<p style=”text-align: justify;”><strong>UP</strong> <strong>News</strong><strong>:</strong> मेरठ में बुधवार को एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया, यहां बिजली विभाग की लापरवाही 18 से अधिक मासूमों की जान पर बन आई थी, गनीमत ये रही कि समय पर स्थानीय लोगों की सक्रियता ने बड़ा हादसा टाल दिया. दरअसल एक स्कूल की बस बिजली के खम्भे से लटके तारों से उलझ गयी, इससे पहले कुछ होता स्टाफ और वहां मौजूद लोगों ने 18 बच्चों को तेजी से बाहर निकाला. जबकि बिजली विभाग के अधिकारी बस ड्राईवर की गलती बता रहे हैं. फिलहाल मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मामला मेरठ के ब्रहमुपरी थाना इलाके के सेक्टर एक का है. एक निजी स्कूल की बस छुट्टी के बाद बच्चों को घर छोड़ ने वापिस जा रही थी. बताया जा रहा है कि तभी सेक्टर में नीचे झूल रहे तारों में बस उलझ गई और झटका लगने के बाद खंभा टूटकर भी बस पर गिर गया. बस में 18 छोटे बच्चे और स्टाफ था. चीख पुकार मचनी शुरू हो गई. स्थानीय लोग शुरू में दूर खड़े रहे, लेकिन फिर बच्चों को बचाने के लिए दौड़ पड़े. चालक ने भी बस से छलांग लगा दी और स्थानीय लोगों की मदद से एक-एक करके बच्चों को बाहर निकाला गया. कुछ बच्चे रो भी रहे थे और स्कूल का जो बाकी स्टाफ था उसके चेहरे पर भी खौफ साफ नजर आ रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मौके पर अफरा-तफरी <br /></strong>तारों में उलझी निजी स्कूली बस और बिजली का खंभा टूटकर बस पर गिरने से अफरा-तफरी मची रही. वहां मौजूद लोग बस यही कहते रहे कि भगवान तेरा लाख लाख शुक्रिया तूने बड़ा हादसा टाल दिया. जिस वक्त बस तारों में उलझी थी और ख्ंाभा टूटकर बस पर गिरा था उस वक्त यदि करंट उतर आता तो क्या होता. हादसा कितना बड़ा हो सकता था. कई लोगों की आंखों में आंसू भी थे कि जिंदगी बचाना भगवान के हाथ में है, जाको राखे साइयां मार सके न कोय. बिजली विभाग कितना लापरवाह है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कई बार लोगों ने बिजली विभाग से तारों को उंचा करने के लिए कहा था, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया. नतीजा सबके सामने है कि आज मेरठ में एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बमुश्किल हटाया गया खम्भा <br /></strong>सूचना मिलते ही ब्रहमपुरी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन की. इसके बाद बिजली विभाग की टीम को फोन किया गया तो टीम मौके पर पहुंची. बस पर सीढ़ी लगाकर बिजली विभाग की टीम उपर पहुंची और घंटों की मशक्कत के बाद खंभा हटाया गया, कई तार काटे गए और तब जाकर बस को तारों के जंजाल और खंभा हटाकर बाहर निकाला गया. इसके लिए शटडाउन भी लेना पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विभाग ने ड्राईवर को बताया जिम्मेदार <br /></strong>बस के तारों में उलझने और बिजली का खंभा टूटकर बस पर गिरने के मामले में बिजली महकमें ने बस चालक की बड़ी लापरवाही बताते हुए ब्रहमपुरी थाना इलाके की माधवपुरम चौकी में तहरीर दी है. एसडीओ रामलीला ग्राउंड संजय कुमार ने बताया कि बस चालक रॉंग साइड बस लेकर जा रहा था और बस नेट के केबिल तारों में उलझी और फिर बिजली का खंभा टूटकर गिरा है. बिजली विभाग की लापरवाही नहीं है. हमारे जेई गोपी चंद ने मुकदमा कायम कराने को तहरीर दे दी है और हम खुद भी जांच करा रहें हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP</strong> <strong>News</strong><strong>:</strong> मेरठ में बुधवार को एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया, यहां बिजली विभाग की लापरवाही 18 से अधिक मासूमों की जान पर बन आई थी, गनीमत ये रही कि समय पर स्थानीय लोगों की सक्रियता ने बड़ा हादसा टाल दिया. दरअसल एक स्कूल की बस बिजली के खम्भे से लटके तारों से उलझ गयी, इससे पहले कुछ होता स्टाफ और वहां मौजूद लोगों ने 18 बच्चों को तेजी से बाहर निकाला. जबकि बिजली विभाग के अधिकारी बस ड्राईवर की गलती बता रहे हैं. फिलहाल मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मामला मेरठ के ब्रहमुपरी थाना इलाके के सेक्टर एक का है. एक निजी स्कूल की बस छुट्टी के बाद बच्चों को घर छोड़ ने वापिस जा रही थी. बताया जा रहा है कि तभी सेक्टर में नीचे झूल रहे तारों में बस उलझ गई और झटका लगने के बाद खंभा टूटकर भी बस पर गिर गया. बस में 18 छोटे बच्चे और स्टाफ था. चीख पुकार मचनी शुरू हो गई. स्थानीय लोग शुरू में दूर खड़े रहे, लेकिन फिर बच्चों को बचाने के लिए दौड़ पड़े. चालक ने भी बस से छलांग लगा दी और स्थानीय लोगों की मदद से एक-एक करके बच्चों को बाहर निकाला गया. कुछ बच्चे रो भी रहे थे और स्कूल का जो बाकी स्टाफ था उसके चेहरे पर भी खौफ साफ नजर आ रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मौके पर अफरा-तफरी <br /></strong>तारों में उलझी निजी स्कूली बस और बिजली का खंभा टूटकर बस पर गिरने से अफरा-तफरी मची रही. वहां मौजूद लोग बस यही कहते रहे कि भगवान तेरा लाख लाख शुक्रिया तूने बड़ा हादसा टाल दिया. जिस वक्त बस तारों में उलझी थी और ख्ंाभा टूटकर बस पर गिरा था उस वक्त यदि करंट उतर आता तो क्या होता. हादसा कितना बड़ा हो सकता था. कई लोगों की आंखों में आंसू भी थे कि जिंदगी बचाना भगवान के हाथ में है, जाको राखे साइयां मार सके न कोय. बिजली विभाग कितना लापरवाह है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कई बार लोगों ने बिजली विभाग से तारों को उंचा करने के लिए कहा था, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया. नतीजा सबके सामने है कि आज मेरठ में एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बमुश्किल हटाया गया खम्भा <br /></strong>सूचना मिलते ही ब्रहमपुरी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन की. इसके बाद बिजली विभाग की टीम को फोन किया गया तो टीम मौके पर पहुंची. बस पर सीढ़ी लगाकर बिजली विभाग की टीम उपर पहुंची और घंटों की मशक्कत के बाद खंभा हटाया गया, कई तार काटे गए और तब जाकर बस को तारों के जंजाल और खंभा हटाकर बाहर निकाला गया. इसके लिए शटडाउन भी लेना पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विभाग ने ड्राईवर को बताया जिम्मेदार <br /></strong>बस के तारों में उलझने और बिजली का खंभा टूटकर बस पर गिरने के मामले में बिजली महकमें ने बस चालक की बड़ी लापरवाही बताते हुए ब्रहमपुरी थाना इलाके की माधवपुरम चौकी में तहरीर दी है. एसडीओ रामलीला ग्राउंड संजय कुमार ने बताया कि बस चालक रॉंग साइड बस लेकर जा रहा था और बस नेट के केबिल तारों में उलझी और फिर बिजली का खंभा टूटकर गिरा है. बिजली विभाग की लापरवाही नहीं है. हमारे जेई गोपी चंद ने मुकदमा कायम कराने को तहरीर दे दी है और हम खुद भी जांच करा रहें हैं.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सोफिया कुरैशी मामले को लेकर विजय शाह पर भड़के संजय राउत, ‘कोई भी शाह देशभक्त नहीं हो सकता, उसे नहीं हटाया गया तो…’
मेरठ में स्कूल बस बिजली के तारों में लिपटी, सवार थे 18 बच्चे, फिर जो हुआ…
