यूपी के 33 जिलों में कोहरा छाया, बारिश का अलर्ट:प्रयागराज 30°C के साथ सबसे गर्म, अयोध्या में रात का पारा 6 डिग्री लुढ़का

यूपी के 33 जिलों में कोहरा छाया, बारिश का अलर्ट:प्रयागराज 30°C के साथ सबसे गर्म, अयोध्या में रात का पारा 6 डिग्री लुढ़का

यूपी के 33 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है। इनमें 15 जिलों में ज्यादा घना कोहरा है, यहां विजिबिलिटी 50 मीटर रह गई है। बीते 24 घंटे में प्रयागराज शहर का तापमान यूपी में सबसे ज्यादा रहा। यहां दिन का पारा 30°C रिकॉर्ड किया गया। वहीं, अयोध्या में रात का तापमान 6°C तक लुढ़क गया। न्यूनतम तापमान 8°C रहा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 5 दिन पश्चिमी विक्षोभ के असर से बादलों की आवाजाही और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 3 और 4 जनवरी को वेस्ट यूपी के 16 शहरों में बारिश होगी। जिससे एक बार फिर सर्दी की वापसी की उम्मीद जताई जा रही है। सुबह कड़ाके की सर्दी, दिन में धूप से राहत सुबह के वक्त कड़ाके की सर्दी का एहसास हो रहा है। पाला गिरने और गलन भरी हवाएं भी परेशान कर रही हैं। दिन में निकल रही धूप सर्दी से राहत भी पहुंचा रही है। मौसम विभाग ने कहा, 3 से 5 फरवरी के बीच लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, झांसी, इटावा, औरैया, मैनपुरी, कानपुर देहात, मेरठ, सहारनपुर, शामली, आगरा, अलीगढ़ समेत पूर्वांचल के गोरखपुर, जौनपुर, देवरिया समेत कई राज्यों में बादल छाए रह सकते हैं। आज पश्चिमी विक्षोभ हो रहा एक्टिव
वाराणसी के मौसम वैज्ञानिक मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा- पहली फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे असर से पश्चिम यूपी में हल्की बारिश होगी। इसके बाद एक और शक्तिशाली विक्षोभ पूरे प्रदेश में बनेगा। तीन से सात फरवरी के बीच हल्की से मध्यम बारिश कराएगा। प्रदेश में हवा का रुख पछुआ से पूर्वा हो गया। दिन अब गर्म होने लगे हैं, बंगाल की खाड़ी से चली नमीयुक्त पूर्वा हवाओं के असर से पश्चिमी यूपी में ठंड ज्यादा रहेगी। बढ़ते हुए तापमान से गेहूं की फसल के बचाव के लिए उपाय
कृषि वैज्ञानिक रोहित कुमार ने कहा- दिन का तापमान 30 से 32°C और रात का तापमान 15°C से नीचे रहता है, तब तक किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। रात व दिन का तापमान मिलाकर औसत 22°C गेहूं की पैदावार के लिए सबसे उत्तम माना गया है।
औसत तापमान 24°C तक को फसल सहन कर सकती है, मगर दिन का तापमान 35°C से ऊपर होने पर गेहूं के बनने वाले दानों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बढ़े हुए उच्च तापमान से बचने के लिए किसानों को आवश्यकता अनुसार हल्की सिंचाई करने की सलाह दी जाती है। जब तेज हवा चल रही हो तो सिंचाई रोक दें ,अन्यथा फसल के गिरने से नुकसान हो सकता है। ————- यह भी पढ़ें- सेहतनामा- BMI से नहीं पता चलता मोटापा:हर 8वां इंसान ओबीज, WHO ने बताया अगली महामारी, आज से ही वजन घटाना शुरू करें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, मोटापा एपिडेमिक बन गया है। एपिडेमिक का मतलब है ऐसी बीमारी, जो दुनिया में बहुत तेजी से फैल रही है। मोटापे की वजह से जानलेवा बीमारियों की जद में आकर हर साल 28 लाख वयस्कों की मौत हो रही है। पढ़ें पूरी खबर… यूपी के 33 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है। इनमें 15 जिलों में ज्यादा घना कोहरा है, यहां विजिबिलिटी 50 मीटर रह गई है। बीते 24 घंटे में प्रयागराज शहर का तापमान यूपी में सबसे ज्यादा रहा। यहां दिन का पारा 30°C रिकॉर्ड किया गया। वहीं, अयोध्या में रात का तापमान 6°C तक लुढ़क गया। न्यूनतम तापमान 8°C रहा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 5 दिन पश्चिमी विक्षोभ के असर से बादलों की आवाजाही और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 3 और 4 जनवरी को वेस्ट यूपी के 16 शहरों में बारिश होगी। जिससे एक बार फिर सर्दी की वापसी की उम्मीद जताई जा रही है। सुबह कड़ाके की सर्दी, दिन में धूप से राहत सुबह के वक्त कड़ाके की सर्दी का एहसास हो रहा है। पाला गिरने और गलन भरी हवाएं भी परेशान कर रही हैं। दिन में निकल रही धूप सर्दी से राहत भी पहुंचा रही है। मौसम विभाग ने कहा, 3 से 5 फरवरी के बीच लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, झांसी, इटावा, औरैया, मैनपुरी, कानपुर देहात, मेरठ, सहारनपुर, शामली, आगरा, अलीगढ़ समेत पूर्वांचल के गोरखपुर, जौनपुर, देवरिया समेत कई राज्यों में बादल छाए रह सकते हैं। आज पश्चिमी विक्षोभ हो रहा एक्टिव
वाराणसी के मौसम वैज्ञानिक मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा- पहली फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे असर से पश्चिम यूपी में हल्की बारिश होगी। इसके बाद एक और शक्तिशाली विक्षोभ पूरे प्रदेश में बनेगा। तीन से सात फरवरी के बीच हल्की से मध्यम बारिश कराएगा। प्रदेश में हवा का रुख पछुआ से पूर्वा हो गया। दिन अब गर्म होने लगे हैं, बंगाल की खाड़ी से चली नमीयुक्त पूर्वा हवाओं के असर से पश्चिमी यूपी में ठंड ज्यादा रहेगी। बढ़ते हुए तापमान से गेहूं की फसल के बचाव के लिए उपाय
कृषि वैज्ञानिक रोहित कुमार ने कहा- दिन का तापमान 30 से 32°C और रात का तापमान 15°C से नीचे रहता है, तब तक किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। रात व दिन का तापमान मिलाकर औसत 22°C गेहूं की पैदावार के लिए सबसे उत्तम माना गया है।
औसत तापमान 24°C तक को फसल सहन कर सकती है, मगर दिन का तापमान 35°C से ऊपर होने पर गेहूं के बनने वाले दानों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बढ़े हुए उच्च तापमान से बचने के लिए किसानों को आवश्यकता अनुसार हल्की सिंचाई करने की सलाह दी जाती है। जब तेज हवा चल रही हो तो सिंचाई रोक दें ,अन्यथा फसल के गिरने से नुकसान हो सकता है। ————- यह भी पढ़ें- सेहतनामा- BMI से नहीं पता चलता मोटापा:हर 8वां इंसान ओबीज, WHO ने बताया अगली महामारी, आज से ही वजन घटाना शुरू करें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, मोटापा एपिडेमिक बन गया है। एपिडेमिक का मतलब है ऐसी बीमारी, जो दुनिया में बहुत तेजी से फैल रही है। मोटापे की वजह से जानलेवा बीमारियों की जद में आकर हर साल 28 लाख वयस्कों की मौत हो रही है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर