मुरादाबाद में पीतल कारोबारी की पत्नी ने कराई हत्या:तांत्रिक के इश्क में लिखी मर्डर स्क्रिप्ट, टॉर्च दिखाकर बोली- मारते रहो, जब तक मर न जाए

मुरादाबाद में पीतल कारोबारी की पत्नी ने कराई हत्या:तांत्रिक के इश्क में लिखी मर्डर स्क्रिप्ट, टॉर्च दिखाकर बोली- मारते रहो, जब तक मर न जाए

मुरादाबाद में पीतल कारोबारी अनिल चौधरी की हत्यारिन उनकी पत्नी तनु है। तनु 10 महीने पहले बेटे की चाहत में जिस तांत्रिक के पास गई थी, उसी के इश्क में पड़ कर अपने पति को मरवा दिया। तनु ने बेहद शातिराना अंदाज में हत्याकांड की स्क्रिप्ट लिखी थी। कारोबारी की हत्या में तनु के अलावा 3 और लोग शामिल थे। पुलिस ने खुलासे में बताया- तनु कातिलों को मोबाइल की फ्लैश लाइट से रोशनी दिखा रही थी। वो कातिलों को बता रही थी कि उसके पति को कहां-कहां चाकू मारें। जब अनिल अचेत होकर गिर गए तो तनु ने दो-चार चाकू और मारने को कहा। ताकि पति के जिंदा बचने की गुंजाइश ही न बचे। पुलिस ने तनु और वारदात में शामिल मोहित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हत्याकांड में शामिल एक कातिल आमोद गुप्ता की वारदात वाले दिन ही मौत हो गई। जबकि वारदात का मास्टरमाइंड तांत्रिक कन्हैया अभी फरार है। पुलिस की टीमें उसे तलाश करने में जुटी हैं। स्टोरी में आगे बढ़ने से पहले वारदात के बारे में पढ़ते हैं… आधी रात कारोबारी को घर में घुसकर चाकू से गोदा
वारदात 14 जुलाई यानी बीते शनिवार रात करीब एक बजे की है। कटघर में मोहल्ला गाड़ीखाना में रहने वाले पीतल कारोबारी अनिल चौधरी (32) की घर में घुसे कातिलों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी। हत्यारों ने उनके शरीर पर चाकू से 20 से भी अधिक वार किए। अनिल की लाश उनके बेडरूम में बेड पर पड़ी मिली थी। वारदात के वक्त पीतल कारोबारी के घर में उनके अलावा उनकी पत्नी तनु, 13 साल की बेटी मानवी और एक छोटी बेटी मौजूद थी। ये सभी एक ही रूम में थे। घटना के बाद पुलिस को दिए बयान में तनु ने कहा- वारदात की रात 8:30 बजे ही खाना खाकर सो गई थी, इसलिए उसकी आंख नहीं खुली। 13 साल की चश्मदीद बेटी ने बताए कातिलों के नाम
जब अनिल चौधरी पर चाकू से हमला किया गया तो उनकी चीख सुनकर 13 साल की बेटी मानवी की आंख खुल गई। उसने कातिलों को पिता पर चाकू से वार करते हुए देखा तो बचाने की कोशिश की। बच्ची ने उसी बेड पर सो रही अपनी मां तनु को भी जगाया। घटना के बाद पुलिस को दिए स्टेटमेंट में मानवी ने कहा- मेरे पिता को आमोद और मोहित ने चाकू घोंपकर मार डाला। वो दोनों रात में करीब एक बजे दरवाजे पर आए और पापा से कहा कि उन्हें फर्म का पेमेंट देना है। फिर पापा ने जैसे ही गेट खोला तो दोनों उन पर चाकू से हमला करने लगे। पापा जान बचाने को बेडरूम में भागे तो दोनों उनके पीछे बेडरूम में घुस आए और चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी। मैं बहुत डर गई थी। मैंने मम्मी को जगाया, वो उस वक्त सो रही थीं। बेटी मानवी ने भी यह बयान अपनी मां तनु के कहने पर दिया था। वारदात की रात, एक कातिल की मौत
पीतल कारोबारी की हत्या में शामिल रहे एक कातिल आमोद गुप्ता की वारदात वाली रात ही मौत हो गई थी। दरअसल, आमोद शराब के नशे में धुत होकर अनिल की हत्या करने गया था। नशे में होने की वजह से पीतल कारोबारी को चाकू मारते वक्त उसके हाथ में भी चाकू लग गया, जिससे उसके हाथ की नस कट गई थी। अधिक खून बह जाने की वजह से वह बेहोश होकर रास्ते में गिर पड़ा। अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। आमोद पीतल कारोबारी के घर के पास ही महबुल्लागंज मोहल्ले का रहने वाला था। अनिल की हत्या का मास्टरमाइंड तांत्रिक कन्हैया महबुल्लागंज में आमोद के ही मकान में किराए पर रहता था। कन्हैया के रूम पर ही पीतल कारोबारी का दूसरा कातिल मोहित भी उसके रूम पार्टनर के तौर पर रहता था।

अब पढ़िए कारोबारी के कत्ल के खुलासे की पूरी कहानी… 10 महीने पहले बेटे की चाहत में तांत्रिक के पास गई तनु
पीतल कारोबारी अनिल की शादी को काफी वक्त बीत चुका था। उनके 2 बेटियां हैं। कोई बेटा नहीं है। ऐसे में कारोबारी की पत्नी तनु ने मंदिरों में बेटे की चाहत में पूजा-पाठ शुरू किया। उसने पीर-फकीरों और तांत्रिकों के पास भी जाना शुरू कर दिया। करीब 10 महीने पहले उसकी मुलाकात बालाजी में संभल के बहजोई में रहने वाले कन्हैया से हुई। कन्हैया बालाजी का दरबार लगाता था। उसने तनु को विश्वास दिलाया कि वो उसके दरबार में आएगी तो उसे जरूर बेटे की प्राप्ति होगी। यहीं से तनु तांत्रिक कन्हैया के झांसे में आ गई। पूजा-पाठ के दौरान तांत्रिक को दिल दे बैठी तनु
तांत्रिक कन्हैया से पूजा-पाठ के सिलसिले में तनु की खूब मुलाकातें होने लगीं। अनिल ने कम वक्त में ही बिजनेस में खूब तरक्की की थी। व्यस्तता के चलते परिवार को कम वक्त दे पाते थे। इसका फायदा कन्हैया ने उठाया। तांत्रिक कन्हैया और तनु के बीच थोड़े समय बाद ही प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। इसके बाद कन्हैया संभल छोड़कर मुरादाबाद में ही तनु के पड़ोस के मोहल्ले महबुल्लागंज में आमोद गुप्ता के मकान में किराए पर रहने लगा और यहीं दरबार लगाने लगा। कारोबारी के घर से निकलते ही आ जाता था तांत्रिक
तांत्रिक पूरी तरह तनु के दिल दिमाग पर हावी हाे चुका था। पति के निकलते ही तनु तांत्रिक को घर बुला लेती थी। मोहल्ले के लोगों को ऐतराज न हो, इसके लिए सार्वजनिक रूप से वो तांत्रिक को भाई कहती थी। तनु अपने बच्चों से तांत्रिक को मामा कहलाती थी, ताकि पड़ोस में किसी को आने-जाने पर शक न हो। वो बालाजी की पूजा के बहाने तांत्रिक को घर बुलाती थी। दरबार के बाद घंटों तांत्रिक के कमरे में रहती थी तनु
SP सिटी अखिलेश भदौरिया ने कहा- पूछताछ में मोहित ने बताया है कि तनु हर शनिवार को तांत्रिक कन्हैया के कमरे पर जाती थी। वो अपने कमरे पर दरबार लगाता था। बाकी लोग तो दरबार के बाद चले जाते थे, लेकिन तनु वहां घंटों तक कन्हैया के कमरे पर साथ रहती थी। कारोबारी को हो गई थी बीवी के अवैध संबंधों की जानकारी
