मेरठ सौरभ हत्याकांड में चार्जशीट दाखिल:1500 पन्नों की पिंक फाइल में मुस्कान-साहिल की पूरी साजिश, कत्ल के सबूत और गवाह

मेरठ सौरभ हत्याकांड में चार्जशीट दाखिल:1500 पन्नों की पिंक फाइल में मुस्कान-साहिल की पूरी साजिश, कत्ल के सबूत और गवाह

मेरठ के चर्चित सौरभ हत्याकांड की 1500 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो गई। केस के विवेचक रमाकांत पचौरी कोर्ट में सोमवार को गुलाबी रंग की फाइल में सौरभ हत्याकांड की साजिश, कत्ल के सबूत और गवाहों के दर्ज बयान लेकर पहुंचे। इसमें लिखा गया है कि सौरभ की हत्या लव अफेयर के चक्कर में हुई थी। साहिल ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में सौरभ को नहीं मारा। मेरठ पुलिस ने चार्जशीट में माना है कि नीले ड्रम में नहीं, पहले लाश को सूटकेस में पैक करके फेंकने की प्लानिंग थी। एक हड्‌डी का टुकड़ा सूटकेस में मिला भी था। 18 मार्च को लंदन में तैनात मर्चेंट नेवी के अफसर सौरभ राजपूत की हत्या हुई थी। पुलिस ने उसकी पत्नी मुस्कान और उसके बॉयफ्रेंड साहिल को अरेस्ट किया। दोनों ने मिलकर सौरभ की लाश को 4 हिस्सों में काटा था। फिर एक नीले ड्रम में सीमेंट से बॉडी के पार्ट जमा दिए थे। मेरठ पुलिस ने चार्जशीट तैयार करने के लिए 40 दिन का टारगेट सेट किया था। रिपोर्ट तैयार करके ACP ऑफिस को दे दी गई है। पुलिस जांच में दोषी मिले मुस्कान-साहिल
पूरे मामले की विवेचना ब्रह्मपुरी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी ने की है। विवेचना में मुस्कान-साहिल ही सौरभ की हत्या के दोषी मिले हैं। विवेचक इंस्पेक्टर ब्रह्मपुरी रमाकांत पचौरी ने एक सप्ताह पूर्व एएसपी ब्रह्मपुरी की पेशी में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। एएसपी ने बताया कि दोनों आरोपी मुस्कान और साहिल पर आरोप सही पाए गए हैं। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब पढ़िए क्या है चार्जशीट में किन बयानों को बनाया हिस्सा
पुलिस ने चार्जशीट में मुस्कान-साहिल के बयान शामिल किए हैं। मुस्कान की माता कविता रस्तोगी, पिता प्रमोद रस्तोगी, भाई, बहनों के बयान शामिल किए हैं। सौरभ के माता, पिता और भाई बबलू उर्फ राहुल का बयान लिया है। मुस्कान-साहिल को घुमाने ले गया कैब ड्राइवर अजब सिंह, उषा मेडिकल स्टोर के संचालक अमित कौशिक, चाकू विक्रेता सिंघल बर्तन भंडार का संचालक, घंटाघर पर ड्रम विक्रेता सिराजुद्दीन अहमद, शारदा रोड पर नेशनल सीमेंट दुकान के संचालक का बयान लगाया है। मुस्कान को दवा लिखने वाले डॉक्टर देशवाल, मुस्कान-सौरभ के मकान मालिक ओमपाल का भी बयान शामिल किया है। साथ ही शिमला, मनाली और कसौल में मुस्कान-साहिल जिन होटलों में ठहरे, जहां घूमने गए उन होटल संचालकों के बयान लगाए हैं। स्नैपचैट रिकार्ड, मैसेज और कॉल डिटेल भी चार्जशीट का हिस्सा
सौरभ हत्याकांड का कोई चश्मदीद गवाह नहीं है। जिसकी वजह से केस और मजबूत होता, लेकिन केस से जुड़े इन लोगों के बयानों को पुलिस ने मजबूत आधार बनाया है। ताकि मुस्कान-साहिल को उनके जुर्म की सजा मिल सके। मुस्कान-साहिल की स्नैपचैट रिकार्ड, मैसेज साथ ही दोनों की कॉल डिटेल को पुलिस ने चार्जशीट का हिस्सा बनाया है। जिन 4 मजदूरों को बुलाकर पुलिस ने ड्रम कटवाकर लाश निकलवाई उन चारों मजदूरों के बयानों को भी चार्जशीट में शामिल किया है। अब पढ़िए कि 3 मार्च की रात क्या हुआ था… साहिल के साथ मिलकर सौरभ को मार डाला लंदन से लौटकर मेरठ आए मर्चेंट नेवी के पूर्व अफसर सौरभ कुमार राजपूत की उनकी पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने 3 मार्च की रात को हत्या कर दी। इस काम में उसका साथ बॉयफ्रेंड साहिल शुक्ला उर्फ मोहित ने दिया। पहले खाने में दवा मिलाकर बेहोश किया। फिर बेडरूम में सोते समय पति के सीने में मुस्कान ने ही पहला चाकू मारा। मौत के बाद लाश को बाथरूम में ले गए। जहां साहिल ने दोनों हाथ और सिर काटकर धड़ से अलग किया। बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए प्लास्टिक के ड्रम में टुकड़े डाले। फिर उसमें सीमेंट का घोल भर दिया। परिवार और पड़ोसियों को गुमराह करने के लिए मुस्कान शिमला-मनाली चली गई। 13 दिन तक वह इंस्टाग्राम पर वीडियो-फोटो अपलोड करती रही, ताकि लोग यही समझते रहें कि वे लोग घूम रहे हैं। इस कत्ल से पर्दा तब हटा, जब 18 मार्च को सौरभ का छोटा भाई राहुल अपने भाई के घर पहुंचा। यहां उसने मुस्कान को एक लड़के (साहिल) के साथ घूमते देखा। भाई कहां हैं? पूछने पर सही जवाब मुस्कान नहीं दे सकी। घर के अंदर से बदबू भी आ रही थी। राहुल ने शोर मचाया, तब पड़ोसी भी इकट्‌ठा हो गए। पुलिस आई तो मर्डर का पता चला। पुलिस कस्टडी में मुस्कान और साहिल ने कत्ल की पूरी कहानी सुनाई। हत्या के बाद घूमने चले गए दोनों
परिवार और पड़ोसियों को गुमराह करने के लिए मुस्कान शिमला-मनाली चली गई। 13 दिन तक वह इंस्टाग्राम पर वीडियो-फोटो अपलोड करती रही, ताकि लोग यही समझते रहें कि वे लोग घूम रहे हैं। इस कत्ल से पर्दा तब हटा, जब 18 मार्च को सौरभ का छोटा भाई राहुल अपने भाई के घर पहुंचा। यहां उसने मुस्कान को एक लड़के (साहिल) के साथ घूमते देखा। भाई कहां हैं? पूछने पर सही जवाब मुस्कान नहीं दे सकी। घर के अंदर से बदबू भी आ रही थी। राहुल ने शोर मचाया, तब पड़ोसी भी इकट्‌ठा हो गए। पुलिस आई तो मर्डर का पता चला। पुलिस कस्टडी में मुस्कान और साहिल ने कत्ल की पूरी कहानी सुनाई। खबर को अपडेट किया जा रहा है… मेरठ के चर्चित सौरभ हत्याकांड की 1500 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो गई। केस के विवेचक रमाकांत पचौरी कोर्ट में सोमवार को गुलाबी रंग की फाइल में सौरभ हत्याकांड की साजिश, कत्ल के सबूत और गवाहों के दर्ज बयान लेकर पहुंचे। इसमें लिखा गया है कि सौरभ की हत्या लव अफेयर के चक्कर में हुई थी। साहिल ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में सौरभ को नहीं मारा। मेरठ पुलिस ने चार्जशीट में माना है कि नीले ड्रम में नहीं, पहले लाश को सूटकेस में पैक करके फेंकने की प्लानिंग थी। एक हड्‌डी का टुकड़ा सूटकेस में मिला भी था। 18 मार्च को लंदन में तैनात मर्चेंट नेवी के अफसर सौरभ राजपूत की हत्या हुई थी। पुलिस ने उसकी पत्नी मुस्कान और उसके बॉयफ्रेंड साहिल को अरेस्ट किया। दोनों ने मिलकर सौरभ की लाश को 4 हिस्सों में काटा था। फिर एक नीले ड्रम में सीमेंट से बॉडी के पार्ट जमा दिए थे। मेरठ पुलिस ने चार्जशीट तैयार करने के लिए 40 दिन का टारगेट सेट किया था। रिपोर्ट तैयार करके ACP ऑफिस को दे दी गई है। पुलिस जांच में दोषी मिले मुस्कान-साहिल
पूरे मामले की विवेचना ब्रह्मपुरी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी ने की है। विवेचना में मुस्कान-साहिल ही सौरभ की हत्या के दोषी मिले हैं। विवेचक इंस्पेक्टर ब्रह्मपुरी रमाकांत पचौरी ने एक सप्ताह पूर्व एएसपी ब्रह्मपुरी की पेशी में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। एएसपी ने बताया कि दोनों आरोपी मुस्कान और साहिल पर आरोप सही पाए गए हैं। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब पढ़िए क्या है चार्जशीट में किन बयानों को बनाया हिस्सा
