मोहाली जिले के कस्बा जीरकपुर स्थित बलटाना की फर्नीचर मार्केट में आग लग गई है। आग लगने से इलाके में अफरा तफरी का माहौल है। दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन फर्नीचर को पेंट करने के लिए इस्तेमाल होने वाले केमिकल के कारण आग लगातार बढ़ती जा रही है। पुलिस की टीम भी मौके पर मौजूद है। अभी तक इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। भास्कर इस खबर को अपडेट कर रहा है… मोहाली जिले के कस्बा जीरकपुर स्थित बलटाना की फर्नीचर मार्केट में आग लग गई है। आग लगने से इलाके में अफरा तफरी का माहौल है। दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन फर्नीचर को पेंट करने के लिए इस्तेमाल होने वाले केमिकल के कारण आग लगातार बढ़ती जा रही है। पुलिस की टीम भी मौके पर मौजूद है। अभी तक इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। भास्कर इस खबर को अपडेट कर रहा है… पंजाब | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के टैक्सी ड्राइवर की पंजाब में पिटाई:गाड़ी भी तोड़ी, घायल बोला- 10 लोगों ने हमला किया, यहां लोग सुरक्षित नहीं हिमाचल प्रदेश में पंजाब के टैक्सी चालकों और पर्यटकों के साथ मारपीट के बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बीती रात हिमाचल प्रदेश के एक टैक्सी चालक को पंजाब में 10 से अधिक लोगों ने पीटा और उसकी गाड़ी को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। जबकि उसके साथ यात्रा कर रहे आईआईटी के छात्र भी घायल हो गए। मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के मंडी के एक टैक्सी चालक के साथ 10 से अधिक लोगों ने मारपीट कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। उसकी गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। यह चालक हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के बड़ीधार कटिंडी का रहने वाला है। पीड़ित टैक्सी चालक योग राज ने भरतगढ़ में अपने ऊपर हुए हमले की पूरी कहानी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए शेयर की। पंजाब में हिमाचल के लोगों का आना सुरक्षित नहीं योग राज अपनी दास्तान बयान करते हुए कहा कि पंजाब में हिमाचल के लोगों का आना सुरक्षित नहीं है। इस हमले में चालक के सिर, बाजू पर गहरे घाव हुए हैं। योग राज ने स्थानीय पुलिस पर भी आरोप लगया। उन्होंने कहा कि उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी, लेकिन पुलिस की ओर से कोई सहयोग नहीं किया और न ही घटनास्थल पर पहुंची। ढाबा मालिक की मदद से पहुंचाया गया अस्पताल योग राज ने बताया कि सड़क के साथ एक ढाबा था, जिसकी मद्द से उसे व उसकी सवारियों को अस्पताल पहुंचाया गया। घटना के बाद उस पर हमला करने वाले फरार हो गए। फिलहाल योगराज का अस्पताल में उपचार चल रहा है और सभी खतरे से बाहर हैं।
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फतेहगढ़ साहिब में 10वीं की छात्रा ने की आत्महत्या:पिता की हालत से थी परेशान, सड़क हादसे में हुए घायल, पुलिस की कार्रवाई जीरो फतेहगढ़ साहिब के मंडी गोबिंदगढ़ में ओपी बांसल स्कूल की वैन से गत 6 जुलाई को हुए हादसे के संबंध में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं इस हादसे में घायल बाइक सवार अभय तिवारी कोमा में है। जो जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा है। 23 दिनों में जब कोई एफआईआर नहीं हुई तो पिता की हालत को देखकर दुखी हुए 14 वर्षीय लड़की ने फंदा लगाकर जान दे दी। इसके बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया। लड़की की खुदकुशी के बाद परिवार और मोहल्ला निवासी थाने पहुंचे। वहां रोष जताया गया। वैन ड्राइवर और स्कूल मालिकों खिलाफ एफआईआर की मांग की गई। साथ ही जीटी रोड जाम करने की चेतावनी भी दी। इलाज का भरोसा देकर मुकर गए स्कूल वाले घायल की पत्नी रितु ने बताया कि उसके पति अभय तिवारी मिल में काम करते थे। 6 जुलाई को उसके पति बाइक से जा रहे थे तो ओम प्रकाश (ओपी) बांसल स्कूल की वैन ने टक्कर मार दी। हादसे में घायल उसके पति को स्थानीय सिविल अस्पताल से चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया था। हादसे के बाद स्कूल वाले बोलते रहे कि वे इलाज का पूरा खर्च उठाएंगे। किसी प्रकार की कार्रवाई न कराई जाए। उन्होंने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। स्कूल वाले 10-20 हजार रुपए देने के बाद पल्ला झाड़ गए। जबकि, उसके घायल पति की हालत यह है कि वे कोमा में हैं। कोई सुध बुध नहीं है। चंडीगढ़ के सेक्टर-32 के अस्पताल से जवाब देकर घर भेज दिया गया है। पुलिस ने उन्हें कोई इंसाफ नहीं दिलाया। पिता की हालत देख बेटी ने फंदा लगाया रितु ने बताया कि रविवार को उसके पति के नाक से अचानक पाइप निकली तो वह काफी तड़पने लगे। छोटी बेटी अंजलि से यह दर्द नहीं देखा गया। अंजलि ने उसे बोला कि पिता को जल्दी अस्पताल लेकर जाओ। वह अपनी बड़ी बेटी को साथ लेकर पति को अस्पताल ले गई। बाद में अंजलि ने घर का कमरा बंद करके फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। अंजलि की उम्र करीब 14 साल थी और वह 10वीं कक्षा की छात्रा थी। वहीं थाने में मौजूद अभय के भतीजे कन्हैया तिवारी और मोहल्ले में क्लीनिक चलाने वाली निशा ने कहा कि अंजलि की मौत के लिए सीधे तौर पर स्कूल के मालिक और पुलिस जिम्मेदार हैं। अगर स्कूल मालिकों खिलाफ एफआईआर दर्ज न की गई तो वे जीटी रोड जाम करेंगे। रिमट यूनिवर्सिटी वालों का ही स्कूल बता दें की ओपी बांसल स्कूल भी रिमट यूनिवर्सिटी के मालिकों का ही है जहां कुछ दिन पहले लोहे की प्लेट गिरने से लाइब्रेरी में काम करने वाली एक युवती की मौत हो गई थी। अब 14 वर्षीय बेटी की खुदकुशी के बाद परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही के दोष लगाए और स्कूल मालिकों पर मामला दर्ज करने की मांग की। बयानों के मुताबिक कार्रवाई करेंगे- एसएचओ मंडी गोबिंदगढ़ थाना एसएचओ अर्शदीप शर्मा ने कहा कि सड़क हादसे के बाद घायल के परिवार की तरफ से बयान दर्ज नहीं कराए गए थे। दोनों पक्षों में राजीनामे की बात चल रही थी। अगर पुलिस के पास बयान दर्ज कराए होते तो कार्रवाई जरूर करते। वहीं अब घायल की बेटी की खुदकुशी का मामला सामने आया है। जो भी बयान परिवार के लोग दर्ज कराएंगे। उनके मुताबिक बनती कार्रवाई करेंगे।
पंजाबी युवक की यूक्रेन बॉर्डर पर मौत:टूरिस्ट वीजा पर गया था रूस, परिजनों का आरोप-जबरन फौज में भर्ती किया
पंजाबी युवक की यूक्रेन बॉर्डर पर मौत:टूरिस्ट वीजा पर गया था रूस, परिजनों का आरोप-जबरन फौज में भर्ती किया पंजाब के अमृतसर के रहने वाले युवक तेजपाल की यूक्रेन बॉर्डर पर मौत हो गई। तेजपाल 12 जनवरी को टूरिस्ट वीजा पर भारत से रूस गया था। तेजपाल अपने पीछे पत्नी और 2 बच्चो को छोड़ गया। मृतक तेजपाल की बेटी 3 साल की है और उसका 6 साल का बेटा है। तेजपाल के परिजनों के मुताबिक रूस में जबरदस्ती उनके बेटे को फौज में भर्ती किया गया। परिजनों के अनुसार 3 मार्च को उनके बेटे का फोन आया था कि उसे बॉर्डर पर भेजा जा रहा है। परिवार का सरकार से मांग है कि तेजपाल के शव को भारत लाया जाए। डेड बॉडी भारत लाने की मांग पत्नी परविंदर कौर ने कहा कि तेजपाल 20 दिसंबर को भारत से थाइलेंड गया था। उसके बाद वह 12 जनवरी को रशिया के मास्को चले गए। तेजपाल के कुछ दोस्तों ने उसे रशिया में जबरन फोर्स किया किया कि वह फौज में भर्ती हो जाए। दोस्तों के कहने पर ही वह टूरिस्ट वीजा पर गया था। परिवार तेजपाल को विदेश भेजना नहीं चाहते थे लेकिन तेजपाल विदेश जाने की जिद पर था। 3 मार्च को आखरी बार बात हुई है। पत्नी ने कहा कि सरकार से मांग करते है कि यदि तेजपाल की डेड बाडी विदेश में है तो उसे भारत भेजा जाए।