यूपी पुलिस भर्ती का शनिवार को आखिरी दिन है। परीक्षा केंद्र पर सख्ती और ज्यादा बढ़ा दी गई। कानपुर में चोट पर लगे बैंडेंड को भी हटाकर देखा गया। चेन-कुंडल तक उतरवाए गए। रूमाल और रुपए तक अंदर नहीं ले जाने दिए गए। सिर्फ पेन के साथ केंद्र के अंदर एंट्री दी गई। आधी रात को प्रयागराज, आगरा, वाराणसी समेत बड़े शहरों में अभ्यर्थियों की भारी भीड़ नजर आई। कानपुर रेलवे स्टेशन पर तो पैर रखने तक की जगह नहीं थी। प्लेटफॉर्म के अलावा ट्रैक पर भी परीक्षार्थी खड़े हो गए। परीक्षा के चौथे दिन शुक्रवार को कुल 9 लाख 63 हजार 613 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी। लेकिन, 6 लाख 91 हजार 936 अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी। यानी 28% अभ्यर्थियों ने परीक्षा नहीं दी। भर्ती एग्जाम में 4 दिनों में अब तक 409 संदिग्ध पकड़े गए हैं। शुक्रवार को मेरठ में 3 फर्जी कैंडिडेट अरेस्ट हुए। तीनों उम्र छिपाकर पेपर देने आए थे। एटा में अपने भाइयों की जगह पेपर दे रहे 2 युवकों को पकड़ा गया। सहारनपुर में एक युवक को अरेस्ट किया गया है। जौनपुर से भी दो सॉल्वर गिरफ्तार किए गए। प्रदेश के 67 जिलों में 1154 सेंटर पर परीक्षा हो रही है। यूपी पुलिस भर्ती से जुडे़ अपडेट्स जानने के लिए नीचे के ब्लॉग से गुजर जाइए… यूपी पुलिस भर्ती का शनिवार को आखिरी दिन है। परीक्षा केंद्र पर सख्ती और ज्यादा बढ़ा दी गई। कानपुर में चोट पर लगे बैंडेंड को भी हटाकर देखा गया। चेन-कुंडल तक उतरवाए गए। रूमाल और रुपए तक अंदर नहीं ले जाने दिए गए। सिर्फ पेन के साथ केंद्र के अंदर एंट्री दी गई। आधी रात को प्रयागराज, आगरा, वाराणसी समेत बड़े शहरों में अभ्यर्थियों की भारी भीड़ नजर आई। कानपुर रेलवे स्टेशन पर तो पैर रखने तक की जगह नहीं थी। प्लेटफॉर्म के अलावा ट्रैक पर भी परीक्षार्थी खड़े हो गए। परीक्षा के चौथे दिन शुक्रवार को कुल 9 लाख 63 हजार 613 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी। लेकिन, 6 लाख 91 हजार 936 अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी। यानी 28% अभ्यर्थियों ने परीक्षा नहीं दी। भर्ती एग्जाम में 4 दिनों में अब तक 409 संदिग्ध पकड़े गए हैं। शुक्रवार को मेरठ में 3 फर्जी कैंडिडेट अरेस्ट हुए। तीनों उम्र छिपाकर पेपर देने आए थे। एटा में अपने भाइयों की जगह पेपर दे रहे 2 युवकों को पकड़ा गया। सहारनपुर में एक युवक को अरेस्ट किया गया है। जौनपुर से भी दो सॉल्वर गिरफ्तार किए गए। प्रदेश के 67 जिलों में 1154 सेंटर पर परीक्षा हो रही है। यूपी पुलिस भर्ती से जुडे़ अपडेट्स जानने के लिए नीचे के ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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काशी में गणेश उत्सव की तैयारियां, VIDEO:सिद्धि विनायक की हूबहू प्रतिमा बनाई, गंगा की मिट्टी से तैयार करने में लगे 10 दिन
काशी में गणेश उत्सव की तैयारियां, VIDEO:सिद्धि विनायक की हूबहू प्रतिमा बनाई, गंगा की मिट्टी से तैयार करने में लगे 10 दिन गणेश उत्सव की शुरुआत 6 सितंबर से हो रही है। यह उत्सव जिस तरह महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जाता है, उसी तरह काशी की गलियों में भी परंपरा निभाई जाती है। काशी के शारदा भवन में होने वाले गणेश उत्सव में भक्तों को सिद्धि विनायक के स्वरूप के दर्शन का सौभाग्य मिलता है, जिसे यहां के प्रसिद्ध मूर्तिकार बद्री प्रसाद तैयार कर रहे हैं। मूर्तिकार से जानते हैं कि कैसे तैयार होती है बप्पा की मूर्ति… दैनिक भास्कर की टीम काशी के प्रसिद्ध मूर्तिकार बद्री प्रसाद के पास पहुंची। जो एक छोटे से कमरे में अकेले बैठकर गणपति बप्पा की मूर्तियों को तैयार कर रहे थे। उन्होंने बताया- दो माह पहले से ही हम तैयारी शुरू करते हैं। सबसे पहले गंगा की मिट्टी को लाते हैं। फिर भगवान गणेश के स्वरूप को बनाते हैं। उसके बाद इसमें रंग-बिरंगे रंगों को भरकर उन्हें सुंदर स्वरूप दिया जाता है। 10 दिन में तैयार करते हैं सिद्धि विनायक की हूबहू मूर्ति
बद्री प्रसाद पिछले दो दशकों से अधिक समय से इस विशेष मूर्ति को तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बताया- इसके लिए हमें विशेष ऑर्डर मिलता है। इस मूर्ति को बनाना हमने अपने पिताजी से सीखा था। उन्होंने बताया कि यह प्रतिमा हूबहू महाराष्ट्र के सिद्धि विनायक का प्रतिरूप होती है, जिसका दर्शन काशी में गणेश उत्सव के दौरान होता है। हर साल वे सिद्धि विनायक की 5 प्रतिमाएं तैयार करते हैं। इनकी लागत उन्होंने करीब 10 हजार रुपए बताई। उन्होंने बताया कि इस मूर्ति को तैयार करने में उन्हें 10 दिन का वक्त लगता हैं। आइए अब जानते हैं काशी की दो सबसे प्रसिद्ध गणेश उत्सव कमेटी 1.) साल 1929 से शारदाभवन में गणेश उत्सव
काशी के गोदौलिया क्षेत्र स्थित अगस्त कुंडा में सन् 1929 से शारदा भवन में गणेशोत्सव मनाया जाता हैं। इसके उत्सव की शुरुआत स्व. पंडित गोरेनाथ पाठक ने की थी। विनोद राव पाठक ने बताया कि गणेश जी का यह उत्सव शारदा भवन में 96वां वर्ष हैं। उन्होंने बताया कि यह आयोजन बिना किसी से चंदा लिए किया जाता है। यहां स्थापित होने वाली मूर्ति महाराष्ट्र के सिद्ध विनायक गणेश जी के स्वरूप की स्थापित की जाती है। यह प्रतिमा काशी के ही मूर्तिकार परिवार द्वारा बनाया जाता है। 2.) मराठी परिवार की 126 साल पुरानी गणेश उत्सव परंपरा
वाराणसी में ब्रह्मा घाट, बीवी हटिया, पंचगंगा घाट समेत कई ऐसे इलाके हैं जहां मराठा समुदाय के लोग अच्छी खासी संख्या में रहते हैं। इन मराठी परिवारों ने उत्तर प्रदेश में अपनी संस्कृति और सभ्यता को जीवित रखने के लिए पिछले 126 वर्षों से काशी में गणेश चतुर्थी का आयोजन किया है।