अलीगढ़ के क्वार्सी थाना क्षेत्र के कुलदीप विहार इलाके में नहाने के दौरान दम घुटने से छात्रा की मौत हो गई। वह बाथरूम में गैस गीजर के गर्म पानी से नहा रही थी, इसी दौरान उसका दम घुटा और बेहोश होकर बाथरूम में ही गिर गई। घटना के समय छात्रा अकेली थी। जब उसकी मां बाहर से लौटी तो छात्रा बेहोश पड़ी हुई थी। यह देखकर मां की चीख निकल गई। चीख सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे और छात्रा को निजी अस्पताल लेकर गए, जहां से उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। मेडिकल कालेज में डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया। मां रीना देवी ने बताया कि उनकी बेटी माही 12वीं की छात्रा थी। घटना के समय वह घर पर नहीं थी, वह दूध लेने गई हुई थी। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया है। वहीं शव को देखकर मां बेसुध हो गई। इस पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। पढ़ें पूरी खबर बरेली में इंटर कॉलेज के शिक्षक की हत्या कर शव नदी किनारे फेंका बरेली में इंटर कॉलेज के शिक्षक की हत्या कर दी गई। उनका शव शेरगढ़ थाना क्षेत्र के पनबड़िया गांव के पास किच्छा नदी किनारे खून से लथपथ मिला। ग्रामीणों ने शव देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। शव की शिनाख्त केशवपुर निवासी 32 वर्षीय सूरज पाल के रूप में हुई। सूरज पाल मानपुर स्थित कुंवर रंजीत सिंह इंटर कॉलेज में शिक्षक थे। परिवार वालों ने बताया कि सूरज शुक्रवार सुबह घर से निकले थे, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटे। उन्होंने हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका जताई है। वहीं पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने साथी शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन से भी पूछताछ की है। पढ़ें पूरी खबर सुनील पाल-मुश्ताक खान के किडनैप में 1 और आरोपी गिरफ्तार, बिजनौर पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ा मेरठ में कॉमेडियन सुनील पाल और एक्टर मुश्ताक खान के किडनैप में बिजनौर पुलिस ने लवी के साथी आकाश उर्फ गोला को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। आकाश उर्फ गोला के पैर में गोली लगी है। आरोपी ने बताया कि अपहरण के बाद वह मास्टर माइंड लवी पाल उसके साथी अर्जुन कर्णवाल के साथ जम्मू चला गया था। पुलिस के अनुसार चार दिसंबर को आरोपी जम्मू गए थे। वैष्णोदेवी के दर्शन करने के बाद वे दिल्ली लौट आए। इसके बाद लवी पाल सहित तीनों आरोपी हरिद्वार चले गए। दो दिन ठहरने के बाद तीनों ऋषिकेश गए। तब से लगातार आरोपी ठिकाना बदल रहे थे। आरोपी आकाश के पास से दस हजार रुपये, एक तमंचा, बरामद किया गया है। आरोपी पर बिजनौर और मेरठ पुलिस ने 25-25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। पढ़ें पूरी खबर अलीगढ़ के क्वार्सी थाना क्षेत्र के कुलदीप विहार इलाके में नहाने के दौरान दम घुटने से छात्रा की मौत हो गई। वह बाथरूम में गैस गीजर के गर्म पानी से नहा रही थी, इसी दौरान उसका दम घुटा और बेहोश होकर बाथरूम में ही गिर गई। घटना के समय छात्रा अकेली थी। जब उसकी मां बाहर से लौटी तो छात्रा बेहोश पड़ी हुई थी। यह देखकर मां की चीख निकल गई। चीख सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे और छात्रा को निजी अस्पताल लेकर गए, जहां से उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। मेडिकल कालेज में डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया। मां रीना देवी ने बताया कि उनकी बेटी माही 12वीं की छात्रा थी। घटना के समय वह घर पर नहीं थी, वह दूध लेने गई हुई थी। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया है। वहीं शव को देखकर मां बेसुध हो गई। इस पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। पढ़ें पूरी खबर बरेली में इंटर कॉलेज के शिक्षक की हत्या कर शव नदी किनारे फेंका बरेली में इंटर कॉलेज के शिक्षक की हत्या कर दी गई। उनका शव शेरगढ़ थाना क्षेत्र के पनबड़िया गांव के पास किच्छा नदी किनारे खून से लथपथ मिला। ग्रामीणों ने शव देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। शव की शिनाख्त केशवपुर निवासी 32 वर्षीय सूरज पाल के रूप में हुई। सूरज पाल मानपुर स्थित कुंवर रंजीत सिंह इंटर कॉलेज में शिक्षक थे। परिवार वालों ने बताया कि सूरज शुक्रवार सुबह घर से निकले थे, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटे। उन्होंने हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका जताई है। वहीं पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने साथी शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन से भी पूछताछ की है। पढ़ें पूरी खबर सुनील पाल-मुश्ताक खान के किडनैप में 1 और आरोपी गिरफ्तार, बिजनौर पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ा मेरठ में कॉमेडियन सुनील पाल और एक्टर मुश्ताक खान के किडनैप में बिजनौर पुलिस ने लवी के साथी आकाश उर्फ गोला को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। आकाश उर्फ गोला के पैर में गोली लगी है। आरोपी ने बताया कि अपहरण के बाद वह मास्टर माइंड लवी पाल उसके साथी अर्जुन कर्णवाल के साथ जम्मू चला गया था। पुलिस के अनुसार चार दिसंबर को आरोपी जम्मू गए थे। वैष्णोदेवी के दर्शन करने के बाद वे दिल्ली लौट आए। इसके बाद लवी पाल सहित तीनों आरोपी हरिद्वार चले गए। दो दिन ठहरने के बाद तीनों ऋषिकेश गए। तब से लगातार आरोपी ठिकाना बदल रहे थे। आरोपी आकाश के पास से दस हजार रुपये, एक तमंचा, बरामद किया गया है। आरोपी पर बिजनौर और मेरठ पुलिस ने 25-25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में कर्मचारियों ने बढ़ाई सुक्खू सरकार की टेंशन, सचिवालय में प्रदर्शन कर दी ये बड़ी चेतावनी
हिमाचल में कर्मचारियों ने बढ़ाई सुक्खू सरकार की टेंशन, सचिवालय में प्रदर्शन कर दी ये बड़ी चेतावनी <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh Employees News:</strong> हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारी महासंघ ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. यह कर्मचारी लंबित डीए और एरियर देने की मांग उठा रहे हैं. कर्मचारियों को उम्मीद थी कि 15 अगस्त को देहरा में हुए राज्यस्तरीय समारोह से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कर्मचारियों के लिए कोई बड़ी घोषणा करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने सिर्फ 75 साल की उम्र पूरी कर चुके रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए एरियर की घोषणा की ऐसे में कर्मचारियों में खासा रोष है. शुक्रवार को महासंघ ने जनरल हाउस बुलाकर सरकार पर कई गंभीर सवाल खड़े किए. रोष प्रदर्शन के दौरान सचिवालय के कर्मचारियों का विधानसभा के कर्मचारियों ने भी साथ दिया. कर्मचारियों ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र खत्म होने के बाद बड़े आंदोलन की भी चेतावनी दी है. कर्मचारी सत्र खत्म होने के बाद 10 सितंबर को कैजुअल मास लीव पर भी जा सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सचिवालय कर्मचारी महासंघ से खोला मोर्चा </strong><br />हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा, ”उन्हें मुख्यमंत्री से बड़ी उम्मीद थी, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने <a title=”स्वतंत्रता दिवस” href=”https://www.abplive.com/topic/independence-day-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>स्वतंत्रता दिवस</a> के मौके पर कोई घोषणा नहीं की. राज्य सरकार के पास अपने मंत्रियों के कमरे बनाने और अन्य खर्चों के लिए खूब पैसा है. जैसे ही कर्मचारियों