पुलिस ने चार्जशीट में मुस्कान-साहिल के बयान शामिल किए हैं। मुस्कान की माता कविता रस्तोगी, पिता प्रमोद रस्तोगी, भाई, बहनों के बयान शामिल किए हैं। सौरभ के माता, पिता और भाई बबलू उर्फ राहुल का बयान लिया है। मुस्कान-साहिल को घुमाने ले गया कैब ड्राइवर अजब सिंह, उषा मेडिकल स्टोर के संचालक अमित कौशिक, चाकू विक्रेता सिंघल बर्तन भंडार का संचालक, घंटाघर पर ड्रम विक्रेता सिराजुद्दीन अहमद, शारदा रोड पर नेशनल सीमेंट दुकान के संचालक का बयान लगाया है। मुस्कान को दवा लिखने वाले डॉक्टर देशवाल, मुस्कान-सौरभ के मकान मालिक ओमपाल का भी बयान शामिल किया है। साथ ही शिमला, मनाली और कसौल में मुस्कान-साहिल जिन होटलों में ठहरे, जहां घूमने गए उन होटल संचालकों के बयान लगाए हैं। स्नैपचैट रिकार्ड, मैसेज और कॉल डिटेल भी चार्जशीट का हिस्सा
सौरभ हत्याकांड का कोई चश्मदीद गवाह नहीं है। जिसकी वजह से केस और मजबूत होता, लेकिन केस से जुड़े इन लोगों के बयानों को पुलिस ने मजबूत आधार बनाया है। ताकि मुस्कान-साहिल को उनके जुर्म की सजा मिल सके। मुस्कान-साहिल की स्नैपचैट रिकार्ड, मैसेज साथ ही दोनों की कॉल डिटेल को पुलिस ने चार्जशीट का हिस्सा बनाया है। जिन 4 मजदूरों को बुलाकर पुलिस ने ड्रम कटवाकर लाश निकलवाई उन चारों मजदूरों के बयानों को भी चार्जशीट में शामिल किया है। अब पढ़िए कि 3 मार्च की रात क्या हुआ था… साहिल के साथ मिलकर सौरभ को मार डाला लंदन से लौटकर मेरठ आए मर्चेंट नेवी के पूर्व अफसर सौरभ कुमार राजपूत की उनकी पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने 3 मार्च की रात को हत्या कर दी। इस काम में उसका साथ बॉयफ्रेंड साहिल शुक्ला उर्फ मोहित ने दिया। पहले खाने में दवा मिलाकर बेहोश किया। फिर बेडरूम में सोते समय पति के सीने में मुस्कान ने ही पहला चाकू मारा। मौत के बाद लाश को बाथरूम में ले गए। जहां साहिल ने दोनों हाथ और सिर काटकर धड़ से अलग किया। बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए प्लास्टिक के ड्रम में टुकड़े डाले। फिर उसमें सीमेंट का घोल भर दिया। परिवार और पड़ोसियों को गुमराह करने के लिए मुस्कान शिमला-मनाली चली गई। 13 दिन तक वह इंस्टाग्राम पर वीडियो-फोटो अपलोड करती रही, ताकि लोग यही समझते रहें कि वे लोग घूम रहे हैं। इस कत्ल से पर्दा तब हटा, जब 18 मार्च को सौरभ का छोटा भाई राहुल अपने भाई के घर पहुंचा। यहां उसने मुस्कान को एक लड़के (साहिल) के साथ घूमते देखा। भाई कहां हैं? पूछने पर सही जवाब मुस्कान नहीं दे सकी। घर के अंदर से बदबू भी आ रही थी। राहुल ने शोर मचाया, तब पड़ोसी भी इकट्‌ठा हो गए। पुलिस आई तो मर्डर का पता चला। पुलिस कस्टडी में मुस्कान और साहिल ने कत्ल की पूरी कहानी सुनाई। हत्या के बाद घूमने चले गए दोनों
परिवार और पड़ोसियों को गुमराह करने के लिए मुस्कान शिमला-मनाली चली गई। 13 दिन तक वह इंस्टाग्राम पर वीडियो-फोटो अपलोड करती रही, ताकि लोग यही समझते रहें कि वे लोग घूम रहे हैं। इस कत्ल से पर्दा तब हटा, जब 18 मार्च को सौरभ का छोटा भाई राहुल अपने भाई के घर पहुंचा। यहां उसने मुस्कान को एक लड़के (साहिल) के साथ घूमते देखा। भाई कहां हैं? पूछने पर सही जवाब मुस्कान नहीं दे सकी। घर के अंदर से बदबू भी आ रही थी। राहुल ने शोर मचाया, तब पड़ोसी भी इकट्‌ठा हो गए। पुलिस आई तो मर्डर का पता चला। पुलिस कस्टडी में मुस्कान और साहिल ने कत्ल की पूरी कहानी सुनाई। खबर को अपडेट किया जा रहा है…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर