उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के तहत ग्रामीण युवाओं की क्षमता को पहचानकर उन्हें उनकी रुचि के आधार पर रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने का काम किया जा रहा है। इस योजना के तहत अब तक 2,35,334 ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है और 1,25,822 युवाओं को रोजगार मिला है। यह योजना विशेष रूप से बीपीएल सूची में शामिल परिवारों के 15-35 आयुवर्ग के सदस्यों (महिलाओं के लिए 15-45 वर्ष), मनरेगा के श्रमिकों, बेरोजगारों, अल्प शिक्षित अथवा स्कूल ड्रॉपआउट को लक्ष्य बनाती है। बता दें कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के 98वें जन्मदिवस के अवसर पर भारत सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना का उद्देश्य गरीब ग्रामीण युवाओं को नि:शुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ना है। उत्तर प्रदेश में यह योजना उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित की जा रही है। युवाओं को प्रदान किया जा रहा विभिन्न रोजगारपरक कोर्सेज में प्रशिक्षण प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि इस योजना के तहत, उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन ग्रामीण युवाओं की क्षमता को पहचानकर उन्हें उनकी रुचि के आधार पर रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। युवाओं को आधुनिक कक्षाओं और लैब में प्रशिक्षण के साथ-साथ नि:शुल्क आवास, भोजन, प्रशिक्षण सामग्री, यूनिफॉर्म आदि की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। विभिन्न विषयों जैसे अपैरल, ऑटोमोटिव, ब्यूटी एंड वेलनेस, कैपिटल गुड्स, कंस्ट्रक्शन, डॉमेस्टिक वर्क्स, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, फूड प्रॉसेसिंग, ग्रीन जॉब्स, लेदर, आईटी-आईटीईएस, लॉजिस्टिक्स, पावर, रिटेल, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, टेलीकॉम, टेक्सटाइल, टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी आदि के साथ-साथ सॉफ्ट स्किल्स भी सिखाई जा रही हैं। विकसित गांव, विकसित प्रदेश का सपना हो रहा साकार इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें अपने हुनर से स्वाबलंबी बनाना है। दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले युवाओं को कौशल से जोड़कर उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने का काम किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से कौशल से सशक्त बन रहे युवा बेहतर कल का निर्माण कर रहे हैं, जिससे विकसित गांव और विकसित प्रदेश का सपना साकार हो रहा है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के तहत ग्रामीण युवाओं की क्षमता को पहचानकर उन्हें उनकी रुचि के आधार पर रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने का काम किया जा रहा है। इस योजना के तहत अब तक 2,35,334 ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है और 1,25,822 युवाओं को रोजगार मिला है। यह योजना विशेष रूप से बीपीएल सूची में शामिल परिवारों के 15-35 आयुवर्ग के सदस्यों (महिलाओं के लिए 15-45 वर्ष), मनरेगा के श्रमिकों, बेरोजगारों, अल्प शिक्षित अथवा स्कूल ड्रॉपआउट को लक्ष्य बनाती है। बता दें कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के 98वें जन्मदिवस के अवसर पर भारत सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना का उद्देश्य गरीब ग्रामीण युवाओं को नि:शुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ना है। उत्तर प्रदेश में यह योजना उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित की जा रही है। युवाओं को प्रदान किया जा रहा विभिन्न रोजगारपरक कोर्सेज में प्रशिक्षण प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि इस योजना के तहत, उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन ग्रामीण युवाओं की क्षमता को पहचानकर उन्हें उनकी रुचि के आधार पर रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। युवाओं को आधुनिक कक्षाओं और लैब में प्रशिक्षण के साथ-साथ नि:शुल्क आवास, भोजन, प्रशिक्षण सामग्री, यूनिफॉर्म आदि की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। विभिन्न विषयों जैसे अपैरल, ऑटोमोटिव, ब्यूटी एंड वेलनेस, कैपिटल गुड्स, कंस्ट्रक्शन, डॉमेस्टिक वर्क्स, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, फूड प्रॉसेसिंग, ग्रीन जॉब्स, लेदर, आईटी-आईटीईएस, लॉजिस्टिक्स, पावर, रिटेल, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, टेलीकॉम, टेक्सटाइल, टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी आदि के साथ-साथ सॉफ्ट स्किल्स भी सिखाई जा रही हैं। विकसित गांव, विकसित प्रदेश का सपना हो रहा साकार इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें अपने हुनर से स्वाबलंबी बनाना है। दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले युवाओं को कौशल से जोड़कर उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने का काम किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से कौशल से सशक्त बन रहे युवा बेहतर कल का निर्माण कर रहे हैं, जिससे विकसित गांव और विकसित प्रदेश का सपना साकार हो रहा है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा कांग्रेस MLA किरण चौधरी बेटी संग BJP जॉइन करेंगी:आज दिल्ली में कार्यक्रम, इस्तीफे में हुड्डा को लपेटा; बोलीं- बेइज्जत किया, साजिश रची
हरियाणा कांग्रेस MLA किरण चौधरी बेटी संग BJP जॉइन करेंगी:आज दिल्ली में कार्यक्रम, इस्तीफे में हुड्डा को लपेटा; बोलीं- बेइज्जत किया, साजिश रची हरियाणा के पूर्व CM चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधु व भिवानी के तोशाम से MLA किरण चौधरी और उनकी बेटी आज बीजेपी जॉइन करेंगी। वह सुबह 10 बजे दिल्ली जाकर BJP हेडक्वार्टर में पार्टी में शामिल होंगी। इस दौरान वहां केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहेंगे। किरण चौधरी और श्रुति ने बीती शाम (18 जून) को कांग्रेस छोड़ी। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इस्तीफा भेजा। जिसमें किरण ने लिखा कि यहां पार्टी को निजी जागीर की तरह चला रहे हैं। मुझे बेइज्जत किया गया। किरण चौधरी लोकसभा चुनाव में अपनी बेटी श्रुति चौधरी की भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट कटने के बाद से ही नाराज दिख रही थी। किरण ने खुलकर मीडिया के सामने कई बार राजनीतिक तौर पर उन्हें खत्म करने की साजिश रचने के आरोप लगाए। उनके अलावा कांग्रेस के एक और नेता पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा के भी पार्टी छोड़ने की चर्चा है। हालांकि कुलदीप अभी कांग्रेस में ही है, लेकिन सूत्रों के अनुसार बहुत जल्द वह भी बीजेपी जॉइन कर सकते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे को भेजा इस्तीफा
दोनों ने अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया है। दोनों नेताओं ने बिना नाम लिए भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधा। किरण चौधरी ने लिखा- मैंने जिंदगी के 4 दशक वफादारी से कांग्रेस पार्टी को दिए। बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा में कांग्रेस को निजी जागीर की तरह चलाया जा रहा है। जिसमें मेरी जैसी ईमानदार आवाज के लिए कोई जगह नहीं है। मुझे सुनियोजित तरीके से दबाया गया। साजिशें रची गई। हरियाणा के जनक चौ.बंसीलाल जी के संस्कारों व विचारधारा को हरियाणा में प्रसारित करना और क्षेत्र एवं प्रदेश का ईमानदारी से विकास करना मेरी हमेशा प्राथमिकता रहेगी! श्रुति चौधरी ने लिखा- मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और प्रदेश कांग्रेस के वर्किंग प्रैजिडेंट के पद से इस्तीफा दे रही हूं। मैं उन लोगों में से हूं, जिन्हें निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला है। मैंने भी पूरी ईमानदारी से निस्वार्थ सेवा की उस महान विरासत को बनाए रखने का प्रयास किया है। दुर्भाग्य से हरियाणा में कांग्रेस पार्टी अब एक व्यक्ति पर केंद्रित हो गई है। जिन्होंने अपने स्वार्थ और छोटे हितों के लिए पार्टी के हित से समझौता किया है। चौधरी बंसी लाल और चौधरी सुरेंद्र सिंह जी की विचारधारा पर चल क्षेत्र एवं प्रदेश का विकास करना मेरी हमेशा प्राथमिकता रहेगी। किरण चौधरी के इस्तीफे की कॉपी… श्रुति चौधरी के इस्तीफे की कॉपी… भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट मांग रही थी श्रुति, हुड्डा के करीबी को मिली
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस को हरियाणा में 5-5 सीटों पर जीत मिली है। किरण चौधरी भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से अपनी बेटी श्रुति चौधरी टिकट मांग रही थी। उनकी बेटी इस सीट पर एक बार सांसद भी रह चुकी है, लेकिन पार्टी ने इस बार श्रुति का टिकट काटकर पूर्व सीएम हुड्डा के खास महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह को दे दिया। इससे किरण नाराज हो गई और चुनावी प्रचार से भी पूरी तरह दोनों ने दूरी बना ली। हालात ये बने कि राव दान सिंह चुनाव हार गए। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी राहुल गांधी के सामने ही किरण चौधरी और राव दान सिंह के बीच तीखी नोंकझोंक दिखी। दोनों एक-दूसरे को अंगुली दिखाकर बात करते रहे। कुलदीप शर्मा करनाल सीट से थे दावेदार
इसी तरह करनाल सीट से पूर्व डिप्टी स्पीकर कुलदीप शर्मा दावेदारी जता रहे थे। यहां भी उनकी बजाय युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को बीजेपी के हैवीवेट प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने उतार दिया। दिव्यांशु बुद्धिराजा और कुलदीप शर्मा दोनों ही पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खास हैं। टिकट नहीं मिलने के कारण कुलदीप शर्मा एक तरह से घर बैठ गए। कुलदीप ने बुद्धिराजा के चुनाव में किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिसकी वजह से इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी बुरी तरह हार गए। सोनीपत की गन्नौर विधानसभा सीट से विधायक कुलदीप शर्मा सभी कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं। पांच सीटें जीतने के बाद कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत करनाल से ही की है। 16 जून को करनाल में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में कुलदीप शर्मा नहीं आए। इसके बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे है कुलदीप शर्मा कभी भी पार्टी छोड़ सकते हैं। कुलदीप शर्मा ने टिकट न मिलने पर पहले कांग्रेस के प्रचार से दूरी बनाई। इसके बाद भूपेंद्र हुड्डा ने वर्कर मीटिंग रखी तो उसमें भी नहीं गए। किरण-श्रुति को राज्यसभा भेजने के भी आसार
दरअसल, दीपेंद्र हुड्डा के रोहतक लोकसभा से चुनाव जीतने के बाद हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट खाली हुई है। प्रदेश में फिलहाल बीजेपी की सरकार हैं। ऐसे में राज्यसभा में बीजेपी के ही किसी उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही है। चर्चा इस बात की है कि बीजेपी हरियाणा में कांग्रेस के किसी बड़े नेता को पार्टी में शामिल कराकर राज्यसभा में भेज सकती है। इनमें किरण चौधरी या उनकी बेटी श्रुति चौधरी का नाम टॉप पर है।किरण चौधरी के लोकसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी में जाने की चर्चा चल रही थी। हालांकि माहौल को भांपकर किरण चौधरी शांत रही, लेकिन बेटी की टिकट कटने और फिर पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें इग्नोर करने से वे काफी आहत हुई। मीडिया के सामने किरण कई बार कह चुके है कि उन्हें दबाने और खत्म करने की साजिशें की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ ब्राह्मण चेहरे के तौर पर कुलदीप शर्मा को पार्टी में शामिल कराकर उन्हें भी राज्यसभा में भेजा जा सकता है, लेकिन इसके चांस कम है। क्योंकि हरियाणा से पहले ही बीजेपी निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को समर्थन कर राज्यसभा भेज चुकी है। कांग्रेस ने राव दान सिंह को टिकट दी तो समर्थकों से मुलाकात के दौरान किरण चौधरी बहुत नाराज नजर आई, वहीं श्रुति चौधरी भावुक दिखीं थी। कई गुटों में बंटी कांग्रेस, हुड्डा ग्रुप भारी
हरियाणा में कांग्रेस कई गुटों में बंटी हुई है। एक गुट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो दूसरा उनके एंटी एसआरके ( कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी ) गुट बना हुआ है। इसके अलावा पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी अपनी अलग राह चुने हुए हैं। कैप्टन भी इस बार गुरुग्राम सीट से दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उनकी टिकट काटकर हुड्डा की सिफारिश पर फिल्म स्टार राज बब्बर को टिकट दे दी। हालांकि राज बब्बर भी राव इंद्रजीत सिंह से चुनाव हार गए। मौजूदा वक्त में हुड्डा का गुट भारी है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बैठे उदयभान भी उनके ही ग्रुप के हैं। हुड्डा से खटपट में कई नेता कर चुके किनारा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा से खटपट के चलते पहले भी कई कांग्रेसी नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें राव इंद्रजीत सिंह, कुलदीप बिश्नोई जैसे बड़े नेता भी शामिल है। राव इंद्रजीत सिंह ने दक्षिणी हरियाणा के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए 2014 में पार्टी छोड़ी तो कुलदीप बिश्नोई प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाए जाने के कारण 2022 में बीजेपी में शामिल हुए थे। फिलहाल राव इंद्रजीत सिंह केंद्र सरकार में मंत्री तो कुलदीप बिश्नोई राज्यसभा सीट को लेकर दावेदारी जता रहे है। बिश्नोई हिसार सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उनकी टिकट काटकर चौधरी रणजीत चौटाला को चुनाव लड़ाया, लेकिन चौटाला कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश से चुनाव हार गए। कांग्रेस अध्यक्ष बोले- सबको भविष्य चुनने का अधिकार
