यूपी विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। यह चार दिन तक चलेगा। इसमें प्रदेश सरकार की ओर से 10 अहम अध्यादेश पेश किए जाएंगे। सत्र के दौरान सपा-कांग्रेस बहराइच दंगे और संभल हिंसा पर सरकार को घेरेगी। वहीं, सत्ता पक्ष हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत से पूरी तरह गदगद है। माना जा रहा है कि संसद में यूपी की कानून व्यवस्था पर उठाए गए राहुल-प्रियंका गांधी और अखिलेश के सवालों का जवाब सीएम योगी और बाकी मंत्रियों की तरफ से दिया जाएगा। व्यापारी, छात्रों से जुड़े वो 3 अध्यादेश, जो असर डालेंगे 1- उत्तर प्रदेश माल एवं सेवाकर (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश 2024 यह बिल व्यापारियों को राहत देने वाला है। वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में व्यापारियों के बकाया जीएसटी पर ब्याज और पेनाल्टी को सशर्त माफ किया जाएगा। एमनेस्टी स्कीम के तहत तीन वर्ष के टैक्स विवाद का हल होगा। व्यापारियों को अदालतों में विचाराधीन टैक्स के मामले वापस लेकर मूल टैक्स अदा करना होगा। सरकार उन्हें ब्याज और जुर्माना में राहत देगी। इससे व्यापारियों को करीब सात हजार करोड़ रुपए का लाभ होगा। विभाग को तीन हजार करोड़ से अधिक का टैक्स मिलेगा। इस अध्यादेश के पारित होने से तीन साल के करीब दस हजार करोड़ रुपए से अधिक के टैक्स विवादों का निस्तारण होगा। जीएसटी में गड़बड़ी या घोटाले वाले मामलों में जांच की अवधि पांच से घटाकर तीन साल की जाएगी। जीएसटी विभाग के अधिकारी ने बताया कि वे मामले, जिनमें व्यापारी अनजाने में टैक्स कम अदा करते हैं, उन्हें नॉन फ्रॉड केस की श्रेणी में रखा जाता है। वहीं, जिन मामलों में जानबूझकर कम टैक्स जमा किया जाता है, उन्हें फ्रॉड माना जाता है। अभी तक नॉन फ्रॉड केस में जांच की अवधि तीन साल और फ्रॉड केस में जांच की अवधि पांच साल थी। धारा 74 क, के तहत वित्त वर्ष 2024-25 और उसके बाद सभी श्रेणी के कर निर्धारण आदेश की अवधि को 42 महीने किया गया है। मामले में सुनवाई के लिए व्यापारी की जगह उनके प्रतिनिधि भी उपस्थित हो सकेंगे। अभी तक व्यापारी को खुद उपस्थित होना पड़ता था। 2- उत्तर प्रदेश माल एवं सेवाकर संशोधन अध्यादेश 2024 इसके तहत पान मसाला, गुटखा, तम्बाकू सहित नशीले पदार्थ बनाने वाली कंपनियों के लिए मशीनों का पंजीकरण अनिवार्य होगा। कंपनियों को राज्य जीएसटी में इसका पंजीकरण कराना होगा। रिटर्न दाखिल करते समय पूरी जानकारी देनी होगी कि मशीन में कितना उत्पादन हुआ है। पंजीकरण नहीं कराने पर कंपनी से एक लाख रुपए प्रति मशीन जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। मशीनों को पंजीकरण के दायरे में लाने के लिए माल एवं सेवाकर (संशोधन) अध्यादेश 2024 के तहत विशेष प्रक्रिया धारा 122 क तहत व्यवस्था की गई है। पंजीकरण नहीं कराने पर मशीन को सीज कर दिया जाएगा। पंजीकरण राशि और जुर्माना अदा करने पर ही उसे छोड़ा जाएगा। 3- उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (प्रक्रिया एवं विनियमन) (संशोधन) अध्यादेश 2024 उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए होने वाले पेपरों में रंग से लेकर कोड तक अलग-अलग होंगे। यूपी राज्य लोक सेवा आयोग अधिनियम में संशोधन संबंधी अध्यादेश जारी कर दिया है। इसके तहत लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए प्रत्येक प्रश्न पत्र के चार सेट तैयार करवाए जाएंगे। ये पेपर सेटर अलग–अलग स्थानों के होंगे। पेपर सेटर से मिले मुहरबंद प्रश्नपत्र परीक्षा नियंत्रक की देखरेख में रखे जाएंगे। इनमें से किन्हीं दो का प्रिंटिंग प्रेस से प्रकाशन करवाया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक को पेपर सेटर से मिलने वाले चारों प्रश्न पत्रों के लिफाफे उनसे संबद्ध मॉडरेटर (प्रश्नपत्रों को सरल या कठिन के लिहाज से एक स्तर पर लाने वाले) को उनसे रसीद लेकर दिए जाएंगे। इसके बाद मॉडरेटर चारों प्रश्न पत्रों को अलग-अलग पैकेट में रखकर अपनी मुहर लगाएंगे। इन लिफाफों