगी। जाजमऊ पुलिस ने इसमें रहने वाले किराएदार को 24 घंटे के भीतर खाली कराने का नोटिस दिया है। रविवार को शौकत की इस संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत सीज किया जा सकता है। इसकी कीमत 1.36 करोड़ रुपए है। जांच के दौरान पेंट हाउस होने की पुलिस को मिली थी भनक एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने बताया कि जेल में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के गैंग पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। गैंग में शामिल और इरफान के पार्टनर शौकत पहलवान की भी काली कमाई से खड़ी की गई। संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क करने की कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में ग्वालटोली थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस स्थित अपार्टमैंट के टॉप फ्लोर पर बने शौकत पहलवान की पत्नी आयशा बेगम के नाम पेंटहाउस को भी सीज किया जाना है। इसमें रहने वाले किराएदार नदीम को शनिवार को 24 घंटे के भीतर पेंटहाउस खाली करने का नोटिस अल्टीमेटम के साथ दिया गया है। अगर निर्धारित समय पर पेंट हाउस खाली नहीं किया तो जबरन सामान बाहर निकालकर संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के 14-ए की कार्रवाई के तहत अटैच कर लिया जाएगा। शौकत पहलवान ने इरफान के साथ मिलकर अरबों की संपत्ति खड़ी की थी। मुखबिर के जरिए पैंटहाउस की जानकारी पुलिस को मिली शौकत पहलवान के पास अरबों की संपत्ति है। पुलिस अब तक 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत सीज कर चुकी है। इस पेंटहाउस की जानकारी पुलिस को नहीं थी। लेकिन, जांच के दौरान एक मुखबिर ने पुलिस को पत्नी के नाम पर पैंटहाउस होने की जानकारी भी दी। इसके बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए शनिवार को इसे सीज करने के लिए किराएदार को नोटिस थमा दिया है। इरफान के गैंग से जुड़कर अरबों का मालिक बना शौकत इरफान के गैंग से जुड़कर शौकत पहलवान अरबों का मालिक बन बैठा। एक साधारण का आदमी शौकत पहलवान ने सिविल लाइंस ग्वालटोली क्षेत्र में एक के बाद एक एक दर्जन से ज्याद अपार्टमैंट खड़े किए। विवादित जमीनों की खरीद फरोख्त और बिल्डिंग बनाकर अरबों की संपत्ति खड़ी कर दी। क्या होता है पेंटहाउस पैंटहाउस का मतलब अपार्टमैंट या ऊंची इमारत के टॉप पर बना एक आरामदायक बड़े-बड़े कमरों का फ्लैट. 3BHK और 4 बीएचके फ्लैट से पेंटहाउस में जगह कहीं ज्यादा होती है। यही वजह है कि इसे ज्यादातर अमीर लोग ही खरीदते हैं। दरअसल, यह एक बिल्डिंग में सबसे टॉप का फ्लोर होता है, इस वजह से पूरी बिल्डिंग में सिर्फ एक ही पैंटहाउस बन सकता है। इसकी वजह से पैंटहाउस की कीमत अन्य फ्लैट और घरों के मुकाबले काफी ज्यादा होती है।