SP सिटी ने बताया- कुछ समय पहले अनिल को अपनी पत्नी तनु और तांत्रिक कन्हैया के अवैध संबंधों के बारे में पता चल गया था। इसके बाद अनिल ने कन्हैया के अपने घर आने-जाने पर रोक लगा दी। लेकिन, तनु ने तांत्रिक के कमरे पर जाना बंद नहीं किया। वो हर शनिवार दरबार में कन्हैया के कमरे पर जाती थी। इसके अलावा जब बेटियां ट्यूशन पढ़ने जाती थीं, तो भी तनु कन्हैया को घर पर बुला लेती थी। तनु पति को छोड़ना चाहती थी, तांत्रिक बोला- इसे मार देते हैं
SP सिटी ने बताया- तांत्रिक के साथ रिश्ते में पति के रोड़ा बनने पर तनु ने उसे छोड़ने की प्लानिंग कर ली थी। वो पति और बच्चों को छोड़कर तांत्रिक के साथ भागने की प्लानिंग कर रही थी। लेकिन, तांत्रिक के दिमाग में पीतल कारोबारी अनिल चौधरी की करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी थी। तांत्रिक ने तनु से कहा कि भागकर कहीं जाने से बेहतर है कि अनिल चौधरी को मार देते हैं। इससे रास्ते का कांटा भी निकल जाएगा और करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी भी पति की मौत के बाद तनु के नाम आ जाएगी। तनु को भी तांत्रिक का ये प्लान अच्छा लगा और वो पति को रास्ते से हटाने के लिए तैयार हो गई। वारदात के लिए तांत्रिक ने मोहित और आमोद को तैयार किया
तनु की ओर से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद तांत्रिक ने वारदात को अंजाम देने के लिए अपने मकान मालिक आमोद गुप्ता और मोहित को तैयार किया। आमोद गुप्ता कैंसर पेशेंट था और नशे का आदी भी। कन्हैया उसे नशा कराता था, इसलिए वो उसके प्रभाव में था। कन्हैया ने उससे अनिल चौधरी की हत्या के लिए कहा तो वो थोड़े लालच में ही तैयार हो गया। वारदात में शामिल दूसरा कैरेक्टर मोहित संभल जिले के बहजोई थाना क्षेत्र में मोहल्ला टंकी का रहने वाला है। वो कन्हैया का चेला है। उसके साथ दरबार लगाने में मदद करता था। मोहित कन्हैया के ही कमरे पर रहता था। वो भी अनिल की हत्या के लिए तैयार हो गया। तनु ने पति को नशे का कैप्सूल दिया, दरवाजा खुला छोड़ा
SP सिटी ने बताया – शनिवार को कन्हैया ने बालाजी का दरबार लगाया था। इस दरबार में तनु भी गई थी। यहीं बैठकर तांत्रिक कन्हैया ने तनु, मोहित और आमोद गुप्ता के साथ मिलकर अनिल चौधरी की हत्या की प्लानिंग रची। तय हुआ कि तनु घर जाकर रात को पति को दूध में नशे का कैप्सूल देगी। इसके बाद घर का मेन गेट खुला छोड़ देगी। रात को 12 से एक बजे के बीच मोहित और आमोद घर में दाखिल होंगे और अनिल चौधरी की हत्या करके आ जाएंगे। मोबाइल की फ्लैश लाइट से रोशनी दिखाकर कराया पति का कत्ल
प्लानिंग के मुताबिक शनिवार रात अनिल चौधरी को उनकी पत्नी तनु ने दूध में नशे का कैप्सूल दिया। इसके बाद मेन गेट खुला छोड़ दिया। रात में करीब एक बजे कन्हैय्या, मोहित और आमोद गुप्ता बाइक से वहां पहुंचे। कन्हैय्या बाइक लेकर मोड़ पर ही खड़ा रहा, जबकि मोहित और आमोद अंदर घुस गए। बेडरूम में अनिल चौधरी गहरी नींद में सो रहे थे। उसी बेड पर तनु और उसकी 2 बेटियां भी थीं। बेटियां सो चुकी थीं, जबकि तनु जाग रही थी। मोहित और आमोद के आते ही तनु ने मोबाइल का फ्लैश ऑन कर दोनों की अनिल की हत्या में मदद की। वो टॉर्च से रोशनी दिखाती रही और कातिल चाकुओं से उसके पति को गोदते रहे। वारदात को लूट की शक्ल देनी थी, लेकिन बेटी जाग गई