पर पहचान के लिए कोई चिह्न नहीं लगाया जाएगा। उन्हें परीक्षा नियंत्रक या उसके नामित व्यक्ति को रसीद लेकर ही दिया जाएगा। लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए कुल चार सेट में तैयार प्रश्न पत्रों में से किन्हीं दो का ही प्रकाशन कराया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक किसी विषय के दो प्रश्न पत्रों को बिना लिफाफा खोले ही चुनेंगे। उन्हें उसी रूप में दो अलग-अलग प्रिंटिंग प्रेस को भेजा जाएगा। प्रिटिंग प्रेस की जिम्मेदारी होगी कि सभी परीक्षा केंद्रों के लिए अलग-अलग रंग और गोपनीय कोड में प्रश्न पत्रों का पैकेट अपनी मुहर लगाकर तैयार करें। साथ ही उसकी गोपनीयता भी बरकरार बनाए रखे। यूपी विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। यह चार दिन तक चलेगा। इसमें प्रदेश सरकार की ओर से 10 अहम अध्यादेश पेश किए जाएंगे। सत्र के दौरान सपा-कांग्रेस बहराइच दंगे और संभल हिंसा पर सरकार को घेरेगी। वहीं, सत्ता पक्ष हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत से पूरी तरह गदगद है। माना जा रहा है कि संसद में यूपी की कानून व्यवस्था पर उठाए गए राहुल-प्रियंका गांधी और अखिलेश के सवालों का जवाब सीएम योगी और बाकी मंत्रियों की तरफ से दिया जाएगा। व्यापारी, छात्रों से जुड़े वो 3 अध्यादेश, जो असर डालेंगे 1- उत्तर प्रदेश माल एवं सेवाकर (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश 2024 यह बिल व्यापारियों को राहत देने वाला है। वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में व्यापारियों के बकाया जीएसटी पर ब्याज और पेनाल्टी को सशर्त माफ किया जाएगा। एमनेस्टी स्कीम के तहत तीन वर्ष के टैक्स विवाद का हल होगा। व्यापारियों को अदालतों में विचाराधीन टैक्स के मामले वापस लेकर मूल टैक्स अदा करना होगा। सरकार उन्हें ब्याज और जुर्माना में राहत देगी। इससे व्यापारियों को करीब सात हजार करोड़ रुपए का लाभ होगा। विभाग को तीन हजार करोड़ से अधिक का टैक्स मिलेगा। इस अध्यादेश के पारित होने से तीन साल के करीब दस हजार करोड़ रुपए से अधिक के टैक्स विवादों का निस्तारण होगा। जीएसटी में गड़बड़ी या घोटाले वाले मामलों में जांच की अवधि पांच से घटाकर तीन साल की जाएगी। जीएसटी विभाग के अधिकारी ने बताया कि वे मामले, जिनमें व्यापारी अनजाने में टैक्स कम अदा करते हैं, उन्हें नॉन फ्रॉड केस की श्रेणी में रखा जाता है। वहीं, जिन मामलों में जानबूझकर कम टैक्स जमा किया जाता है, उन्हें फ्रॉड माना जाता है। अभी तक नॉन फ्रॉड केस में जांच की अवधि तीन साल और फ्रॉड केस में जांच की अवधि पांच साल थी। धारा 74 क, के तहत वित्त वर्ष 2024-25 और उसके बाद सभी श्रेणी के कर निर्धारण आदेश की अवधि को 42 महीने किया गया है। मामले में सुनवाई के लिए व्यापारी की जगह उनके प्रतिनिधि भी उपस्थित हो सकेंगे। अभी तक व्यापारी को खुद उपस्थित होना पड़ता था। 2- उत्तर प्रदेश माल एवं सेवाकर संशोधन अध्यादेश 2024 इसके तहत पान मसाला, गुटखा, तम्बाकू सहित नशीले पदार्थ बनाने वाली कंपनियों के लिए मशीनों का पंजीकरण अनिवार्य होगा। कंपनियों को राज्य जीएसटी में इसका पंजीकरण कराना होगा। रिटर्न दाखिल करते समय पूरी जानकारी देनी होगी कि मशीन में कितना उत्पादन हुआ है। पंजीकरण नहीं कराने पर कंपनी से एक लाख रुपए प्रति मशीन जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। मशीनों को पंजीकरण के दायरे में लाने के लिए माल एवं सेवाकर (संशोधन) अध्यादेश 2024 के तहत विशेष प्रक्रिया धारा 122 क तहत व्यवस्था की गई है। पंजीकरण नहीं कराने पर मशीन को सीज कर दिया जाएगा। पंजीकरण राशि और जुर्माना अदा करने पर ही उसे छोड़ा जाएगा। 3- उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (प्रक्रिया एवं विनियमन) (संशोधन) अध्यादेश 2024 उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए होने वाले पेपरों में रंग से लेकर कोड तक अलग-अलग होंगे। यूपी राज्य लोक सेवा आयोग अधिनियम में संशोधन संबंधी अध्यादेश जारी कर दिया है। इसके तहत लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए प्रत्येक प्रश्न पत्र के चार सेट तैयार करवाए जाएंगे। ये पेपर सेटर अलग–अलग स्थानों के होंगे। पेपर सेटर से मिले मुहरबंद प्रश्नपत्र परीक्षा नियंत्रक की देखरेख में रखे जाएंगे। इनमें से किन्हीं दो का प्रिंटिंग प्रेस से प्रकाशन करवाया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक को पेपर सेटर से मिलने वाले चारों प्रश्न पत्रों के लिफाफे उनसे संबद्ध मॉडरेटर (प्रश्नपत्रों को सरल या कठिन के लिहाज से एक स्तर पर लाने वाले) को उनसे रसीद लेकर दिए जाएंगे। इसके बाद मॉडरेटर चारों प्रश्न पत्रों को अलग-अलग पैकेट में रखकर अपनी मुहर लगाएंगे। इन लिफाफों पर पहचान के लिए कोई चिह्न नहीं लगाया जाएगा। उन्हें परीक्षा नियंत्रक या उसके नामित व्यक्ति को रसीद लेकर ही दिया जाएगा। लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए कुल चार सेट में तैयार प्रश्न पत्रों में से किन्हीं दो का ही प्रकाशन कराया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक किसी विषय के दो प्रश्न पत्रों को बिना लिफाफा खोले ही चुनेंगे। उन्हें उसी रूप में दो अलग-अलग प्रिंटिंग प्रेस को भेजा जाएगा। प्रिटिंग प्रेस की जिम्मेदारी होगी कि सभी परीक्षा केंद्रों के लिए अलग-अलग रंग और गोपनीय कोड में प्रश्न पत्रों का पैकेट अपनी मुहर लगाकर तैयार करें। साथ ही उसकी गोपनीयता भी बरकरार बनाए रखे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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भीलवाड़ा में दर्दनाक हादसा, ट्रेलर ने स्कूटी सवार छात्राओं को कुचला, एक की मौत, दूसरी की हालत गंभीर
भीलवाड़ा में दर्दनाक हादसा, ट्रेलर ने स्कूटी सवार छात्राओं को कुचला, एक की मौत, दूसरी की हालत गंभीर <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan Road Accident:</strong> राजस्थान प्रदेश के भीलवाड़ा के मांडल से निकल रहे नेशनल हाईवे-158 मांडल ब्यावर बाई पास पर मांडल बागोर की ओर जाने वाले क्रॉसिंग पर एक स्कूटी ट्रेलर के चपेट में आ गई, जिससे दर्दनाक हादसा हो गया. इस हदसे ने एनएचआई विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. मांडल से भीलवाड़ा बीएड की परीक्षा देने जा रही स्कूटी सवार दो छात्राओं को ब्यावर की तरफ से आ रहे ट्रेलर ने टक्कर मार दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस हादसे में एक छात्रा कृष्णा मीना 22 वर्षीय जेतपुरा बूंदी निवासी की मौके पर मौत हो गई. जबकि खुशबू मीणा 20 वर्षीय गंभीर रूप से घायल हैं. घायल को एमजी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है. जबकि मृत छात्रा के शव को उप जिला चिकित्सालय मांडल की मोर्चरी भेजा गया. मांडल पुलिस ने ट्रेलर को गंगरार टोल से गिरफ्त में लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मांडल थानाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि छात्रा कृष्णा मीणा और खुशबू मीणा मांडल किर खेड़ा मार्ग पर स्थित संस्था द्वारा संचालित प्राइवेट कॉलेज रूपी देवी गर्ल्स कॉलेज में पढ़ती हैं. दोनों छात्राएं मांडल से 19 किमी दूर भीलवाड़ा शहर के कंचन महाविद्यालय में बीएड की परीक्षा देने जा रही थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान मांडल बाईपास के पास बीएसएनएल ऑफिस के पास एक तेज रफ्तार से आ रहे ट्रेलर ने उन्हें टक्कर मार दी. इस हादसे में बूंदी जिले की रहने वाली कृष्णा मीणा की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं दूसरी छात्रा खुशबू गंभीर रूप से घायल है, जिसका जिला अस्पताल इलाज चल रहा है. दोनों के परिजनों को सूचित किया गया. साथ ही ट्रेलर का पीछा कर टोल नाके के पास से उसे पकड़ा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सहेली के शव के पास बैठी रही छात्रा</strong><br />मांडल बाई पास पर ट्रेलर की चपेट में आई स्कूटी सवार दोनों छात्राओं में कृष्णा मीणा की मौत हो गई. वहीं घायल अवस्था में दूसरी छात्रा खुशबू अपनी सहेली के शव के पास बेसुध बैठी रही. वहीं मानवता और इंसानियत को तार-तार करने वाले तमाशबीन राहगीर मोबाइल से वीडियो बनाते नजर आए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यहां अधिकतर होता है एक्सीडेंट</strong><br />मांडल ब्यावर नेशनल हाईवे-158 पर मांडल बाई पास बीएसएन एल ऑफिस के सामने मांडल बागोर मार्ग को जोड़ने के लिए मांडल ब्यावर बाई पास पर बना विकट गुमावदार क्रासिंग हादशों का जन्म दाता बन गया हैं. यहां आए दिन होने वाले हादसों में अब तक सैकड़ों लोग गंभीर रूप घायल हो चुके हैं. वहीं अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(भीलवाड़ा से सुरेंद्र सागर की रिपोर्ट)</strong></p>
<div id=”article-hstick-inner” class=”abp-story-detail “>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ भड़का गुस्सा, RTE दस्तावेज की प्रतियां जलाकर किया विरोध” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/kota-protest-against-arbitrariness-of-private-schools-bjp-workers-burn-rte-papers-ann-2743223″ target=”_self”>निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ भड़का गुस्सा, RTE दस्तावेज की प्रतियां जलाकर किया विरोध</a></strong></p>
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सूरत में ढही बहुमंजिला इमारत में 7 लोगों की गई जान, रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन, मलबे से निकाले गए शव
सूरत में ढही बहुमंजिला इमारत में 7 लोगों की गई जान, रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन, मलबे से निकाले गए शव <p style=”text-align: justify;”><strong>Gujarat Building Collapsed:</strong> सूरत के सचिन पाली गांव में शनिवार (6 जुलाई) को एक हादसा हो गया. यहां एक छह मंजिला इमारत ढह गई, जिसके मलबे में कई लोग फंस गए. घटनास्थल पर पहुंची फायर और पुलिस टीम ने रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. इस बीच सूरत के चीफ फायर अधिकारी बसंत पारीक ने कहा कि रात भर चले तलाशी अभियान में सात शव बरामद किए गए हैं. वहीं पुलिस ने बताया कि बचाव अभियान जारी है, अभी भी कई लोगों के अंदर फंसे होने की आशंका है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जा रहा है कि यह एक पुरानी इमारत थी, जो जर्जर हो गई थी और अचानक भरभराकर गिर गई. इस छह मंजिला इमारत में 35 कमरे थे, जिसमें पांच से सात परिवार जान जोखिम में डालकर रह रहे थे. जानकारी के मुताबिक इस पूरी बिल्डिंग की मालकिन एक विदेशी महिला है और कोई व्यक्ति यहां रूम किराए पर देता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बारिश की वजह से गिरी इमारत?<br /></strong>फिलहाल इमारत गिरने की वजह साफ नहीं हो पाई है. बताया जा रहा है कि भारी बारिश के चलते जर्जर हो चुकी इमारत भरभराकर गिर गई. सूरत पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा कि इमारत गिरने की सूचना के बाद राहत बचाव का काम शुरू कर दिया गया. मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत और बचाव का कार्य जारी है. एनडीआरएफ की टीम कड़ी मेहनत कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इमारत का निर्माण 2016-17 में हुआ था<br /></strong>अनुपम सिंह गहलोत ने आगे बताया कि इमारत का निर्माण 2016-17 में हुआ था. करीब पांच फ्लैटों में लोग रहते थे, जिनमें से ज्यादातर इस इलाके की फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोग थे. जब बचाव कार्य शुरू हुआ, तो हमने फंसे हुए लोगों की चीखें सुनीं. वहीं अधिकारियों ने कहा कि हादसे की जांच के लिए समिति का गठन किया गया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.</p>
<div id=”article-hstick-inner” class=”abp-story-detail “>