के लंबित डीए और एरियर भुगतान की बात आती है, तब सरकार खराब वित्तीय हालात की दुहाई देने लगती है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>संजीव शर्मा ने कहा कि राज्य सचिवालय की नई बिल्डिंग में दो मंत्रियों को शिफ्ट किया गया. यहां दोनों मंत्रियों के कमरे पर 50-50 लाख रुपए का खर्च हो रहा है. यही नहीं, मुख्यमंत्री के नए कमरे के लिए भी 19 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि को मंजूरी मिल चुकी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि जब इस तरह के खर्च के लिए सरकार के पास पैसे हैं, तो कर्मचारियों को उनका अधिकार क्यों नहीं दिया जा रहा. संजीव शर्मा ने कहा कि वह कर्मचारी कोई खैरात नहीं मांग रहे हैं. वे राज्य सरकार से अपना हक मांग रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने राज्य पर छोड़ी देनदारियां- CM सुक्खू </strong><br />मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार को पिछली बीजेपी सरकार से 75 हजार करोड़ रुपये का कर्ज़ और 10 हजार करोड़ रुपये की बकाया देनदारियां विरासत में मिली. इसके बावजूद 20 महीने के अपने कार्यकाल में राज्य सरकार ने कर्मचारियों को सात प्रतिशत मंहगाई भत्ता प्रदान किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वित्त वर्ष में 75 साल से ज्यादा उम्र के 28 हजार पेंशन भोगियों को एरियर का भुगतान किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कर्मचारी मेरे परिजनों के समान हैं. प्रदेश की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए अभी छह महीने का और समय लगेगा. प्रदेश की अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने पर एरियर और मंहगाई भत्ते दिए जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”सुक्खू सरकार गिराने के ‘षड्यंत्र’ के मामले में 3 पूर्व विधायकों से पुलिस की पूछताछ, क्या है पूरा केस?” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/shimla-police-questions-former-mla-over-sukhvinder-singh-sukhu-government-ann-2767338″ target=”_self”>सुक्खू सरकार गिराने के ‘षड्यंत्र’ के मामले में 3 पूर्व विधायकों से पुलिस की पूछताछ, क्या है पूरा केस?</a></strong></p>
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बिलासपुर में दो महीनों के बाद खुला मत्स्य आखेट:मछुआरों को मिलेगा लाभ, पहले दिन मिली 34 किलो की सबसे बड़ी मछली हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में पिछले दो महीनों से बंद चल रहे मत्स्य आखेट (फिशिंग) के सीजन को फिर से खोल दिया गया है। इस फैसले से मछुआरों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है। पहले ही दिन मछुआरों को बड़ी सफलता मिली है। जब गोबिंद सागर झील से 34 किलो वजन की एक विशाल मछली पकड़ने में कामयाबी हासिल की गई। दो महीनों बाद हटी रोक मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी ने बताया कि मानसून के कारण पिछले दो महीनों से मत्स्य आखेट पर रोक लगाई गई थी। इस अवधि में मछलियों की प्रजनन प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए यह प्रतिबंध लगाया गया था। अब, मानसून की समाप्ति और मौसम की स्थिति में सुधार के साथ ही इस प्रतिबंध को हटा दिया गया है। जिससे मछुआरों को फिर से मत्स्य आखेट करने की अनुमति मिल गई है। मछुआरे ने 34 किलो की मछली पकड़ी पहले ही दिन गोबिंद सागर झील में मछुआरों को बड़ी सफलता मिली। जिले के प्रमुख मछुआरे रमेश कुमार ने 34 किलो की मछली पकड़ने में कामयाबी पाई है। जो इस सीजन की अब तक की सबसे बड़ी मछली मानी जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मछली की बिक्री से उन्हें अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद है। अन्य मछुआरों ने भी इस अवसर का लाभ उठाते हुए अच्छी संख्या में मछलियां पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। मत्स्य आखेट की शुरुआत से मछुआरों में उत्साह है और वे आने वाले दिनों में अच्छी कमाई की उम्मीद कर रहे हैं।
हिमाचल हाईकोर्ट में CPS केस की सुनवाई आज:बीजेपी MLA सत्ती के एडवोकेट करेंगे बहस; मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति को बताया असंवैधानिक
हिमाचल हाईकोर्ट में CPS केस की सुनवाई आज:बीजेपी MLA सत्ती के एडवोकेट करेंगे बहस; मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति को बताया असंवैधानिक हिमाचल हाईकोर्ट में आज (सोमवार को) मुख्य संसदीय सचिव (CPS) मामले में सुनवाई होगी। न्यायाधीश विवेक सिंह ठाकुर और न्यायाधीश बिपिन चंद्र नेगी की बैंच में इस केस की सुनवाई करेगी। आज याचिकाकर्ता एवं बीजेपी विधायक सतपाल सत्ती के एडवोकेट अदालत में बहस करेंगे। बहस पूरी होने के बाद इस मामले में जल्द फैसला संभावित है। बता दें कि, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के 6 विधायकों को CPS बना रखा है। कल्पना नाम की एक महिला के अलावा राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी BJP के 11 विधायकों और पीपल फॉर रिस्पॉन्सिबल गवर्नेंस संस्था ने CPS की नियुक्ति को असंवैधानिक बताते हुए हिमाचल हाईकोर्ट में चुनौती दे रखी है। इनकी याचिका पर हाईकोर्ट बीते जनवरी महीने में CPS द्वारा मंत्रियों जैसी शक्तियों का उपयोग न करने के अंतरिम आदेश सुना चुका है। इसी मामले में राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट (SC) का भी दरवाजा खटखटा चुकी है और दूसरे राज्यों के SC में चल रहे CPS केस के साथ क्लब करने का आग्रह कर चुकी है। मगर, SC ने राज्य सरकार के आग्रह को ठुकराते हुए हाईकोर्ट में ही केस सुनने के आदेश दिए हैं। ये कांग्रेसी विधायक बनाए गए CPS CM सुक्खू ने कांग्रेस पार्टी के जिन 6 विधायकों को CPS बना रखा है, उनमें रोहड़ू के MLA एमएल ब्राक्टा, कुल्लू के सुंदर सिंह ठाकुर, अर्की के संजय अवस्थी, पालमपुर के आशीष बुटेल, दून के राम कुमार चौधरी और बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल शामिल हैं। सरकार इन्हें गाड़ी, दफ्तर, स्टाफ और मंत्रियों के समान वेतन दे रही है। मंत्रियों की लिमिट तय, इसलिए विधायकों की एडजस्टमेंट भारतीय संविधान के अनुच्छेद-164 में किए गए संशोधन के मुताबिक, किसी राज्य में उसके विधायकों की कुल संख्या के 15% से अधिक मंत्री नहीं हो सकती। हिमाचल विधानसभा में 68 MLA हैं, इसलिए यहां अधिकतम 12 मंत्री ही बन सकते हैं। संसदीय सचिवों की नियुक्ति को गैर कानूनी ठहरा चुका SC याचिका में कहा गया कि हिमाचल और असम में संसदीय सचिवों की नियुक्ति से जुड़े एक्ट एक जैसे हैं। सुप्रीम कोर्ट, असम और मणिपुर में संसदीय सचिवों की नियुक्ति से जुड़े एक्ट को गैरकानूनी ठहरा चुका है। इस बात की जानकारी होने के बावजूद हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने अपने विधायकों की नियुक्ति बतौर CPS की। इसकी वजह से राज्य में मंत्रियों और CPS की कुल संख्या 15% से ज्यादा हो गई। इस केस की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता की अपील पर CPS बने सभी कांग्रेसी विधायकों को व्यक्तिगत तौर पर प्रतिवादी बना रखा है। हर महीने सवा 2 लाख रुपए वेतन- भत्ता हाईकोर्ट में दाखिल पिटीशन में आरोप लगाया गया कि CPS बनाए गए सभी 6 कांग्रेसी विधायक लाभ के पदों पर तैनात हैं। इन्हें हर महीने 2 लाख 20 हजार रुपए वेतन और भत्ते के रूप में मिलते हैं। यानी ये विधायक राज्य के मंत्रियों के बराबर वेतन और अन्य सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। याचिका में हिमाचल संसदीय सचिव (नियुक्ति, वेतन, भत्ते, शक्तियां, विशेषाधिकार और सुविधाएं) एक्ट, 2006 को भी रद्द करने की मांग की गई। राज्य सरकार ने इसी एक्ट के तहत छह CPS तैनात कर रखे हैं।