पुलिस का कहना है कि अनिल की पत्नी तनु ने बेहद शातिराना तरीके से पति की हत्या का प्लान किया। आमोद और मोहित ने सीधे बेडरूम में जाकर सोते वक्त ही अनिल पर हमला किया। चाकू से हमला होने पर अनिल चौधरी की चीख निकली तो उनकी 13 साल की बेटी की आंख खुल गई। बेटी की आंख नहीं खुली होती तो तनु इसे लूट के विरोध पर हत्या का रूप देने की प्लानिंग बनाए बैठी थी। लेकिन बेटी के जाग जाने से उसका सारा प्लान चौपट हाे गया। 13 साल की मानवी ने मोहित और आमोद को पिता पर चाकू से हमला करते देख लिया और फिर पुलिस को पूरी बात बता दी। इसके बाद तनु को कहानी बदलनी पड़ी। उसने कहानी बनाई कि फर्म का पेमेंट देने के नाम पर आमोद और मोहित ने गेट खुलवाया और फिर उसके पति पर हमला कर दिया। पति की लाश पर फूट-फूट कर रोई थी तनु
कारोबारी अनिल की पत्नी तनु पति की हत्या के बाद फूट-फूटकर रोती रही। उसने पुलिस की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की। लेकिन, 13 साल की बेटी ने भंडाफोड़ दिया। मोहित पुलिस के हत्थे चढ़ा तो उसने तनु के सारे राज पुलिस से उगल दिए। उसने बताया कि तनु को लेकर कन्हैया बालाजी की यात्रा पर भी जाता था और दोनों एक ही कमरे में रुकते थे। इसके बाद पुलिस ने तनु को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। मुरादाबाद में पीतल कारोबारी अनिल चौधरी की हत्यारिन उनकी पत्नी तनु है। तनु 10 महीने पहले बेटे की चाहत में जिस तांत्रिक के पास गई थी, उसी के इश्क में पड़ कर अपने पति को मरवा दिया। तनु ने बेहद शातिराना अंदाज में हत्याकांड की स्क्रिप्ट लिखी थी। कारोबारी की हत्या में तनु के अलावा 3 और लोग शामिल थे। पुलिस ने खुलासे में बताया- तनु कातिलों को मोबाइल की फ्लैश लाइट से रोशनी दिखा रही थी। वो कातिलों को बता रही थी कि उसके पति को कहां-कहां चाकू मारें। जब अनिल अचेत होकर गिर गए तो तनु ने दो-चार चाकू और मारने को कहा। ताकि पति के जिंदा बचने की गुंजाइश ही न बचे। पुलिस ने तनु और वारदात में शामिल मोहित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हत्याकांड में शामिल एक कातिल आमोद गुप्ता की वारदात वाले दिन ही मौत हो गई। जबकि वारदात का मास्टरमाइंड तांत्रिक कन्हैया अभी फरार है। पुलिस की टीमें उसे तलाश करने में जुटी हैं। स्टोरी में आगे बढ़ने से पहले वारदात के बारे में पढ़ते हैं… आधी रात कारोबारी को घर में घुसकर चाकू से गोदा
