मौनी अमावस्या से पहले हर्षा रिछारिया ने की इस साध्वी से मुलाकात, सामने आई तस्वीर, लग रहे ये कयास

मौनी अमावस्या से पहले हर्षा रिछारिया ने की इस साध्वी से मुलाकात, सामने आई तस्वीर, लग रहे ये कयास

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maha kumbh 2025 Harsha Richhariya:</strong> प्रयागराज महाकुंभ में पेशवाई के रथ पर बैठने के बाद हर्षा रिछारिया को लेकर कई तरह के विवाद देखने को मिल रहे हैं. इस बीच हर्षा रिछारियों एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं. हाल ही में उन्होंने महाकुंभ में किन्नर अखाड़ा की जगतगुरू हिमांगी सखी से मुलाकात की है. हर्षा रिछारियां उनके शिविर में पहुंची और हिमांगी सखी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से पहले उनकी मुलाक़ात को लेकर कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं. इससे पहले भी वो लगातार कई अन्य साधु संतों से मुलाकात कर रहीं हैं. हर्षा रिछारिया महाकुंभ में पहले अमृत स्नान के दौरान शाही रथ पर सवार होने के बाद विवादों में घिर गई थीं, जिसके बाद कई साधु संतों ने भी उन्हें पेशवाई में रथ पर सवार होने को लेकर सवाल उठाए थे. माना जा रहा है कि वो संतों और महंतों से मुलाकात कर अपने पक्ष में बने नकारात्मक माहौल को सकारात्मक करने में जुटीं हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/28/bdc5e5f4993338512fbd0ce66988283a1738050223317275_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि महाकुंभ में साध्वी का वेश धारण करके, कथित नकली जटा और त्रिपुंड लगाकर हर्षा रिछारिया ने पहले अमृत स्नान में हिस्सा लिया था, जिसके बाद स्वामी आनंद स्वरूप समेत कई साधु संतों ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई थी. हर्षा रिछारिया लगातार चर्चा में बने रहने के लिए मीडिया से भी बात कर रही थी जिस पर कड़ी आपत्ति जताई गई. विवाद बढ़ने के बाद हर्षा रिछारियां को महाकुंभ छोड़ना पड़ा था हालांकि जल्द ही उन्होंने फिर से महाकुंभ में वापसी की</p>
<p style=”text-align: justify;”>हर्षा रिछारिया अब अखाड़ा परिषद के महंत रविंद्र पुरी के संरक्षण में आ गईं. उन्होंने महंत रविंद्र पुरी को अपने पिता के समान बताया और ये भी कहा कि वो दूसरे अमृत स्नान में भी शामिल होंगी. वहीं रविंद्र पुरी ने कहा कि हर्षा रिछारिया कन्या है, हम कन्या पूजन करते हैं. हमें उसे सम्मान देना चाहिए. मैं चाहूंगा कि वह दोबारा महाकुंभ आए, रथ पर बैठे, यहां स्नान करे, इसमें किसी का क्या ही कुछ बिगड़ जाएगा?'</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mahakumbh-2025-devotees-angry-over-closure-of-pontoon-bridge-sdms-car-vandalized-2871941″>महाकुंभ: आज भी सारे पांटून पुल बंद, कल हुआ था हंगामा, अखिलेश यादव बोले – अधिकारी और कर्मचारी को भी थका रही अव्यवस्था</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maha kumbh 2025 Harsha Richhariya:</strong> प्रयागराज महाकुंभ में पेशवाई के रथ पर बैठने के बाद हर्षा रिछारिया को लेकर कई तरह के विवाद देखने को मिल रहे हैं. इस बीच हर्षा रिछारियों एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं. हाल ही में उन्होंने महाकुंभ में किन्नर अखाड़ा की जगतगुरू हिमांगी सखी से मुलाकात की है. हर्षा रिछारियां उनके शिविर में पहुंची और हिमांगी सखी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से पहले उनकी मुलाक़ात को लेकर कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं. इससे पहले भी वो लगातार कई अन्य साधु संतों से मुलाकात कर रहीं हैं. हर्षा रिछारिया महाकुंभ में पहले अमृत स्नान के दौरान शाही रथ पर सवार होने के बाद विवादों में घिर गई थीं, जिसके बाद कई साधु संतों ने भी उन्हें पेशवाई में रथ पर सवार होने को लेकर सवाल उठाए थे. माना जा रहा है कि वो संतों और महंतों से मुलाकात कर अपने पक्ष में बने नकारात्मक माहौल को सकारात्मक करने में जुटीं हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/28/bdc5e5f4993338512fbd0ce66988283a1738050223317275_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि महाकुंभ में साध्वी का वेश धारण करके, कथित नकली जटा और त्रिपुंड लगाकर हर्षा रिछारिया ने पहले अमृत स्नान में हिस्सा लिया था, जिसके बाद स्वामी आनंद स्वरूप समेत कई साधु संतों ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई थी. हर्षा रिछारिया लगातार चर्चा में बने रहने के लिए मीडिया से भी बात कर रही थी जिस पर कड़ी आपत्ति जताई गई. विवाद बढ़ने के बाद हर्षा रिछारियां को महाकुंभ छोड़ना पड़ा था हालांकि जल्द ही उन्होंने फिर से महाकुंभ में वापसी की</p>
<p style=”text-align: justify;”>हर्षा रिछारिया अब अखाड़ा परिषद के महंत रविंद्र पुरी के संरक्षण में आ गईं. उन्होंने महंत रविंद्र पुरी को अपने पिता के समान बताया और ये भी कहा कि वो दूसरे अमृत स्नान में भी शामिल होंगी. वहीं रविंद्र पुरी ने कहा कि हर्षा रिछारिया कन्या है, हम कन्या पूजन करते हैं. हमें उसे सम्मान देना चाहिए. मैं चाहूंगा कि वह दोबारा महाकुंभ आए, रथ पर बैठे, यहां स्नान करे, इसमें किसी का क्या ही कुछ बिगड़ जाएगा?'</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mahakumbh-2025-devotees-angry-over-closure-of-pontoon-bridge-sdms-car-vandalized-2871941″>महाकुंभ: आज भी सारे पांटून पुल बंद, कल हुआ था हंगामा, अखिलेश यादव बोले – अधिकारी और कर्मचारी को भी थका रही अव्यवस्था</a></strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दिल्ली में यमुना के पानी को लेकर सियासत तेज, CM आतिशी और अरविंद केजरीवाल के बयान BJP का पलटवार