सिरमौर में आज पुलिस ने अवैध शराब से भरे ट्रक को पकड़ा। उसके अंदर 800 पेटी देसी शराब की मिली है। पूछताछ करने पर ट्रक ड्राइवर शराब के पास कोई लाइसेंस और परमिट नहीं मिला। पुलिस ने ट्रक सहित शराब को कब्जे में ले लिया। जानकारी के अनुसार, पुलिस थाना शिलाई की टीम गश्त कर रही थी। पुलिस ने नाकाबंदी कर वाहनों को जांच के लिए रोका। इस बीच पुलिस ने ट्रक नंबर HP 23F 3600 की तलाशी ली। आरोपी की पहचान सुमित कुमार (33) गांव तालिया, तहसील ज्वाली, कांगड़ा के तौर पर हुई है। पुलिस जांच में जुटी है कि शराब की इस खेप को कहां से लाया गया था और कहां पहुंचानी थी। आईपीएस अधिकारी एएसपी अदिति सिंह ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपी चालक के खिलाफ पुलिस थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने ट्रक सहित शराब को कब्जे में लिया है। इस मामले में पुलिस आगामी कार्रवाई में जुटी है। सिरमौर में आज पुलिस ने अवैध शराब से भरे ट्रक को पकड़ा। उसके अंदर 800 पेटी देसी शराब की मिली है। पूछताछ करने पर ट्रक ड्राइवर शराब के पास कोई लाइसेंस और परमिट नहीं मिला। पुलिस ने ट्रक सहित शराब को कब्जे में ले लिया। जानकारी के अनुसार, पुलिस थाना शिलाई की टीम गश्त कर रही थी। पुलिस ने नाकाबंदी कर वाहनों को जांच के लिए रोका। इस बीच पुलिस ने ट्रक नंबर HP 23F 3600 की तलाशी ली। आरोपी की पहचान सुमित कुमार (33) गांव तालिया, तहसील ज्वाली, कांगड़ा के तौर पर हुई है। पुलिस जांच में जुटी है कि शराब की इस खेप को कहां से लाया गया था और कहां पहुंचानी थी। आईपीएस अधिकारी एएसपी अदिति सिंह ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपी चालक के खिलाफ पुलिस थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने ट्रक सहित शराब को कब्जे में लिया है। इस मामले में पुलिस आगामी कार्रवाई में जुटी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में आज कैबिनेट मीटिंग:BPL चयन और नई पंचायतें पर तय हो सकते हैं मापदंड, करुणामूलक भर्ती को मिल सकती है मंजूरी
हिमाचल में आज कैबिनेट मीटिंग:BPL चयन और नई पंचायतें पर तय हो सकते हैं मापदंड, करुणामूलक भर्ती को मिल सकती है मंजूरी हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में कुछ देर बाद सचिवालय में कैबिनेट मीटिंग शुरू होगी। इसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। कैबिनेट में BPL परिवारों के चयन को लेकर नए मापदंड तय किए जा सकते हैं। इसके बाद ग्राम सभाओं की बैठकों में पात्र परिवारों का चयन किया जाएगा। आय की सीमा में सरकार इजाफा कर सकती है। CM की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट में करुणामूलकों को नौकरी देने का फैसला हो सकता है। CM सुक्खू ने बीते माह अधिकारियों के साथ मीटिंग के बाद संकेत दिए थे कि जिन कर्मचारियों की मौत हो गई थी, उनके आश्रितों को नौकरी देने के मामले एकमुश्त निपटाए जाएंगे। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को पॉलिसी तैयार करने को कहा था। करुणामूलक को नौकरी का मामला विधानसभा के शीत सत्र और मानसून सत्र में भी इनके रोजगार का मसला उठा था। लिहाजा आज की कैबिनेट में विभाग यह जानकारी रख सकते हैं कि प्रदेश में कितने मामले करुणामूलक नौकरी से लटके हुए हैं। राजस्व फीस बढ़ा सकती है सरकार कैबिनेट मीटिंग में आज राजस्व फीस में बढ़ौतरी पर भी मुहर लग सकती है। राज्य सरकार आय बढ़ाने के लिए राजस्व में होने वाली रजिस्टरियों के रेट बढ़ा सकती है। इसी तरह कैबिनेट में विभिन्न विभागों में भर्तियों से जुड़े मसलों को मंजूरी मिल सकती है। नई पंचायतें बनाने पर हो सकती है चर्चा प्रदेश में इसी साल पंचायत चुनाव होने है। इससे पहले सरकार नई पंचायतें बनाने पर फैसला कर सकती है। इसलिए भी कैबिनेट में मापदंड तय किए जा सकते हैं। लटके रिजल्ट के इंतजार में अभ्यर्थी कैबिनेट में विभिन्न पोस्ट कोड के लटके हुए रिजल्ट को लेकर भी चर्चा हो सकती है। मगर कार्मिक विभाग की सचिव एम सुधा देवी के अवकाश परक होने से शायद आज कार्मिक विभाग के मसले कैबिनेट में चर्चा को न लाए। इससे रिजल्ट के लिए विभिन्न पोस्ट कोड के अभयर्थियों को इंतजार करना पड़ सकता है।
हिमाचल में गर्मी बढ़ी, ऊना का पारा 34 डिग्री पहुंचा:ऊना का पारा 34 डिग्री पहुंचा, 10 शहरों का तापमान 30 पार; केलांग में नॉर्मल से 8.5 डिग्री ज्यादा पारा
हिमाचल में गर्मी बढ़ी, ऊना का पारा 34 डिग्री पहुंचा:ऊना का पारा 34 डिग्री पहुंचा, 10 शहरों का तापमान 30 पार; केलांग में नॉर्मल से 8.5 डिग्री ज्यादा पारा हिमाचल प्रदेश में सर्दी के बजाय गर्मी बढ़ रही है। ऊना का तापमान 34 डिग्री सेल्सियस हो गया है। इससे पहले कभी भी अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में इतना तापमान रिकॉर्ड नहीं किया गया। आने वाले पांच-छह दिनों में भी ठंड के आसार नहीं है। दिन के साथ साथ रातें भी गर्म हो रही है। बारिश-बर्फबारी नहीं होने की वजह से न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा चल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, 3 नवंबर तक बारिश के कोई आसार नहीं है। इससे अगले सप्ताह भी तापमान सामान्य से ज्यादा बना रहेगा। ऊना के साथ साथ प्रदेश के 10 शहरों का पारा 30 डिग्री या इससे अधिक हो गया है। कई शहरों का तापमान सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा हो गया है। 1 केलांग का तापमान में 8.5 डिग्री का उछाल प्रदेश के सबसे ठंडे शहरों में शुमार केलांग और कल्पा के अधिकतम तापमान में ज्यादा उछाल आया है। केलांग का अधिकतम तापमान नॉर्मल की तुलना में 8.5 डिग्री के उछाल के बाद 18.5 डिग्री पहुंच गया है। कल्पा का तापमान भी सामान्य से 3.8 डिग्री के उछाल के बाद 21 डिग्री हो गया है। शिमला का पारा भी नॉर्मल से 5 डिग्री ज्यादा हुआ शिमला का अधिकतम तापमान सामान्य की तुलना में 4.9 डिग्री के उछाल के बाद 24.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। कुल्लू के भुंतर का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 4.8 डिग्री के उछाल के बाद 31.1 डिग्री, हमीरपुर का 4.2 डिग्री ज्यादा के साथ 31.5 डिग्री, कांगड़ा का 3.3 डिग्री उछाल के बाद 30.1 डिग्री, ऊना का तापमान 4.1 डिग्री उछाल के बाद 34 डिग्री तथा धर्मशाला का अधिकतम तापमान नॉर्मल की तुलना में 4.2 डिग्री के उछाल के बाद 28.3 डिग्री सेल्सियस हो गया है। ड्राइ स्पेल की वजह से आया उछाल मौसम विभाग के अनुसार, लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से तापमान में उछाल आया है, क्योंकि पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 97 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 10 शहर जहां 30 डिग्री या इससे ज्यादा हुआ पारा
मंडी में महापंचायत की हुई बैठक:18 संगठनों ने मिलकर किया गठन; SC-ST, OBC और अल्पसंख्यकों के हक की लड़ेंगे लड़ाई
मंडी में महापंचायत की हुई बैठक:18 संगठनों ने मिलकर किया गठन; SC-ST, OBC और अल्पसंख्यकों के हक की लड़ेंगे लड़ाई हिमाचल के मंडी जिला में एक प्रदेश स्तरीय महापंचायत का गठन किया गया है। जो एससी, एसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यकों की सभी उपजातियों के हक की लड़ाई लड़ेंगे। इस महापंचायत में करीब 18 संगठनों ने अपनी सहमति जताई है। मंडी में इसकी संपन्न हुई बैठक में इन सभी संगठनों के प्रदेश अध्यक्षों ने भाग लिया। सरकार के प्रति समाज के लोगों में रोष
बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि संविधान में एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों को जो सुविधाएं प्रदान करने की बात कही गई है, उनमें से आज के दौर में ज्यादातर को सरकारों के द्वारा पूरा नहीं किया जा रहा है। इससे इस समाज के लोगों में भारी रोष है। इसी के चलते अब अपने हक की लड़ाई को सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए एक साझे मंच का गठन किया गया है, जिसका नाम महापंचायत रखा गया है। इसमें सभी संगठनों के लोग मिल जुलकर काम करेंगे। इसमें कोई अध्यक्ष नहीं रहेगा सभी सदस्य होंगे और अपनी बात रखने के लिए सभी को मौका दिया जाएगा। महापंचायत के बैनर तले उठाए जाएंगे समाज के मुद्दे
बैठक उपरांत मीडिया से वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश कोली समाज के प्रदेश अध्यक्ष अमर चंद सलाट ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में हमारे साथ अनदेखी हो रही है, जबकि देश के करीब पांच राज्यों में कानून बना दिए गए हैं और ऐसे समुदाय के लोगों को बजट का प्रावधान कर सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ऐसे समुदाय के लोगों की संख्या करीब पचास प्रतिशत है और ऐसे में उनके हक से खिलवाड़ सही नहीं है। वहीं, महापंचायत के सदस्य रिटायर प्रधानाचार्य प्रकाश चंद ने बताया कि ऐसे वर्गों की महापंचायत बनाई गई है, जिन्हें संविधान में दिए गए प्रावधानों से महरूम रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में महापंचायत के बैनर तले इस समाज के मुद्दों को उठाया जाएगा और उन्हें पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।