कुल्लू जिले में जमीनी विवाद को लेकर जीजा ने साले पर दराट से हमला कर दिया है। इस का वीडियो भी सामने आया है। जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटना जिले के खराहल वैली के रोगी गांव की है। वीडियो में बातचीत के दौरान जमीन पर तरपाल लगाने को लेकर झगड़ा हुआ। दराट से हमला करने वाला व्यक्ति तरपाल हटाने के लिए कह रहा है। झगड़े के दौरान उनके घर के बुजुर्ग भी वहां मौजूद हैं। जो पटवारी को बुलाकर पैमाइश करवाने की बात कर रहे हैं। मगर हमलावर का कहना है कि उसे पटवारी से कुछ लेना देना नहीं है। मामला शनिवार का बताया जा रहा है । कुल्लू जिले में जमीनी विवाद को लेकर जीजा ने साले पर दराट से हमला कर दिया है। इस का वीडियो भी सामने आया है। जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटना जिले के खराहल वैली के रोगी गांव की है। वीडियो में बातचीत के दौरान जमीन पर तरपाल लगाने को लेकर झगड़ा हुआ। दराट से हमला करने वाला व्यक्ति तरपाल हटाने के लिए कह रहा है। झगड़े के दौरान उनके घर के बुजुर्ग भी वहां मौजूद हैं। जो पटवारी को बुलाकर पैमाइश करवाने की बात कर रहे हैं। मगर हमलावर का कहना है कि उसे पटवारी से कुछ लेना देना नहीं है। मामला शनिवार का बताया जा रहा है । हिमाचल | दैनिक भास्कर
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लाहौल पहुंची राजस्थान की अवैध एंबुलेंस:पुलिस ने पकड़कर लगाया 25 हजार का जुर्माना, टैक्स बचाने के लिए बजा रहा था सायरन राजस्थान से एक अवैध एंबुलेंस हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति पहुंची। जहां उसे सायरन का इस्तेमाल करते हुए पकड़ा गया है और पुलिस ने इस अवैध एंबुलेंस के चालक पर 25000 रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया है। लाहौल पुलिस ने राजस्थान की एंबुलें को लाहौल के तांदी जीरो प्वाइंट पर धर लिया है। जानकारी के अनुसार, जिला पुलिस को सूचना मिली कि अवैध सायरन का उपयोग करने वाली एंबुलेंस जिला के सिस्सू और केलांग के बीच घूम रही है। पुलिस ने सूचना मिलने के बाद अवैध सायरन वाली एंबुलेंस की तलाश शुरू की। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने उक्त एंबुलेंस को तांदी जीरो प्वाइंट के पास बरामद किया। मोटर वाहन अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज पुलिस के अनुसार एंबुलेंस का नंबर RJ10-PA6691 था। इस दौरान पुलिस के द्वारा पूछताछ करने पर पाया कि यह एंबुलेंस अवैध है और चालक टैक्स बचाने और बिना रूकावट के लाहौल के विभिन्न पर्यटन स्थलों में पहुंचने के लिए एंबुलेंस का अवैध तरीके से इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस के अनुसार, एंबुलेंस चालक शराब पीकर भी वाहन चला रहा था। एसपी लाहुल स्पीति मयंक चौधरी ने बताया कि पुलिस न त्वरित कार्रवाईअमल में लाते हुए चालक और मालिक के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम की धारा 177,182 (ए)(4),185, एवं 190, तथा 192(ए) तथा शराब पीकर गाड़ी चलाने के लिए मामला दर्ज कर लिया है। जल्द ही केस कोर्ट को भेजा जाएगा। इसके साथ ही एम्बुलेंस चालक पर मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अंतर्गत चालान के साथ-साथ 25500 रुपए का भारी जुर्माना भी लगाया गया है।
हिमाचल में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की खैर नहीं:2345 लाइसेंस धारकों पर लटकी तलवार, शिमला के सबसे ज्यादा मामले
हिमाचल में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की खैर नहीं:2345 लाइसेंस धारकों पर लटकी तलवार, शिमला के सबसे ज्यादा मामले हिमाचल प्रदेश में पुलिस विभाग ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर शिकंजा कसने के लिए तैयारी कर ली है। इसके लिए पुलिस एक विशेष अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस द्वारा शुरू किया गया अभियान 23 सितंबर से आगामी 29 सितंबर तक चलेगा। इसका उद्देश्य विशेष रूप से रात 9 से 11 साढ़े बजे के बीच होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को कम करना है। एएसपी यातायात, पर्यटक एवं रेलवे नरवीर सिंह राठौर ने सोमवार को प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि शिमला इकाई सड़क दुर्घटना और यातायात प्रवर्तन डाटा का पूरा विश्लेषण कर रही है, जिसमें शराब पीकर गाड़ी चलाने से जुड़ीं घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि का पता चला है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अभी तक प्रदेश