मेरठ में शुक्रवार दो मासूमों की जान महज 10 सेकेंड में बची। दरअसल, दो बच्चे सड़क से गुजर रहे थे। तभी एक पुराना मकान भरभराकर नीचे गया। मासूम दौड़कर भागे। गनीमत रही बच्चों को कुछ नहीं हुआ। उनके आगे एक महिला भी झोला लेकर जाती दिखी थी। मकान ढहने की आवाज सुनकर मोहल्ले वाले बाहर आ गए। मां ने दौड़कर बच्चे को गला लिया। रोने लगी। घटना का वीडियो तेजी वायरल हो रहा है। जो सदर थाना क्षेत्र के ढोलक इलाके का है। 2 तस्वीरें देखिए 150 साल पुराना था मकान ये मकान जैन समान ट्रस्ट का है। जो 150 साल पुराना है। हालांकि अभी तक ये पता नहीं चला सका है। बच्चे कौन हैं, उनके माता-पिता का नाम क्या है। वो कहां जा रहे थे। क्षेत्रीय युवक ने बताया कि मकान के बगल से लोग निकलने से डरते थे। जब तेज हवा चलती थी, तो भी मकान हिलता था। कई बार कैंटोनमेंट बोर्ड की ओर से मकान को गिराने का नोटिस ट्रस्ट को भेजा गया। लेकिन, ट्रस्ट ने इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया। ट्रस्ट न तो मकान सुधरवा रहा था न ही इसे गिरवा रहा था। जटिल नियमों के कारण भी मकान में काम नहीं हो पा रहा था। इसकी हालत दिन ब दिन बदतर हो रही थी। आज शाम को अचानक मकान गिर गया। गनीमत रही कि मकान गिरने से कोई हताहत नहीं हुआ। सड़क से दो छोटे बच्चे गुजर रहे थे, जो बाल-बाल बच गए। ——————————————– ये खबर भी पढ़िए… कानपुर में मंत्री सुरेश खन्ना का 32 पीड़ित परिवारों ने किया स्वागत दर्शनपुरवा में 2015 में लगाए गए फर्जी मुकदमे की वापसी के सरकार के निर्णय से उत्साहित पीड़ितों ने 10 अक्टूबर को वित्त और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना से मुलाकात की। गुमटी में एक कार्यक्रम में उनका स्वागत किया। पीड़ितों ने कहा- आज का दिन हमारे लिए दिवाली की तरह है। सुरेश खन्ना ने कहा- समाजवादियों के अत्याचार से लोगों को न्याय मिला है। सरकार ने जांच में पाया कि आप सब युवा साथियों पर फर्जी तरीके से मुकदमे दर्ज किए गए थे, इसलिए मुकदमे वापसी कि संस्तुति की गई। पढ़ें पूरी खबर… मेरठ में शुक्रवार दो मासूमों की जान महज 10 सेकेंड में बची। दरअसल, दो बच्चे सड़क से गुजर रहे थे। तभी एक पुराना मकान भरभराकर नीचे गया। मासूम दौड़कर भागे। गनीमत रही बच्चों को कुछ नहीं हुआ। उनके आगे एक महिला भी झोला लेकर जाती दिखी थी। मकान ढहने की आवाज सुनकर मोहल्ले वाले बाहर आ गए। मां ने दौड़कर बच्चे को गला लिया। रोने लगी। घटना का वीडियो तेजी वायरल हो रहा है। जो सदर थाना क्षेत्र के ढोलक इलाके का है। 2 तस्वीरें देखिए 150 साल पुराना था मकान ये मकान जैन समान ट्रस्ट का है। जो 150 साल पुराना है। हालांकि अभी तक ये पता नहीं चला सका है। बच्चे कौन हैं, उनके माता-पिता का नाम क्या है। वो कहां जा रहे थे। क्षेत्रीय युवक ने बताया कि मकान के बगल से लोग निकलने से डरते थे। जब तेज हवा चलती थी, तो भी मकान हिलता था। कई बार कैंटोनमेंट बोर्ड की ओर से मकान को गिराने का नोटिस ट्रस्ट को भेजा गया। लेकिन, ट्रस्ट ने इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया। ट्रस्ट न तो मकान सुधरवा रहा था न ही इसे गिरवा रहा था। जटिल नियमों के कारण भी मकान में काम नहीं हो पा रहा था। इसकी हालत दिन ब दिन बदतर हो रही थी। आज शाम को अचानक मकान गिर गया। गनीमत रही कि मकान गिरने से कोई हताहत नहीं हुआ। सड़क से दो छोटे बच्चे गुजर रहे थे, जो बाल-बाल बच गए। ——————————————– ये खबर भी पढ़िए… कानपुर में मंत्री सुरेश खन्ना का 32 पीड़ित परिवारों ने किया स्वागत दर्शनपुरवा में 2015 में लगाए गए फर्जी मुकदमे की वापसी के सरकार के निर्णय से उत्साहित पीड़ितों ने 10 अक्टूबर को वित्त और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना से मुलाकात की। गुमटी में एक कार्यक्रम में उनका स्वागत किया। पीड़ितों ने कहा- आज का दिन हमारे लिए दिवाली की तरह है। सुरेश खन्ना ने कहा- समाजवादियों के अत्याचार से लोगों को न्याय मिला है। सरकार ने जांच में पाया कि आप सब युवा साथियों पर फर्जी तरीके से मुकदमे दर्ज किए गए थे, इसलिए मुकदमे वापसी कि संस्तुति की गई। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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श्रीखंड महादेव यात्रा 14 जुलाई से:खतरनाक रास्तों व ग्लेशियर से होकर गुजरना होगा, पहली बार SDRF की यूनिट होगी तैनात विश्व की सबसे कठिन धार्मिक एवं श्रीखंड महादेव यात्रा इस बार 14 से 27 जुलाई तक चलेगी। बीते साल यह यात्रा सात जुलाई से शुरू हुई थी। इस यात्रा को लेकर कुल्लू जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। डीसी कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने इस धार्मिक यात्रा की तैयारियों के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए है। इस यात्रा को सुलभ बनाने के लिए श्रीखंड ट्रस्ट समिति और जिला प्रशासन पांच जगह बेस कैंप बनाने का निर्णय लिया है। पहले पड़ाव में सिंहगाड में बेस कैंप बनेगा। इसके अलावा थाचडू, कुनशा, भीमडवार और पार्वती बाग में बेस कैंप बनाए जाएंगे। इसमें सेक्टर मैजिस्ट्रेटों और उनके साथ पुलिस अधिकारी/इंचार्ज के अलावा मेडिकल स्टाफ और रेस्क्यू टीमें भी तैनात की जाएंगी। पहली बार बचाव दल SDRF की यूनिट तैनात होगी इस यात्रा में पहली बार बचाव दल SDRF की यूनिट को पार्वती बाग में तैनात किया जाएगा, क्योंकि संकरे व खतरनाक रास्ते की वजह से इस यात्रा के दौरान कई बार अनचाहे हादसे हो जाते है। खासकर बरसात की वजह से इस यात्रा में बाधा आती है। ऑनलाइन पंजीकरण को बनाया पोर्टल बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल बनाया गया है। किसी भी श्रद्धालु को बिना पंजीकरण के श्रीखंड नहीं भेजा जाएगा। कई बार होती है ऑक्सीजन की कमी 18,570 फीट ऊंचाई पर श्रीखंड महादेव तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 32 किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ता है। श्रद्धालुओं को संकरे रास्तों में बर्फ के ग्लेशियरों को भी पार करना होता है। अधिक ऊंचाई के कारण कई बार यहां ऑक्सीजन का लेवल भी कम हो जाता है। इससे श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। पार्वती बाग से आगे कुछ ऐसे क्षेत्र पड़ते हैं, जहां कुछ श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन की कमी के चलते भारी दिक्कतें पेश आती हैं। यदि ऐसी स्थिति में ऐसे श्रद्धालुओं को समय रहते उपचार या वापस नीचे नहीं उतारा जाता है। इससे कई श्रद्धालु बिना भोले के दर्शन के ही वापस लौटने को मजबूर हो जाते है। बीते साल भारी बारिश के बाद स्थगित करनी पड़ी यात्रा श्रीखंड महादेव की यात्रा बीते साल भारी बारिश के कारण तीन दिन बाद रद्द करनी पड़ी थी। पिछली बरसात में प्रदेश में सबसे ज्यादा तबाही कुल्लू जिला में हुई थी। इसका असर इस यात्रा पर भी पड़ा था। देशभर से श्रीखंड पहुंचते हैं श्रद्धालु श्रीखंड यात्रा में हिमाचल के अलावा देश के कोने-कोने और नेपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंचते हैं। इसलिए जिला प्रशासन और श्रीखंड ट्रस्ट के लिए लोगों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित बनाना चुनौती रहेगा।
