भास्कर न्यूज | कीरतपुर साहिब दि कीरतपुर साहिब ट्रक ऑपरेटर्स, ऑपरेटिव ट्रांसपोर्ट समिति और क्षेत्र के लोगों ने कीरतपुर साहिब मनाली मुख्य मार्ग पर गांव मोड़ा में लगे एनएचएआई के टोल प्लाजा पर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने तकरीबन 2 घंटे तक टोल प्लाजा पर धरना दिया। इसके बाद 15-20 मिनट टोल प्लाजा की लेन के मध्य बैठकर प्रदर्शन किया और सभी वाहनों को बिना टोल की पर्ची कटवाए निकाला गया। इस दौरान इकट्ठा हुए ट्रक ऑपरेटर्स एवं स्थानीय लोगों ने टोल प्लाजा मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। बाद में पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को टोल मैनेजमेंट के साथ बैठक करवाने का आश्वासन देकर टोल के बीच से उठा दिया, लेकिन इसके बावजूद लोगों ने टोल के करीब बैठकर प्रदर्शन किया। विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय मार्ग के निर्माण के समय कीरतपुर साहिब से मोड़ा तक पंजाब के आधा दर्जन के करीब गांवों के लोगों की जमीन नेशनल हाईवे अथॉरिटीज ऑफ इंडिया द्वारा एक्वायर की गई थी। पंजाब के लोगों को हिमाचल के मुकाबले काफी कम मुआवजा दिया गया। वहीं अब टोल प्लाजा से गुजरते समय संबंधित गांवों के लोगों से टोल पर्ची की मोटी रकम वसूली जा रही है, जिनमें से अधिकतर गांव टोल प्लाजा के 2 किलोमीटर के घेरे में आते हैं। इसके अलावा टोल से गुजरने वाले ओवरलोड वाहनों की फास्टैग की पर्ची काटने की बजाय ओवरलोड के पैसे वसूले जा रहे हैं और इस दौरान कई बार टोल कर्मियों द्वारा ट्रक चालकों के साथ हाथापाई और मारपीट भी की जाती है। इसके अलावा टोल प्लाजा द्वारा स्थानीय गांवों के लोगों को कोई सुविधा नहीं दी जा रही। विभिन्न जगहों पर स्थित बस स्टॉप पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लगवाई गई है और ना ही सड़क पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। जबकि हिमाचल प्रदेश में 2 किलोमीटर की दूरी पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सड़क पर बहुत कम पेड़ लगाए गए हैं और इन पेड़ों की देखभाल भी नहीं की जाती। प्रदर्शनकारियों ने टोल मैनेजमेंट से मांग की कि स्थानीय गांवों के लोगों की इन तमाम मांगों को पूरा करने के साथ-साथ लोकल गांवों के ट्रक ऑपरेटरों को टोल की पर्ची से छूट दी जाए और ट्रांसपोर्ट समिति कीरतपुर साहिब की खाली गाड़ियों की पर्ची ना काटी जाए। वहीं इस मौके थाना प्रभारी कीरतपुर साहिब इंस्पेक्टर जतिन कपूर ने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिया कि उनकी टोल मैनेजमेंट से बात हो गई है जिन्होंने मंगलवार तक का समय मांगा है।मंगलवार 3 दिसंबर को एसपी रूपनगर द्वारा दोनों पक्षों के मध्य बैठक करवाकर समस्या का हल निकालने की कोशिश की जाएगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी टोल प्लाजा के बीच से उठकर एक साइड बैठ गए और प्रदर्शन जारी रखा। भास्कर न्यूज | कीरतपुर साहिब दि कीरतपुर साहिब ट्रक ऑपरेटर्स, ऑपरेटिव ट्रांसपोर्ट समिति और क्षेत्र के लोगों ने कीरतपुर साहिब मनाली मुख्य मार्ग पर गांव मोड़ा में लगे एनएचएआई के टोल प्लाजा पर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने तकरीबन 2 घंटे तक टोल प्लाजा पर धरना दिया। इसके बाद 15-20 मिनट टोल प्लाजा