आयोजन समिति के ट्रस्टी विनायक त्र्यंबक ने बताया कि इस आयोजन की शुरुआत तब हुई जब अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम के दौरान क्रांतिकारियों और महान नेताओं ने देश में लोगों को एकजुट करने का काम शुरू किया था। त्रिंबक ने बताया- इससे प्रसन्न होकर 1920 में जब लोकमान्य तिलक वाराणसी आए तो उन्होंने इस उत्सव की भव्यता देखकर इसे महाराष्ट्र के उत्सव से बेहतर बताया और तब से यह परंपरा निरंतर चली आ रही है। उन्होंने कहा कि भले ही महाराष्ट्र के पुणे में पड्डगान और अन्य परंपराओं को समाप्त कर दिया गया है, लेकिन वाराणसी में अभी भी यह परंपरा उसी भव्यता के साथ निभाई जाती है। गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि गणेश चतुर्थी की शुरुआत 6 सितंबर को दोपहर में 3:01 से शुरू होगी और उसके बाद 7 सितंबर को शाम 5:37 पर समाप्त होगी। उदयातिथि के मुताबिक गणेश चतुर्थी का पर्व 7 सितंबर को मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दिन भक्त अपने घर और चौक चौराहा में गणेश जी की स्थापना कर सकते हैं। गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक रोजाना भगवान गणेश की पूजा आराधना किया जाता हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय बता रहे हैं गणपति स्थापना और पूजा विधि… आगे की 3 स्लाइड पढ़िए-
लुधियाना में संदिग्ध परिस्थितियों में कारोबारी लापता:फैक्ट्री का ताला खोलने गया था वापस नहीं लौटा,पुलिस तलाश में जुटी
लुधियाना में संदिग्ध परिस्थितियों में कारोबारी लापता:फैक्ट्री का ताला खोलने गया था वापस नहीं लौटा,पुलिस तलाश में जुटी पंजाब के लुधियाना में शुक्रवार सुबह 8.30 बजे घर से फैक्ट्री गया हौजरी कारोबारी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। परिवार उसकी काफी तलाश कर चुका है लेकिन उसके बारे किसी को कुछ पता नहीं चल सका। थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस भी कारोबारी को ढंढूने का प्रयास कर रही है लेकिन अभी पुलिस के हाथ भी कुछ नहीं लगा। लापता कारोबारी का नाम साजन मल्होत्रा है। फैक्ट्री में जाने का कहकर घर से गया था साजन जानकारी देते हुए साजन के रिश्तेदार रजिंद्र शर्मा ने कहा कि शुक्रवार सुबह साजन घर से यह कह कर गया था कि वह फैक्ट्री में नाइट लगा रहे कर्मचारियों के छुट्टी करवाने जा रहा है। लेकिन जब वह 12 बजे तक घर वापस नहीं लौटा तो परिवार ने उसके मोबाइल पर संर्पक किया लेकिन साजन का मोबाइल फोन बंद आ रहा है। देर रात तक परिवार के सदस्यों ने सभी रिश्तेदारों के घरों पर भी तलाश कर ली लेकिन साजन का कही कुछ पता नहीं चला। सीसीटीवी में जाता दिखा कारोबारी थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस को भी सूचित किया है। साजन की फैक्ट्री गणेश नगर में है। ट्रांसपोर्ट नगर नजदीक उसे सीसीटीवी में जाते हुए देखा गया है। परिवार मुताबिक उनका बेटा महिला स्वेटर बनाने का काम करता था। उसकी किसी के साथ कोई रंजिश नहीं है। फिलहाल थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले है।
कानपुर में फर्जी दरोगा के घर मिलीं 7 वर्दी:IAS ट्रेनिंग, नेवी-आर्मी के कार्ड मिले; पत्नी बोली-पापा से लाखों का दहेज लिया
कानपुर में फर्जी दरोगा के घर मिलीं 7 वर्दी:IAS ट्रेनिंग, नेवी-आर्मी के कार्ड मिले; पत्नी बोली-पापा से लाखों का दहेज लिया फर्जी दरोगा संजीव कुमार यादव के घर कानपुर पुलिस ने दबिश दी। अरेस्टिंग के वक्त एक बारगी पुलिस भी चौंक गई कि कहीं संजीव असली दरोगा तो नहीं? क्योंकि, उसके घर में पुलिस की 7 वर्दी और 12 जोड़ी जूते मिले। अलमारी की तलाशी में 2 पुलिस के आई-कार्ड, 4 आईफोन समेत डिपार्टमेंट के दस्तावेज मिले। पुलिस जब यह सब एक्शन ले रही थी, तभी दरोगा की पत्नी बोल पड़ी- हमारे पति असली दरोगा हैं। हमारे पापा से लाखों रुपए का दहेज भी ले चुके हैं। कल्याणपुर थाने की पुलिस ने तस्दीक के बाद दरोगा को अरेस्ट कर लिया। अब फर्जी दरोगा के पकड़े जाने की कहानी पढ़िए… 15 लाख लेकर नहीं दिए, धोखाधड़ी में फंसा सीटीएस कल्याणपुर में रहने वाले चंद्रेश्चर सिंह को दोनों आंखों से दिखाई नहीं देता। उनका फर्नीचर का बड़ा कारोबार है। उनके दोनों बेटे कारोबार संभालते हैं। चंद्रेश्वर ने कहा- उनके दामाद एक दिन अपने दरोगा मित्र संजीव कुमार यादव को लेकर आए। परिवार के लोगों ने बताया कि संजीव वर्दी में था। 15 लाख रुपए की जमीन खरीदने के लिए उधार मांगा। उन्होंने 26 सितंबर, 2023 को संजीव के खाते में 5 लाख और फिर 27 सितंबर को 5 लाख RTGS (ऑनलाइन) कर दिया। 5 लाख रुपए कैश दिया। उस वक्त 7-8 दिन में रुपए वापस देने की बात तय हुई थी। लेकिन, एक साल बाद भी रुपए वापस नहीं किए। जब संजीव से कहा गया तो वह धमकी देता था कि जेल भिजवा दूंगा। जानते भी हो, किससे बात कर रहे हो? इस दौरान ज्यादा दबाव बनाने पर 2 चेक भी दिए, जो बाउंस हो गए। इसके बाद कल्याणपुर थाने से मदद मांगी गई। IAS की ट्रेनिंग, नेवी-आर्मी के कार्ड मिले
ACP अभिषेक कुमार पांडेय ने बताया- गोवा गार्डन कल्याणपुर में रहने वाले संजीव कुमार यादव के घर दबिश दी गई। सामने आया कि वह यूपी के किसी भी थाने में तैनात ही नहीं है, फर्जी है। उसके पास से IAS ट्रेनिंग सेंटर मसूरी का आई-कार्ड भी मिला। यह कार्ड दिखाकर रौब गांठता था कि उसने IAS की ट्रेनिंग भी की है। नेवी के कोस्ट गार्ड, आर्मी की कैंटीन का कार्ड और यूपी पुलिस का आई-कार्ड उसके पास से मिले। हर रोज पुलिस लिखी ऑल्टो से ड्यूटी पर जाता
ACP ने बताया- जब पुलिस ने उसके घर की अलमारियों की तलाशी ली, तब 7 जोड़ी वर्दी, 12 जोड़ी जूते, वर्दी में लगाने वाले स्टार और दरोगा की 4 कैप मिलीं। वह लोगों को उन्नाव GRP में तैनाती बताता था। पत्नी से पूछताछ में सामने आया कि हर रोज सुबह पुलिस लिखी ऑल्टो कार से वह ड्यूटी के लिए रवाना हो जाता था। कहां रहता और क्या करता था, इसकी पूछताछ हो रही है। डायरी में उन्नाव की FIR, नक्शे और क्राइम सीन की डिटेल मिली
कॉलोनी के लोगों ने बताया- संजीव अक्सर मोबाइल पर घूम-घूमकर बात करता था। कहता- उस अपराधी को पकड़ लो, उसका मोबाइल सर्विलांस पर लगा दो। वह अपने साथ एक डायरी रखता था। डायरी के अंदर उन्नाव की 2 FIR की कापी भी मिली। इतना ही नहीं, डायरी में पुलिस पैटर्न का एक क्राइम सीन का नजरी नक्शा भी बना हुआ था। डायरी के अलग-अलग पन्नों पर जिस तरह से पुलिस वाले लोगों की डिटेल नोट करते हैं, ठीक उसी तरह से कई अपराधियों का सिजरा और घटनाक्रम की डिटेल लिखी थी। ACP जहां से वर्दी सिलवाते, वहीं से संजीव भी बनवाता
संजीव पुलिस लाइन के सामने शमी श्रीवास्तव टेलर की दुकान से वर्दी सिलवाता था। उसने 7 दिन पहले ही नई वर्दी सिलवाई थी। ACP अभिषेक पांडेय भी वहीं से वर्दी सिलवाते हैं। कल्याणपुर की पुलिस ने टेलर को फोन किया। तब उसने बताया कि संजीव करीब 5 साल से वर्दी सिलवा रहे हैं। नौकरी के नाम पर ठगा, पुलिस वालों को भी नहीं छोड़ा
ACP ने कहा- संजीव ने लोगों को पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी लगवाने का झांसा देकर लाखों की ठगी की। काकादेव में रहने वाले पुलिस विभाग से रिटायर्ड दीवान विजय यादव से 6 लाख रुपए लिए थे। ठगी के शिकार लोगों से पुलिस तहरीर मांग रही है। फर्जी दरोगा पर और मुकदमे भी दर्ज होंगे। छापेमारी करने गए पुलिस वाले भी हैरान
मामले की जांच कर रहे इंदिरानगर चौकी इंचार्ज अरुण कुमार सिंह ने कहा- छापेमारी करने गए टीम में शामिल लोग संजीव का रसूख देकर दंग रह गए। जितनी वर्दी पुलिस में होने के बाद उन लोगों के पास नहीं, उससे ज्यादा तो नकली दरोगा के पास निकलीं। एक-दो नहीं, घर से दरोगा के 4 आईफोन बरामद हुए। 11 जोड़ी जूते और 4 कैप तो किसी असली दरोगा के पास भी नहीं हैं। उसके घर पर छापेमारी करने पहुंचे पुलिसकर्मियों ने बताया कि जूता, घड़ी, बेल्ट, कपड़े और फोन समेत एक-एक चीज ब्रांडेड इस्तेमाल करता था। गूगल पर सर्च करता- पुलिस जांच कैसे करती है
ACP ने कहा- संजीव के ड्राइविंग लाइसेंस में भी वर्दी में ही उसने अपनी फोटो खिंचवाई। उस DL को भी सीज कर दिया गया। संजीव के मोबाइल फोन पर गूगल की सर्च हिस्ट्री चेक की गई। वह पुलिस की कार्यशैली, जांच, किसी FIR दर्ज होने के बाद पहला प्रोसेस क्या होता है, वर्दी पहनने से लेकर पुलिस की ट्रेनिंग के अलग-अलग हिस्सों को संजीव ने गूगल पर सर्च करता। 29 साल का संजीव कुमार फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद के गांव रठौरा नंगला का रहने वाला है। एक टीम को फर्रुखाबाद भेजा गया है। यह भी पढ़िए… मोदी का जन्मदिन…वाराणसी में सोने के 3 मुकुट चढ़ाए; अखिलेश ने दी बधाई, लखनऊ में दोनों डिप्टी सीएम ने झाड़ू लगाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 74वां जन्मदिन है। काशी में पीएम के फैन ने संकटमोचन मंदिर में 3 सोने के मुकुट चढ़ाए। इसकी कीमत करीब 41 लाख रुपए है। सीएम योगी ने पीएम को बधाई देते हुए कहा- आपका जीवन का हर क्षण हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत है। आप सच्चे अर्थों में भारत के अमृतकाल के सारथी हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी पीएम को जन्मदिन की बधाई दी है। दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक ने लखनऊ में झाड़ू लगाई है। पढ़िए पूरी खबर…