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हिमाचल में वोकेश्नल-टीचर को नौकरी से निकालने की धमकियां:आज वार्ता को नहीं बुलाया तो जारी रहेगी हड़ताल, सचिवालय के लिए कूच की तैयारी हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में वोकेश्नल सब्जेक्ट पढ़ा रहे टीचरों को नौकरी से निकालने की धमकियां मिल रही है। वोकेश्नल टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी कुमार ने बताया कि सेवा प्रदाता कंपनियां टीचरों पर दबाव डाल रही है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं का जाती तो वोकेश्नल टीचर अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। बता दें कि 1100 से ज्यादा सरकारी स्कूलों के 2174 वोकेश्नल टीचर शिमला के चौड़ा मैदान में 2 दिन से हड़ताल पर बैठे हैं। वोकेश्नल टीचर सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को बाहर करने, हरियाणा की तर्ज पर शिक्षा विभाग के अधीन करने और समय पर सैलरी देने की मांग कर रहे है। इसी तरह वोकेश्नल टीचर दिवाली पर बढ़े हुए वेतन का एरियर नहीं मिलने से भी नाखुश है। इससे नाराज होकर वोकेश्नल टीचरों ने शिमला में हड़ताल पर बैठे हैं। वार्ता को नहीं बुलाया तो जारी रहेगा आंदोलन: अश्वनी अश्वनी कुमार ने बताया कि यदि राज्य सरकार आज उन्हें वार्ता के लिए नहीं बुलाती है तो शिक्षक हड़ताल पर डटे रहेंगे। उन्होंने बताया कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वोकेश्नल टीचर चौड़ा मैदान से सचिवालय के लिए भी कूच कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि वोकेश्नल टीचर हरियाणा की तर्ज पर उन्हें शिक्षा विभाग के अधीन लाने की मांग कर रहे हैं। अभी उनकी सेवाएं कंपनियों के माध्यम से ली जा रही है, जो कि मोटी रकम कमीशन के तौर पर लेती है। टीचरों का आरोप है कि कंपनियां उनका शोषण कर रही है। शिक्षा विभाग के आदेशों के बावजूद एरियर नहीं दिया अध्यक्ष अश्वनी ने बताया कि अधिकांश कंपनियों ने दिवाली पर भी उनका एरियर नहीं दिया, जबकि शिक्षा निदेशक ने 5 अक्टूबर को एक ऑर्डर जारी किए थे। जिसमें कहा गया कि 20 अक्टूबर तक सभी वोकेश्नल टीचर को सैलरी का एरियर एकमुश्त दिया जाए। उन्होंने बताया कि कुछ कंपनियों ने एक-दो महीने का एरियर दिया है, जबकि शिक्षा निदेशक के ऑर्डर के मुताबिक 6 माह के एरियर का भुगतान एकमुश्त होना था। सैलरी भी 28 अक्टूबर को नहीं दी गई राज्य सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों को दिवाली को देखते हुए 28 अक्टूबर को सैलरी का भुगतान किया है। मगर वोकेश्नल टीचर को अब तक अक्टूबर की सैलरी नहीं मिल पाई। 1100 स्कूलों में वोकेश्नल सब्जेक्ट प्रदेश के सरकारी हाई और सेकेंडरी स्कूलों में साल 2013 से वोकेश्नल सब्जेक्ट 9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को पढ़ाया जा रहा है। इन पाठ्यक्रमों में 80 हजार से ज्यादा छात्र पंजीकृत है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने एक-दो नहीं बल्कि पूरी 17 कंपनियां पंजीकृत कर रखी है। दक्ष कामगार तैयार करने को वोकेश्नल पाठयक्रम सरकारी स्कूलों में वोकेश्नल टीचर केंद्र सरकार की स्कूलों में दक्ष कामगार तैयार करने की योजना के तहत रखे गए हैं। इनमें 90 प्रतिशत बजट केंद्र और 10 फीसदी बजट राज्य सरकार देती है। सरकार ने इस साल इनका मानदेय अप्रैल माह में बढ़ा दिया था। इसका भुगतान अब तक नहीं हो पाया था। इसे देखते हुए शिक्षा निदेशक ने 20 अक्टूबर तक कंपनियों को बढ़े हुए वेतन का एरियर देने के आदेश जारी किए थे। कई सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों ने विभाग के आदेशों की भी परवाह नहीं की और टीचरों को दिवाली पर भी एरियर नहीं दिया गया।
Modi Cabinet 2024: हार के बाद भी मोदी कैबिनेट में क्यों मिलने जा रही है जगह? रवनीत सिंह बिट्टू ने खुद बताया
Modi Cabinet 2024: हार के बाद भी मोदी कैबिनेट में क्यों मिलने जा रही है जगह? रवनीत सिंह बिट्टू ने खुद बताया <p style=”text-align: justify;”><strong>Ravneet Singh Bittu News: </strong>देश में तीसरी बार <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के नेतृत्व में नई सरकार बनने जा रही है. इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पंजाब से एक भी सीट नहीं मिली. इसके बावजूद लुधियाना से बीजेपी उम्मीदवार रहे रवनीत सिंह बिट्टू को कैबिनेट में जगह मिलने जा रही है. उन्हें पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के हाथों हार का सामना करना पड़ा. माना जा रहा है कि बिट्टू को अब बीजेपी राज्यसभा भेजेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रवनीत बिट्टू ने मंत्री बनाए जाने की पुष्टि करते हुए बीजेपी नेताओं को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए बड़ी जिम्मेदारी है. बिट्टू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी सांसद एक जैसे हैं. सभी को ईमानदारी से कार्य करना चाहिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विरोध प्रदर्शनों का जिक्र</strong><br />रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, ”देश का कोई भी मुद्दा हो, चाहे वह अमृतपाल का मुद्दा, चाहे वह पाकिस्तान का मामला हो, क्योंकि हमारी बॉर्डर स्टेट्स है, चाहे वह किसानों का मुद्दा…मैं ही था अकेला आदमी जिसने इन मुद्दों को उठाया.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा कि वहां मेंबर पार्लियामेंट कितने थे, एक सवा साल में किसानों के लिए लड़ता रहा और आज वह मैं बीजेपी में जाकर वो सारी चीज हल करवाऊंगा वहां से, मैंने एक ही बात पंजाब को पहले दिन और आज बोल रहा हूं कि मेरा काम सिर्फ ब्रिज बनने का काम है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सिर्फ प्यार चाहते हैं पंजाब के लोग'</strong><br />उन्होंने आगे कहा, ”पंजाब की क्या हालत है, कैसे नफरत की भावना हुई है, चाहे कंगना वाला केस हो चाहे, अन्य मामला हो…पंजाब के लोग सिर्फ प्यार चाहते हैं, देश के लिए भी पंजाब प्रायोरिटी है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’ला सकता है अच्छे दिन'</strong><br />रवनीत सिंह बिट्टू से जब पूछा गया कि हारने के बाद भी उन्हें मंत्री बनाया जा रहा है, इसकी क्या वजह है? इसपर उन्होंने कहा, ”उन्होंने अपनी कैबिनेट में चुना है और यह सीधी पता है…अभी उन्होंने पंजाब को प्रायोरिटी दी है और पंजाब में मुझ में विश्वास दिखाया कि इस आदमी द्वारा पंजाब में अच्छे दिन ला सकता है, नया पंजाब बना सकता है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसे मिला कितना वोट</strong><br />पंजाब के दिवंगत मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू 2024 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे. उन्होंने लुधियाना से चुनाव लड़ा, लेकिन पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से 20942 मतों से हार गए. अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को कुल 3,22,224 वोट मिले, वहीं रवनीत सिंह बिट्टू को 3,01,282 मत प्राप्त हुए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Modi Cabinet 2024: ‘पिता की शहादत, लेकिन…’ मोदी कैबिनेट में जगह मिलने पर क्या बोला रवनीत बिट्टू का परिवार?” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/modi-cabinet-2024-ravneet-singh-bittu-to-become-cabinet-minister-from-punjab-family-reacts-2711082″ target=”_self”>Modi Cabinet 2024: ‘पिता की शहादत, लेकिन…’ मोदी कैबिनेट में जगह मिलने पर क्या बोला रवनीत बिट्टू का परिवार?</a></strong></p>