मेरठ में एक बार फिर धर्मांतरण के बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। लगभग डेढ़ साल पहले मेरठ के मंगतपुरम में आर्थिक मदद के बहाने लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। ठीक उसी तरह अब खड़ौली गांव में कंवर्जन का मामला सामने आया है। रविवार को यहां एक मकान में धर्मांतरण के खेल का खुलासा हुआ है। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने मौके से 5 लोगों को अरेस्ट किया है। हालांकि मुख्य पादरी रवि पास्टर जो मूल रूप से सहारनपुर का निवासी बताया जा रहा है वो मौके से फरार हो गया। वहीं कमरे से पुलिस को ईसाई धर्म की प्रचार सामग्री भी बरामद हुई है। पुलिस पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है। फरार पादरी की तलाश भी की जा रही है। धर्मांतरण के इस खेल को सिलसिलेवार समझते हैं। संडे प्रेयर में बुलाकर उकसाते थे स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मकान में पिछले लगभग डेढ़ साल से ये खेल चल रहा है। ईसाई धर्म में हर रविवार को संडे प्रेयर होती है। चर्च में ये प्रेयर होती है जिसमें सभी लोग जुटते हैं। यही संडे प्रेयर इस मकान में हो रही थी। हर रविवार यहां सुबह से महिलाओं, पुरुषों का जमघट लगना शुरू हो जाता। दोपहर तक यहां प्रार्थना चलती। लेकिन इस प्रार्थना में किसी भगवान की नहीं बल्कि ईसाई धर्म की बातें होती थी। जो माइक से होती और हमने कई बार उनको सुना। लोगों को यहां प्रवचन के नाम पर बुलाकर संडे प्रेयर कराई जाती और धर्मांतरण का दबाव बनाया जाता था। हर प्रेयर में 40 से 50 लोग जुटते थे। प्रेयर में प्रवचन नहीं कंवर्जन कराने का वीडियो आया सामने प्रार्थना सभा का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो सभा में आए किसी व्यक्ति ने चुपचाप से बनाकर पुलिस और हिंदू संगठनों के लोगों को सौंपा। वीडियो में साफ दिख रहा है कि मकान के अंदर हॉल में एक तरफ महिलाएं, एक ओर काफी सारे पुरुष बैठे हैं। सामने क्रॉस के साइन वाले डायस पर एक आदमी खड़ा है। जो संभवत: रवि पास्टर है। डायस पर खड़ा आदमी माइक से ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार रहा है। ईसाई धर्म की महत्वता के बारे में बखान कर रहा है। यहां धर्मपरिवर्तन के लिए लोगों को उकसाया जा रहा था।
हिंदूवादी नेताओं ने मौके पर किया हंगामा विश्व हिंदू परिषद के महानगर मंत्री मनोज त्यागी व रंजना वर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ खड़ौली गांव में एक मकान पर हंगामा कर दिया। सूचना पर कंकरखेड़ा थाना पुलिस पहुंची तो उन्होंने बताया कि गांव में निशा भारद्वाज, उसके साथी छाया, मिथलेश, गुलशन और दीपक ने ये मकान किराए पर लिया हुआ है। ये सभी लोग ईसाई मिशनरी की मदद से आसपास के लोगों को पैसों का प्रलोभन देकर धर्मांतरण करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। सनातन धर्म के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। हंगामा होता देख मौके से पास्टर फरार हो गया। 7 पर मुकदमा 5 गिरफ्तार, पास्टर फरार
पुलिस ने उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम में रवि पास्टर समेत सात आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज की है, जबकि पांच आरोपियों गुलशन, दीपक, निशा, छाया और मिथलेश को गिरफ्पतार किया है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। प्रार्थना सभा कराने वाले मुख्य आरोपी सहारनपुर निवासी रवि पास्टर की तलाश की जा रही है।
निशा भारद्वाज ने अपना रखा ईसाई धर्म
हंगामा कर रहे भाजपा नेता मनोज सैनी, पुनीत कुमार, सुभाष चंद्र, वीरेंद्र कुमार, विजेंद्र, विजय भरत शर्मा और जितेंद्र ने बताया कि आरोपी निशा भारद्वाज ने ईसाई धर्म अपना रखा है। उसके बच्चों की शादी के कार्ड पर भी ईसाई रीति रिवाज का जिक्र है। अकसर यहां पर प्रार्थना सभा का आयोजन कर लोगों को बुलाकर धर्म परिवर्तन कराया जाता है। जिन लोगों को अरेस्ट किया है उसमें मंगतपुरम में कोरोना काल में 400 लोगों का धर्मांतरण
मंगतपुरम में कोरोना काल में धर्मांतरण कराया गया। जो पिछले दिनों सामने आया था। जिसमें 400 लोगों को हिंदू से ईसाई बनाने की बात सामने आई थी। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था। जिसमें आरोपी पास्टर महेश फरार था। डेढ़ साल पहले शोभापुर चौकी के पास कॉलोनी में धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने हंगामा किया था। सूचना पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। रवि पास्टर की गिरफ्तारी में लगी टीमें
