यूपी के 5 शहरों की 25 फ्लाइटें कैंसिल:माइक्रोसॉफ्ट सिस्टम के क्रैश होने से लखनऊ में 12 और वाराणसी से 6 उड़ानें रद्द

यूपी के 5 शहरों की 25 फ्लाइटें कैंसिल:माइक्रोसॉफ्ट सिस्टम के क्रैश होने से लखनऊ में 12 और वाराणसी से 6 उड़ानें रद्द

माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सर्विसेज में समस्या के बाद वर्ल्ड वाइड इफेक्ट देखने को मिला। सबसे ज्यादा एयरलाइंस कंपनी प्रभावित हुईं। उड़ानें रद्द कर दी गईं। यूपी के 5 बड़े शहरों की बात करें तो लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और आगरा से करीब 25 फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं। जबकि 29 से अधिक फ्लाइट्स 1 से 3 घंटे तक लेट रहीं। वाराणसी में इंडिगो की 6 उड़ानें निरस्त
वाराणसी एयरपोर्ट से इंडिगो की 6 उड़ाने निरस्त हुई तो अकासा विमान मुंबई से एक घंटे की देरी से पहुंचा। स्पाइसजेट के कई विमानों ने 45 मिनट की देरी से उड़ान भरी। 19 जुलाई को लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इंडिगो की 6 उड़ानें निरस्त रहीं। वहीं, अन्य उड़ानें भी प्रभावित रहीं। मैन्युअल टिकट के जरिए यात्रियों ने सफर जारी रखा। इस दौरान यात्रियों और एयरलाइंस कंपनियों के स्थानीय कर्मचारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में खराबी के चलते बहुत से यात्री एयरपोर्ट पहुंचकर बिना सफर किए लौट गए। एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार इंडिगो, अकासा, स्पाइस जेट एयरलाइंस के चेक इन आउट सिस्टम डाउन हो गए। सबसे अधिक इंडिगो की सेवाएं प्रभावित हुईं। इंडिगो की दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे की विमान सेवा रद्द हो गई। अकासा विमान मुंबई से एक घंटे की देरी से पहुंचा। मैन्युअल बनाए गए बोर्डिंग पास
हवाई अड्डे पर भी विमान परिचालन सेवा प्रभावित हुई है। देर रात तक वाराणसी आने-जाने वाली कई उड़ान रद्द कर दी गई। बोर्डिंग पास बनवाने के लिए यात्री परेशान रहे। दोपहर से लेकर शाम तक यात्री परेशान हुए। देर शाम सात बजे के बाद स्थिति कुछ ठीक हुई। एयरपोर्ट निदेशक पुनीत गुप्ता ने बताया कि इंडिगो की 6 विमान सेवाएं निरस्त हुईं। हवाई अड्डे पर भी विमान परिचालन सेवा प्रभावित हुई है। लखनऊ एयरपोर्ट से 20 फ्लाइट्स लेट लखनऊ एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली 20 फ्लाइट्स लेट हैं। वहीं 12 फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है। रद्द की गई 12 फ्लाइट्स में 6 डिपार्चर और 6 फ्लाइट अरवाइवल की हैं। इस दौरान लखनऊ एयरपोर्ट पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की फ्लाइट करीब 2 घंटे तक रुकी रही। अयोध्या में भी फ्लाइट्स लेट
अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर भी असर पड़ा। कई फ्लाइट्स लेट हो रही हैं। अयोध्या से दिल्ली, अयोध्या से कोलकाता और अयोध्या से मुंबई की फ्लाइट लेट हैं। सभी का बोर्डिंग पास मैन्युअल बनाया गया। आगरा में मुंबई की फ्लाइट 40 मिनट लेट हुई
आगरा में भी सर्वर डाउन हुआ है। एयरपोर्ट डायरेक्टर ने बताया- आगरा में मुंबई फ्लाइट थी, जो करीब 40 मिनट लेट हुई। करीब 135 यात्री थे। सर्वर डाउन होने के बाद मैन्युअल काम करना पड़ा। प्रयागराज एयरपोर्ट पर मशीनों को मैनुअली मैनेज किया गया
प्रयागराज एयरपोर्ट पर सॉफ्टवेयर अपडेट का असर पड़ा। ऑटोमैटिक चेकिंग, स्कैनिंग बंद होने से दिक्कत हुई। इसके बाद चेकिंग की जिम्मेदारी एयरपोर्ट कर्मियों ने संभाली। बोर्डिंग पास मैनुअली बनाए गए। प्रयागराज से लखनऊ और लखनऊ से प्रयागराज की फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ी। मुंबई से प्रयागराज आने वाली अकासा एयर की फ्लाइट एक घंटे देरी से पहुंची। बेंगलुरु, देहरादून, दिल्ली, मुंबई, भुवनेश्वर की उड़ानें 2 से ढाई घंटे की देरी से आई और गईं। एयरपोर्ट डॉयरेक्टर फर्रूख एहसन ने बताया- सारे सिस्टम ऑटोमेटिक थे, ऐसे में एकाएक परेशानी खड़ी हो गई। हालांकि एयरपोर्ट पर सब कुछ मैनुअली शुरू कर मैनेज किया गया। क्राउडस्ट्राइक के अपडेट से माइक्रोसॉफ्ट की सर्विस ठप हुई
दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के कुछ यूजर्स को अपने लैपटॉप पर नीली स्क्रीन दिखाई दे रही है। इससे उनके सिस्टम ऑटोमैटिकली रिस्टार्ट या शटडाउन हो गए। डेल टेक्नोलॉजीज ने कहा कि यह समस्या हालिया क्राउडस्ट्राइक अपडेट के कारण हुई है। क्राउडस्ट्राइक साइबर सिक्योरिटी प्लेटफॉर्म है, जो यूजर्स को सिक्योरिटी सॉल्यूशन देता है। क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण ही माइक्रोसॉफ्ट के ऐज्योर क्लाउड और माइक्रोसॉफ्ट 365 सर्विसेज में परेशानी आई। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा- हमें समस्या की जानकारी है और हमने कई टीमों को इसे सुलझाने में लगाया है। हमने इसके कारण का पता लगा लिया है। इससे वही यूजर प्रभावित हुए, जो माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर का इस्तेमाल करते हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर
माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है। ये एप्लिकेशन और सर्विसेज को बनाने, डिप्लॉय और मैनेज करने का काम करता है। वहीं माइक्रोसॉफ्ट 365 प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर है, जिसमें वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट, आउटलुक और वन नोट जैसे लोकप्रिय एप्लिकेशन शामिल हैं। सिस्टम क्रैश होने पर आती है ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ
ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) एक क्रिटिकल एरर स्क्रीन है जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर दिखाई देती है। ऐसा तब होता है जब सिस्टम किसी गंभीर समस्या के कारण क्रैश हो जाता है जो इसे सुरक्षित रूप से काम करने से रोकता है। जब यह एरर होता है, तो कंप्यूटर ऑटोमैटिकली रिस्टार्ट हो जाता है, और जो डेटा सेव नहीं किया गया है उसके खो जाने की संभावना होती है। बुकिंग, चेक-इन सहित अन्य ऑनलाइन सर्विसेज प्रभावित माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सर्विसेज में समस्या के बाद वर्ल्ड वाइड इफेक्ट देखने को मिला। सबसे ज्यादा एयरलाइंस कंपनी प्रभावित हुईं। उड़ानें रद्द कर दी गईं। यूपी के 5 बड़े शहरों की बात करें तो लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और आगरा से करीब 25 फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं। जबकि 29 से अधिक फ्लाइट्स 1 से 3 घंटे तक लेट रहीं। वाराणसी में इंडिगो की 6 उड़ानें निरस्त
वाराणसी एयरपोर्ट से इंडिगो की 6 उड़ाने निरस्त हुई तो अकासा विमान मुंबई से एक घंटे की देरी से पहुंचा। स्पाइसजेट के कई विमानों ने 45 मिनट की देरी से उड़ान भरी। 19 जुलाई को लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इंडिगो की 6 उड़ानें निरस्त रहीं। वहीं, अन्य उड़ानें भी प्रभावित रहीं। मैन्युअल टिकट के जरिए यात्रियों ने सफर जारी रखा। इस दौरान यात्रियों और एयरलाइंस कंपनियों के स्थानीय कर्मचारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में खराबी के चलते बहुत से यात्री एयरपोर्ट पहुंचकर बिना सफर किए लौट गए। एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार इंडिगो, अकासा, स्पाइस जेट एयरलाइंस के चेक इन आउट सिस्टम डाउन हो गए। सबसे अधिक इंडिगो की सेवाएं प्रभावित हुईं। इंडिगो की दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे की विमान सेवा रद्द हो गई। अकासा विमान मुंबई से एक घंटे की देरी से पहुंचा। मैन्युअल बनाए गए बोर्डिंग पास
हवाई अड्डे पर भी विमान परिचालन सेवा प्रभावित हुई है। देर रात तक वाराणसी आने-जाने वाली कई उड़ान रद्द कर दी गई। बोर्डिंग पास बनवाने के लिए यात्री परेशान रहे। दोपहर से लेकर शाम तक यात्री परेशान हुए। देर शाम सात बजे के बाद स्थिति कुछ ठीक हुई। एयरपोर्ट निदेशक पुनीत गुप्ता ने बताया कि इंडिगो की 6 विमान सेवाएं निरस्त हुईं। हवाई अड्डे पर भी विमान परिचालन सेवा प्रभावित हुई है। लखनऊ एयरपोर्ट से 20 फ्लाइट्स लेट लखनऊ एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली 20 फ्लाइट्स लेट हैं। वहीं 12 फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है। रद्द की गई 12 फ्लाइट्स में 6 डिपार्चर और 6 फ्लाइट अरवाइवल की हैं। इस दौरान लखनऊ एयरपोर्ट पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की फ्लाइट करीब 2 घंटे तक रुकी रही। अयोध्या में भी फ्लाइट्स लेट
अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर भी असर पड़ा। कई फ्लाइट्स लेट हो रही हैं। अयोध्या से दिल्ली, अयोध्या से कोलकाता और अयोध्या से मुंबई की फ्लाइट लेट हैं। सभी का बोर्डिंग पास मैन्युअल बनाया गया। आगरा में मुंबई की फ्लाइट 40 मिनट लेट हुई
आगरा में भी सर्वर डाउन हुआ है। एयरपोर्ट डायरेक्टर ने बताया- आगरा में मुंबई फ्लाइट थी, जो करीब 40 मिनट लेट हुई। करीब 135 यात्री थे। सर्वर डाउन होने के बाद मैन्युअल काम करना पड़ा। प्रयागराज एयरपोर्ट पर मशीनों को मैनुअली मैनेज किया गया
प्रयागराज एयरपोर्ट पर सॉफ्टवेयर अपडेट का असर पड़ा। ऑटोमैटिक चेकिंग, स्कैनिंग बंद होने से दिक्कत हुई। इसके बाद चेकिंग की जिम्मेदारी एयरपोर्ट कर्मियों ने संभाली। बोर्डिंग पास मैनुअली बनाए गए। प्रयागराज से लखनऊ और लखनऊ से प्रयागराज की फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ी। मुंबई से प्रयागराज आने वाली अकासा एयर की फ्लाइट एक घंटे देरी से पहुंची। बेंगलुरु, देहरादून, दिल्ली, मुंबई, भुवनेश्वर की उड़ानें 2 से ढाई घंटे की देरी से आई और गईं। एयरपोर्ट डॉयरेक्टर फर्रूख एहसन ने बताया- सारे सिस्टम ऑटोमेटिक थे, ऐसे में एकाएक परेशानी खड़ी हो गई। हालांकि एयरपोर्ट पर सब कुछ मैनुअली शुरू कर मैनेज किया गया। क्राउडस्ट्राइक के अपडेट से माइक्रोसॉफ्ट की सर्विस ठप हुई
दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के कुछ यूजर्स को अपने लैपटॉप पर नीली स्क्रीन दिखाई दे रही है। इससे उनके सिस्टम ऑटोमैटिकली रिस्टार्ट या शटडाउन हो गए। डेल टेक्नोलॉजीज ने कहा कि यह समस्या हालिया क्राउडस्ट्राइक अपडेट के कारण हुई है। क्राउडस्ट्राइक साइबर सिक्योरिटी प्लेटफॉर्म है, जो यूजर्स को सिक्योरिटी सॉल्यूशन देता है। क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण ही माइक्रोसॉफ्ट के ऐज्योर क्लाउड और माइक्रोसॉफ्ट 365 सर्विसेज में परेशानी आई। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा- हमें समस्या की जानकारी है और हमने कई टीमों को इसे सुलझाने में लगाया है। हमने इसके कारण का पता लगा लिया है। इससे वही यूजर प्रभावित हुए, जो माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर का इस्तेमाल करते हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर
माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है। ये एप्लिकेशन और सर्विसेज को बनाने, डिप्लॉय और मैनेज करने का काम करता है। वहीं माइक्रोसॉफ्ट 365 प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर है, जिसमें वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट, आउटलुक और वन नोट जैसे लोकप्रिय एप्लिकेशन शामिल हैं। सिस्टम क्रैश होने पर आती है ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ
ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) एक क्रिटिकल एरर स्क्रीन है जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर दिखाई देती है। ऐसा तब होता है जब सिस्टम किसी गंभीर समस्या के कारण क्रैश हो जाता है जो इसे सुरक्षित रूप से काम करने से रोकता है। जब यह एरर होता है, तो कंप्यूटर ऑटोमैटिकली रिस्टार्ट हो जाता है, और जो डेटा सेव नहीं किया गया है उसके खो जाने की संभावना होती है। बुकिंग, चेक-इन सहित अन्य ऑनलाइन सर्विसेज प्रभावित   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर