मुरादाबाद में रेत माफिया ने एक आईएएस और उनकी टीम पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। इतना ही नहीं टीम पर गन्ने तोड़कर भी हमला किया। मामले में लेखपाल की तहरीर पर रेत माफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। SSP सतपाल अंतिल ने रेत माफिया और उसके गुर्गों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमों का गठन किया है। एसपी ग्रामीण के नेतृत्व में पुलिस की टीमें रेत माफिया की तलाश में जुटी हैं। अब पढ़िए पूरी घटना… घटना मुरादाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र में ढेला नदी के किनारे की है। यहां अवैध खनन की सूचना पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ( ट्रेनी IAS) राम मोहन मीना ने तहसीलदार और पुलिस टीम के साथ छापेमारी की। छापे के दौरान ढेला नदी में एक हाइड्रा मशीन की मदद से रेत का खनन हो रहा था। जबकि 2 ट्रैक्टरों की मदद से इस रेत को ढोया जा रहा था। एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि टीम ने छापा मारा तो रेत का खनन कर रहे लोगों ने टीम पर हमला कर दिया। रेत माफिया ने छापा मारने वाली ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की टीम पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। पास में स्थित गन्ने के खेत से गन्ने तोड़कर टीम पर हमला करने का प्रयास किया। मौके पर पहुंचे अतिरिक्त फोर्स ने रेत माफिया को दौड़ा लिया। इसके बाद मौके से 2 ट्रैक्टर ट्राली और एक हेड्रा मशीन को जब्त कर लिया गया है। टीम में शामिल रहे लेखपाल सर्वेश कुमार की तहरीर पर पुलिस ने भोजपुर थाने में घटना की बाबत रिपोर्ट दर्ज कराई है। इस मामले में एसएसपी सतपाल अंतिल ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमों का गठन किया है। मुरादाबाद में रेत माफिया ने एक आईएएस और उनकी टीम पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। इतना ही नहीं टीम पर गन्ने तोड़कर भी हमला किया। मामले में लेखपाल की तहरीर पर रेत माफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। SSP सतपाल अंतिल ने रेत माफिया और उसके गुर्गों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमों का गठन किया है। एसपी ग्रामीण के नेतृत्व में पुलिस की टीमें रेत माफिया की तलाश में जुटी हैं। अब पढ़िए पूरी घटना… घटना मुरादाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र में ढेला नदी के किनारे की है। यहां अवैध खनन की सूचना पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ( ट्रेनी IAS) राम मोहन मीना ने तहसीलदार और पुलिस टीम के साथ छापेमारी की। छापे के दौरान ढेला नदी में एक हाइड्रा मशीन की मदद से रेत का खनन हो रहा था। जबकि 2 ट्रैक्टरों की मदद से इस रेत को ढोया जा रहा था। एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि टीम ने छापा मारा तो रेत का खनन कर रहे लोगों ने टीम पर हमला कर दिया। रेत माफिया ने छापा मारने वाली ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की टीम पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। पास में स्थित गन्ने के खेत से गन्ने तोड़कर टीम पर हमला करने का प्रयास किया। मौके पर पहुंचे अतिरिक्त फोर्स ने रेत माफिया को दौड़ा लिया। इसके बाद मौके से 2 ट्रैक्टर ट्राली और एक हेड्रा मशीन को जब्त कर लिया गया है। टीम में शामिल रहे लेखपाल सर्वेश कुमार की तहरीर पर पुलिस ने भोजपुर थाने में घटना की बाबत रिपोर्ट दर्ज कराई है। इस मामले में एसएसपी सतपाल अंतिल ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमों का गठन किया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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बांग्लादेश में हिंदुओं के हालात पर पंजाब में प्रदर्शन:केंद्र से हस्तक्षेप की मांग, अमृतसर-चंडीगढ़ में निकाला गया विशाल रोष मार्च बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के खिलाफ आज पंजाब के चंडीगढ़ और अमृतसर में रोष मार्च निकाला गया। चंडीगढ़ में यह मार्च सेक्टर 17 प्लाजा से शुरू हुआ और अमृतसर में यह मार्च श्री दुर्गियाना मंदिर से शुरू होकर जलियांवाला बाग तक चला। इस प्रदर्शन में चंडीगढ़ के हिंदू संगठनों, अमृतसर की दुर्गियाना कमेटी ने बांग्लादेश के खिलाफ नारेबाजी की। अमृतसर में सेक्टर 17 में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए स्वामी श्यामानंद जी ने कहा कि अगर पूरी दुनिया में विश्वासघात का कोई उदाहरण देखना है तो वह बांग्लादेश है। जिस बांग्लादेश के लिए हजारों भारतीय सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी, बलिदान दिए, भारत के लोगों ने 1971 में हर घर से ₹1 एकत्र करके तन, मन और धन से मदद की, बांग्लादेश को थाली में परोस कर दिया, वह बांग्लादेश आज बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्याचार कर रहा है। हिंदू इस्कॉन के मंदिरों को तोड़ा और जलाया जा रहा है, हिंदुओं और गायों की हत्या की जा रही है। अब भारत की दया पर जी रहे बांग्लादेश से कोई याचना नहीं होनी चाहिए, केवल युद्ध होना चाहिए, उसे उसकी जगह दिखाने का समय आ गया है। सेक्टर 40 में हवन करवाया गया बांग्लादेश में अब तक सांप्रदायिक हिंसा में 100 से अधिक हिंदुओं की मौत हो चुकी है। उनकी आत्मा की शांति के लिए आज नारी जागृति मंच और पिंक ब्रिगेड द्वारा श्री हनुमान धाम, सेक्टर 40-बी में 108 गायत्री मंत्रों के जाप के साथ महायज्ञ करवाया गया और साथ ही हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों और हिंदू मंदिरों को तोड़े जाने के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए कड़ी निंदा की गई। इस अवसर पर प्रधान नीना तिवारी ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि हमारे हिंदुओं पर अत्याचार किए जा रहे हैं और उन्हें बेरहमी से मारा जा रहा है। हमारे हिंदू संतों को बिना किसी कारण के जेल में डाल दिया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रार्थना की कि वे इस समस्या का समाधान निकालें और जेल में बंद हिंदू संतों और महात्माओं को सम्मानपूर्वक रिहा करवाएं। बांग्लादेशियों को भारत से बाहर निकालने की मांग उठी इस अवसर पर दुर्गियाना मंदिर समिति की अध्यक्ष प्रोफेसर लक्ष्मी कांता चावला ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की कड़ी निंदा की जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में करीब दो करोड़ बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहे हैं, जो भारत का अन्न खा रहे हैं, लेकिन भारतीयों पर अत्याचार कर रहे हैं। अगर बांग्लादेश में अत्याचार बढ़ रहे हैं, तो उन्हें भी भारत से वापस भेजा जाना चाहिए। इस रोष मार्च में संत समाज, धार्मिक संस्थाओं, राजनीतिक दलों और विभिन्न हिंदू संगठनों के हजारों लोग शामिल हुए। सभी ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई और “भारत माता की जय” के नारे लगाए। बांग्लादेश को सबक सिखाने का समय आ गया प्रोफेसर चावला और अन्य हिंदू संगठनों के नेताओं ने केंद्र सरकार से अपील की कि अब बांग्लादेश को कड़ा सबक सिखाने का समय आ गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बांग्लादेश अपनी हरकतें बंद नहीं करता है तो भारत को उसे नक्शे से मिटाने में संकोच नहीं करना चाहिए।
महाकुंभ: हिंदू सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करने वाले अखाड़ों में जुड़ा नया एजेंडा, जानें अब क्या है प्लान
महाकुंभ: हिंदू सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करने वाले अखाड़ों में जुड़ा नया एजेंडा, जानें अब क्या है प्लान <p style=”text-align: justify;”><strong>Mahakumbh 2025:</strong> महाकुंभ में जन आस्था का सबसे बड़ा आकर्षण यहां आने वाले हिंदू सनातन धर्म के 13 अखाड़े और उनका शाही स्नान होता है. धार्मिक परम्परा का अनुगामी बनकर आगे बढ़ रहे सनातन धर्म के इन अखाड़ों में भी धीरे-धीरे बदलाव हो रहा है. महाकुंभ में हिंदू सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करने वाले अखाड़ों में पर्यावरण संरक्षण का एजेंडा शामिल हो गया है. प्रदेश की योगी सरकार के कुंभ आयोजन से जुड़े दृष्टिकोण की प्रेरणा ने अखाड़ों के बदलाव में भूमिका निभाई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रयागराज महाकुंभ को प्लास्टिक फ्री और ग्रीन कुंभ के रूप में आयोजित करने का योगी सरकार ने संकल्प लिया है. एक तरफ जहां कुंभ मेला प्रशासन इसके लिए निरंतर प्रयत्न कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अखाड़ों और संतों के महाकुंभ के एजेंडे में भी सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के साथ पर्यावरण संरक्षण का एजेंडा शामिल हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>निरंजनी अखाड़े के प्रयागराज स्थित मुख्यालय में 5 अक्टूबर 2024 को आयोजित हुई अखाड़ा परिषद की बैठक में पारित संकल्प प्रस्ताव में पर्यावरण संरक्षण भी एक बिंदु था. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में कहा कि प्रकृति हैं तो मनुष्य है . इसलिए प्रकृति को बचाए रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण का विषय महत्वपूर्ण है. महाकुंभ में इस बार अखाड़ों के संत भी लोगों को इसके लिए जागरूक करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या की गई है अपील</strong><br />इसके अलावा महाकुंभ में संतों और श्रद्धालुओं से प्लास्टिक और थर्मोकोल के बर्तनों के बजाय दोना पत्तल और मिट्टी के बर्तनों को बढ़ावा देने की अपील की गई है और इसके लिए योजना बनाई जा रही है. आदि शंकराचार्य ने बौद्धिक और सैन्य भावना से लैस ब्राह्मण और क्षत्रिय परिवारों से तरुण युवाओं को एकत्र कर राष्ट्र और संस्कृति की रक्षा के लिए जो सेना तैयार की उन्हीं से 13 अखाड़ों का अस्तित्व सामने आया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अपनी धार्मिक परम्परा के अनुसार लंबे समय से सनातन धर्म के ये अखाड़े अपनी धार्मिक यात्रा तय कर रहे हैं. योगी सरकार के 2019 के भव्य, दिव्य और स्वच्छ कुंभ के आयोजन में अखाड़ों में बदलाव की बयार देखने को मिली है. अखाड़ों में समाज के वंचित और दलित वर्ग से आने वाले साधु संतों को भी अखाड़ों में बड़े पदों पर आसीन किया गया. सबसे पहले दलित समाज से आने वाले जूना अखाड़े के संत कन्हैया प्रभु नंद गिरी को 2019 में जूना अखाड़े का महा मंडलेश्वर बनाया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन साधुओं को उच्च स्थान देने की तैयारी</strong><br />इस परम्परा को आगे बढ़ाते हुए इस महाकुंभ में 450 से अधिक वंचित और दलित समाज से आने वाले संतों को इस बार महा मंडलेश्वर, महंत और मंडलेश्वर जैसी उपाधियां दी जाएंगी. जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरी की अगुवाई में इस साल महाकुंभ में जूना अखाड़े में 370 दलित महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, महंत और पीठाधीश्वर बनाया जाना है जिसकी सूची तैयार है. पंचायती अखाड़ा उदासीन निर्वाण के महंत दुर्गादास बताते हैं कि उनके अखाड़े में भी इस महाकुंभ में वंचित और दलित समाज से सम्बन्ध रखने वाले साधुओं को उच्च स्थान देने की तैयारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी के सचिव महंत जमुना पुरी का कहना है अखाड़ों में आए इस बदलाव के पीछे उत्तर प्रदेश के संत सीएम योगी की वंचित समाज से आने वाले महात्माओं को भी योग्यतानुसार अखाड़ों में सम्मानित करने और उन्हें पदासीन करने की प्रेरणा भी है. सनातन धर्म को संरक्षित करने के लिए देश ही नहीं दुनिया भर से वंचितों को जोड़ने की आवश्यकता है. संन्यास के बाद अखाड़ों में सदस्यता और महत्वपूर्ण पद प्रदान करने में मातृ शक्ति को मिल रही है प्राथमिकता अखाड़े शिव और शक्ति का प्रतीक हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/pushkar-singh-dhami-government-of-uttarakhand-is-taking-necessary-steps-to-stop-migration-ann-2819725″>उत्तराखंड राज्य गठन के 24 वर्ष बाद भी पलायन जारी, कई गांव हुए वीरान, रिपोर्ट ने चौंकाया</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले महंत</strong><br />मातृ शक्ति को हमेशा को अखाड़ों का पूजनीय माना गया है. सनातन धर्म की ध्वजा फहराने में भी नारी शक्ति भी किसी से पीछे नहीं हैं. प्रयागराज में 2019 में आयोजित कुंभ में देश और प्रदेश में नारी सशक्तीकरण की गूंज का असर देखने को मिला और बड़ी संख्या में महिला संतों को महामंडलेश्वर के पद पर विभूषित करते हुए उनका पट्टाभिषेक किया गया. निर्मोही अनि अखाड़े के सचिव महंत राजेंद्र दास का कहना है कि पिछले कुम्भ मेले में आठ विदेशी महिलाओं को महंत बनाया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस महाकुंभ में नारी शक्ति को बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी ताकि अखाड़े के सचिव महंत राजेंद्र दास का कहना है कि चारों दिशाओं में सनातन का प्रचार प्रसार हो सके. विभिन्न अखाड़ों की तरफ से 53 महिला संतो को इस बार महंत व महा मंडलेश्वर बनाने की तैयारी है.</p>
Diarrhea havoc: People from Sonbhadra who went to work in Prayagraj died, three others also got infected
Five people who went to Prayagraj for work from Sonbhadra district fell victim to diarrhea. Two people died during treatment.…