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि मौके से धर्म प्रचार-प्रसार संबंधी सामग्री मिली है। 5 लोग पकड़े गए हैं। एक अज्ञात समेत 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्य आरोपी पास्टर की तलाश में दबिश दी जा रही है। पुलिस पकड़े गए लोगों और ग्रामीणों से भी पूछताछ कर रही है। ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार और धर्मांतरण के लिए फंडिंग कहां से की जा रही थी,कितने जिलों में ये नेटवर्क फैला था, क्या इनका मंगतपुरम वाले कंवर्जन मामले से कनेक्शन है या नहीं यह रवि पास्टर की गिरफ्तारी के बाद पता चलेगा। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है।
धर्मांतरण से जुड़ा कानून भी समझिए
धर्मांतरण के संशोधित बिल में उम्रकैद का प्रावधान है। फरवरी 2021 में उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों से विधेयक पारित किया गया और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम-2021 को कानूनी रूप में मान्यता मिली। 29 जुलाई को उत्तर प्रदेश विधानसभा में जबरन धर्म परिवर्तन विरोधी विधेयक पेश किया गया। 30 जुलाई को यह विधेयक पारित होने के बाद इसे उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक नाम दिया गया। संशोधित विधेयक में जबरन धर्म परिवर्तन में सजा दस साल से बढ़ाकर उम्रकैद और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया है। मेरठ में धर्मांतरण से जुड़ी ये मामले भी पढ़िए… ग्राउंड रिपोर्ट आटा-चावल देकर ईसाई बनाने की कहानी:लोग बोले-पहले मदद की, फिर 400 लोगों पर बनाया धर्म परिवर्तन का दबाव, अब देवताओं की फोटो हटवा रहे भास्कर एक्सक्लूसिव धर्मांतरण के दबाव में सुसाइड करने वाले दुष्यंत की कहानी:बहन बोली- वो मुस्लिम लड़की मेरी सहेली थी, समझाया था अच्छी लड़की नहीं है; छोड़ दो मेरठ में धर्मांतरण के दबाव में युवक ने लगाई फांसी:परिजन बोले- बेटे ने लव मैरिज की, लड़की के घरवाले मुसलमान बनाना चाहते थे मेरठ में एक बार फिर धर्मांतरण के बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। लगभग डेढ़ साल पहले मेरठ के मंगतपुरम में आर्थिक मदद के बहाने लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। ठीक उसी तरह अब खड़ौली गांव में कंवर्जन का मामला सामने आया है। रविवार को यहां एक मकान में धर्मांतरण के खेल का खुलासा हुआ है। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने मौके से 5 लोगों को अरेस्ट किया है। हालांकि मुख्य पादरी रवि पास्टर जो मूल रूप से सहारनपुर का निवासी बताया जा रहा है वो मौके से फरार हो गया। वहीं कमरे से पुलिस को ईसाई धर्म की प्रचार सामग्री भी बरामद हुई है। पुलिस पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है। फरार पादरी की तलाश भी की जा रही है। धर्मांतरण के इस खेल को सिलसिलेवार समझते हैं। संडे प्रेयर में बुलाकर उकसाते थे स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मकान में पिछले लगभग डेढ़ साल से ये खेल चल रहा है। ईसाई धर्म में हर रविवार को संडे प्रेयर होती है। चर्च में ये प्रेयर होती है जिसमें सभी लोग जुटते हैं। यही संडे प्रेयर इस मकान में हो रही थी। हर रविवार यहां सुबह से महिलाओं, पुरुषों का जमघट लगना शुरू हो जाता। दोपहर तक यहां प्रार्थना चलती। लेकिन इस प्रार्थना में किसी भगवान की नहीं बल्कि ईसाई धर्म की बातें होती थी। जो माइक से होती और हमने कई बार उनको सुना। लोगों को यहां प्रवचन के नाम पर बुलाकर संडे प्रेयर कराई जाती और धर्मांतरण का दबाव बनाया जाता था। हर प्रेयर में 40 से 50 लोग जुटते थे। प्रेयर में प्रवचन नहीं कंवर्जन कराने का वीडियो आया सामने प्रार्थना सभा का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो सभा में आए किसी व्यक्ति ने चुपचाप से बनाकर पुलिस और हिंदू संगठनों के लोगों को सौंपा। वीडियो में साफ दिख रहा है कि मकान के अंदर हॉल में एक तरफ महिलाएं, एक ओर काफी सारे पुरुष बैठे हैं। सामने क्रॉस के साइन वाले डायस पर एक आदमी खड़ा है। जो संभवत: रवि पास्टर है। डायस पर खड़ा आदमी माइक से ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार रहा है। ईसाई धर्म की महत्वता के बारे में बखान कर रहा है। यहां धर्मपरिवर्तन के लिए लोगों को उकसाया जा रहा था।
हिंदूवादी नेताओं ने मौके पर किया हंगामा विश्व हिंदू परिषद के महानगर मंत्री मनोज त्यागी व रंजना वर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ खड़ौली गांव में एक मकान पर हंगामा कर दिया। सूचना पर कंकरखेड़ा थाना पुलिस पहुंची तो उन्होंने बताया कि गांव में निशा भारद्वाज, उसके साथी छाया, मिथलेश, गुलशन और दीपक ने ये मकान किराए पर लिया हुआ है। ये सभी लोग ईसाई मिशनरी की मदद से आसपास के लोगों को पैसों का प्रलोभन देकर धर्मांतरण करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। सनातन धर्म के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। हंगामा होता देख मौके से पास्टर फरार हो गया। 7 पर मुकदमा 5 गिरफ्तार, पास्टर फरार
पुलिस ने उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम में रवि पास्टर समेत सात आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज की है, जबकि पांच आरोपियों गुलशन, दीपक, निशा, छाया और मिथलेश को गिरफ्पतार किया है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। प्रार्थना सभा कराने वाले मुख्य आरोपी सहारनपुर निवासी रवि पास्टर की तलाश की जा रही है।
निशा भारद्वाज ने अपना रखा ईसाई धर्म
हंगामा कर रहे भाजपा नेता मनोज सैनी, पुनीत कुमार, सुभाष चंद्र, वीरेंद्र कुमार, विजेंद्र, विजय भरत शर्मा और जितेंद्र ने बताया कि आरोपी निशा भारद्वाज ने ईसाई धर्म अपना रखा है। उसके बच्चों की शादी के कार्ड पर भी ईसाई रीति रिवाज का जिक्र है। अकसर यहां पर प्रार्थना सभा का आयोजन कर लोगों को बुलाकर धर्म परिवर्तन कराया जाता है। जिन लोगों को अरेस्ट किया है उसमें मंगतपुरम में कोरोना काल में 400 लोगों का धर्मांतरण
मंगतपुरम में कोरोना काल में धर्मांतरण कराया गया। जो पिछले दिनों सामने आया था। जिसमें 400 लोगों को हिंदू से ईसाई बनाने की बात सामने आई थी। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था। जिसमें आरोपी पास्टर महेश फरार था। डेढ़ साल पहले शोभापुर चौकी के पास कॉलोनी में धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने हंगामा किया था। सूचना पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। रवि पास्टर की गिरफ्तारी में लगी टीमें
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि मौके से धर्म प्रचार-प्रसार संबंधी सामग्री मिली है। 5 लोग पकड़े गए हैं। एक अज्ञात समेत 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्य आरोपी पास्टर की तलाश में दबिश दी जा रही है। पुलिस पकड़े गए लोगों और ग्रामीणों से भी पूछताछ कर रही है। ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार और धर्मांतरण के लिए फंडिंग कहां से की जा रही थी,कितने जिलों में ये नेटवर्क फैला था, क्या इनका मंगतपुरम वाले कंवर्जन मामले से कनेक्शन है या नहीं यह रवि पास्टर की गिरफ्तारी के बाद पता चलेगा। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है।
धर्मांतरण से जुड़ा कानून भी समझिए
धर्मांतरण के संशोधित बिल में उम्रकैद का प्रावधान है। फरवरी 2021 में उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों से विधेयक पारित किया गया और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम-2021 को कानूनी रूप में मान्यता मिली। 29 जुलाई को उत्तर प्रदेश विधानसभा में जबरन धर्म परिवर्तन विरोधी विधेयक पेश किया गया। 30 जुलाई को यह विधेयक पारित होने के बाद इसे उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक नाम दिया गया। संशोधित विधेयक में जबरन धर्म परिवर्तन में सजा दस साल से बढ़ाकर उम्रकैद और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया है। मेरठ में धर्मांतरण से जुड़ी ये मामले भी पढ़िए… ग्राउंड रिपोर्ट आटा-चावल देकर ईसाई बनाने की कहानी:लोग बोले-पहले मदद की, फिर 400 लोगों पर बनाया धर्म परिवर्तन का दबाव, अब देवताओं की फोटो हटवा रहे भास्कर एक्सक्लूसिव धर्मांतरण के दबाव में सुसाइड करने वाले दुष्यंत की कहानी:बहन बोली- वो मुस्लिम लड़की मेरी सहेली थी, समझाया था अच्छी लड़की नहीं है; छोड़ दो मेरठ में धर्मांतरण के दबाव में युवक ने लगाई फांसी:परिजन बोले- बेटे ने लव मैरिज की, लड़की के घरवाले मुसलमान बनाना चाहते थे उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर