हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह अपनी माता एवं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के साथ बीती शाम को प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचे। प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह ने आज सुबह के वक्त कुंभ में स्नान किया। उनके साथ युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यदोपति ठाकुर भी मौजूद हैं। प्रयागराज पहुंचे विक्रमादित्य सिंह ने विशेष पूजा अर्चना भी कराई। इनसे पहले राज्य के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। प्रयागराज में स्नान करते हुए PWD मंत्री की फोटो… हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह अपनी माता एवं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के साथ बीती शाम को प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचे। प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह ने आज सुबह के वक्त कुंभ में स्नान किया। उनके साथ युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यदोपति ठाकुर भी मौजूद हैं। प्रयागराज पहुंचे विक्रमादित्य सिंह ने विशेष पूजा अर्चना भी कराई। इनसे पहले राज्य के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। प्रयागराज में स्नान करते हुए PWD मंत्री की फोटो… हिमाचल | दैनिक भास्कर
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ऊना के रिहायशी एरिया में घुसा तेंदुआ:सड़क पर बैठा देखकर सहमे लोग, वन विभाग ने रेस्क्यू कर चिड़ियाघर में छोड़ा
ऊना के रिहायशी एरिया में घुसा तेंदुआ:सड़क पर बैठा देखकर सहमे लोग, वन विभाग ने रेस्क्यू कर चिड़ियाघर में छोड़ा हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के चलेट में एक तेंदुआ सड़क से सटे रिहायशी एरिया में घुस आया। जिससे वहां लोग काफी देर तक सहमे रहे। यह तेंदुआ एक से डेढ़ साल की उम्र का बताया जा रहा है। वन विभाग की टीम ने तेंदुए को रेस्क्यू कर लिया। टीम ने उसका दौलतपुर चौक के वेटनरी अस्पताल प्राथमिक उपचार करवाया। इसके बाद वन विभाग ने तेंदुए को गोपालपुर चिड़ियाघर भेजा दिया है। रविवार सुबह चलेट के पास एक तेंदुआ को सुबह के समय वहां कुछ लोगों ने सड़क पर बैठे हुए देखा। हालांकि उससे कुछ दूरी पर ही पशु खुले में घूम रहे थे। लेकिन तेंदुआ ने उन पर अटैक नहीं किया और वहां शांत बैठा रहा। स्थानीय लोगों ने वन विभाग को सूचित किया। सूचना मिलने पर विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद टीम स्थानीय लोगों के सहयोग से तेंदुए को रेस्क्यू कर इलाज के लिए दौलतपुर चौक के अस्पताल ले गई। जहां पर उसका डॉक्टरों ने चेकअप किया। उधर, भरवाईं वन रेंज के आरओ किशोरी लाल ने कहा कि एक तेंदुए चलेट गांव की आबादी में आ गया था। जिसका रेस्क्यू करके दौलतपुर चौक अस्पताल में इलाज करवाया है। उन्होंने कहा कि अब तेंदुए को पालमपुर के गोपालपुर भेजा गया है।
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मंडी: लाइव डिटेक्टर डिवाइस व खोजी डॉग से रेस्क्यू:6 बरामद, 3 माह की बच्ची समेत 4 लापता; बादल फटने से तीन घर ढहे मंडी जिले में चौहारघाटी के राजबन में हुए हादसे में चौथे दिन रेस्क्यू जारी है। हादसे में लापता की तलाश को लेकर एनडीआरएफ नेदो खोजी डॉग बुला लिए। इसके साथ ही लाइव डिटेक्टर डिवाइस का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। बुधवार देर रात को यहां बादल फटने से तीन रिहायशी मकान दब गए थे। जिसमें 10 लोग जिंदा दफन हो गए। इनमें से अब तक 6 शव बरामद हो पाए हैं। मलबे में दफन 24 वर्षीय सोनम और उसकी तीन माह की नन्ही मानवी, पचास वर्षीय खुड्डी देवी और हरदेव सिंह का अभी तक सुराग नहीं लगा है। जिनकी तलाश को लेकर एनडीआरएफ के जवान खोजी कुत्तों को लेकर चप्पा चप्पा छान रहे हैं। शनिवार देर शाम को यहां 11 वर्षीय अनामिका का शव मुश्किल से निकाला गया। बड़ी चट्टानों के बीच फंसे शव को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम को खासी मशक्कत करनी पड़ी। 14 ब्लास्ट करने के बाद चट्टान को तोड़ा गया। जिसके बाद शव को निकालने में कामयाबी मिली। थलटूखोड़-ग्रामण सड़क बंद वहीं लोक निर्माण विभाग ने थलटूखोड़-ग्रामीण सड़क को बहाल करने का कार्य शुरू कर दिया है। यह 6 किलोमीटर सड़क नालों का मलबा, पत्थर और चट्टानों के आने से पूरी तरह बंद है। जिसे बहाल करने के लिए एक पोकलेन मशीन और 6 जेसीबी लगाई गई हैं। वहीं जल शक्ति विभाग पजौंड़ पेयजल योजना को बहाल करने में जुटा हुआ है। प्रशासन की ओर से अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी मदन कुमार, एसडीएम डॉ भावना वर्मा, बीडीओ विनय चौहान, सीडीपीओ जितेंद्र सैनी, एसएचओ अशोक कुमार सहित एनएचएआइ और पीडब्ल्यूडी और जल शक्ति विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। स्थानीय महिला मंडल यहां रेस्क्यू में जुटे लोगों की खानपान व्यवस्था कर रहे हैं।
हिमाचल में बंद होगी अयोग्य विधायकों की पेंशन:विधानसभा में संशोधन विधेयक पर आज चर्चा होगी; पूर्व में ली गई पेंशन-भत्ते की रिकवरी करेगी सरकार
हिमाचल में बंद होगी अयोग्य विधायकों की पेंशन:विधानसभा में संशोधन विधेयक पर आज चर्चा होगी; पूर्व में ली गई पेंशन-भत्ते की रिकवरी करेगी सरकार हिमाचल प्रदेश में संविधान के 10-शेड्यूल के तहत अयोग्य घोषित पूर्व विधायकों की पेंशन बंद करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने बीते कल विधानसभा के सदस्यों के भत्ते एवं पेंशन के लिए संशोधन विधेयक 2024 पर सदन में पेश किया है। आज इस पर चर्चा होगी। चर्चा के बाद इसे पास किया जाएगा। इस संशोधन के बाद गगरेट से पूर्व MLA चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ के पूर्व विधायक देवेंद्र कुमार भुट्टो की पेंशन बंद हो जाएगी। अब तक इनके द्वारा ली गई पेंशन व भत्तों की भी रिकवरी हो सकती है। धर्मशाला से सुधीर शर्मा, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल, सुजानपुर से पूर्व विधायक राजेंद्र राणा और लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर की इस टर्म की पेंशन रुक जाएगी।प्रस्तावित बिल के अनुसार, जिन्हें संविधान के शेड्यूल-10 के हिसाब से अयोग्य घोषित किया गया है। उनसे 14वीं विधानसभा के कार्यकाल (दिसंबर 2022 से फरवरी 2024) की पेंशन व भत्तों की रिकवरी भी की जा सकती है। इन्होंने पार्टी व्हिप का किया था उलंघन बता दें कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों ने क्रॉस वोट किया था। इससे सत्तारूढ़ कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी राज्यसभा चुनाव हार गए और बीजेपी के हर्ष महाजन चुनाव जीते। क्रॉस वोट के बाद इन पर पार्टी व्हिप के उलंघन के आरोप लगे। इसकी सुनवाई के बाद स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें संविधान के शेड्यूल-10 के तहत अयोग्य घोषित किया। चैतन्य-भुट्टो पहली बार चुने गए थे, इसलिए पेंशन बंद कांग्रेस के 6 बागियों में चैतन्य शर्मा और देवेंद्र भुट्टो पहली बार विधायक बने थे। अयोग्य घोषित होने के बाद सरकार इनकी पेंशन बंद करने की तैयारी में है। 4 अन्य की इस टर्म की पेंशन तो बंद होगी, लेकिन पहले के टर्म की पेंशन मिलती रहेगी। क्योंकि सुधीर, इंद्रतदत्त लखनपाल, राजेंद्र राणा और रवि ठाकुर पहले भी कई कई बार विधायक रह चुके हैं। इनकी सीटों पर हो चुके उप चुनाव इन 6 विधायकों की सीटों पर उप चुनाव भी हो चुके हैं। क्रॉस वोट करने वाले सभी पूर्व विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा। इनमें 4 विधायक जो दिसंबर 2022 में 5 साल के लिए चुन कर आए थे, जनता ने उन्हें उप चुनाव में घर बैठा दिया है। सुधीर शर्मा और इंद्र दत्त लखनपाल ही चुनाव जीत पाए हैं। संशोधन विधेयक पास कराने में नहीं होगी कठिनाई विधानसभा में विधेयक पारित होने पर इन विधायकों का 14वीं विधानसभा का कार्यकाल अवैध घोषित हो जाएगा। कांग्रेस इसे आसानी से पास भी करवा देगी, क्योंकि 68 विधायकों वाली हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक है। इससे संशोधन बिल पास कराने में दिक्कत नहीं होगी।