वाराणसी में गुरुवार आधी रात सिगरेट नहीं देने पर बदमाशों ने दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी। बाइक सवार बदमाशों ने दुकान के बाहर सो रहे किराना व्यवसायी शारदा यादव (55) को पहले आवाज देकर जगाया, फिर एक फेमस ब्रांड की सिगरेट मांगी। दुकानदार ने आधी रात दुकान खोल कर सिगरेट देने से इनकार कर दिया। इस पर बाइक सवारों ने चौकी पर बैठै दुकानदार का गला दबोच लिया। हमलावरों ने गले पर गोली मारी, फिर भाग गए। पढ़ें पूरी खबर… आगरा में प्रेमी ने नर्स को मारी गोली; हॉस्पिटल से ले गया, फिर कर दी फायरिंग आगरा के थाना ताजगंज क्षेत्र में गुरुवार रात को ड्यूटी से घर जा रही नर्स को उसके प्रेमी ने गोली मार दी। गोली युवती के चेहरे के पास से रगड़ती हुई चली गई। घटना की जानकारी पर पुलिस पहुंच गई। युवती को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना रात करीब 9 बजे की है। पढ़ें पूरी खबर हाईकोर्ट ने मुरादाबाद में अतिक्रमण हटाने पर जवाब मांगा; नगर निगम और PWD ने कहा- जमीन व कार्रवाई आपकी नहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुरादाबाद में अतिक्रमण ध्वस्तीकरण अभियान के खिलाफ दाखिल याचिका पर जवाबी हलफनामा मांगा है। यह आदेश न्यायमूर्ति अंजनी कुमार मिश्र एवं न्यायमूर्ति जयंत बनर्जी की खंडपीठ ने राम औतार की याचिका पर दिया। कोर्ट ने कहा- जमीन नगर निगम और PWD की नहीं तो कार्रवाई भी उनकी नहीं। याचिका के अनुसार नगर निगम की टीम ने मौके की पैमाइश की और याची के मकान का एक फीट 15 सेमी अतिक्रमण का चिह्नांकन कर स्वयं हटाने का आदेश दिया था। पढ़ें पूरी खबर वाराणसी में गुरुवार आधी रात सिगरेट नहीं देने पर बदमाशों ने दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी। बाइक सवार बदमाशों ने दुकान के बाहर सो रहे किराना व्यवसायी शारदा यादव (55) को पहले आवाज देकर जगाया, फिर एक फेमस ब्रांड की सिगरेट मांगी। दुकानदार ने आधी रात दुकान खोल कर सिगरेट देने से इनकार कर दिया। इस पर बाइक सवारों ने चौकी पर बैठै दुकानदार का गला दबोच लिया। हमलावरों ने गले पर गोली मारी, फिर भाग गए। पढ़ें पूरी खबर… आगरा में प्रेमी ने नर्स को मारी गोली; हॉस्पिटल से ले गया, फिर कर दी फायरिंग आगरा के थाना ताजगंज क्षेत्र में गुरुवार रात को ड्यूटी से घर जा रही नर्स को उसके प्रेमी ने गोली मार दी। गोली युवती के चेहरे के पास से रगड़ती हुई चली गई। घटना की जानकारी पर पुलिस पहुंच गई। युवती को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना रात करीब 9 बजे की है। पढ़ें पूरी खबर हाईकोर्ट ने मुरादाबाद में अतिक्रमण हटाने पर जवाब मांगा; नगर निगम और PWD ने कहा- जमीन व कार्रवाई आपकी नहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुरादाबाद में अतिक्रमण ध्वस्तीकरण अभियान के खिलाफ दाखिल याचिका पर जवाबी हलफनामा मांगा है। यह आदेश न्यायमूर्ति अंजनी कुमार मिश्र एवं न्यायमूर्ति जयंत बनर्जी की खंडपीठ ने राम औतार की याचिका पर दिया। कोर्ट ने कहा- जमीन नगर निगम और PWD की नहीं तो कार्रवाई भी उनकी नहीं। याचिका के अनुसार नगर निगम की टीम ने मौके की पैमाइश की और याची के मकान का एक फीट 15 सेमी अतिक्रमण का चिह्नांकन कर स्वयं हटाने का आदेश दिया था। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हिसार में भाजपा की हार पर रणजीत चौटाला की प्रतिक्रिया:बोले- जीता हुआ चुनाव हम हार गए; कार्यकर्ताओं से की खास अपील
