जीरकपुर के साथ लगते बलटाना में हथियारों के दम पर एक शराब ठेके में 4 बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया है। इस दौरान आरोपी करीब 30 हजार की नकदी और मंहगी शराब की बोतलें ले जाने में कामयाब रहे हैं। इस दौरान ठेकेदार का एक कारिंदा भी घायल हो गया। उसे पेट और हाथ में चोट आई है। आरोपियों ने करीब 5 से 7 मिनट में वारदात को अंजाम दिया। बलटाना चौकी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इलाके में लगे कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी जा रही है। पुलिस का दावा है कि वारदात में शामिल आरोपी जल्दी ही काबू कर लिए जाएंगे। पहले धक्का दिया, फिर पिस्तौल तान दी यह घटना रात 11.35 बजे की है। शराब ठेकेदार के कारिंदे के मुताबिक वह उस दौरान सारा हिसाब किताब करने के बाद ठेके को ताला लगाने की तैयारी कर रहे था। तभी 2 युवक वहां पर आए । इस दौरान वह उसे धक्का देकर ठेके के अंदर ले गए। साथ ही एक ने चाकू और दूसरे ने पिस्तौल उस पर तान दी। इस दौरान उसे कहा कि हाथ ऊपर करो और सारा कैश उनके हवाले कर दो। इस दौरान वह झुके नहीं तो उन्होंने उस उस पर हमला कर दिया। आरोपियों का चाकू उसके हाथ में लगा, जबकि पेट में छर्रे लगे हैं। इतने में उनके दो और साथी वहां पर आ गए। इसके बाद वह जबरदस्ती उसे कैश और शराब बोतले लेकर फरार हो गए। पंजाबी में बात कर रहे थे आरोपी ठेकेदार के कारिंदे के मुताबिक जो आरोपी वारदात में शामिल थे, वह देखने में पंजाबी लगते थे। उनकी उम्र 22 से 24 साल के बीच में थी। वहीं वह आपस में पंजाबी में बात कर रहे थे। घटना के बाद से पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस द्वारा कुछ स्थानों की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग अपने कब्जे में ली है। ताकि आरोपियों के बारे में पता लगाया जा सकें। हालांकि यह माना जा रहा है कि आरोपियों ने रेकी कर वारदात को अंजाम दिया। क्योंकि उन्हें यह पता था कि किस समय ठेका बंद होता है। जीरकपुर के साथ लगते बलटाना में हथियारों के दम पर एक शराब ठेके में 4 बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया है। इस दौरान आरोपी करीब 30 हजार की नकदी और मंहगी शराब की बोतलें ले जाने में कामयाब रहे हैं। इस दौरान ठेकेदार का एक कारिंदा भी घायल हो गया। उसे पेट और हाथ में चोट आई है। आरोपियों ने करीब 5 से 7 मिनट में वारदात को अंजाम दिया। बलटाना चौकी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इलाके में लगे कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी जा रही है। पुलिस का दावा है कि वारदात में शामिल आरोपी जल्दी ही काबू कर लिए जाएंगे। पहले धक्का दिया, फिर पिस्तौल तान दी यह घटना रात 11.35 बजे की है। शराब ठेकेदार के कारिंदे के मुताबिक वह उस दौरान सारा हिसाब किताब करने के बाद ठेके को ताला लगाने की तैयारी कर रहे था। तभी 2 युवक वहां पर आए । इस दौरान वह उसे धक्का देकर ठेके के अंदर ले गए। साथ ही एक ने चाकू और दूसरे ने पिस्तौल उस पर तान दी। इस दौरान उसे कहा कि हाथ ऊपर करो और सारा कैश उनके हवाले कर दो। इस दौरान वह झुके नहीं तो उन्होंने उस उस पर हमला कर दिया। आरोपियों का चाकू उसके हाथ में लगा, जबकि पेट में छर्रे लगे हैं। इतने में उनके दो और साथी वहां पर आ गए। इसके बाद वह जबरदस्ती उसे कैश और शराब बोतले लेकर फरार हो गए। पंजाबी में बात कर रहे थे आरोपी ठेकेदार के कारिंदे के मुताबिक जो आरोपी वारदात में शामिल थे, वह देखने में पंजाबी लगते थे। उनकी उम्र 22 से 24 साल के बीच में थी। वहीं वह आपस में पंजाबी में बात कर रहे थे। घटना के बाद से पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस द्वारा कुछ स्थानों की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग अपने कब्जे में ली है। ताकि आरोपियों के बारे में पता लगाया जा सकें। हालांकि यह माना जा रहा है कि आरोपियों ने रेकी कर वारदात को अंजाम दिया। क्योंकि उन्हें यह पता था कि किस समय ठेका बंद होता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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किसान आंदोलन से बंद शंभू बॉर्डर खुलवाने पर बवाल:अंबाला के आसपास के व्यापारी पहुंचे; किसानों का आरोप-BJP-AAP वर्करों ने स्टेज पर हमला किया हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर पर रविवार को तनावपूर्ण हालात बन गए। किसानों की तरफ से शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन के लिए लगाए गए स्टेज पर अचानक करीब 100 युवक पहुंच गए। उन्होंने रास्ता खोलने की मांग की। किसानों का आरोप है कि ये हमला भाजपा नेताओं व लोकल AAP विधायकों के करीबियों ने माहौल खराब करने के लिए किया है। बॉर्डर पर पहुंचे लोगों का कहना है कि वे आसपास के गांवों के लोग हैं। शंभू बॉर्डर पर दोपहिया वाहनों की क्रॉसिंग को लेकर पहले भी मांग पत्र दिया था, जिस पर आज तक किसान नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसलिए आज सभी गांवों के लोगों और व्यापारी एकजुट होकर शंभू बॉर्डर खोलने की मांग लेकर पहुंचे थे। स्टेज पर कब्जा करने का आरोप स्टेज पर मौजूद किसान नेता बलदेव सिंह जीरा, सविंदर संह चूताला, जसवीर सिंह सिद्धूपुर, जंग सिंह भटेड़ी, मान सिंह राजपुरा, करनैल सिंह लंग, गुरदेव सिंह गज्जू माजरा, गुरअमनीत सिंह मांगट, जसबीर सिंह पिंदी, सूरजभान फरीदकोट ने बताया कि दोपहर करीब एक बजे अंबाला के विशाल बत्रा, सोनू तपेला, मिंटू राजगढ़, जैगोपाल भिट्ठे वाला, दलबीर सिंह उर्फ बिट्टू बाबा राजगढ़ की अगुआई में 100 के करीब व्यक्तियों ने स्टेज पर कब्जा कर हमला करने की कोशिश की। उन ने किसानों पर रोड बंद करने का इल्जाम लगाया। ये सड़क 8 फरवरी से बंद है, जबकि किसान यहां 13 फरवरी को आए थे। हमला करने वालों पर माइनिंग का आरोप
किसानों ने आरोप लगाया कि शंभू बॉर्डर पर पहुंचे लोग माइनिंग का धंधा करते हैं। घग्गर से रेत निकाल उसकी कालाबाजारी करते हैं। मोर्चा लगने के कारण उनका कालाबजारी का धंधा बंद है, जबकि किसानों के आसपास के समर्थकों ने स्पष्ट किया कि यहां इकट्ठे हुए लोग विभिन्न पार्टियों के समर्थक हैं। 13 फरवरी से चल रहा प्रदर्शन
किसान 13 फरवरी से शंभू बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। वह न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत अन्य मांगों को लेकर दिल्ली कूच करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया। इस दौरान किसानों व हरियाणा पुलिस और पैरा-मिलिट्री फोर्सेस के बीच तनाव भी हुआ। खनौरी बॉर्डर पर 21 फरवरी को युवा किसान शुभकरण सिंह गोली लगने से मौत भी हुई। जिसके बाद किसानों ने शंभू बॉर्डर पर ही बैठ प्रदर्शन करने का फैसला किया। इस प्रोटेस्ट को शुरू हुए 131 दिन हो चुके हैं। इस दौरान लोकसभा चुनाव भी संपन्न हुए। लेकिन किसान अभी भी मांगें माने जाने तक प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं। किसान आंदोलन 0.2 के शुरू होने के बाद से अभी तक तकरीबन 16 किसानों की मौत विभिन्न कारणों से हो चुकी है। जबकि पहले किसान आंदोलन में तकरीबन 700 किसानों की जान गई थी।
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लुधियाना में गोली लगने से डाक्टर घायल:पटाखे चलाते समय हुआ हादसा, सिविल अस्पताल में तैनाती, अकाली नेता के भाई लुधियाना में सिविल अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर को संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लग गई। गोली डॉक्टर के पेट में लगी है। उन्हें डीएमसी अस्पताल में दाखिल कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टर इस समय ICU में है। मामला सिल्वर कुंज इलाके का है। यहां के रहने वाले 35 वर्षीय डॉक्टर रवि घई अपने पास पिस्तौल रखते हैं। वह अपने परिवार के साथ दिवाली मना रहे थे। कि इसी दौरान पिस्तौल से गलती से गोली चल गई और उनके पेट में जा लगी। खून से लथपथ डाक्टर को तुरंत परिजन डीएमसी अस्पताल लेकर गए। लुधियाना जेल और पुलिस लाइन में सेवा दे चुके डॉ. घई फिलहाल सिविल अस्पताल लुधियाना में तैनात हैं। उनका इलाज डीएमसी अस्पताल में चल रहा है। ACP दविंदर चौधरी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह एक दुर्घटना थी। हालांकि, डॉ. घई के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस समय डॉक्टर घई ICU में दाखिल है। गौरतलब है कि डॉ. घई अकाली दल के नेता दीपू घई के भाई हैं।
भारत ने रिहा किए 14 पाकिस्तानी कैदी:6 कैदी अमृतसर जेल से रिहा हुए; बाकी गुजरात से, वाघा के रास्ते पाकिस्तान भेजा
भारत ने रिहा किए 14 पाकिस्तानी कैदी:6 कैदी अमृतसर जेल से रिहा हुए; बाकी गुजरात से, वाघा के रास्ते पाकिस्तान भेजा अमृतसर में भारत सरकार की ओर से आज 14 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा किया गया। ये लोग अपनी सजा पूरी कर चुके थे। इनमें से 4 कैदियों से 15 साल पहले हीरोइन और पिस्टल बरामद की गई थी। भारत सरकार की ओर से अपनी सजा पूरी कर चुके 14 कैदियों को आज रिहा किया गया और उन्हें वतन वापस भेजा गया। फॉरेन मिनिस्ट्री अधिकारियों के मुताबिक पूरी सिक्योरिटी के साथ कैदियों को रिहा किया गया और वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया। जहां उनके परिवार के सदस्यों के हवाले किया गया। इन कैदियों में से 8 कैदी गुजरात जेल से रिहा हुए हैं वहीं 6 कैदी अमृतसर जेल से रिहा हुए हैं। कस्टम की कार्रवाई पूरी होने के बाद वाघा के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया
रिहा किए गए कैदियों में से अल्लाह बसाया मसीह ने बताया कि वो कसूर जिले का रहने वाला है। 15 साल पहले वो और उसके चार अन्य साथियों के साथ बॉर्डर पर 2 किलो हेरोइन और पिस्टल के साथ पकड़ा गया था। जिसके बाद उन्हें 15 साल की सजा हुई थी। उसने बताया की वो शादीशुदा है और तीन बच्चों का पिता है। उसे बेहद खुशी है कि वो अब अपने बच्चों से मिल पाएगा। प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण मालवी के मुताबिक कैदियों में फिशरमैन और सिविल कैदी शामिल हैं। अमृतसर के कैदियों को पंजाब पुलिस लेकर आई है। उन्होंने बताया कि 14 में से 9 सिविल कैदी हैं और 6 फिशरमैन हैं। वहीं इनमें से दो कैदी नाबालिग भी हैं। जिन्हें कस्टम की कार्रवाई पूरी होने के बाद वाघा के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया।