यूपी सरकार ने 4 साल बाद महिला आयोग का गठन कर दिया। बबीता चौहान को महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया है। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को उपाध्यक्ष बनाया गया है। गोरखपुर की चारू चौधरी को भी उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है। विधानसभा चुनाव- 2022 में कांग्रेस की ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ की पोस्टर गर्ल डॉ. प्रियंका मौर्या को महिला आयोग का सदस्य बनाया गया है। आयोग में भाजपा ने सहयोगी दलों को भी जगह दी है। रालोद की मनीषा अहलावत को सदस्य बनाया गया है। कुल 25 सदस्य भी बनाए गए। कौन हैं बबीता चौहान बबीता चौहान वर्तमान में आगरा की जिला पंचायत सदस्य और महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। वह ब्रज क्षेत्र में महिला मोर्चा की अध्यक्ष रही हैं। वह जाट समाज से आती हैं, जबकि उनके पति ठाकुर हैं। कौन हैं अपर्णा यादव? वहीं उपाध्यक्ष बनाई गईं अपर्णा यादव मुलायम सिंह की छोटी बहू हैं। वह विधानसभा चुनाव- 2022 से पहले भाजपा में शामिल हुई थीं। अपर्णा यादव विधानसभा चुनाव में सरोजिनी नगर से भाजपा का टिकट भी मांग रही थीं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था। इसके अलावा पिछले 3 साल से उन्हें भाजपा ने कोई पद नहीं दिया। हालांकि, विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपर्णा को अखिलेश यादव परिवार के खिलाफ महिलाओं के बीच बड़ा चेहरा बनाया था। अपर्णा मुलायम की दूसरी पत्नी साधना यादव के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। अपर्णा का जन्म 1 जनवरी, 1990 को हुआ था। उनके पिता अरविंद सिंह बिष्ट एक मीडिया कंपनी में थे। सपा की सरकार में वह सूचना आयुक्त भी रहे। अपर्णा की मां अंबी बिस्ट अधिकारी हैं। अपर्णा की स्कूली पढ़ाई लखनऊ के लोरेटो कॉन्वेंट से हुई है। बताया जाता है कि प्रतीक यादव को वह स्कूल के दिनों से ही जानती थीं। साल-2010 में अपर्णा और प्रतीक की सगाई हुई और दिसम्बर 2011 में दोनों विवाह बंधन में बंध गए। विवाह समारोह का पूरा आयोजन मुलायम सिंह के पैतृक गांव सैफई में किया गया था। अपर्णा और प्रतीक की एक बेटी है, जिसका नाम प्रथमा है। अपर्णा यादव ने 2017 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट पर लखनऊ कैंट सीट से लड़ा था। उस चुनाव में उन्हें भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी ने हरा दिया था। चारू चौधरी गोरखपुर की पूर्व मेयर मंजू चौधरी की पुत्रवधू हैं गोरखपुर की चारू चौधरी पूर्व मेयर अंजू चौधरी की पुत्रवधू हैं। इनके पति का नाम अरविंद विक्रम चौधरी है। अंजू चौधरी भी पिछली बार महिला आयोग की उपाध्यक्ष थीं। उनका पूरा परिवार भाजपा से लंबे समय से जुड़ा हुआ है। सामाजिक कामों में जुड़े होने के अलावा ये गोरखपुर पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर भी हैं। देखिए सदस्यों की लिस्ट…. ये भी पढ़ें… यूपी में मंत्री बोले-टाइगर के कारण भेड़िए बाहर आए:दिल्ली, देहरादून से एक्सपर्ट बुलाए, 12 टीमें लगाईं; पकड़ नहीं आए तो मार डालेंगे यूपी सरकार में वन मंत्री अरुण सक्सेना ने भास्कर से कहा- टाइगर की वजह से भेड़िए बाहर आए हैं। दिल्ली और देहरादून से एक्सपर्ट बुलाए गए हैं। 12 टीमें लगाई गई हैं। ड्रोन की संख्या बढ़ाई गई है। केवल दो भेड़िए हैं। आज शाम तक पकड़ जाएंगे। अगर भेड़िए पकड़े नहीं जाते तो मार देंगे। पढ़ें पूरी खबर यूपी सरकार ने 4 साल बाद महिला आयोग का गठन कर दिया। बबीता चौहान को महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया है। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को उपाध्यक्ष बनाया गया है। गोरखपुर की चारू चौधरी को भी उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है। विधानसभा चुनाव- 2022 में कांग्रेस की ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ की पोस्टर गर्ल डॉ. प्रियंका मौर्या को महिला आयोग का सदस्य बनाया गया है। आयोग में भाजपा ने सहयोगी दलों को भी जगह दी है। रालोद की मनीषा अहलावत को सदस्य बनाया गया है। कुल 25 सदस्य भी बनाए गए। कौन हैं बबीता चौहान बबीता चौहान वर्तमान में आगरा की जिला पंचायत सदस्य और महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। वह ब्रज क्षेत्र में महिला मोर्चा की अध्यक्ष रही हैं। वह जाट समाज से आती हैं, जबकि उनके पति ठाकुर हैं। कौन हैं अपर्णा यादव? वहीं उपाध्यक्ष बनाई गईं अपर्णा यादव मुलायम सिंह की छोटी बहू हैं। वह विधानसभा चुनाव- 2022 से पहले भाजपा में शामिल हुई थीं। अपर्णा यादव विधानसभा चुनाव में सरोजिनी नगर से भाजपा का टिकट भी मांग रही थीं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था। इसके अलावा पिछले 3 साल से उन्हें भाजपा ने कोई पद नहीं दिया। हालांकि, विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपर्णा को अखिलेश यादव परिवार के खिलाफ महिलाओं के बीच बड़ा चेहरा बनाया था। अपर्णा मुलायम की दूसरी पत्नी साधना यादव के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। अपर्णा का जन्म 1 जनवरी, 1990 को हुआ था। उनके पिता अरविंद सिंह बिष्ट एक मीडिया कंपनी में थे। सपा की सरकार में वह सूचना आयुक्त भी रहे। अपर्णा की मां अंबी बिस्ट अधिकारी हैं। अपर्णा की स्कूली पढ़ाई लखनऊ के लोरेटो कॉन्वेंट से हुई है। बताया जाता है कि प्रतीक यादव को वह स्कूल के दिनों से ही जानती थीं। साल-2010 में अपर्णा और प्रतीक की सगाई हुई और दिसम्बर 2011 में दोनों विवाह बंधन में बंध गए। विवाह समारोह का पूरा आयोजन मुलायम सिंह के पैतृक गांव सैफई में किया गया था। अपर्णा और प्रतीक की एक बेटी है, जिसका नाम प्रथमा है। अपर्णा यादव ने 2017 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट पर लखनऊ कैंट सीट से लड़ा था। उस चुनाव में उन्हें भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी ने हरा दिया था। चारू चौधरी गोरखपुर की पूर्व मेयर मंजू चौधरी की पुत्रवधू हैं गोरखपुर की चारू चौधरी पूर्व मेयर अंजू चौधरी की पुत्रवधू हैं। इनके पति का नाम अरविंद विक्रम चौधरी है। अंजू चौधरी भी पिछली बार महिला आयोग की उपाध्यक्ष थीं। उनका पूरा परिवार भाजपा से लंबे समय से जुड़ा हुआ है। सामाजिक कामों में जुड़े होने के अलावा ये गोरखपुर पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर भी हैं। देखिए सदस्यों की लिस्ट…. ये भी पढ़ें… यूपी में मंत्री बोले-टाइगर के कारण भेड़िए बाहर आए:दिल्ली, देहरादून से एक्सपर्ट बुलाए, 12 टीमें लगाईं; पकड़ नहीं आए तो मार डालेंगे यूपी सरकार में वन मंत्री अरुण सक्सेना ने भास्कर से कहा- टाइगर की वजह से भेड़िए बाहर आए हैं। दिल्ली और देहरादून से एक्सपर्ट बुलाए गए हैं। 12 टीमें लगाई गई हैं। ड्रोन की संख्या बढ़ाई गई है। केवल दो भेड़िए हैं। आज शाम तक पकड़ जाएंगे। अगर भेड़िए पकड़े नहीं जाते तो मार देंगे। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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उन्नाव के सीओ को बना दिया गया सिपाही:होटल में महिला सिपाही के साथ पकड़े जाने पर हुआ डिमोशन, जांच के बाद फैसला