हिसार में भाजपा की हार पर रणजीत चौटाला की प्रतिक्रिया:बोले- जीता हुआ चुनाव हम हार गए; कार्यकर्ताओं से की खास अपील हिसार लोकसभा सीट पर कांग्रेस के जयप्रकाश से करीबी मुकाबले में हारने के बाद रणजीत चौटाला ने पहली बार हिसार की जनता को संदेश दिया। रणजीत चौटाला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी किया। 49 सेकंड के इस वीडियो में रणजीत चौटाला ने हिसार के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा, “मैं हिसार लोकसभा क्षेत्र के परिवारों से कहना चाहूंगा कि चुनाव के बाद आपको थोड़ा सा ऐसा लगा होगा कि जो चुनाव हमने जीता था, वो हम हार गए। इसके लिए मैं आपकी भावनाओं को समझता हूं। मैं सभी लोगों से एक बात कहना चाहूंगा कि हम सब मिलजुल कर बैठेंगे और इस मामले पर चर्चा करेंगे। इसके लिए मैं आपको इस महीने की 10 तारीख को शाम 4 बजे अग्रसेन भवन हिसार में आमंत्रित करता हूं। इस दिन हम सब मिलजुल कर बैठेंगे और चर्चा करेंगे, ताकि हमारी थकान दूर हो और हम अगला चुनाव हिम्मत के साथ लड़ने के लिए तैयार हों।” रणजीत चौटाला बोले- 16 साल की सेवा जारी रखूंगा रणजीत चौटाला ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हम सभी अपने चुनावी अनुभव साझा कर मन को हल्का करने का प्रयास करेंगे। हिसार परिवार के लिए मैं हमेशा आपके बीच रहूंगा। रणजीत ने कहा कि पिछले 16 सालों से मैं आपकी समस्याओं के समाधान के लिए हर महीने की 5 तारीख को हिसार आता रहा हूं और भविष्य में भी ऐसे ही आता रहूंगा और आपके बीच रहकर अपने हिसार परिवार की समस्याएं सुनूंगा। मेरा यह जीवन हिसार परिवार को समर्पित रहेगा। 63,381 वोटों से हारे रणजीत बता दें कि हिसार लोकसभा में जयप्रकाश जेपी ने रणजीत चौटाला को 63,381 वोटों से हराया था। जयप्रकाश को 48.58 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि रणजीत चौटाला को सिर्फ 43.19 प्रतिशत वोट मिले थे। पिछली बार के मुकाबले भाजपा का वोट प्रतिशत 7.81 प्रतिशत कम हुआ है। 2019 में भाजपा को 51.13 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस को 2019 में 15.63 प्रतिशत वोट मिले थे जो बढ़कर 48.58 प्रतिशत हो गए हैं। हिसार लोकसभा की 9 में से 6 सीटों पर जयप्रकाश जेपी ने जीत दर्ज की है जबकि रणजीत चौटाला सिर्फ 3 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाए हैं। रणजीत और भाजपा के लिए हार की सबसे बड़ी वजह आदमपुर में हार और शहरों में वोटों का कम होता अंतर रहा। ये हैं हार के बड़े कारण
1. जाट वोक बैंक का ना बटना : भाजपा के रणजीत के जीतने का कारण जाट वोट बैंक का नहीं बटना है। इस बार सभी प्रमुख पार्टियों भाजपा, कांग्रेस, जजपा और इनेलो ने जाट चेहरों को मैदान में उतारा था। भाजपा को उम्मीद थी कि इससे जाट वोट बैंक बटेगा। हिसार में करीब 33 प्रतिशत जाट आबादी है। ऐसे में जाट वोट सीधा कांग्रेस को गया। जाट बाहुल्य हलके उचाना और नारनौंद में जयप्रकाश को बंपर वोट मिले। वहीं जजपा की नैना चौटाला को 22032 और इनेलो की सुनैना चौटाला को 22303 वोट मिले। दोनों को मिलाकर 44335 वोट मिले। इससे अधिक 44794 वोटों की लीड तो जयप्रकाश को नारनौंद हलके से ही मिल गई। 2. शहरों में कम मार्जिन : रणजीत की हार का कारण शहरों में कम मार्जिन से जीतना रहा। शहरों में भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को करीब 1 लाख वोटों से लीड मिलने की उम्मीद थी। मगर हिसार में रणजीत चौटाला को 36605 और हांसी में 6670 वोटों की लीड मिली। दोनों को यदि मिला दिया जाए तो आंकड़ा 43275 वोट का बनता है। इससे लीड जयप्रकाश ने एक ही हलके नारनौंद से लेकर पूरी कर ली। इसके बाद उकलाना और उचाना ने बची कसर पूरी कर दी।
