मेरे बेटे को तड़पाकर मारा, हत्यारों को फांसी दो:प्रयागराज में मां बोलीं- हत्या का बदला चाहिए; शुभम को चाकू मारे, प्राइवेट पार्ट काटा

मेरे बेटे को तड़पाकर मारा, हत्यारों को फांसी दो:प्रयागराज में मां बोलीं- हत्या का बदला चाहिए; शुभम को चाकू मारे, प्राइवेट पार्ट काटा

‘मेरे बेटे को मारने वाले कसाई बन गए। उसकी कमर से नीचे खून ही खून था…जाने कितने घाव थे। बेटे को तड़पाकर मार डाला। हम तो खून के आंसू रो रहे हैं। जिसने मेरे बेटे की बेरहमी से हत्या की, उसके घर की महिलाएं भी ऐसे ही रोनी चाहिएं।’ यह कहते हुए प्रयागराज में शुभम की मां पुष्पा का चेहरा सख्त हो जाता है। वह गुस्से में कहती हैं- हमें बदला चाहिए, वो सरकार और प्रशासन दिलाए। प्रयागराज में पुष्पा के बेटे शुभम तिवारी (22) को 2 जून को बेरहमी से मार डाला गया था। उसकी कमर से नीचे 6-7 चाकू के घाव मिले थे। प्राइवेट पार्ट काट दिया गया था। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने कहा था- शुभम की बॉडी पर गहरे घाव थे। उसका खून बहता रहा, हैवी ब्लीडिंग से मौत हो गई। गांव के लोगों से बात करके समझ आया कि शुभम को 500 रुपए के लेन-देन में नहीं, लव अफेयर में मारा गया। कत्ल से 4 दिन पहले शुभम पर हमला क्यों किया गया? कत्ल के पीछे क्या लड़की ने साजिश रची? इस कत्ल के पीछे की इनसाइड स्टोरी को समझने के लिए दैनिक भास्कर ऐप टीम प्रयागराज से 65Km दूर जौनपुर के बादशाहपुर इलाके के नीभापुर गांव में परिवार से मिली। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले शुभम के परिवार की बात घर में रिश्तेदार मौजूद, हत्या से सब गुस्से में
गांव नीभापुर में रहने वाले शुभम के परिवार में पिता त्रिलोकी नाथ, मां पुष्पा, भाई राहुल और बहन नेहा हैं। बहन की शादी हो चुकी है। लेकिन, शुभम की हत्या के बाद वह भी अपने मायके में आ गई। घर के बाहर परिवार और रिश्तेदारी के लोग बैठे थे, जो गमगीन दिख रहे थे। परिवार निम्न मध्यमवर्गीय है। एक मंजिल के घर की दीवारों पर प्लास्टर तक नहीं हुआ है। घर के दरवाजे पर ही शुभम की मां पुष्पा बैठी मिलीं। हमने उनसे बातचीत शुरू की। बेटे का नाम सुनते ही वो फफक पड़ीं। मां बोलीं- साजिश करके मेरे बेटे को मार डाला
खुद को संभाल कर पुष्पा ने कहा- मेरे 22 साल के बेटे को गुमराह करके प्रयागराज के सराय ममरेज के बरियाराम बुलाया गया। वहां साजिशन उसको मार डाला। सिर्फ 10 दिन पहले शुभम गुजरात से लौटकर आया था। क्या पता था कि अब वो कभी नहीं आएगा? उसको ये लोग मार डालेंगे। भाई ने कहा- हमारी योगी सरकार से मांग, हत्यारों को फांसी मिले
शुभम के भाई राहुल तिवारी ने गुस्से में कहा- हम योगी सरकार से यही मांग करते हैं कि जान के बदले जान। पुलिस को हत्यारों के खिलाफ मजबूत केस बनाना चाहिए। जब तक वो फांसी पर नहीं लटकेंगे, हम लोगों को चैन नहीं मिलेगा। शुभम के छोटे भाई विवेक कहते हैं- मुझे गांव के लोगों ने ही सबसे पहले बताया था कि मेरे भाई के साथ कुछ गलत हो गया है। मैं बाइक से घटनास्थल पर पहुंचा। मैंने अपने भाई को खून से लथपथ सड़क पर पड़ा देखा। शरीर के नीचे से पूरा खून बह चुका था। चारों ओर भीड़ इकट्‌ठा थी। मुझे कुछ भी नहीं सूझ रहा था। बस एक ही बात मन में आ रही थी, अगर हत्यारे सामने होते, तो वहीं खत्म कर देता। जानिए हत्या के पीछे की असली वजह शुभम 2 महीने से एक लड़की से बात करता था, यही रंजिश की वजह
क्राइम स्पॉट सराय ममरेज इलाके का बरियारामपुर रेलवे स्टेशन के पास का इलाका है। यहां शुभम तिवारी की हत्या कर दी गई। शुभम जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर के नीभापुर गांव का रहने वाला था। पुलिस शुरुआत में इस मामले को 500 रुपए के लेन-देन की रंजिश समझ रही थी। लेकिन, उसकी जांच को नया एंगल शुभम की कॉल डिटेल से मिला। शुभम गुजरात के सूरत में एक कंपनी में प्राइवेट जॉब करता था। पुलिस को पता चला कि वह 2 महीने से 1 खास नंबर पर कई-कई घंटे बात कर रहा था। इस नंबर की लोकेशन नीभापुर गांव थी। यह नंबर एक लड़की का था। पुलिस लड़की तक पहुंची। लड़की की कॉल डिटेल में वह गांव के दो और लड़कों से लंबी-लंबी बात कर रही थी। पुलिस ने इन लड़कों बाला सरोज और सत्यम चौधरी काे हिरासत में लिया। सामने आया कि यही लोग कत्ल के असली चेहरे हैं। उन्होंने जो कुछ पुलिस को बताया, वो इस तरह है। बाला सरोज के मुताबिक, 30 मई को शुभम को मिलने बुलाया गया था। उसको कड़ाई से समझाया था कि उस लड़की से बात मत करो। लेकिन, शुभम माना नहीं। तब वहां धक्का-मुक्की हो गई। मारपीट में शुभम दोनों लड़कों पर भारी पड़ा। इसके बाद बाइक से वहां से निकल गया। इसके बाद बाला और सत्यम ने साजिश रची। अर्पित और शिवम नाम के लड़कों की मदद से एक बार फिर शुभम को बुलाया। शिवम को कहा गया था कि तुम शुभम को लेकर आओ, तुम्हें पेट्रोल के 50 रुपए देंगे। जब शिवम उसको लेकर बरियारामपुर पहुंचा, तो वहां बाला और सत्यम पहले से मौजूद थे। उन्होंने शिवम को 50 रुपए देकर कहा कि अब तुम जाओ, तुम्हारा काम हो गया। इसके बाद चारों ने मिलकर शुभम को पीटा और चाकू से कई वार करके मार डाला। अब चश्मदीद गवाह की बात बोले- बचाना चाहा, पुलिस 2 घंटा लेट आई
जो लड़का पवन कत्ल के वक्त वहां मौजूद था, उसने बताया- भैया (शुभम) हत्यारों के आगे गिड़गिड़ा रहे थे कि चाकू से न मारो…हाथ-पैर से मार लो। भैया को कमर के नीचे चाकू से 6 से 7 बार मारा। बहुत खून बहता रहा…भैया जैसे बेजान से हो गए। दो लड़के शुभम के हाथ पकड़े थे, 3 लड़के उसको चाकू मार रहे थे। जब उनके शरीर में हरकत होना बंद हो गई, तब उनका प्राइवेट पार्ट काट दिया। मैं चिल्लाता रहा, मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन वहां कोई सुनने वाला नहीं था। दरअसल, शुभम का एक लड़की से लव अफेयर था। वह टिकरा गांव की रहने वाली थी। उसी लड़की से अंकित और बाला सरोज भी बातचीत करते थे। इस वजह से शुभम और अंकित के बीच झगड़ा भी हुआ था। 30 जून को शुभम ने अंकित को जघई स्टेशन के पास बुलाकर 2 झापड़ मारे थे। इसके बाद ही इन लोगों ने हत्या कर साजिश रच दी। पवन के मुताबिक, मैंने शुभम को बचाने की कोशिश की, हत्यारों के चंगुल से छूट कर गांववालों के पास आया। पुलिस को फोन किया, लेकिन पुलिस 2 घंटे बाद आई। जब तक पुलिस नहीं आई, गांव के किसी आदमी ने शुभम को अस्पताल नहीं पहुंचाया। अस्पताल पहुंचाते, तो उसकी जान बच जाती। हत्या के बाद रोड जाम की, हंगामा हुआ