उन्नाव के सीओ को बना दिया गया सिपाही:होटल में महिला सिपाही के साथ पकड़े जाने पर हुआ डिमोशन, जांच के बाद फैसला उन्नाव के सीओ (क्षेत्राधिकारी) रहे कृपा शंकर कनौजिया को शासन ने सिपाही बना दिया है। यह एक महिला सिपाही के साथ जुलाई 2021 में कानपुर के होटल में आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े गए थे। उन्होंने विभाग ही नहीं पत्नी को भी धोखा दिया था और पत्नी को दिए धोखे की वजह से ही वह फंस गए। लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक के आदेश के बाद उन्नाव के सीओ को डिमोट कर सिपाही बना दिया गया। जांच के बाद 18 जून को विभाग ने निर्देश दिया था। शनिवार को आदेश जारी किया गया। अब वह 26 बटालियन के सिपाही के तौर पर पीएससी गोरखपुर में है। अब जानिए पूरा मामला कृपा शंकर कनौजिया मूलतः देवरिया के रहने वाले हैं। जुलाई 2021 में सीओ कृपाशंकर कन्नौजिया उस दौरान उन्नाव जिले की बीघापुर सर्किल में तैनात थे। इस दौरान उसी थाने में तैनात एक सहयोगी महिला सिपाही के साथ इनके प्रेम सबंध हो गए। जबकि कृपाशंकर कनौजिया शादीशुदा थे। वहीं महिला सिपाही भी शादीशुदा थी। उसका पति प्रयागराज में सिपाही के पद तैनात था। कानपुर के होटल में लिया कमरा
6 जुलाई 2021 को कृपा शंकर कनौजिया इलाज के लिए घर गोरखुपर जाने के लिए छुट्टी ली थी। पत्नी को बता भी दिया कि घर आ रहा हूं। लेकिन घर जाने की जगह वह एक महिला सिपाही को लेकर कानपुर में मालरोड स्थित होटल आ गए। अपने नाम से ही कमरा बुक किया और महिला सिपाही के साथ ठहर गए। उन्होंने सीयूजी और पर्सनल दोनों फोन बंद कर लिए। पत्नी ने कॉल की तो फोन देर तक बंद मिलते रहे। इस पर वह घबरा गईं और उन्होंने एसपी उन्नाव आनंद कुलकर्णी को कॉल कर चिंता जताई। वह अक्सर अपनी हत्या की आशंका जताते रहते थे। उनके फोन बंद होने से मुझे डर लग रहा है कि कहीं उनके साथ कोई अनहोनी तो नहीं हो गई। एसपी ने लगाया सर्विलांस सेल
इस पर एसपी ने सर्विलांस सेल को लगाया। उनकी आखिरी लोकेशन माल रोड, कानपुर के एक होटल में मिली। उन्नाव और कानपुर की संयुक्त टीम होटल पहुंची तो पता चला कि शाम पांच बजे से सीओ एक महिला के साथ कमरे में हैं। रूम बुकिंग में उनकी आईडी लगी थी। तस्दीक के बाद कमरा नंबर 201 खटखटाया गया तो उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। होटल मैनेजर शिव कुमार को खुद जाना पड़ा। उन्होंने कमरा खुलवाया और सीओ को बताया कि नीचे पुलिस टीम मौजूद है। तब सीओ नीचे पहुंचे। उनसे कहा गया कि आपकी पत्नी बात करना चाहती हैं। सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे दोनों
सबूत के तौर पर उन्नाव पुलिस सीओ से जुड़े वीडियो अपने साथ ले आई थी। होटल में एंट्री करते समय सीओ और उनकी महिला मित्र सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। इस भंडाफोड़ के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। उसके बाद वह गोरखपुर पीएसी भेज दिए गए। अंततः अब दंड निर्धारण हुआ, जिसमें उनके कंधे के सितारे छीन लिए गए हैं। उन्होंने अपना कॅरियर पीएसी के सिपाही के रूप में शुरू किया था और दरोगा, इंस्पेक्टर, सीओ के रूप में काम करने के बाद फिर सिपाही बना दिए गए हैं। वहीं महिला सिपाही अभी उन्नाव के माखी थाने में तैनात है। इस बवाल के बाद महिला सिपाही के पति ने उसकों तलाक दे दिया है। आशिक मिजाजी में पहले भी चर्चित रहे