3. आदमपुर और नलवा से हार : भाजपा को पूरी उम्मीद थी कि आदमपुर और नलवा से जीत मिलेगी। मगर आदमपुर में भाजपा 6384 वोटों से हार गई। इसके अलावा नलवा हलके में भाजपा 2439 वोटों से हार गए। आदमपुर में भाजपा को 15000 वोटों की लीड मिलने का अनुमान था। दो साल पहले हुए आदमपुर उपचुनाव में भव्य बिश्नोई करीब 15 हजार से अधिक वोटों से जीते थे मगर इस चुनाव में दो साल पहले हुए चुनाव का मार्जिन तो घटाया ही साथ ही 6384 वोट लेकर जयप्रकाश ने बढ़त भी बनाई। 4. बड़े नेताओं की नाराजगी: रणजीत की हार का मुख्य कारण बड़े नेताओं की नाराजगी रहा। रणजीत को टिकट मिलने से टिकट के दावेदार कुलदीप बिश्नोई और कैप्टन अभिमन्यु नाराज हो गए। इनकी टीम ने रणजीत चौटाला की ग्राउंड पर उतर कर मदद नहीं की। कुलदीप खुद आदमपुर में घूमने के बजाय अपने बेटे को भेजते रहे।
पाकिस्तान में फंसा बादल घर में दुबई बताकर निकला था:पिता बोले- 65 दिन पहले कॉल पर कहा-पहुंच गया; मां का दर्द- जेल में पीटते होंगे
पाकिस्तान में फंसा बादल घर में दुबई बताकर निकला था:पिता बोले- 65 दिन पहले कॉल पर कहा-पहुंच गया; मां का दर्द- जेल में पीटते होंगे ‘पाकिस्तान में मेरे बेटे के साथ न जाने क्या सलूक हो रहा होगा। उसे खाने-पीने को देते हैं या नहीं। कहीं उसके साथ मारपीट तो नहीं करते होंगे। मैं हाथ जोड़ती हूं। मोदीजी के पैर पकड़ने को तैयार हूं। अगर बेटे को न ला पाएं, तो मुझे भेज दें।’ LOC क्रॉस कर पाकिस्तान पहुंचे बादल बाबू (30) की मां गायत्री देवी यह कहते हुए फफक कर रोने लगती हैं। पास में खड़े पिता कृपाल सिंह को गांव के लोग दिलासा देते दिख रहे हैं। मगर उन्हें पता है कि उनका बेटा बादल बड़ी मुसीबत में है। भास्कर एप टीम ने पिता से पूछा- बेटा पाकिस्तान में है, क्या भारतीय या पाकिस्तान दूतावास से कोई आधिकारिक जानकारी आई है? उन्होंने कहा- नहीं…हमारे पास किसी का फोन नहीं आया। मगर कुछ वीडियो हैं, जिसमें बताया जा रहा है बादल को पाकिस्तान में पकड़ लिया गया है। वह कैद में है। हमने पूछा- आखिरी बार बादल से बात कब हुई थी? पिता बोले- दिवाली पर वह दिल्ली के लिए कहकर निकला था। कहता था जॉब करने दुबई जाऊंगा। नहीं पता कि ये पाकिस्तान कैसे पहुंचा। 30 अक्टूबर को आखिरी बार उसकी वॉट्सऐप कॉल आई थी। नंबर +92 से शुरू हो रहा था। हम जान गए कि ये पाकिस्तान का है। जब हमारी बात हुई…उसने कहा- मुझे जहां पहुंचना था, मैं पहुंच गया हूं। मेरी चिंता मत करना। फिर कुछ पता नहीं चल सका। अब हम लोग परेशान हैं, किससे कहें, ये भी नहीं समझ आ रहा है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… बादल बाबू के घर पहुंचने के लिए भास्कर टीम अलीगढ़ सिटी से करीब 30 किमी दूर छर्रा ब्लॉक के गांव नगला खटकारी में पहुंची। सिंगल लेन रोड के सहारे बादल बाबू के घर की तरफ बढ़ते हुए अजीब से सन्नाटे का एहसास हुआ। मगर 1 घर के आगे लोगों की भीड़ लगी थी। बताया गया कि यही बादल का घर है। लोगों के बीच पहुंचने के बाद सामने आया कि घर के अंदर मां गायत्री और पिता कृपाल मौजूद थे। लोग उन्हें सांत्वना दे रहे थे। कुछ लोग ऐसे भी थे, जो आस-पास के गांव के रहने वाले थे, जो सिर्फ देखने आए थे कि बादल आखिर कौन है? गांव के लोगों ने बताया कि बादल मिलनसार था। लोगों से मिलना, उनके सुख-दुख में शामिल होना उसे अच्छा लगता था। यही वजह है कि बादल के बारे में पता करने के लिए लोग घर तक पहुंच रहे थे। हाईस्कूल फेल बादल दुबई में जॉब करना चाहता था
30 साल का बादल का शुरू से ही पढ़ने-लिखने में अच्छा नहीं था। उसने हाई स्कूल की परीक्षा तो दी, लेकिन फेल हो गया था। इसके बाद वह काम-धंधे में जुट गया। परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी, इसलिए दिल्ली जाकर एक कपड़ा फैक्ट्री में जॉब करने लगा। वह सिलाई का काम जानता था। पिता कृपाल सिंह ने बताया- बादल 7 साल से दिल्ली में रहकर पैसे जोड़ रहा था, क्योंकि वह दुबई जाना चाहता था। मुझे ऐसा लगता है कि वह अपने किसी दोस्त के साथ पाकिस्तान गया है। वह कौन है? ये मुझे नहीं पता। आखिरी बार बादल ने कहा- मैं जिस काम से आया, वो पूरी हुआ
पिता कृपाल सिंह ने कहा- पाकिस्तान के नंबर से बादल से बात हो जाती थी। आखिरी बार जब उसने फोन किया तो वह भी पाकिस्तान का ही नंबर था। ये कॉल 30 अक्टूबर को आई थी। तब उसने कहा था कि वह जिस काम से आया है, वह हो गया है। मगर इसके बाद बादल का दोबारा फोन नहीं आया। जब कई दिन तक घर वालों से बादल की बात नहीं हुई तो परिवार ने उसी नंबर पर कॉल करनी चाही। लेकिन वह नंबर भी बंद मिला। पिता बोले- सारे दस्तावेज, उसे कोई बहकाकर ले गया
पिता कृपाल गांव के लोगों को बता रहे थे कि बादल ने दुबई जाने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट सब कुछ बनवाया था। वह दुबई जाने के लिए वीजा अप्लाई करने की बातें कहता था। मगर अभी अप्लाई किया नहीं था। वह दिवाली पर अलीगढ़ आया था, मगर जाते वक्त सारे दस्तावेज यहीं अपने कमरे की अलमारी में छोड़कर चला गया। पिता कहते हैं- अगर उसे जाना ही था तो वह वैध तरीके से वीजा लेकर भी जा सकता था। उसे क्या जरूरत थी कि बिना अनुमति चोरी-छिपे जाए। मुझे ऐसा लगता है कि जरूर उसे किसी ने बहकाया है, जिसके साथ वह इस तरीके से बॉर्डर पार करके गया है। इसलिए भारत सरकार हमारी मदद करे। बादल को वापस भारत लाने की व्यवस्था की जाए। पाकिस्तान की युवती के लिए पार किया बॉर्डर
बादल दिल्ली में रहकर सिलाई का काम करता था। कुछ महीने पहले ही उसकी फेसबुक पर पाकिस्तान में रहने वाली एक युवती से बातचीत हुई थी और दोनों के बीच प्यार हो गया। फेसबुक पर ही दोनों के नंबर एक्सचेंज हुए। बताया जा रहा है कि 27 दिसंबर को बादल ने पाकिस्तानी बॉर्डर क्रॉस कर लिया। मगर उसे पाकिस्तान पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में उसने कहा- वह सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी महिला से जुड़ा था और उससे मिलने के लिए पाकिस्तान आया है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की पुलिस बादल बाबू को जासूस के रूप में देख रही है। उससे पूछताछ भी की जा रही है। युवक के पास किसी तरह का वैध दस्तावेज नहीं था, जो बॉर्डर पार करने के लिए पर्याप्त हो। उसके खिलाफ पाकिस्तान विदेशी अधिनियम, 1946 की धारा 13 व 14 के तहत केस भी दर्ज किया गया है। कोर्ट ने बादल 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उसकी अगली पेशी 10 जनवरी, 2025 को होगी। पहले भी की थी पाकिस्तान जाने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी युवती से बातचीत होने के बाद बादल बाबू पहले भी दो बार भारत-पाकिस्तान सीमा पार करने की कोशिश कर चुका था। लेकिन वह सफल नहीं हुआ। तीसरी बार, वह पाकिस्तान पहुंचने में कामयाब रहा। मंडी बहाउद्दीन शहर में उसकी उस महिला से मुलाकात भी हो गई। मगर बाबू को पाकिस्तान के मंडी बहाउद्दीन इलाके से बिना वैध दस्तावेज व वीजा के पकड़ लिया गया। ………. ये भी पढ़ें : महाकुंभ में अघोरी बनकर घुस सकते हैं आतंकी:IB की रिपोर्ट- स्लीपर सेल एक्टिव; साधुओं के वेश में पुलिसकर्मी तैनात होंगे कुछ आतंकी संगठनों ने प्रयागराज महाकुंभ-2025 को टारगेट करने की साजिश बनाई है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) ने UP के होम डिपार्टमेंट को एक गोपनीय रिपोर्ट भेजी है। पढ़िए पूरी खबर…