वारदात 14 जुलाई यानी बीते शनिवार रात करीब एक बजे की है। कटघर में मोहल्ला गाड़ीखाना में रहने वाले पीतल कारोबारी अनिल चौधरी (32) की घर में घुसे कातिलों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी। हत्यारों ने उनके शरीर पर चाकू से 20 से भी अधिक वार किए। अनिल की लाश उनके बेडरूम में बेड पर पड़ी मिली थी। वारदात के वक्त पीतल कारोबारी के घर में उनके अलावा उनकी पत्नी तनु, 13 साल की बेटी मानवी और एक छोटी बेटी मौजूद थी। ये सभी एक ही रूम में थे। घटना के बाद पुलिस को दिए बयान में तनु ने कहा- वारदात की रात 8:30 बजे ही खाना खाकर सो गई थी, इसलिए उसकी आंख नहीं खुली। 13 साल की चश्मदीद बेटी ने बताए कातिलों के नाम
जब अनिल चौधरी पर चाकू से हमला किया गया तो उनकी चीख सुनकर 13 साल की बेटी मानवी की आंख खुल गई। उसने कातिलों को पिता पर चाकू से वार करते हुए देखा तो बचाने की कोशिश की। बच्ची ने उसी बेड पर सो रही अपनी मां तनु को भी जगाया। घटना के बाद पुलिस को दिए स्टेटमेंट में मानवी ने कहा- मेरे पिता को आमोद और मोहित ने चाकू घोंपकर मार डाला। वो दोनों रात में करीब एक बजे दरवाजे पर आए और पापा से कहा कि उन्हें फर्म का पेमेंट देना है। फिर पापा ने जैसे ही गेट खोला तो दोनों उन पर चाकू से हमला करने लगे। पापा जान बचाने को बेडरूम में भागे तो दोनों उनके पीछे बेडरूम में घुस आए और चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी। मैं बहुत डर गई थी। मैंने मम्मी को जगाया, वो उस वक्त सो रही थीं। बेटी मानवी ने भी यह बयान अपनी मां तनु के कहने पर दिया था। वारदात की रात, एक कातिल की मौत
पीतल कारोबारी की हत्या में शामिल रहे एक कातिल आमोद गुप्ता की वारदात वाली रात ही मौत हो गई थी। दरअसल, आमोद शराब के नशे में धुत होकर अनिल की हत्या करने गया था। नशे में होने की वजह से पीतल कारोबारी को चाकू मारते वक्त उसके हाथ में भी चाकू लग गया, जिससे उसके हाथ की नस कट गई थी। अधिक खून बह जाने की वजह से वह बेहोश होकर रास्ते में गिर पड़ा। अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। आमोद पीतल कारोबारी के घर के पास ही महबुल्लागंज मोहल्ले का रहने वाला था। अनिल की हत्या का मास्टरमाइंड तांत्रिक कन्हैया महबुल्लागंज में आमोद के ही मकान में किराए पर रहता था। कन्हैया के रूम पर ही पीतल कारोबारी का दूसरा कातिल मोहित भी उसके रूम पार्टनर के तौर पर रहता था।

अब पढ़िए कारोबारी के कत्ल के खुलासे की पूरी कहानी… 10 महीने पहले बेटे की चाहत में तांत्रिक के पास गई तनु
पीतल कारोबारी अनिल की शादी को काफी वक्त बीत चुका था। उनके 2 बेटियां हैं। कोई बेटा नहीं है। ऐसे में कारोबारी की पत्नी तनु ने मंदिरों में बेटे की चाहत में पूजा-पाठ शुरू किया। उसने पीर-फकीरों और तांत्रिकों के पास भी जाना शुरू कर दिया। करीब 10 महीने पहले उसकी मुलाकात बालाजी में संभल के बहजोई में रहने वाले कन्हैया से हुई। कन्हैया बालाजी का दरबार लगाता था। उसने तनु को विश्वास दिलाया कि वो उसके दरबार में आएगी तो उसे जरूर बेटे की प्राप्ति होगी। यहीं से तनु तांत्रिक कन्हैया के झांसे में आ गई। पूजा-पाठ के दौरान तांत्रिक को दिल दे बैठी तनु