इस हत्या के बाद गांव में टेंशन का माहौल बन गया। सैकड़ों लोग जमा हो गए। परिजनों ने शव को थाने के सामने की रोड पर रख दिया, हंगामा हुआ। गांववालों ने कहा- पुलिस की लापरवाही से ये हत्या हुई। 4-5 थानों की पुलिस बुलानी पड़ी। हंडिया ACP सुनील कुमार सिंह और DCP गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत ने परिवार से बात करके स्थिति को संभाला। DCP कुलदीप सिंह गुनावत कहते हैं- परिवार के आरोप थे कि शुभम की हत्या पैसों के लेन-देन और पुरानी रंजिश को लेकर की गई है। दो लड़के नामजद किए गए। लेकिन, बाद में इस मामले का लव एंगल सामने आया। पुलिस परिवार के साथ है, जल्द चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। ————————— यह खबर भी पढ़ें : सेना के लड़ाकू हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, सहारनपुर में पायलट ने खाली मैदान में उतारा, मदद के लिए दूसरा विमान पहुंचा सहारनपुर में सेना के अपाचे हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई। शुक्रवार शाम करीब 4 बजे पायलट ने यमुना नदी किनारे जोधेबांस गांव के बाहर मैदान में लैंडिंग कराई। इस दौरान वहां से गुजर रहे लोग रुक गए। सेना ओर पुलिस के जवानों ने इलाके को घेर लिया।गनीमत रही कि इस घटना में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। हेलिकॉप्टर में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। पढ़िए पूरी खबर… ‘मेरे बेटे को मारने वाले कसाई बन गए। उसकी कमर से नीचे खून ही खून था…जाने कितने घाव थे। बेटे को तड़पाकर मार डाला। हम तो खून के आंसू रो रहे हैं। जिसने मेरे बेटे की बेरहमी से हत्या की, उसके घर की महिलाएं भी ऐसे ही रोनी चाहिएं।’ यह कहते हुए प्रयागराज में शुभम की मां पुष्पा का चेहरा सख्त हो जाता है। वह गुस्से में कहती हैं- हमें बदला चाहिए, वो सरकार और प्रशासन दिलाए। प्रयागराज में पुष्पा के बेटे शुभम तिवारी (22) को 2 जून को बेरहमी से मार डाला गया था। उसकी कमर से नीचे 6-7 चाकू के घाव मिले थे। प्राइवेट पार्ट काट दिया गया था। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने कहा था- शुभम की बॉडी पर गहरे घाव थे। उसका खून बहता रहा, हैवी ब्लीडिंग से मौत हो गई। गांव के लोगों से बात करके समझ आया कि शुभम को 500 रुपए के लेन-देन में नहीं, लव अफेयर में मारा गया। कत्ल से 4 दिन पहले शुभम पर हमला क्यों किया गया? कत्ल के पीछे क्या लड़की ने साजिश रची? इस कत्ल के पीछे की इनसाइड स्टोरी को समझने के लिए दैनिक भास्कर ऐप टीम प्रयागराज से 65Km दूर जौनपुर के बादशाहपुर इलाके के नीभापुर गांव में परिवार से मिली। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले शुभम के परिवार की बात घर में रिश्तेदार मौजूद, हत्या से सब गुस्से में
