केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि शिमला के समीप जाठिया देवी में नया शहर बनाने का प्रस्ताव केंद्र को मिला है। इस पर काम चल रहा है। यह बात उन्होंने शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और प्रदेश के शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य के साथ आयोजित मीटिंग के दौरान कही। इस दौरान CM सुक्खू ने हिमाचल की कठिन भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए पहाड़ी राज्यों को अटल नवीकरण एवं शहरी परिवहन मिशन (अम्रुत) योजना के अंतर्गत परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए अलग मापदंड अपनाने का आग्रह किया है। CM ने कहा कि अम्रुत के तहत परियोजनाएं जनसंख्या के आधार पर स्वीकृत की जाती हैं, लेकिन जनसंख्या आधारित मापदंड हिमाचल के लिए उपयुक्त नहीं हैं। इसलिए इस योजना के अंतर्गत अधिकतम लाभ उठाने के लिए मापदंडों में ढील देने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा, वित्त आयोग की सिफारिशों की भी समय-समय पर समीक्षा की जानी चाहिए, क्योंकि परियोजनाओं की लागत समय के साथ बढ़ती रहती है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत हिमाचल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों में एक है। हिमाचल में प्लास्टिक पर लगाया प्रतिबंध: CM सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। इस पहल के ठोस परिणाम सामने आ रहे हैं। पंचायतों और गैर-सरकारी संगठनों ने प्लास्टिक के उपयोग से मानव जीवन पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। टेंडर अवधि 60 से घटाकर 10 दिन करने का आग्रह विकास कार्यों को गति प्रदान करने के लिए उन्होंने केंद्र सरकार से टेंडर नीति प्रणाली में संशोधन कर टेंडर अवधि को 60 दिन से घटाकर 10 दिन करने का आग्रह किया। बैटरी बैकअप के साथ एक मेगावाट सौर प्रणाली की अनुमति देने की अपील सुखविंद्र सुक्खू ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय से स्पीति जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में बर्फबारी और प्रतिकूल मौसम के कारण होने वाली कठिनाइयों को कम करने के लिए बैटरी बैकअप के साथ एक मेगावाट सौर प्रणाली की अनुमति देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, इन क्षेत्रों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 362 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। खट्टर ने दिया सहयोग का आश्वासन केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने हिमाचल प्रदेश के प्रदर्शन की प्रशंसा की और केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। ऊर्जा मंत्रालय के कार्यों की समीक्षा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने राज्य को बिजली उत्पादन बढ़ाने का सुझाव दिया क्योंकि राज्य में जल स्रोत प्रचूर मात्रा में हैं। उन्होंने कहा कि राज्य को जल विद्युत ऊर्जा का दोहन करने के लिए बहते पानी का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना चाहिए। केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि शिमला के समीप जाठिया देवी में नया शहर बनाने का प्रस्ताव केंद्र को मिला है। इस पर काम चल रहा है। यह बात उन्होंने शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और प्रदेश के शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य के साथ आयोजित मीटिंग के दौरान कही। इस दौरान CM सुक्खू ने हिमाचल की कठिन भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए पहाड़ी राज्यों को अटल नवीकरण एवं शहरी परिवहन मिशन (अम्रुत) योजना के अंतर्गत परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए अलग मापदंड अपनाने का आग्रह किया है। CM ने कहा कि अम्रुत के तहत परियोजनाएं जनसंख्या के आधार पर स्वीकृत की जाती हैं, लेकिन जनसंख्या आधारित मापदंड हिमाचल के लिए उपयुक्त नहीं हैं। इसलिए इस योजना के अंतर्गत अधिकतम लाभ उठाने के लिए मापदंडों में ढील देने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा, वित्त आयोग की सिफारिशों की भी समय-समय पर समीक्षा की जानी चाहिए, क्योंकि परियोजनाओं की लागत समय के साथ बढ़ती रहती है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत हिमाचल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों में एक है। हिमाचल में प्लास्टिक पर लगाया प्रतिबंध: CM सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। इस पहल के ठोस परिणाम सामने आ रहे हैं। पंचायतों और गैर-सरकारी संगठनों ने प्लास्टिक के उपयोग से मानव जीवन पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। टेंडर अवधि 60 से घटाकर 10 दिन करने का आग्रह विकास कार्यों को गति प्रदान करने के लिए उन्होंने केंद्र सरकार से टेंडर नीति प्रणाली में संशोधन कर टेंडर अवधि को 60 दिन से घटाकर 10 दिन करने का आग्रह किया। बैटरी बैकअप के साथ एक मेगावाट सौर प्रणाली की अनुमति देने की अपील सुखविंद्र सुक्खू ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय से स्पीति जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में बर्फबारी और प्रतिकूल मौसम के कारण होने वाली कठिनाइयों को कम करने के लिए बैटरी बैकअप के साथ एक मेगावाट सौर प्रणाली की अनुमति देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, इन क्षेत्रों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 362 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। खट्टर ने दिया सहयोग का आश्वासन केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने हिमाचल प्रदेश के प्रदर्शन की प्रशंसा की और केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। ऊर्जा मंत्रालय के कार्यों की समीक्षा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने राज्य को बिजली उत्पादन बढ़ाने का सुझाव दिया क्योंकि राज्य में जल स्रोत प्रचूर मात्रा में हैं। उन्होंने कहा कि राज्य को जल विद्युत ऊर्जा का दोहन करने के लिए बहते पानी का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना चाहिए। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में वक्फ-बोर्ड भंग करने की मांग:PWD मंत्री विक्रमादित्य ने सोशल मीडिया पर की पोस्ट, कहा- समय के साथ सुधार की आवश्यकता
हिमाचल में वक्फ-बोर्ड भंग करने की मांग:PWD मंत्री विक्रमादित्य ने सोशल मीडिया पर की पोस्ट, कहा- समय के साथ सुधार की आवश्यकता हिमाचल प्रदेश में चल रहे मस्जिद विवाद के बीच हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण एवं शहरी विकास विभाग में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने रविवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बड़ी प्रतिक्रिया दे दी है। मंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वक्फ बोर्ड में भी बदलते समय के साथ सुधार की आवश्यकता है। मंत्री की इस पोस्ट पर लोग तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे है। मंत्री बोले समय के साथ हर कानून में बदलाव आवश्यक लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से की गई पोस्ट में लिखा कि हिमाचल और हिमाचलियत के हित उनके लिए सर्वश्रेष्ठ है, और सर्वत्र हिमाचल का संपूर्ण विकास उनका लक्ष्य है। मंत्री ने पोस्ट के अगले हिस्से में लिखा कि समय के साथ हर कानून में तब्दीली लाना आवश्यक है। वक्फ बोर्ड में भी बदलते समय के साथ सुधार की आवश्यकता है। मंत्री विक्रमादित्य सिंह को पोस्ट के बाद लोगों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ रही है। लोग तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे है। लोगों की माने तो हिमाचल प्रदेश में चल रहे हिंदू संगठनों के आंदोलन में मंत्री की यह पोस्ट नया मोड़ देगी। शिलाई में वक्फ बोर्ड भंग करने की उठी मांग देवभूमि संघर्ष समिति शिलाई के अध्यक्ष ओम प्रकाश ने वक्फ बोर्ड पर आरोप लगाया कि यह भू-माफिया की तरह काम कर रहा है और प्रदेश की सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे किए जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि इस बोर्ड को तुरंत समाप्त किया जाए और प्रदेश में अवैध रूप से बनी मस्जिदों और मजारों पर कार्रवाई की जाए। चेतावनी दी कि यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो हिंदू समाज उग्र आंदोलन करेगा। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप उचित कदम उठाने की मांग की। कहां से शुरू हुआ ये पूरा आंदोलन ? बता दें कि शिमला के मल्याणा में दो गुटों में हुई मारपीट के बाद संजौली में बनी मस्जिदों से यह आंदोलन शुरू हुआ था। एक सितंबर को संजौली में प्रदर्शन करते हुए लोगो ने संजौली में बनी मस्जिद के अवैध होने का दावा करते हुए गिराने की मांग की और बाहर से आए समुदाय विशेष पर माहौल खराब करने के आरोप लगाए। शिमला के संजौली से सुलगी यह चिंगारी पूरे प्रदेश में फैली हुई है। प्रदर्शनों का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अवैध मस्जिद से शुरू हुआ आंदोलन, नशे और अपराधी गतिविधियों में संलिप्तता, बाहरी प्रवासियों पर पहचान छुपाने, उनके वैरिफिकेशन की मांग से होते हुए आंदोलन अब वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग पर पहुंच गया है। सिरमौर के शिलाई में हुए प्रदर्शन में वक्फ बोर्ड भंग करने की मांग उठी है और इसमें प्रदेश सरकार के मंत्री भी शामिल हो गए है। मंत्री ने वक्फ बोर्ड में सुधार की मांग की है।
मंडी में जल शक्ति विभाग में विजिलेंस की रेड:देर रात तक कर्मचारियों से पूछताछ, दस्तावेजों की जांच की, ठेकेदार ने की थी शिकायत