पुलिस सूत्र बताते हैं कि कृपाशंकर गोंडा से तबादले में उन्नाव भेजे गए थे। यहां बीघापुर सर्किल में तैनात हुए तो बिहार थाने में तैनात एक महिला दारोगा को परेशान किया। उसे अभद्र मैसेज भेजे। विरोध किया तो उन्होंने दरोगा की विभागीय फाइल खोल दी। परेशान होकर उसने ट्रांसफर करवा लिया था। उसी दौरान महिला सिपाही उनके संपर्क में आई और नजदीकी संबंध बन गए। शासन को भेजी गई थी रिपोर्ट
इस कांड के बाद विभाग की छवि धूमिल करने के चलते रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। शासन ने पूरे मामले पर समीक्षा के बाद कृपा शंकर कनौजिया को रिवर्ट कर सिपाही बनाने की संस्तुती की। अपर पुलिस महानिदेशक के आदेश पर कृपा शंकर कनौजिया को अधिकारी पद से आरक्षी के पद पर तैनात किया जा रहा जा रहा है। कृपा शंकर कनौजिया को वाहिनी व्यवस्था के आधार पर पीएसी के एक दल में नियुक्त किया गया है। इस वक्त उनकी 26 बटालियन के सिपाही के तौर पर पीएससी गोरखपुर में है।
हर घर में जल तत्काल पहुंचे, डीएम ने दिया निर्देश, जल जीवन मिशन परियोजना का किया निरीक्षण
हर घर में जल तत्काल पहुंचे, डीएम ने दिया निर्देश, जल जीवन मिशन परियोजना का किया निरीक्षण <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> अलीगढ़ में हर घर जल योजना के तहत डीएम विशाख जी ने उदयगढी में निर्माणधीन परियोजना का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए ताकि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का आम जनता को लाभ मिल सके. इसको लेकर औचक निरीक्षण के दौरान लाखों रुपये की परियोजना का धरातल पर निरीक्षण करने के लिए डीएम ने जरूरी निर्देश भी दिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अलीगढ़ के डीएम विशाख जी ने गुरुवार को जल जीवन मिशन के तहत ग्राम उदयगढी में निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजना का निरीक्षण किया. यहां 1 करोड़ 72 लाख की लागत से निर्माणाधीन परियोजना आयन एक्सचेंज द्वारा बनाई जा रही है. अधिशासी अभियंता मोहम्मद इमरान ने कहा कि 2021 में आरम्भ हुई परियोजना को फरवरी 2023 में पूरा किया जाना था. आयन एक्सचेंज द्वारा ओवरहेड टैंक, पम्प हाउस एवं बाउंड्रीवाल का निर्माण करा दिया गया है. ये पम्प सौर ऊर्जा से संचालित है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डीएम ने किया औचक निरीक्षण</strong><br />वर्तमान में 342 घरों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति उपलब्ध कराई जा रही है, जिसके माध्यम से 2135 लोगों द्वारा जल का सदुपयोग किया जा रहा है. इसके बाद डीएम ने कचरा से कंचन केंद्र का भी निरीक्षण किया. जहां केंद्र में बने वर्मी कंपोस्ट पिट और अन्य प्रकार के चैंबर खाली पाए गए. डीएम ने इसका जल्द से जल्द संचालन आरंभ कर सदुपयोग करने के निर्देश दिए. वहीं कचरा से कंचन केंद्र क्रियाशील न पाए जाने पर ग्राम प्रधान सारंग जादौन ने बताया कि केंद्र का निर्माण अभी हाल ही में हुआ है जिसकी वजह से संचालन नहीं हो रहा है. जल्द ही ये शुरू हो जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीएम ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजना व परियोजना का औचक निरीक्षण किया है. इसके साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों को उनके द्वारा जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं. ताकि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ आम जनता को समय पर मिल सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/lucknow-jpnic-nitish-kumar-should-withdraw-support-from-central-government-says-akhilesh-yadav-2801408″>केंद्र सरकार से समर्थन वापस ले लेंगे नीतीश कुमार? JPNIC विवाद के बीच अखिलेश यादव ने कर दी बड़ी अपील</a></strong><br /><br /></p>
हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों को दी बड़ी राहत:बीमा राशि 30 से बढ़ाकर 50 लाख किया, आंशिक विकलांगता राशि 10 गुना बढ़ाई
हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों को दी बड़ी राहत:बीमा राशि 30 से बढ़ाकर 50 लाख किया, आंशिक विकलांगता राशि 10 गुना बढ़ाई हरियाणा सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को दिवाली से पहले बड़ी राहत दी है। सरकार ने कर्मचारियों की बीमा राशि को 30 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपए कर दिया है। कर्मचारियों का परमानेंट टर्म इंश्योरेंस दोगुना कर दिया है। इसे 2 से बढ़कर 4 लाख कर दिया गया है। वहीं दुर्घटना बीमा और विकलांगता बीमा राशि 30 लाख से बढ़ाकर 50 लाख कर दी गई है। इसके साथ-साथ आंशिक विकलांगता कवर को बढ़ाकर 10 गुणा कर दिया गया है। कवर पहले 5 लाख का था जिसे अब बढ़ाकर 50 लाख कर दिया है। बता दें कि हरियाणा में कर्मचारी एसोसिएशन मेडिकल क्लेम राशि बढ़ाने की मांग कर रही थी। सरकार से इस कदम से उनको राहत मिली है। लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा चुनाव में सरकारी कर्मचारियों ने भाजपा के खिलाफ वोट दिया था। मेडिकल राशि बढ़ाए जाने को जारी आदेश… विश्वविद्यालयों में नई भर्ती पर रोक हरियाणा सरकार ने आगामी आदेशों तक विश्वविद्यालयों में भर्तियों पर रोक जारी रखने के निर्देश दिए हैं। जिसको लेकर सरकार ने आदेश जारी किया है। बता दें कि इससे पहले हरियाणा सरकार ने 29 सितंबर, 2024 को आदेश जारी करते हुए कहा था कि हरियाणा के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में किसी भी चरण की सभी चल रही भर्ती प्रक्रियाओं को तुरंत रोक दिया जाए। हालांकि, इसमें यह भी कहा गया है कि आचार संहिता हटने के तुरंत बाद भर्ती प्रक्रिया फिर से शुरू की जा सकती है। लेकिन अब आचार संहिता हटने के बाद भी सरकार ने भर्तियों पर अभी रोक जारी रखने के आदेश जारी किए हैं। विश्वविद्यालयों में नई भर्ती पर रोक लगाने के आदेश… सरकार से इसलिए नाराज हैं कर्मचारी 1. ओल्ड पेंशन स्कीम : सरकारी कर्मचारी लगातार हरियाणा में ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) की मांग कर रहे हैं। लगातार हरियाणा सरकार उनकी मांगों को अनदेखा करती रही। इस कारण कर्मचारी लगातार नाराज चल रहे थे। सरकार के खिलाफ कर्मचारी कई बार बड़े प्रदर्शन कर चुके हैं। मगर सरकार ने एक नहीं सुनी। 2. पक्की भर्ती : विभागों में रेगुलर भर्ती न करने और प्राइवेटाइजेशन के विरोध में सरकारी यूनियन लगातार विरोध कर रही थीं। रोडवेज और एजुकेशन जैसे विभागों में सरकार प्राइवेट कर्मचारी रख रही थी, जिसका यूनियन लगातार विरोध कर रही हैं। 3. विरोध प्रदर्शन पर कार्रवाई : सरकारी कर्मचारियों के बड़े विरोध प्रदर्शन पर सरकार को कई मोर्चों पर मांगें मानने की बजाय एक्शन लेना पड़ा। जिससे कर्मचारी सरकार की दमनकारी नीति का विरोध करते रहे हैं।