में गंभीर उल्लंघन के वाले प्रदेश के 2345 ड्राइविंग लाइसेंसों को निलंबित या रद्द करने की सिफारिश की है, जिनमें से लगभग 1400 शराब पीकर गाड़ी चलाने से संबंधित हैं। राठौर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश पुलिस मोटर वाहन कानूनों को प्रभावी ढंग से विनियमित और लागू करने के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। सड़क सुरक्षा प्रवर्तन योजना से निगरानी शिमला पुलिस मुख्यालय द्वारा भी सड़क सुरक्षा प्रवर्तन योजना की बारीकी से निगरानी की जा रही है और कर्मियों को यातायात प्रवर्तन के लिए डिजिटल उपकरणों का अधिकतम उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने और प्रदेश वासियों तथा पर्यटकों के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए लगातार हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं, डीजीपी हिमाचल प्रदेश पुलिस डा. अतुल वर्मा के बताया कि चालू वर्ष में पुलिस ने अलग अलग जिलों से 2345 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित या रद्द करने की सिफारिश की गई है, जिनमें से लगभग 1400 मामले शराब पीकर गाड़ी चलाने से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि शिमला ट्रैफिक टूरिस्ट और रेलवे यूनिट के विश्लेषण में ये जो आंकड़े सामने आए हैं, वे बेहद चिंताजनक हैं। ऐसे में विभाग विशेष अभियान चलाकर वाहन चालकों को जागरूक करने की दिशा में भी काम कर रहा है। शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों में शिमला में सबसे अव्वल पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में शिमला जिला में सर्वाधिक व लाहौल स्पीति में सबसे कम शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले सामने आए है। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार शिमला में शिमला में 288 , बद्दी में 107, बिलासपुर में 113, चंबा में 127, हमीरपुर में 30, कांगड़ा में 113, किन्नौर में 139, कुल्लू में 70, लाहौल स्पीति में 07, मंडी में 96, नूरपुर में 12, सिरमौर में 32, सोलन में 210, ऊना में 35 सहित हिमाचल प्रदेश में कुल 1379 हुए हैं।
कंगना के संसदीय क्षेत्र में जान-जोखिम में डालकर सफर:उफनती खड्ड पार करने को बच्चे मजबूर: अर्से से पुल बनाने की मांग कर रहे ग्रामीण
कंगना के संसदीय क्षेत्र में जान-जोखिम में डालकर सफर:उफनती खड्ड पार करने को बच्चे मजबूर: अर्से से पुल बनाने की मांग कर रहे ग्रामीण हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के पधर में लोग जान जोखिम में डालकर उफनते हुए नाले को पार कर रहे हैं। सांसद कंगना रनोट के संसदीय क्षेत्र पधर में दमेला-बटाहर-कुफरी सड़क पर दमेला खड्ड में पुल नहीं लगने की वजह से लोग परेशान है। स्थानीय लोग यहां अर्से से पुल लगाने की मांग कर रहे हैं। मगर गूंगे बहरे प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। दमेला खड्ड पर पुल नहीं लगने की वजह से आईटीआई और कालेज के बच्चे रोजाना इस उफनते नाले को इसी तरह जान जोखिम में डालकर पार करते है। यदि नाले में पानी का स्तर ज्यादा बढ़ जाता है तो इन बच्चों को 15 किलोमीटर का सफर तय करके दूसरी सड़क से जाना पड़ता है। जब खड्ड में पानी कम होता है तो रोजाना इसी तरह खड्ड में उतरकर एक दूसरे के सहारे बच्चे और स्थानीय लोग खड्ड को पार करते हैं। ऐसे में खासकर छोटे बच्चों के साथ अनहोनी हो सकती है। दमेला पंचायत के बच्चे इसी खड्ड से होते हुए पधर आईटीआई, नारला कालेज के लिए जाते है। इसी तरह स्थानीय लोगों का भी अक्सर पधर आना जाना रहता है। दशकों से पुल लगाने की मांग कर रहे ग्रामीण भड़वाहण पंचायत के उप प्रधान दर्शन कटारिया, बालक राम, रांझू राम, चमन लाल, राम लाल और विजय कुमार ने बताया कि लोक निर्माण विभाग से दमेला खड्ड में दशकों से मांग की जा रही है, लेकिन हर बार आश्वासन ही दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि भारी बारिश में यहां कभी भी कोई हादसा हो सकता है। उन्होंने मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद कंगना रनोट और स्थानीय विधायक से जल्द पुल लगाने का आग्रह किया है। पुल लगाने को टेंडर प्रक्रिया पूरी: SDO पीडब्ल्यूडी पधर के सहायक अभियंता (SDO) अंशुमन सोनी ने कहा कि दमेला खड्ड में पुल निर्माण को लेकर टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जिसकी फाइनेंशियल विड भी खुल चुकी है। शीघ्र वर्क अवार्ड कर यहां पुल निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।