तांत्रिक कन्हैया से पूजा-पाठ के सिलसिले में तनु की खूब मुलाकातें होने लगीं। अनिल ने कम वक्त में ही बिजनेस में खूब तरक्की की थी। व्यस्तता के चलते परिवार को कम वक्त दे पाते थे। इसका फायदा कन्हैया ने उठाया। तांत्रिक कन्हैया और तनु के बीच थोड़े समय बाद ही प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। इसके बाद कन्हैया संभल छोड़कर मुरादाबाद में ही तनु के पड़ोस के मोहल्ले महबुल्लागंज में आमोद गुप्ता के मकान में किराए पर रहने लगा और यहीं दरबार लगाने लगा। कारोबारी के घर से निकलते ही आ जाता था तांत्रिक
तांत्रिक पूरी तरह तनु के दिल दिमाग पर हावी हाे चुका था। पति के निकलते ही तनु तांत्रिक को घर बुला लेती थी। मोहल्ले के लोगों को ऐतराज न हो, इसके लिए सार्वजनिक रूप से वो तांत्रिक को भाई कहती थी। तनु अपने बच्चों से तांत्रिक को मामा कहलाती थी, ताकि पड़ोस में किसी को आने-जाने पर शक न हो। वो बालाजी की पूजा के बहाने तांत्रिक को घर बुलाती थी। दरबार के बाद घंटों तांत्रिक के कमरे में रहती थी तनु
SP सिटी अखिलेश भदौरिया ने कहा- पूछताछ में मोहित ने बताया है कि तनु हर शनिवार को तांत्रिक कन्हैया के कमरे पर जाती थी। वो अपने कमरे पर दरबार लगाता था। बाकी लोग तो दरबार के बाद चले जाते थे, लेकिन तनु वहां घंटों तक कन्हैया के कमरे पर साथ रहती थी। कारोबारी को हो गई थी बीवी के अवैध संबंधों की जानकारी
SP सिटी ने बताया- कुछ समय पहले अनिल को अपनी पत्नी तनु और तांत्रिक कन्हैया के अवैध संबंधों के बारे में पता चल गया था। इसके बाद अनिल ने कन्हैया के अपने घर आने-जाने पर रोक लगा दी। लेकिन, तनु ने तांत्रिक के कमरे पर जाना बंद नहीं किया। वो हर शनिवार दरबार में कन्हैया के कमरे पर जाती थी। इसके अलावा जब बेटियां ट्यूशन पढ़ने जाती थीं, तो भी तनु कन्हैया को घर पर बुला लेती थी। तनु पति को छोड़ना चाहती थी, तांत्रिक बोला- इसे मार देते हैं
SP सिटी ने बताया- तांत्रिक के साथ रिश्ते में पति के रोड़ा बनने पर तनु ने उसे छोड़ने की प्लानिंग कर ली थी। वो पति और बच्चों को छोड़कर तांत्रिक के साथ भागने की प्लानिंग कर रही थी। लेकिन, तांत्रिक के दिमाग में पीतल कारोबारी अनिल चौधरी की करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी थी। तांत्रिक ने तनु से कहा कि भागकर कहीं जाने से बेहतर है कि अनिल चौधरी को मार देते हैं। इससे रास्ते का कांटा भी निकल जाएगा और करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी भी पति की मौत के बाद तनु के नाम आ जाएगी। तनु को भी तांत्रिक का ये प्लान अच्छा लगा और वो पति को रास्ते से हटाने के लिए तैयार हो गई। वारदात के लिए तांत्रिक ने मोहित और आमोद को तैयार किया