की लेन के मध्य बैठकर प्रदर्शन किया और सभी वाहनों को बिना टोल की पर्ची कटवाए निकाला गया। इस दौरान इकट्ठा हुए ट्रक ऑपरेटर्स एवं स्थानीय लोगों ने टोल प्लाजा मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। बाद में पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को टोल मैनेजमेंट के साथ बैठक करवाने का आश्वासन देकर टोल के बीच से उठा दिया, लेकिन इसके बावजूद लोगों ने टोल के करीब बैठकर प्रदर्शन किया। विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय मार्ग के निर्माण के समय कीरतपुर साहिब से मोड़ा तक पंजाब के आधा दर्जन के करीब गांवों के लोगों की जमीन नेशनल हाईवे अथॉरिटीज ऑफ इंडिया द्वारा एक्वायर की गई थी। पंजाब के लोगों को हिमाचल के मुकाबले काफी कम मुआवजा दिया गया। वहीं अब टोल प्लाजा से गुजरते समय संबंधित गांवों के लोगों से टोल पर्ची की मोटी रकम वसूली जा रही है, जिनमें से अधिकतर गांव टोल प्लाजा के 2 किलोमीटर के घेरे में आते हैं। इसके अलावा टोल से गुजरने वाले ओवरलोड वाहनों की फास्टैग की पर्ची काटने की बजाय ओवरलोड के पैसे वसूले जा रहे हैं और इस दौरान कई बार टोल कर्मियों द्वारा ट्रक चालकों के साथ हाथापाई और मारपीट भी की जाती है। इसके अलावा टोल प्लाजा द्वारा स्थानीय गांवों के लोगों को कोई सुविधा नहीं दी जा रही। विभिन्न जगहों पर स्थित बस स्टॉप पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लगवाई गई है और ना ही सड़क पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। जबकि हिमाचल प्रदेश में 2 किलोमीटर की दूरी पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सड़क पर बहुत कम पेड़ लगाए गए हैं और इन पेड़ों की देखभाल भी नहीं की जाती। प्रदर्शनकारियों ने टोल मैनेजमेंट से मांग की कि स्थानीय गांवों के लोगों की इन तमाम मांगों को पूरा करने के साथ-साथ लोकल गांवों के ट्रक ऑपरेटरों को टोल की पर्ची से छूट दी जाए और ट्रांसपोर्ट समिति कीरतपुर साहिब की खाली गाड़ियों की पर्ची ना काटी जाए। वहीं इस मौके थाना प्रभारी कीरतपुर साहिब इंस्पेक्टर जतिन कपूर ने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिया कि उनकी टोल मैनेजमेंट से बात हो गई है जिन्होंने मंगलवार तक का समय मांगा है।मंगलवार 3 दिसंबर को एसपी रूपनगर द्वारा दोनों पक्षों के मध्य बैठक करवाकर समस्या का हल निकालने की कोशिश की जाएगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी टोल प्लाजा के बीच से उठकर एक साइड बैठ गए और प्रदर्शन जारी रखा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लाल लकीर-पुरानी आबादी की रजिस्ट्री में इंतकाल फीस लेने का प्रावधान नहीं, फिर भी 6 साल से वसूले जा रहे 600-600 रुपए
लाल लकीर-पुरानी आबादी की रजिस्ट्री में इंतकाल फीस लेने का प्रावधान नहीं, फिर भी 6 साल से वसूले जा रहे 600-600 रुपए रजिस्ट्री करवाने के लिए 6 साल पहले 2018 में ऑनलाइन सिस्टम शुरू हुआ था। तभी से इस तरह की गड़बड़ियां चली आ रही हैं। 3 साल के दौरान अलग-अलग तरह के 3 डीड की 2 तहसीलों में लाल लकीर-पुरानी आबादी व फ्लोरवाइज रजिस्ट्री के तकरीबन 1856 दस्तावेज रजिस्टर्ड हुए। जिसके लिए लोग 11.68 रुपए सरकार को रेवेन्यू के तौर पर दे चुके हैं, जबकि यह रकम देना नहीं बनता है। लोगों से गलत तरह से वसूले जा रहे इंतकाल फीस के बारे एडवोकेट-वसीका नवीस रेवेन्यू अफसरों की नोटिस में ला चुके हैं फिर भी आज तक सिस्टम में सुधार कराना जरूरी नहीं समझा गया। इसे रोकने के लिए सरकार को ऑनलाइन सिस्टम में सुधार करवाना होगा। दरअसल, जब लोग अप्वाइंटमेंट उठाते हैं, तो उसी दौरान सारी फीस ऐड हो जाती है। जिसके बाद रजिस्ट्री दफ्तरों में लोगों को मजबूरन रकम अदा करनी पड़ रही है। ासरकार को चाहिए कि रजिस्ट्रियों के नाम पर किसी भी जगह गलत तरीके से इंतकाल की जो रकम लोगों से वसूली जा रही उस पर रोक लगाए। ऑनलाइन सिस्टम में सुधार कराना जरूरी है। रेवेन्यू अफसरों की नोटिस में सबकुछ है, मगर फिर भी ठीक नहीं करवा रहे। -राकेश शर्मा, एडवोकेट ^यह बिल्कुल गलत है कि जिन चीजों की फीस नहीं बनती वह वसूली जा रही है। सिस्टम में इतना बड़ा झोल बरसों से चला आ रहा, जिसमें सुधार नहीं कराया जा सका। -अंकुर गुप्ता, एडवोकेट ^ एडवोकेट और प्रॉपर्टी डीलर एसोसिएशन ने इस बारे एप्लीकेशन दी है। जिसकी जांच की जा रही। साथ ही इसे सरकार को भी भेज दिया गया है। -साक्षी साहनी, डीसी शुभेंदु शुक्ला | अमृतसर रेवेन्यू विभाग की ओर से लाल लकीर-पुरानी आबादी और फ्लोरवाइज रजिस्ट्री के केसों में इंतकाल फीस लेने का प्रावधान नहीं फिर भी लोगों को ऑनलाइन 600 रुपए देने पड़ रहे हैं। 2 ऐसी डीड (रजिस्ट्री) हैं, जिनमें गड़बड़ियों के कारण लोगों से गलत फीस व स्टांप ड्यूटी वसूली जा रही है। गिफ्ट डीड में एक्ट के मुताबिक एक प्रतिशत रजिस्ट्रेशन- पीआईडीबी फीस है, जबकि वसूली 2.25% जा रही है, जो 1.25% अधिक है। वहीं रेंट डीड (किरायानामा) में स्टांप शुल्क 1 से 5 साल का 8% तो 5 से 10 साल का 3% देना होता है। जबकि 1 से 5 साल का स्टांप फीस कम होनी चाहिए। इन खामियों के कारण लोगों को बेवजह जेबें ढीली करनी पड़ रही। लेकिन रेवेन्यू विभाग इसमें सुधार कराना जरूरी नहीं समझ रहा।
जगराओं में इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर न्यूड वीडियो बनाई:महिला को फिजिकल होने को कहा, वायरल करने की धमकी दी
जगराओं में इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर न्यूड वीडियो बनाई:महिला को फिजिकल होने को कहा, वायरल करने की धमकी दी जगराओं में महिला की सोशल मीडिया के जरिए एक युवक से दोस्ती हुई थी, जिसने महिला की न्यूड वीडियो बना ली और फिजिकल होने को कहने लगा। महिला ने इसकी शिकायत डीएसपी सिटी जसज्योत सिंह से की, जिसके बाद सिटी पुलिस के पास रिपोर्ट भेजी गई है। पीड़िता ने मामले को लेकर एक कॉपी राज्य महिला आयोग, नेशनल महिला आयोग और मानवाधिकार आयोग को भेजी है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला
मार्च 2024 में महिला इंस्टाग्राम चल रही थी। तभी उसके पास एक अबोहर के युवक की रिक्वेस्ट आई और दोनों में बातचीत शुरू हो गई। धीरे-धीरे जान पहचान बढ़ने लगी और दोनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गई। इस बीच दोनों एक दूसरे को वीडियो कॉल करने लगे। इसी दौरान युवक ने महिला से पर्सनल फोटो और वीडियो मांगी। कुछ महीनों तक ये सिलसिला जारी रहा। इसके बाद युवक के वीडियो कॉल रिकॉर्ड करनी शुरू कर दी। ऐसा करते करते उसने उसे ब्लैकमेल कर फिजिकल होने को कहने लगा। युवक के बाद पत्रकार ने धमकाया
जब महिला ने ऐसा करने से मना कर दिया तो युवक ने उसकी न्यूड वीडियो दिखाई और संबंध बनाने को कहा। इसके साथ ही रुपए भी मांगने लगा। जब महिला ने उसे ब्लॉक किया तो उसने महिला को दूसरे नंबर से धमकाना शुरू कर दिया। महिला की वीडियो जब एक पत्रकार पास पहुंची, तो उसने महिला को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं मामले को लेकर अलग से मिलने को भी कहने लगा। महिला ने बताया कि उसने उससे रुपए की डिमांड की। महिला को धमकी दी कि वह उसकी फोटो और वीडियो वायरल कर देगा। इसके बाद महिला के इसको लेकर महिला आयोग और डीएसपी को एक चिट्ठी लिखी, जिसके बाद सिटी पुलिस को केस भेजा गया। एसएचओ सिटी अमरजीत सिंह ने बताया कि पीड़िता की ओर से दी गई शिकायत उन्हें जांच के लिए भेजी गई है। पीड़िता को बयान दर्ज कराने कहा है। बयान दर्ज होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मोगा की SHO अर्शप्रीत का लुधियाना कनैक्शन:थानों की संभाल चुकी कमान,पूर्व CM के साथ वीडियो काल के बाद चर्चा में थी आई
मोगा की SHO अर्शप्रीत का लुधियाना कनैक्शन:थानों की संभाल चुकी कमान,पूर्व CM के साथ वीडियो काल के बाद चर्चा में थी आई पंजाब के मोगा में बीती देर रात थाना कोर्ट इसे ख़ां की SHO इंस्पेक्टर अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल सहित 2 अन्य पुलिस कर्मियों और खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन पुलिस कर्मियों पर आरोप है कि इन्होंने एक अफीम तस्करों की मदद की है। पुलिस ने इस मामले में फिलहाल SHO इंस्पेक्टर अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल, मुंशी गुरप्रीत सिंह, चौकी इंचार्ज बलखंडी, अफीम तस्कर मनप्रीत सिंह और गुरप्रीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के सीनियर अधिकारी इस मामले की गहनता से जांच करवा करवा रहे है। आरोपी पुलिस कर्मियों के पिछले रिकार्ड भी अब खंगाले जा रहे है। 8 लाख में सौदा हुआ तय,5 लाख हासिल किए जानकारी के अनुसार 1 अक्टूबर को पुलिस ने अमरजीत सिंह निवासी दातेवाल रोड कोट इसे ख़ां के खिलाफ 2 किलो अफीम बरामदगी का आपराधिक मामला दर्ज किया था, जब की उसके भाइयों से भी 3 किलो अफीम बरामद हुई थी। तीनों पुलिस कर्मियों ने किसी प्राइवेट व्यक्ति के जरिए 8 लाख रुपए में सौदा करके 5 लाख रुपए हासिल करके छोड़ दिया था। SHO अर्शप्रीत कौर का लुधियाना कनैक्शन
SHO अर्शप्रीत कौर का लुधियाना से काफी नाता रहा है। अधिकतर समय अर्शप्रीत ने लुधियाना में ही डयूटी की है। थाना बस्ती जोधेवाल और डिवीजन नंबर 2 में बतौर SHO काम किया है। अर्शप्रीत लुधियाना की सबसे पहली कोरोना वॉरियर्स थी। अर्शप्रीत पहली ऐसी SHO रही है जिनसे खुद पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने वीडियो काल पर बातचीत की थी। उसे कोविड से लड़ने के लिए उन्होंने प्रेरित किया था। सोशल मीडिया पर अर्शप्रीत और कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की कोविड समय की वीडियो काल काफी चर्चा में रही थी। उस समय के DGP दिनकर गुप्ता ने पंजाब पुलिस की तरफ से अर्शप्रीत के नाम से पोस्ट भी शेयर किया था कि लोग कोविड से डरे नहीं। वहीं काफी गायक एम्मी विर्क सहित कई कलाकारों ने अर्शप्रीत के कोविड पाजीटिव होने पर उसे वीडियो काल करके उसका हौंसला बढ़ाया था।