<p><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”सारंगपुर में BJP की 2 दिवसीय बैठक खत्म, पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर साधा निशाना, सीआर पाटिल ने कही ये बात” href=”https://www.abplive.com/states/gujarat/gujarat-bjp-executive-meeting-ended-piyush-goyal-targeted-congress-cr-patil-2731063″ target=”_self”>सारंगपुर में BJP की 2 दिवसीय बैठक खत्म, पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर साधा निशाना, सीआर पाटिल ने कही ये बात</a></strong></p>
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गोंडा: रिश्वतखोर अधिकारी रंगे हाथों गिरफ्तार, ग्राम प्रधान से मांग रहा था 10 हजार की रिश्वत
गोंडा: रिश्वतखोर अधिकारी रंगे हाथों गिरफ्तार, ग्राम प्रधान से मांग रहा था 10 हजार की रिश्वत <p style=”text-align: justify;”><strong>Gonda News Today:</strong> गोंडा में रिश्वत खोरी की शिकायत पर मिलने पर एंटी करप्शन की टीम ने बड़ी कार्रवाई की. एंटी करप्शन टीम ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते ग्राम पंचायत अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया. आरोपी ग्राम पंचायत अधिकारी की पहचान विजय कुमार की रुप में हुई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आरोपी अधिकारी विजय कुमार इंटरलॉकिंग पेमेंट के नाम पर रिश्वत की डिमांड कर रहा था. इसके बाद पीड़ित ग्राम प्रधान ने एंटी करप्शन में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद गोंडा एंटी करप्शन की टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. एंटी करप्शन टीम आरोपी को कोतवाली नगर थाना क्षेत्र में लाकर पूछताछ कर आगे की वैधानिक कार्रवाई में जुटी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ग्राम प्रधान से मांग रहा था रिश्वत </strong><br />गोंडा जिले में एंटी करप्शन टीम और देवीपाटन मंडल गोंडा थाने की पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए खरहाटिया ग्राम पंचायत अधिकारी विजय कुमार को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. ग्राम प्रधान मनीष वर्मा ने इंटरलॉकिंग का कार्य कराया था, जिसके लिए 2 लाख रुपये की पेमेंट होनी थी. इस पेमेंट के बदले आरोपी विजय कुमार 10 रुपये की रिश्वत मांग कर रहा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद पीड़ित ग्राम प्रधान मनीष कुमार ने 30 दिसंबर को गोंडा एंटी करप्शन में लिखित में शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की थी. आरोपी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए एंटी करप्शन की टीम ने जाल बिछाया. गुरुवार को एंटी करप्शन की टीम ने शिकायतकर्ता ग्राम प्रधान के साथ खैराठा कुंभ नगर के पीछे स्थित ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंची. </p>
<p style=”text-align: justify;”>ग्राम पंचायत कार्यालय में प्रधान मनीष कुमार ने आरोपी अधिकारी विजय कुमार को जैसे ही रिश्वत की रकम दी, इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी को एंटी करप्शन की टीम पूछताछ के लिए गोंडा नगर कोतवाली ले आई.<br /> <br /><strong>आरोपी अधिकारी पर मुकदमा दर्ज</strong><br />मौके पर शिकायतकर्ता ग्राम प्रधान और गिरफ्तार आरोपी ग्राम पंचायत अधिकारी से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई करने में जुटी हुई है. आरोपी ग्राम पंचायत अधिकारी विजय कुमार के खिलाफ नगर कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके मेडिकल कराकर जेल भेज दिया. इस कार्रवाई में गोंडा देवीपाटन मंडल एंटी करप्शन के प्रभारी धनंजय सिंह और उप निरीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह की भूमिका सराहनीय थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”महाकुंभ की जमीन पर वक्फ बोर्ड के दावे पर बाबा रामदेव बोले- ‘ऐसी बाते करना बिल्कुल…'” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mahakumbh-2025-baba-ramdev-reply-on-waqf-board-claim-in-kumbh-land-2859618″ target=”_blank” rel=”noopener”>महाकुंभ की जमीन पर वक्फ बोर्ड के दावे पर बाबा रामदेव बोले- ‘ऐसी बाते करना बिल्कुल…'</a></strong></p>