किरण चौधरी के भाजपा जॉइन करने के सवाल पर हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि हर नेता को अपना भविष्य का फैसला लेने का अधिकार है। अगर उन्हें वहां अपना भविष्य नजर आता है तो वह फैसला ले सकती हैं।
भगवान राम और कृष्ण के नाम से बनेंगे प्रवेश द्वार, CM मोहन यादव ने बैठक में दिए निर्देश
भगवान राम और कृष्ण के नाम से बनेंगे प्रवेश द्वार, CM मोहन यादव ने बैठक में दिए निर्देश <p style=”text-align: justify;”><strong>Madhya Pradesh News:</strong> राजधानी भोपाल में भगवान श्री राम और श्री कृष्ण के नाम पर प्रवेश द्वार बनेंगे, इसके निर्देश मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा दिए गए हैं. दरअसल प्रदेश में पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों के विकास को लेकर सीएम डॉ. यादव ने अफसरों के साथ बैठक की. सीएम ने कहा कि कहा है कि प्रदेश में पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों के विकास के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाए. पर्यटन तथा धार्मिक स्थलों को आकर्षक एवं भव्य बनाया जाए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रालय में संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के अंतर्गत धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों के विकास, श्रीरामचंद्र पथ गमन न्यास एवं भगवान श्री राम एवं भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों के विकास की समीक्षा की. बैठक में संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास और धर्मस्व राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मेन्द्र सिंह लोधी, मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन शिव शेखर शुक्ला सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भोपाल में बने प्रवेश द्वार</strong><br />मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर भोपाल के प्रवेश द्वार बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि राजाभोज और राजा विक्रमादित्य के नाम पर भी प्रवेश द्वार बनाने की कार्ययोजना बनाई जाए. राज्य की सीमा पर भी प्रवेश द्वार बनाए जाने की तैयारी की जाए. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों को प्रदेश की संस्कृति और धार्मिक महत्व के स्थलों की जानकारी हो सके, इसके लिए बेहतर प्रयास किए जाना जरूरी हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों की ब्रांडिंग की जाए</strong><br />मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान श्रीराम एवं भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों का चिन्हांकन करने और उनके विकास के लिए विद्वानों का संकलन करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित धार्मिक स्थलों के विकास के लिए सांसद एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर कार्य करें. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. उज्जैन, मैहर, इंदौर, चित्रकूट आदि स्थानों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं. उन्होंने अन्य पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों की भी बेहतर ढंग से ब्रांडिंग और प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उज्जैन की तरह ओंकारेश्वर में हो कार्य</strong><br />मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन की तर्ज पर ओंकारेश्वर में ममलेश्वर मंदिर के विकास कार्य पूरे किए जाएं. उन्होंने कहा कि धार्मिक और पर्यटन स्थलों एवं प्रदेश में चल रहे विभिन्न कार्यों के प्रोजेक्ट से अवगत कराने के लिए भारत सरकार के मंत्रियों को आमंत्रित किया जाए. इनकी प्रसिद्धि के लिए अच्छे ढंग से कार्य किए जाएं. धार्मिक पर्यटन के कार्यों के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”MP News: उज्जैन-इंदौर के बीच मेट्रो की सौगात, CM मोहन यादव ने बताया कब से मिलेगी सुविधा” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/metro-will-run-between-indore-and-ujjain-before-simhastha-2028-cm-mohan-yadav-ann-2721140″ target=”_self”>MP News: उज्जैन-इंदौर के बीच मेट्रो की सौगात, CM मोहन यादव ने बताया कब से मिलेगी सुविधा</a></strong></p>
पंजाब में आतंकी लांडा के गुर्गों से ASI का कनेक्शन:ड्रग्स के बदले देता था सरकारी हथियार, पुलिस ने 2 गुर्गों को मारी गोली
पंजाब में आतंकी लांडा के गुर्गों से ASI का कनेक्शन:ड्रग्स के बदले देता था सरकारी हथियार, पुलिस ने 2 गुर्गों को मारी गोली पंजाब में तरनतारन पुलिस और आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरिके के गुर्गों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें 2 गुर्गे गोली लगने से गिरफ्तार हुए। पुलिस ने आरोपियों के पास से 32 बोर की पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस ने जब उससे पिस्तौल के बारे में पूछा तो उसने पंजाब पुलिस के एक ASI का नाम बताया। इसके बाद पुलिस ने ASI समेत 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक ASI नशे का आदी था और वह बदमाशों को अपना सरकारी हथियार देकर नशा लेता था। इनकी पहचान यादविंदर सिंह, कुलदीप सिंह उर्फ लड्डू, ASI प्रभदीप सिंह और पवनदीप सिंह के रूप में हुई है। यादविंदर सिंह और कुलदीप सिंह आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरिके के लिए काम करते थे। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पहले पुलिस पर फायरिंग की
तरनतारन पुलिस ने 2 बदमाशों की पहचान की। इसके बाद उनकी लोकेशन ट्रेस की गई। गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार रात को जब पुलिस ने तरनतारन के पास छापा मारा तो शूटरों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। गनीमत रही कि इस घटना में कोई पुलिस कर्मी घायल नहीं हुआ। जवाबी कार्रवाई में तरनतारन के गांव रुरीवाला निवासी यादविंदर सिंह और कुलदीप सिंह उर्फ लड्डू के पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने दोनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया। बदमाशों से ASI का क्या था कनेक्शन
पंजाब पुलिस के स्थानीय रैंक के ASI प्रभदीप सिंह का बदमाशों से कनेक्शन थे। वह तरनतारन का रहने वाला है। जांच में पता चला है कि पवनदीप ने अपना सरकारी हथियार गिरवी रख दिया था। वह नशे का आदी था। ASI हथियार के बदले नशा लेता था। अपराधियों ने आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरिके और यादविंदर सिंह उर्फ यादा के कहने पर तरनतारन में कारोबारी के घर के गेट पर फायरिंग की थी। उन्होंने 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। फायरिंग के लिए ASI की पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था। कौन है आतंकी लांडा, जिसकी गैंग के सदस्यों का एनकाउंटर हुआ तरनतारन का रहने वाला है आतंकी
पंजाब पुलिस के अनुसार 35 वर्षीय आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा मूल रूप से तरनतारन जिले के हरिके का रहने वाला है। वर्तमान में लखबीर सिंह कनाडा के एडमॉन्टन, अलबर्टा में छिपा है। पंजाब के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में उसके खिलाफ देश विरोधी गतिविधियां हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली, नशीली दवाओं की तस्करी, अपहरण और अवैध हथियारों के विभिन्न आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। रिंदा के लिए काम कर चुका आतंकी लांडा
सूत्रों के अनुसार, आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरिके आतंकी हरविंदर सिंह रिंडा का करीबी सहयोगी हुआ करता था। मोहाली में पंजाब पुलिस के हैडक्वार्टर पर हुए आरपीजी अटैक के बाद दोनों में किसी बात को लेकर अनबन हो गई। जिसके चलते लांडा ने रिंदा के लिए काम करना बंद कर दिया। जिसके बाद लांडा अपने ही गुर्गों से खुद के लिए उगाही करता है। लांडा गुपचुप तरीके से 2017 में कनाडा भाग गया था। कनाडा से चलाता है नेटवर्क
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक लखबीर अपने नेटवर्क को कनाडा से संचालित करता है। पुलिस का मानना है कि वह प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में छोटे-मोटे अपराधियों का इस्तेमाल कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, जबरन वसूली, फिरौती आदि के लिए कर रहा है। इस नेटवर्क के सहारे लंडा अमीर व्यक्तियों (व्यवसायियों, डॉक्टरों, मशहूर हस्तियों आदि) से रंगदारी की भी मांग करता रहता है।