तनु की ओर से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद तांत्रिक ने वारदात को अंजाम देने के लिए अपने मकान मालिक आमोद गुप्ता और मोहित को तैयार किया। आमोद गुप्ता कैंसर पेशेंट था और नशे का आदी भी। कन्हैया उसे नशा कराता था, इसलिए वो उसके प्रभाव में था। कन्हैया ने उससे अनिल चौधरी की हत्या के लिए कहा तो वो थोड़े लालच में ही तैयार हो गया। वारदात में शामिल दूसरा कैरेक्टर मोहित संभल जिले के बहजोई थाना क्षेत्र में मोहल्ला टंकी का रहने वाला है। वो कन्हैया का चेला है। उसके साथ दरबार लगाने में मदद करता था। मोहित कन्हैया के ही कमरे पर रहता था। वो भी अनिल की हत्या के लिए तैयार हो गया। तनु ने पति को नशे का कैप्सूल दिया, दरवाजा खुला छोड़ा
SP सिटी ने बताया – शनिवार को कन्हैया ने बालाजी का दरबार लगाया था। इस दरबार में तनु भी गई थी। यहीं बैठकर तांत्रिक कन्हैया ने तनु, मोहित और आमोद गुप्ता के साथ मिलकर अनिल चौधरी की हत्या की प्लानिंग रची। तय हुआ कि तनु घर जाकर रात को पति को दूध में नशे का कैप्सूल देगी। इसके बाद घर का मेन गेट खुला छोड़ देगी। रात को 12 से एक बजे के बीच मोहित और आमोद घर में दाखिल होंगे और अनिल चौधरी की हत्या करके आ जाएंगे। मोबाइल की फ्लैश लाइट से रोशनी दिखाकर कराया पति का कत्ल
प्लानिंग के मुताबिक शनिवार रात अनिल चौधरी को उनकी पत्नी तनु ने दूध में नशे का कैप्सूल दिया। इसके बाद मेन गेट खुला छोड़ दिया। रात में करीब एक बजे कन्हैय्या, मोहित और आमोद गुप्ता बाइक से वहां पहुंचे। कन्हैय्या बाइक लेकर मोड़ पर ही खड़ा रहा, जबकि मोहित और आमोद अंदर घुस गए। बेडरूम में अनिल चौधरी गहरी नींद में सो रहे थे। उसी बेड पर तनु और उसकी 2 बेटियां भी थीं। बेटियां सो चुकी थीं, जबकि तनु जाग रही थी। मोहित और आमोद के आते ही तनु ने मोबाइल का फ्लैश ऑन कर दोनों की अनिल की हत्या में मदद की। वो टॉर्च से रोशनी दिखाती रही और कातिल चाकुओं से उसके पति को गोदते रहे। वारदात को लूट की शक्ल देनी थी, लेकिन बेटी जाग गई
पुलिस का कहना है कि अनिल की पत्नी तनु ने बेहद शातिराना तरीके से पति की हत्या का प्लान किया। आमोद और मोहित ने सीधे बेडरूम में जाकर सोते वक्त ही अनिल पर हमला किया। चाकू से हमला होने पर अनिल चौधरी की चीख निकली तो उनकी 13 साल की बेटी की आंख खुल गई। बेटी की आंख नहीं खुली होती तो तनु इसे लूट के विरोध पर हत्या का रूप देने की प्लानिंग बनाए बैठी थी। लेकिन बेटी के जाग जाने से उसका सारा प्लान चौपट हाे गया। 13 साल की मानवी ने मोहित और आमोद को पिता पर चाकू से हमला करते देख लिया और फिर पुलिस को पूरी बात बता दी। इसके बाद तनु को कहानी बदलनी पड़ी। उसने कहानी बनाई कि फर्म का पेमेंट देने के नाम पर आमोद और मोहित ने गेट खुलवाया और फिर उसके पति पर हमला कर दिया। पति की लाश पर फूट-फूट कर रोई थी तनु
कारोबारी अनिल की पत्नी तनु पति की हत्या के बाद फूट-फूटकर रोती रही। उसने पुलिस की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की। लेकिन, 13 साल की बेटी ने भंडाफोड़ दिया। मोहित पुलिस के हत्थे चढ़ा तो उसने तनु के सारे राज पुलिस से उगल दिए। उसने बताया कि तनु को लेकर कन्हैया बालाजी की यात्रा पर भी जाता था और दोनों एक ही कमरे में रुकते थे। इसके बाद पुलिस ने तनु को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर