यूपी में कलयुगी बेटे का खूनी खेल! एक लाख की सुपारी देकर पिता की कराई हत्या, आरोपी गिरफ्तार

यूपी में कलयुगी बेटे का खूनी खेल! एक लाख की सुपारी देकर पिता की कराई हत्या, आरोपी गिरफ्तार

<p style=”text-align: justify;”><strong>UP New:</strong> बस्ती जिले में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसमें एक बेटे ने अपने पिता की बेदर्दी से महज इसलिए हत्या करवा दी कि वह उसे बेटे का अधिकार नहीं दे रहे थे. हत्या करने के लिए बेटे ने बेहद ही खौफनाक रास्ता चुना और पिकअप वाहन से अपने पिता को साथियों के साथ मिलकर कुचलकर मौत की नींद सुला दिया. वारदात को हत्यारे बेटे ने दुर्घटना का रूप देने का पूरा प्रयास किया मगर उसकी मनसा पर बस्ती पुलिस ने पानी फेरते हुए आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह पूरा मामला हर्रैया थाना क्षेत्र के परसौडा गांव का है, जहां के रहने वाले 45 साल के रामसूरत चौधरी की हत्या उसके ही अपने बेटे ने कर डाली. रामसूरत ने दो शादी किया था, जिसमें उसकी पहली पत्नी सरिता से तीन संतान थे जबकि दूसरी पत्नी से कोई संतान पैदा नहीं हुआ था. पहली पत्नी अपने बेटों को लेकर कई साल से मायके में ही रहा करती थी. सरिता ने न्यायालय में भरण पोषण के लिए पति रामसूरत के खिलाफ दावा दाखिल किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दो दिन पूर्व 2 अप्रैल को नेशनल हाईवे पर हर्रैया से बस्ती की तरफ जाने वाली लेन पर पिकअप वाहन चढ़ाकर रामसूरत चौधरी हत्या कर दी गई थी. इस घटना के सम्बन्ध में मृतक की बहन चंद्रकला देवी ने थाना कप्तानगंज पर 6 लोगों के खिलाफ हत्या और साजिश करने का एक मुकदमा पंजीकरण कराया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भरण-पोषण का मुकदमा और संपत्ति को लेकर था विवाद&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने विवेचना से पाया गया कि मृतक की पहली पत्नी सरिता लगभग 20 सालों से अपने पुत्रों को लेकर मायके में रहती थी. न्यायालय में भरण-पोषण का मुकदमा और संपत्ति को लेकर विवाद था, जिसके कारण मृतक की पहली पत्नी और उसके पुत्र येन-केन प्रकरेण रामसूरत की हत्या करना चाहते थे. मृतक की दूसरी पत्नी मिथिलावती से कोई संतान नहीं थी. इसके लिए इन लोगों ने सहअभियुक्तों के साथ षडयंत्र किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक माह से रेकी कर रहा था आरोपी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मृतक का पुत्र अमर ने इस षड्यंत्र में मुख्य रूप से जय प्रकाश चौधरी और अनिल चौधरी का सहयोग लिया. अमर चौधरी रामसूरत की एक माह से रेकी कर रहा था और घटना के दिन अवसर पाकर दवा लेकर हर्रैया से मोटर साइकिल से अपने घर जा रहे रामसूरत चौधरी को हत्या के उद्देश्य से पीछे से बिना नम्बर की पिकअप को अमर और अनिल चौधरी टक्कर मारकर रौंद दिया गया, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूछताछ में अभियुक्त अमर चौधरी ने खोला राज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीएसपी सत्येंद्र भूषण तिवारी ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त अमर चौधरी द्वारा पिता की हत्या में सहयोग के लिए पूर्व में एक लाख रुपये अनिल चौधरी को बतौर सुपारी देने की बात भी स्वीकार की गई. डीएसपी ने कहा गिरफ्तार अभियुक्तों को कोर्ट में पेश कराया गया जिसके बाद न्यायालय ने सभी को जेल भेज दिया है, जब कि शेष अन्य अभियुक्तों की तलाश की जा रही है.&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP New:</strong> बस्ती जिले में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसमें एक बेटे ने अपने पिता की बेदर्दी से महज इसलिए हत्या करवा दी कि वह उसे बेटे का अधिकार नहीं दे रहे थे. हत्या करने के लिए बेटे ने बेहद ही खौफनाक रास्ता चुना और पिकअप वाहन से अपने पिता को साथियों के साथ मिलकर कुचलकर मौत की नींद सुला दिया. वारदात को हत्यारे बेटे ने दुर्घटना का रूप देने का पूरा प्रयास किया मगर उसकी मनसा पर बस्ती पुलिस ने पानी फेरते हुए आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह पूरा मामला हर्रैया थाना क्षेत्र के परसौडा गांव का है, जहां के रहने वाले 45 साल के रामसूरत चौधरी की हत्या उसके ही अपने बेटे ने कर डाली. रामसूरत ने दो शादी किया था, जिसमें उसकी पहली पत्नी सरिता से तीन संतान थे जबकि दूसरी पत्नी से कोई संतान पैदा नहीं हुआ था. पहली पत्नी अपने बेटों को लेकर कई साल से मायके में ही रहा करती थी. सरिता ने न्यायालय में भरण पोषण के लिए पति रामसूरत के खिलाफ दावा दाखिल किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दो दिन पूर्व 2 अप्रैल को नेशनल हाईवे पर हर्रैया से बस्ती की तरफ जाने वाली लेन पर पिकअप वाहन चढ़ाकर रामसूरत चौधरी हत्या कर दी गई थी. इस घटना के सम्बन्ध में मृतक की बहन चंद्रकला देवी ने थाना कप्तानगंज पर 6 लोगों के खिलाफ हत्या और साजिश करने का एक मुकदमा पंजीकरण कराया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भरण-पोषण का मुकदमा और संपत्ति को लेकर था विवाद&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने विवेचना से पाया गया कि मृतक की पहली पत्नी सरिता लगभग 20 सालों से अपने पुत्रों को लेकर मायके में रहती थी. न्यायालय में भरण-पोषण का मुकदमा और संपत्ति को लेकर विवाद था, जिसके कारण मृतक की पहली पत्नी और उसके पुत्र येन-केन प्रकरेण रामसूरत की हत्या करना चाहते थे. मृतक की दूसरी पत्नी मिथिलावती से कोई संतान नहीं थी. इसके लिए इन लोगों ने सहअभियुक्तों के साथ षडयंत्र किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक माह से रेकी कर रहा था आरोपी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मृतक का पुत्र अमर ने इस षड्यंत्र में मुख्य रूप से जय प्रकाश चौधरी और अनिल चौधरी का सहयोग लिया. अमर चौधरी रामसूरत की एक माह से रेकी कर रहा था और घटना के दिन अवसर पाकर दवा लेकर हर्रैया से मोटर साइकिल से अपने घर जा रहे रामसूरत चौधरी को हत्या के उद्देश्य से पीछे से बिना नम्बर की पिकअप को अमर और अनिल चौधरी टक्कर मारकर रौंद दिया गया, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूछताछ में अभियुक्त अमर चौधरी ने खोला राज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीएसपी सत्येंद्र भूषण तिवारी ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त अमर चौधरी द्वारा पिता की हत्या में सहयोग के लिए पूर्व में एक लाख रुपये अनिल चौधरी को बतौर सुपारी देने की बात भी स्वीकार की गई. डीएसपी ने कहा गिरफ्तार अभियुक्तों को कोर्ट में पेश कराया गया जिसके बाद न्यायालय ने सभी को जेल भेज दिया है, जब कि शेष अन्य अभियुक्तों की तलाश की जा रही है.&nbsp;</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड CG: अमित शाह ने नवरात्र पर मां दंतेश्वरी मंदिर में की पूजा-अर्चना, नक्सल विरोधी अभियानों की करेंगे समीक्षा