मंडी में जल शक्ति विभाग में विजिलेंस की रेड:देर रात तक कर्मचारियों से पूछताछ, दस्तावेजों की जांच की, ठेकेदार ने की थी शिकायत मंडी जिला के जल शक्ति विभाग के बग्गी मंडल कार्यालय में भ्रष्टाचार को लेकर विजिलेंस टीम ने दबिश दी। विजिलेंस की लगभग 7 सदस्य टीम कार्यालय पहुंची और रात 10 बजे तक दस्तावेजों की जांच सहित विभागीय कर्मियों से पूछताछ करती रही। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से कार्यालय में विभागीय अधिकारियों द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए कार्यों को किया जा रहा था और कुछ एक चुनिंदा ठेकेदारों को ही लाभ पहुंचाने के लिए काम आवंटित किए जा रहे थे। विभागीय कार्यालय में अधिकारीयों द्वारा मनमानी और पक्षपात के आरोप कई ठेकेदारो द्वारा लगाए जा रहे थे, लेकिन हाल ही में सुंदरनगर के एक नामी ठेकेदार द्वारा राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो शिमला को उक्त कार्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत की थी। वित्त नियमों की अनदेखी बताया गया है कि जल शक्ति मंडल बग्गी कार्यालय में तैनात अधिकारियों द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष में सभी निविदा प्रक्रिया और बजटीय आवंटन का उल्लंघन करते हुए करीब 1400 निविदाएं की हैं। जिनमें सामान्य वित्त नियम की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। पंपिंग मशीनरी की कोई तकनीकी जांच किए बिना ही काम सौंप दिया गया है और गलत मशीनरी और सामान का चयन कर खरीद की गई है। अधिकारी द्वारा खुले बाजार से बहुत अधिक दरों पर सामग्री और जनरेटर भी खरीदे हैं, जबकि ये सभी सामान एचपी दर अनुबंध पर बहुत कम कीमतों पर उपलब्ध हैं। विभागीय मानक दरों का उल्लंघन करते हुए उच्च दरों का भुगतान किया गया है। अधिकारी कर रहे मनमर्जी काम बल्ह विधानसभा के विधायक इंद्र सिंह गांधी ने भी जल शक्ति विभाग मंडल बग्गी के अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं कि अधिकारी मौजूदा सरकार के दबाव में मनमर्जी से कार्य कर रहे हैं और कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को ही लाभ पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। एसपी विजिलेंस मंडी कुलभूषण वर्मा ने बताया कि जल शक्ति विभाग मंडल कार्यालय बग्गी में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार व्याप्त होने की शिकायत मिली थी, जिस पर विभाग की टीम ने आज कार्यालय में पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।
हिमाचल में धुंध का येलो अलर्ट जारी:50 मीटर से भी नीचे गिरी विजिबिलिटी; सावधानी बरतने की सलाह; 11 नवंबर को बारिश-बर्फबारी
हिमाचल में धुंध का येलो अलर्ट जारी:50 मीटर से भी नीचे गिरी विजिबिलिटी; सावधानी बरतने की सलाह; 11 नवंबर को बारिश-बर्फबारी हिमाचल प्रदेश में आज और कल दो दिन तक घनी धुंध छाने का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग (IMD) ने बिलासपुर और मंडी जिले को यह अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुसार, बिलासपुर में भाखड़ा बांध के जलाशय के आसपास और मंडी के बल्ह एरिया में सुबह के वक्त घनी धुंध लोगों को परेशान करेगी। इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर सकती है। इसे देखते हुए खासकर वाहन चालकों को संभलकर गाड़ी चलाने की सलाह दी गई है। पहाड़ों पर जब तक अच्छी बारिश-बर्फबारी नहीं होती, तब तक धुंध लोगों को परेशानी करती रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में आज और कल मौसम साफ बना रहेगा। 10 नवंबर की आधी रात वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव होगा। इससे अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में 11 नवंबर को हल्की बर्फबारी हो सकती है। वहीं मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है। मगर मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। इन जिलों में बारिश-बर्फबारी IMD के अनुसार, चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति और मंडी जिला में बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। शिमला, सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, हमीरपुर और ऊना में मौसम साफ रहेगा। पोस्ट मानसून सीजन में 98% कम बारिश प्रदेश में 1 अक्टूबर से 8 नवंबर के बीच 29 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार औसत 0.7 मिलीमीटर बादल बरसे है। जो सामान्य से 98 प्रतिशत कम है। मानसून सीजन में भी 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। ऐसे में अब वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने के बाद राज्य में ड्राट खत्म हो सकता है। 6 जिलों में पानी की बूंद नहीं बरसी प्रदेश में लगभग 40 दिनों बारिश नहीं हुई। 6 जिले हमीरपुर, चंबा, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी है। इससे सूखे जैसे हालात पनपने लगे हैं। कांगड़ा जिला में 36 दिनों में मात्र 1.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। किन्नौर में 0.4 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति जिला में 0.1 मिलीमीटर, मंडी 2.8 मिलीमीटर, शिमला 0.2 मिलीमीटर और ऊना में सबसे ज्यादा 8.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। बेशक ऊना में 8.6 मिलीमीटर बादल बरसे हैं, मगर यहां भी सामान्य से 56 प्रतिशत कम बारिश है।