गांव नीभापुर में रहने वाले शुभम के परिवार में पिता त्रिलोकी नाथ, मां पुष्पा, भाई राहुल और बहन नेहा हैं। बहन की शादी हो चुकी है। लेकिन, शुभम की हत्या के बाद वह भी अपने मायके में आ गई। घर के बाहर परिवार और रिश्तेदारी के लोग बैठे थे, जो गमगीन दिख रहे थे। परिवार निम्न मध्यमवर्गीय है। एक मंजिल के घर की दीवारों पर प्लास्टर तक नहीं हुआ है। घर के दरवाजे पर ही शुभम की मां पुष्पा बैठी मिलीं। हमने उनसे बातचीत शुरू की। बेटे का नाम सुनते ही वो फफक पड़ीं। मां बोलीं- साजिश करके मेरे बेटे को मार डाला
खुद को संभाल कर पुष्पा ने कहा- मेरे 22 साल के बेटे को गुमराह करके प्रयागराज के सराय ममरेज के बरियाराम बुलाया गया। वहां साजिशन उसको मार डाला। सिर्फ 10 दिन पहले शुभम गुजरात से लौटकर आया था। क्या पता था कि अब वो कभी नहीं आएगा? उसको ये लोग मार डालेंगे। भाई ने कहा- हमारी योगी सरकार से मांग, हत्यारों को फांसी मिले
शुभम के भाई राहुल तिवारी ने गुस्से में कहा- हम योगी सरकार से यही मांग करते हैं कि जान के बदले जान। पुलिस को हत्यारों के खिलाफ मजबूत केस बनाना चाहिए। जब तक वो फांसी पर नहीं लटकेंगे, हम लोगों को चैन नहीं मिलेगा। शुभम के छोटे भाई विवेक कहते हैं- मुझे गांव के लोगों ने ही सबसे पहले बताया था कि मेरे भाई के साथ कुछ गलत हो गया है। मैं बाइक से घटनास्थल पर पहुंचा। मैंने अपने भाई को खून से लथपथ सड़क पर पड़ा देखा। शरीर के नीचे से पूरा खून बह चुका था। चारों ओर भीड़ इकट्‌ठा थी। मुझे कुछ भी नहीं सूझ रहा था। बस एक ही बात मन में आ रही थी, अगर हत्यारे सामने होते, तो वहीं खत्म कर देता। जानिए हत्या के पीछे की असली वजह शुभम 2 महीने से एक लड़की से बात करता था, यही रंजिश की वजह
क्राइम स्पॉट सराय ममरेज इलाके का बरियारामपुर रेलवे स्टेशन के पास का इलाका है। यहां शुभम तिवारी की हत्या कर दी गई। शुभम जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर के नीभापुर गांव का रहने वाला था। पुलिस शुरुआत में इस मामले को 500 रुपए के लेन-देन की रंजिश समझ रही थी। लेकिन, उसकी जांच को नया एंगल शुभम की कॉल डिटेल से मिला। शुभम गुजरात के सूरत में एक कंपनी में प्राइवेट जॉब करता था। पुलिस को पता चला कि वह 2 महीने से 1 खास नंबर पर कई-कई घंटे बात कर रहा था। इस नंबर की लोकेशन नीभापुर गांव थी। यह नंबर एक लड़की का था। पुलिस लड़की तक पहुंची। लड़की की कॉल डिटेल में वह गांव के दो और लड़कों से लंबी-लंबी बात कर रही थी। पुलिस ने इन लड़कों बाला सरोज और सत्यम चौधरी काे हिरासत में लिया। सामने आया कि यही लोग कत्ल के असली चेहरे हैं। उन्होंने जो कुछ पुलिस को बताया, वो इस तरह है। बाला सरोज के मुताबिक, 30 मई को शुभम को मिलने बुलाया गया था। उसको कड़ाई से समझाया था कि उस लड़की से बात मत करो। लेकिन, शुभम माना नहीं। तब वहां धक्का-मुक्की हो गई। मारपीट में शुभम दोनों लड़कों पर भारी पड़ा। इसके बाद बाइक से वहां से निकल गया। इसके बाद बाला और सत्यम ने साजिश रची। अर्पित और शिवम नाम के लड़कों की मदद से एक बार फिर शुभम को बुलाया। शिवम को कहा गया था कि तुम शुभम को लेकर आओ, तुम्हें पेट्रोल के 50 रुपए देंगे। जब शिवम उसको लेकर बरियारामपुर पहुंचा, तो वहां बाला और सत्यम पहले से मौजूद थे। उन्होंने शिवम को 50 रुपए देकर कहा कि अब तुम जाओ, तुम्हारा काम हो गया। इसके बाद चारों ने मिलकर शुभम को पीटा और चाकू से कई वार करके मार डाला। अब चश्मदीद गवाह की बात बोले- बचाना चाहा, पुलिस 2 घंटा लेट आई
जो लड़का पवन कत्ल के वक्त वहां मौजूद था, उसने बताया- भैया (शुभम) हत्यारों के आगे गिड़गिड़ा रहे थे कि चाकू से न मारो…हाथ-पैर से मार लो। भैया को कमर के नीचे चाकू से 6 से 7 बार मारा। बहुत खून बहता रहा…भैया जैसे बेजान से हो गए। दो लड़के शुभम के हाथ पकड़े थे, 3 लड़के उसको चाकू मार रहे थे। जब उनके शरीर में हरकत होना बंद हो गई, तब उनका प्राइवेट पार्ट काट दिया। मैं चिल्लाता रहा, मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन वहां कोई सुनने वाला नहीं था। दरअसल, शुभम का एक लड़की से लव अफेयर था। वह टिकरा गांव की रहने वाली थी। उसी लड़की से अंकित और बाला सरोज भी बातचीत करते थे। इस वजह से शुभम और अंकित के बीच झगड़ा भी हुआ था। 30 जून को शुभम ने अंकित को जघई स्टेशन के पास बुलाकर 2 झापड़ मारे थे। इसके बाद ही इन लोगों ने हत्या कर साजिश रच दी। पवन के मुताबिक, मैंने शुभम को बचाने की कोशिश की, हत्यारों के चंगुल से छूट कर गांववालों के पास आया। पुलिस को फोन किया, लेकिन पुलिस 2 घंटे बाद आई। जब तक पुलिस नहीं आई, गांव के किसी आदमी ने शुभम को अस्पताल नहीं पहुंचाया। अस्पताल पहुंचाते, तो उसकी जान बच जाती। हत्या के बाद रोड जाम की, हंगामा हुआ
इस हत्या के बाद गांव में टेंशन का माहौल बन गया। सैकड़ों लोग जमा हो गए। परिजनों ने शव को थाने के सामने की रोड पर रख दिया, हंगामा हुआ। गांववालों ने कहा- पुलिस की लापरवाही से ये हत्या हुई। 4-5 थानों की पुलिस बुलानी पड़ी। हंडिया ACP सुनील कुमार सिंह और DCP गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत ने परिवार से बात करके स्थिति को संभाला। DCP कुलदीप सिंह गुनावत कहते हैं- परिवार के आरोप थे कि शुभम की हत्या पैसों के लेन-देन और पुरानी रंजिश को लेकर की गई है। दो लड़के नामजद किए गए। लेकिन, बाद में इस मामले का लव एंगल सामने आया। पुलिस परिवार के साथ है, जल्द चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। ————————— यह खबर भी पढ़ें : सेना के लड़ाकू हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, सहारनपुर में पायलट ने खाली मैदान में उतारा, मदद के लिए दूसरा विमान पहुंचा सहारनपुर में सेना के अपाचे हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई। शुक्रवार शाम करीब 4 बजे पायलट ने यमुना नदी किनारे जोधेबांस गांव के बाहर मैदान में लैंडिंग कराई। इस दौरान वहां से गुजर रहे लोग रुक गए। सेना ओर पुलिस के जवानों ने इलाके को घेर लिया।गनीमत रही कि इस घटना में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। हेलिकॉप्टर में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर